विटामिन

विटामिन C क्या है, स्रोत, कमी के लक्षण, रोग, फायदे और नुकसान – Vitamin C, Sources, Deficiency Symptoms, Benefits and Side Effects in Hindi

विटामिन C क्या है, स्रोत, कमी के लक्षण, रोग, फायदे और नुकसान - Vitamin C, Sources, Deficiency Symptoms, Benefits and Side Effects in Hindi

विटामिन सी स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। यह शरीर द्वारा उत्पादित नहीं किया जा सकता है। शरीर में विटामिन सी की पूर्ति खाद्य पदार्थों के माध्यम से होती है। विटामिन सी को मानव जीवन के स्वास्थ्य लाभों से सम्बंधित माना जाता है। यह शरीर में विभिन्न ऊतकों के स्वास्थ्य और मरम्मत के लिए आवश्यक पोषक तत्व है। किसी व्यक्ति द्वारा ग्रहण किये किये जाने वाले आहार में विटामिन सी की लगातार कमी स्कर्वी (scurvy) नामक गंभीर समस्या के साथ साथ अन्य समस्याओं को जन्म दे सकती है। विटामिन सी की कमी का इलाज विटामिन सी सप्लीमेंट और विटामिन सी से भरपूर आहार के सेवन द्वारा किया जा सकता है।

आज के इस लेख के माध्यम से आप जानेंगे कि विटामिन C क्या है, इसके स्रोत, कमी के लक्षण और कमी के रोग क्या हैं तथा विटामिन C के फायदे और नुकसान के बारे में।

विषय सूची

1. विटामिन C क्या है – What is Vitamin C in Hindi
2. विटामिन C का उपयोग – Vitamin C uses in hindi
3. विटामिन सी के कार्य – Vitamin C work in Hindi
4. विटामिन सी के स्रोत – Sources of vitamin C in hindi
5. विटामिन सी की कमी – Vitamin C deficiency in hindi
6. विटामिन सी की कमी के लक्षण – Vitamin C deficiency symptoms in hindi
7. विटामिन C की कमी से होने वाले रोग – vitamin c deficiency diseases in hindi
8. विटामिन सी के फायदे – Vitamin C Health Benefits in hindi

9. विटामिन सी के नुकसान – Vitamin C Side Effects in hindi

10. विटामिन सी की खुराक – Vitamin C Dosage in hindi

विटामिन C क्या है – What is Vitamin C in Hindi

विटामिन C क्या है - What is Vitamin C in Hindi

विटामिन सी का रासायनिक नाम एस्कॉर्बिक एसिड (ascorbic acid) है। विटामिन C पानी में घुलनशील एक कार्बनिक यौगिक है, इसे मानव स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक पोषक तत्व की श्रेणी में रखा गया है। विटामिन सी वसा में अघुलनशील होने के कारण, इसका संचय शरीर में नहीं होता है। मानव शरीर में विटामिन सी के पर्याप्त स्तर को बनाए रखने के लिए प्रत्येक मनुष्य को दैनिक भोजन में विटामिन C युक्त आहार के पर्याप्त सेवन की आवश्यकता होती है। विटामिन सी की अनुशंसित दैनिक मात्रा महिलाओं के लिए 75 मिलीग्राम/दिन और पुरुषों के लिए 90 मिलीग्राम/दिन है।

विटामिन सी गर्मी के प्रति संवेदनशील होता है तथा उबालने या पकाने से भोजन में उपस्थित विटामिन C नष्ट हो सकता है। यह एंटीऑक्सिडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory) तथा एंटी बैक्टीरियल (antibacterial)  गुणों से परिपूर्ण होता है। विटामिन सी को प्रयोगशाला में भी बनाया जा सकता है। परन्तु अधिकांश विशेषज्ञ विटामिन C सप्लीमेंट (supplements) लेने के बजाय विटामिन सी में उच्च आहार, फलों और सब्जियों का सेवन करने की सलाह देते हैं।

(और पढ़े – विटामिन सी की कमी दूर करने के लिए ये खाद्य पदार्थ…)

विटामिन C का उपयोग – Vitamin C uses in Hindi

विटामिन C का उपयोग - Vitamin C uses in hindi

विटामिन C का उपयोग अनेक स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं के इलाज और उनकी रोकथाम में किया जाता है, जिनमे शामिल हैं:

(और पढ़े – लू लगने के कारण, लक्षण और घरेलू इलाज…)

विटामिन सी के कार्य – Vitamin C work in Hindi

विटामिन सी के कार्य - Vitamin C work in Hindi

विटामिन सी मानव शरीर में निम्न कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है, जैसे:

  • त्वचा, हड्डियों और संयोजी ऊतक (connective tissue) को स्वस्थ रखता है
  • घावों को भरने में मदद करता है।
  • प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देता है।
  • संक्रमण को रोकने में मदद करता है।
  • भोजन से आयरन को अवशोषित करने में शरीर की मदद करता है
  • त्वचा, रक्त वाहिकाओं और विशिष्ट ऊतकों में विशिष्ट प्रकार के कोलेजन (collagen) के संश्लेषण का कार्य करता है।
  • एल-कार्निटाइन (L-carnitine) और कुछ न्यूरोट्रांसमीटर (neurotransmitters) के उत्पादन का कार्य करता है।
  • सर्दी जुकाम (common cold) को रोकने और इलाज के लिए उपयोगी है
  • यह प्रोटीन चयापचय में मदद करता है।
  • नवजात शिशुओं में एक प्रोटीन असंतुलन को ठीक करने में मदद करता है, इत्यादि।

(और पढ़े – रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय…)

विटामिन सी के स्रोत – Sources of vitamin C in Hindi

विटामिन सी के स्रोत - Sources of vitamin C in hindi

विटामिन सी की उच्च मात्रा विभिन्न प्रकार के फलों और सब्जियों से प्राप्त की जा सकती है। विटामिन सी के उत्तम स्त्रोत के रूप में निम्न को शामिल किया जा सकता है, जिनमें शामिल हैं:

खाद्य पदार्थों को काटकर अधिक समस्य तक रखने और गर्म करने से उनमें उपस्थित विटामिन सी में कुछ बदलाव हो सकते है और विटामिन सी की प्रभावशीलता कम हो सकती है। इसलिए फलों और सब्जियों को कच्चा या हल्का पकाकर खाना चाहिए तथा खाने के बहुत समय पहले से काटकर नहीं रखना चाहिए।

(और पढ़े – फलों और सब्जियों के रंगों से जानें उनके गुणों और पोषक तत्‍व के बारे में…)

विटामिन सी की कमी – Vitamin C deficiency in Hindi

विटामिन सी की कमी - Vitamin C deficiency in hindi

विटामिन सी की कमी शरीर में आवश्यकता से कम मात्रा में विटामिन C की प्राप्ति होना है, जो दैनिक कार्यों और स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव डालती है। विटामिन सी प्राकृतिक रूप से ताजे फल और सब्जियों में पाया जाता है। इसे शरीर द्वारा निर्मित नहीं किया जा सकता है। अतः विटामिन C से सम्बंधित खाद्य पदार्थों का नियमित रूप से सेवन नहीं करने पर विटामिन सी की कमी हो जाती है। विटामिन सी की कमी के लिए सबसे आम जोखिम कारकों में खराब आहार, अत्यधिक शराब का सेवन, एनोरेक्सिया, गंभीर मानसिक बीमारी, धूम्रपान और डायलिसिस शामिल हैं।

(और पढ़े – संतुलित आहार के लिए जरूरी तत्व , जिसे अपनाकर आप रोंगों से बच पाएंगे…)

विटामिन सी की कमी के लक्षण – Vitamin C deficiency symptoms in Hindi

विटामिन सी की कमी के लक्षण – Vitamin C deficiency symptoms in hindi

जबकि गंभीर विटामिन सी की कमी के लक्षण विकसित होने में महीनों लग सकते हैं, वहाँ कुछ सूक्ष्म संकेत देखने के लिए हैं। विटामिन सी की कमियों के अधिक सूक्ष्म लक्षण जिन्हें विकसित होने में कई महीने लग सकते हैं:

(और पढ़े – कमजोरी और थकान के कारण, लक्षण और इलाज…)

विटामिन C की कमी से होने वाले रोग – vitamin c deficiency diseases in Hindi

विटामिन C की कमी से होने वाले रोग - vitamin c deficiency diseases in hindi

विटामिन C की कमी से होने वाले रोग निम्न हैं, जैसे:

  • स्कर्वी (Scurvy)
  • संक्रमण (Infections)
  • कैंसर (cancer)
  • आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया (anemia)
  • अस्थमा (Asthma)
  • मसूड़े की सूजन Gingivitis) और दंत समस्याएं
  • त्वचा की समस्याएं जैसे पेटीचिया (Petechiae) या पुरपुरा (Purpura)
  • ऑस्टियोपोरोसिस और अस्थि समस्याएं (Osteoporosis And Bone Problems), इत्यादि।

(और पढ़े – ऑस्टियोपोरोसिस होने के कारण, लक्षण और बचाव…)

विटामिन सी के फायदे – Vitamin C Health Benefits in Hindi

विटामिन सी प्रतिरक्षा प्रणाली को सुरक्षित रखने, एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटीवायरल और जीवाणुरोधी (antibacterial) आदि गुणों से परिपूर्ण होने के कारण अनेक प्रभावी स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।

विटामिन सी के लाभ क्रोनिक रोगों के जोखिम को कम करने में – Vitamin C Reduce the Risk of Chronic Diseases in Hindi

विटामिन सी के लाभ क्रोनिक रोगों के जोखिम को कम करने में - Vitamin C Reduce the Risk of Chronic Diseases in hindi

विटामिन सी एक प्रभावी एंटीऑक्सिडेंट है जो शरीर की प्राकृतिक रूप से रक्षा कर सकता है। एंटीऑक्सीडेंट अणु प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देते हैं। ये फ्री रेडिकल (मुक्त कण) नामक हानिकारक अणुओं से कोशिकाओं की रक्षा करते हैं। जब मुक्त कण जमा होते हैं, तो यह अनेक पुरानी बीमारियों को बढ़ावा देते हैं। विटामिन सी रक्त एंटीऑक्सीडेंट के स्तर को बढ़ा सकता है। यह हृदय रोग जैसी पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।

(और पढ़े – क्रोहन (क्रोन) रोग क्या है, कारण, लक्षण, जांच, उपचार, रोकथाम और आहार…)

विटामिन सी के स्वास्थ्य लाभ घाव भरने में – Health Benefits Of Vitamin C Wound healing in Hindi

विटामिन सी के स्वास्थ्य लाभ घाव भरने में - Health Benefits Of Vitamin C Wound healing in hindi

विटामिन C में घाव, कटौती को तेजी से ठीक करने की असीमित योग्यता होती है। घावों को तेजी से ठीक करने का गुण, विटामिन सी द्वारा कोलेजन उत्पादन को उत्तेजित करने के कारण पाया जाता है। विटामिन सी के एंटीऑक्सिडेंट गुण ऊतक की मरम्मत करने और सूजन को कम करने में मदद करता है। इसके साथ-साथ विटामिन सी की पर्याप्त मात्रा शरीर को संक्रमण से लड़ने में भी मदद करती है। विटामिन सी मुख्य रूप से कुपोषण से पीड़ित व्यक्तियों में श्वसन संक्रमण को रोकने में मदद कर सकता है।

(और पढ़े – सूजन के कारण, लक्षण और कम करने के घरेलू उपाय…)

विटामिन सी के फायदे कैंसर में – Vitamin C Health Benefits in Cancer in Hindi

विटामिन सी के फायदे कैंसर में - Vitamin C Health Benefits in Cancer in hindi

विटामिन सी एक एंटीऑक्सिडेंट है, जो मुक्त कणों (free radicals) को नष्ट करता है। यह मुक्त कण शरीर में कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे कैंसर के जोखिम बढ़ जाते हैं। अतः विटामिन की कमी, कैंसर की समस्या को उत्पन्न कर सकती है। एंटीऑक्सिडेंट गुणों के कारण विटामिन सी को त्वचा, गर्भाशय ग्रीवा और स्तन से सम्बंधित कैंसर को रोकने में उपयोगी माना गया है।

(और पढ़े – ब्रैस्ट कैंसर (स्तन कैंसर) के लक्षण, कारण, जांच, इलाज और बचाव…)

विटामिन सी अस्थमा में फायदेमंद – Vitamin C Benefits for Asthma in Hindi

विटामिन सी अस्थमा में फायदेमंद - Vitamin C Benefits for Asthma in hindi

शरीर में विटामिन सी का निम्न स्तर अस्थमा के विकास में योगदान दे सकता है। विटामिन सी व्यायाम के कारण उत्पन्न अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। अतः अस्थमा की क्रोनिक बीमारी की रोकथाम के लिए नियमित रूप से खट्टे फलों का सेवन करने की सिफारिश की जा सकती है

(और पढ़े – अस्थमा (दमा) के कारण, लक्षण, उपचार एवं बचाव…)

विटामिन सी से लाभ हृदय संबंधी समस्याएं के लिए – Vitamin C Health Benefits for Cardiovascular Problems in Hindi

विटामिन सी से लाभ हृदय संबंधी समस्याएं के लिए - Vitamin C Health Benefits for Cardiovascular Problems in hindi

विटामिन सी की कमी से रक्त वाहिकाओं में लीकेज, कमजोर रक्त वाहिकाएं और हृदय की कार्यक्षमता में कमी आदि हृदय संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि विटामिन सी का सेवन कोरोनरी हृदय रोग के जोखिमों को कम करने में योगदान देता है। विटामिन सी रक्त वाहिकाओं को चौड़ा कर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है, जिससे हृदय रोग और उच्च रक्तचाप से सम्बंधित जोखिम कम हो जाते हैं।

(और पढ़े – जानें हार्ट को हेल्‍दी कैसे रखें…)

विटामिन सी से फायदे एनीमिया में – Vitamin C Benefits for Anaemia in Hindi

विटामिन सी से फायदे एनीमिया में - Vitamin C Benefits for Anaemia in hindi

एनीमिया अपर्याप्त मात्रा में विटामिन सी के सेवन से होने वाली एक बीमारी है। चूँकि विटामिन सी लाल रक्त कोशिकाओं में पाए जाने वाले हीमोग्लोबिन के लिए आवश्यक आयरन को भोजन से अवशोषित करने में सहायता करता है। इसलिए विटामिन C की कमी आयरन को अवशोषित करने की क्षमता को कम करती है। जिसके फलस्वरूप एनीमिया से सम्बंधित लक्षण जैसे- थकान, मांसपेशियों में कमजोरी और सुन्नता या झुनझुनी आदि उत्पन्न हो सकते हैं। अतः विटामिन C का सेवन आयरन के अवशोषण में सुधार कर एनीमिया के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।

(और पढ़े – क्या है एनीमिया? कारण, लक्षण और आहार…)

विटामिन सी का उपयोग कॉमन कोल्ड का इलाज करता है – Benefits Vitamin C Treats Common Cold in Hindi

विटामिन सी का उपयोग कॉमन कोल्ड का इलाज करता है - Benefits Vitamin C Treats Common Cold in hindi

एस्कॉर्बिक एसिड शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद करता है, जिस बजह से व्यक्ति सर्दी और खांसी से सुरक्षित रहता है। अध्ययन से यह पता चला है कि जब नियमित रूप से विटामिन सी का सेवन कर सर्दी जुकाम की अवधि को कम किया जा सकता है। इसके अलावा, यह आयरन के अवशोषण की आसन बनाता है, जिससे वायरस संक्रमण से लड़ने के लिए प्रतिरोध प्रणाली मजबूत होती है।

(और पढ़े – सर्दी जुकाम और खांसी के घरेलू उपाय…)

विटामिन सी के त्वचा लाभ – Vitamin C Benefits for Skin in Hindi

विटामिन सी के त्वचा लाभ - Vitamin C Benefits for Skin in hindi

विटामिन सी शरीर के अंदर और बाहर की कोशिकाओं को प्रभावित कर सकता है। अतः विटामिन C त्वचा को जवान रखने में काफी योगदान देता है, यह झुर्रियों को कम करने, त्वचा को कोमल तथा सौम्य रखने तथा उम्र बढाने की सभी संभव स्थितियों से  जोड़ा गया है। विटामिन सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो कोलेजन के उत्पादन के लिए आवश्यक होता है। कोलेजन (collagen) एक प्रोटीन है जो मृत कोशिकाओं को नष्ट कर नवीन कोशिकाओं का उत्पादन करता है तथा त्वचा को चमकीला तथा स्वास्थ्य रखने में मदद करता है। अतः विटामिन C का सेवन कोलेजन (collagen) के उत्पादन को बढ़ावा देता है।

(और पढ़े – 30 वर्ष के बाद भी दिखेंगी जवान अगर अपनाएंगी ये स्‍किन टिप्‍स…)

विटामिन सी के सेवन के लाभ स्कर्वी को रोकता है – Vitamin C Prevents Scurvy in Hindi

विटामिन सी के सेवन के लाभ स्कर्वी को रोकता है - Vitamin C Prevents Scurvy in hindi

स्कर्वी विटामिन C (एस्कॉर्बिक एसिड) के अपर्याप्त सेवन के कारण उत्पन्न होने वाली एक गंभीर समस्या है। अतः आहार में विटामिन C से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल कर तथा विटामिन C सप्लीमेंट का प्रयोग कर स्कर्वी के लक्षण से छुटकारा पाया जा सकता है।

(और पढ़े – स्कर्वी रोग क्या है, लक्षण, कारण, उपचार और रोकथाम…)

विटामिन सी के फायदे नेत्र स्वास्थ्य के लिए – Vitamin C Health Benefits for Eye Health in Hindi

विटामिन सी के फायदे नेत्र स्वास्थ्य के लिए - Vitamin C Health Benefits for Eye Health in hindi

विटामिन सी मोतियाबिंद (Cataracts) के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। प्रतिदिन 135 मिलीग्राम विटामिन सी लेने से लगभग 27% तक मोतियाबिंद के जोखिम को कम किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त विटामिन C आँख की रेटिना कोशिकाओं को स्वास्थ्य रखने में समर्थन करता है। विटामिन सी के नियमित सेवन से यूवाइटिस (uveitis) (आंख की सूजन) के उपचार में सहायता मिल सकती है।

(और पढ़े – आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए घरेलू उपाय…)

विटामिन सी गाउट में फायदेमंद – Vitamin C benefits for Gout in Hindi

विटामिन सी गाउट में फायदेमंद - Vitamin C benefits for Gout in hindi

विटामिन सी का अधिक सेवन रक्त में यूरिक एसिड के स्तर को कम कर गाउट के हमले को रोकने में मदद कर सकता है। गाउट एक प्रकार का गठिया है जो रक्त में बहुत अधिक यूरिक एसिड के स्तर के कारण उत्पन्न होता है। यूरिक एसिड शरीर द्वारा उत्पादित एक अपशिष्ट उत्पाद है। अतः अध्ययनों से पता चला है कि विटामिन सी रक्त में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है जिसके परिणामस्वरूप गाउट की रोकथाम करने में सहायता मिलती है।

(और पढ़े – गाउट (Gout) के कारण, लक्षण, उपचार, बचाव और घरलू उपाय…)

विटामिन सी मनोदशा में सुधार के लिए लाभदायक – Vitamin C benefits for Improves Your Mood in Hindi

विटामिन सी मनोदशा में सुधार के लिए लाभदायक - Vitamin C benefits for Improves Your Mood in hindi

कुछ अध्ययनों से साबित हुआ है कि पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी लेने से मनोदशा में सुधार लाया जा सकता है। यह मानसिक तनाव को कम करने, याददाश्त को मजबूत बनाने तथा डिमेंशिया से छुटकारा पाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अध्ययनों से पता चला है कि डिमेंशिया (dementia) से सम्बंधित व्यक्तियों में विटामिन सी का कम स्तर हो सकता है। छात्रों में चिंता को कम करने के लिए विटामिन C सप्लीमेंट का भी प्रयोग किया जा सकता है।

(और पढ़े – चिंता दूर करने के उपाय, तरीके और घरेलू नुस्खे…)

विटामिन C के अन्य लाभ – Vitamin C other benefits in Hindi

विटामिन C के अन्य लाभ - Vitamin C other benefits in hindi

विटामिन C से सम्बंधित अन्य स्वस्थ्य लाभों में निम्न को शामिल किया जा सकता है, जैसे:

  • बालों को मजबूत बनाने में
  • मधुमेह वाले लोगों में रक्त शर्करा के नियंत्रण में
  • ऑस्टियोपोरोसिस की स्थिति में सुधार करने में
  • निमोनिया की स्थिति में सुधार लाने में
  • पेट की सूजन (गैस्ट्रिटिस) (gastritis) को कम करने में
  • सीसा विषाक्तता (Lead poisoning) को कम करने में
  • सनबर्न के जोखिम को कम करने में, इत्यादि।

(और पढ़े – बच्चों में निमोनिया के कारण, लक्षण, इलाज और बचाव…)

विटामिन सी के नुकसान – Vitamin C Side Effects in Hindi

विटामिन सी को अधिकतर व्यक्तियों के लिए सप्लीमेंट के रूप में इंजेक्शन, क्रीम, दवा के रूप में प्रदान किया जा सकता है। खाद्य पदार्थों के माध्यम से विटामिन C के अत्याधिक सेवन से बहुत कम दुष्प्रभाव देखने को मिलते हैं, लेकिन सप्लीमेंट के माध्यम से विटामिन सी का अत्यधिक सेवन कुछ दुष्प्रभावों का कारण बन सकता है, जिसमें शामिल हैं:

विटामिन सी के नुकसान पाचन में – Vitamin C cause of Digestive Symptoms in Hindi

विटामिन सी के नुकसान पाचन में - Vitamin C cause of Digestive Symptoms in hindi

विटामिन सी के उच्च सेवन का सबसे अधिक दुष्प्रभाव पाचन तंत्र पर पड़ता है। आम तौर पर, विटामिन सी के पाचन सम्बन्धी दुष्प्रभाव विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ खाने से उत्पन्न नहीं होते हैं, बल्कि सप्लीमेंट के रूप में विटामिन लेने के दौरान उत्पन्न होते हैं। प्रतिदिन 2,000 मिलीग्राम से अधिक विटामिन सी का उपभोग करने से सम्बंधित व्यक्ति को पाचन संबंधी लक्षणों का अनुभव होने की संभावना सर्वाधिक होती है। अत्यधिक विटामिन सी के सेवन से पाचन सम्बन्धी लक्षणों में निम्न को शामिल किया जाता है, जैसे कि:

(और पढ़े – दस्‍त (डायरिया) के दौरान क्‍या खाएं और क्‍या ना खाएं…)

विटामिन सी के साइड इफ़ेक्ट है किडनी स्टोन – Vitamin C Side Effects is kidney stone in Hindi

विटामिन सी के साइड इफ़ेक्ट है किडनी स्टोन - Vitamin C Side Effects is kidney stone in hindi

विटामिन सी अधिक मात्रा शरीर से ऑक्सालेट के रूप में उत्सर्जित की जाती है, जो एक शारीरिक अपशिष्ट पदार्थ है। हालांकि कुछ स्थितियों में ऑक्सालेट का अत्यधिक उत्पादन खनिजों के साथ बंध बनाकर क्रिस्टल अवस्था का निर्माण कर सकता है अतः यह स्थिति ही किडनी स्टोन का कारण बनती है।

अतः यह कहना उचित होगा कि बहुत अधिक विटामिन सी का सेवन करने से गुर्दे की पथरी (kidney stone) के विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है।

(और पढ़े – पथरी होना क्या है? (किडनी स्टोन) पथरी के लक्षण, कारण और रोकथाम…)

विटामिन सी के नुकसान मधुमेह में – Excess of Vitamin C Side Effects in Diabetes in Hindi

विटामिन सी के नुकसान मधुमेह में – Excess of Vitamin C Side Effects in Diabetes in hindi

विटामिन सी रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकता है। कुछ स्थितियों में पाया गया है कि डायबिटीज से सम्बंधित अधिक उम्र की महिलाओं द्वारा प्रतिदिन 300 मिलीग्राम से अधिक मात्रा में विटामिन सी का सेवन करने से दिल की बीमारी के कारण मौत का खतरा बढ़ाता है। अतः मधुमेह की स्थिति में मल्टीविटामिन्स में पाए जाने वाले विटामिन सी का सेवन सिफारिश की गई मात्रा से अधिक नहीं करना चाहिए।

(और पढ़े – टाइप 2 मधुमेह क्या है, कारण, लक्षण, उपचार, रोकथाम और आहार…)

विटामिन सी के नुकसान दवाओं से पारस्परिक क्रिया – Vitamin C Side Effects Drug Interactions in Hindi

विटामिन सी के नुकसान दवाओं से पारस्परिक क्रिया - Vitamin C Side Effects Drug Interactions in hindi

विटामिन सी का अत्यधिक सेवन शरीर से एस्ट्रोजन के उत्सर्जन को धीमा कर सकता है। एस्ट्रोजन या एस्ट्रोजन-आधारित गर्भ निरोधकों के साथ विटामिन सी सप्लीमेंट का सेवन करने से हार्मोनल साइड इफेक्ट का खतरा बढ़ सकता है।

इसके अतिरिक्त विटामिन सी, एंटीसाइकोटिक दवा के साथ प्रतिक्रिया कर दवा की प्रभावकारिता को कम कर सकता है। विटामिन सी सप्लीमेंट कुछ कीमोथेरेपी दवाओं के प्रभाव को भी कम कर सकता है। अतः अन्य दवाओं के साथ विटामिन C का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना चाहिए।

(और पढ़े – गर्भनिरोधक दवाओं और उनके शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में जानें…)

विटामिन सी के अन्य साइड इफ़ेक्ट – Vitamin C other side effects in Hindi

विटामिन सी के अन्य साइड इफ़ेक्ट – Vitamin C other side effects in hindi

  • सिरदर्द
  • हार्टबर्न (heartburn)
  • विटामिन सी की अधिक मात्रा आयरन के अवशोषण में अत्यधिक वृद्धि कर सकती है, जिसके कारण दिल, लिवर, अग्न्याशय, थायरॉयड और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है
  • शिशुओं और बच्चों के लिए विटामिन C की अत्यधिक मात्रा हानिकारक हो सकती है।

(और पढ़े – लीवर की कमजोरी कारण लक्षण और दूर करने के उपाय…)

विटामिन सी की खुराक – Vitamin C Dosage in Hindi

विटामिन सी की खुराक - Vitamin C Dosage in hindi

पूर्ण स्वास्थ्य की स्थिति में विटामिन सी की सिफारिश की गई दैनिक मात्रा इस प्रकार है:

  • 0 से 6 महीने के बच्चे के लिए : 40 मिलीग्राम प्रति दिन
  • 7 से 12 महीने के बच्चे के लिए: प्रति दिन 50 मिलीग्राम
  • 1 से 3 साल के बच्चे के लिए : प्रति दिन 15 मिलीग्राम
  • 4 और 8 साल के बच्चे के लिए : प्रति दिन 25 मिलीग्राम
  • 9 से 13 साल के बच्चे के लिए : प्रति दिन 45 मिलीग्राम
  • 14 से 18 वर्ष की महिला के लिए : प्रति दिन 65 मिलीग्राम
  • 14 से 18 वर्ष के पुरुषों के लिए: प्रति दिन 75 मिलीग्राम
  • 19 और उससे अधिक उम्र की महिला के लिए : 75 मिलीग्राम प्रति दिन
  • 19 और उससे अधिक वर्ष के पुरुष के लिए : 90 मिलीग्राम प्रति दिन
  • 14 से 18 साल की गर्भवती महिला के लिए : 80 मिलीग्राम प्रति दिन
  • 19 और उससे अधिक वर्ष की गर्भवती महिला के लिए : 85 मिलीग्राम प्रति दिन
  • स्तनपान कराने वाली 14 से 18 वर्ष की महिला के लिए : 115 मिलीग्राम प्रति दिन
  • स्तनपान कराने वाली 19 और उससे अधिक उम्र की महिला के लिए : 120 मिलीग्राम प्रति दिन ।

(और पढ़े – महिलाओं के स्वास्थ्य लिए जरूरी विटामिन और उनके स्रोत…)

Reference

इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।

Leave a Comment

Subscribe for daily wellness inspiration