घरेलू उपाय

सूजन के कारण, लक्षण और कम करने के घरेलू उपाय – Edema (Swelling) home remedies in Hindi

सूजन के कारण, लक्षण और कम करने के घरेलू उपाय - Edema (Swelling) home remedies in Hindi

Edema Home remedies in Hindi सूजन जिसे एडिमा भी कहा जाता है एक ऐसी स्थिति है जो आपके अंगों को आंतरिक या बाहरी रूप से उभार को दर्शाती है जो दर्द रहित या गंभीर दर्द के साथ हो सकता है। लेकिन आपको डरने की जरूरत नहीं है क्‍योंकि सूजन को कम करने के घरेलू उपाय भी होते हैं जो आपको इस समस्‍या से बचाने में प्रभावी होते हैं। आज के इस लेख में आप जानेंगे की सूजन क्या होती है, कैसे होती है, सूजन के लक्षण, सूजन के कारण और सूजन को कम करने के घरेलू उपाय के बारे में।

मानव परिसंचरण तंत्र (circulatory system) नसों और धमनीयों का एक जाल होता है, जो हमारे शरीर की प्रत्‍येक कोशिकाओं में रक्‍त पहुंचाने का काम करता है। रक्‍त परिसंचरण कई प्रमुख कार्य करता है, खून निर्माण लाल रक्‍त कोशिकाओं, श्‍वेत रक्‍त कोशिकाओं, प्‍लेटलेट्स और प्‍लाज्‍मा या सीरम (plasma or serum) नामक रंगहीन घटक से मिलकर बना होता है। यह वही तरल है जो चोट लगने के बाद घाव से निकलने लगता है और खून को बहने से रोकने में मदद करता है।

कुछ बीमारियों में या चोट की वजह से यह द्रव कोशिकाओं के बीज की जगहों में स्‍थानांतरित हो सकता है और नियमित रक्‍त प्रवाह में व्‍यवधान डाल सकता है। जहां पर यह तरल इकहठ्ठा हो जाता है वहां सूजन हो जाती है और कभी कभी दर्द भी हो सकता है। वैसे तो सूजन जिसे हम एडिमा (edema) भी कहते है स्‍वाभाविक रूप से कम हो जाती है। लेकिन इसे कम करने के लिए कुछ घरेलू उपाय भी होते हैं जो सूजन को कम करने में हमारी मदद करते हैं।

विषय सूची

1. सूजन क्‍या है – What is swelling in Hindi
2. सूजन के लक्षण क्‍या हैं – Swelling Symptoms in Hindi
3. सूजन के प्रकार  – Types of swelling in Hindi
4. सूजन के लिए प्राथमि‍क उपचार- First Aid for Swelling in Hindi
5. सूजन को कम करने के घरेलू उपाय – sujan kam karne ke gharelu upay in hindi

6. सूजन को कम करने में उपयोगी खाद्य पदार्थ – Foods That Help Reduce Swelling in Hindi
7. सूजन दूर न होने पर डॉक्‍टर के पास कब जाएं – When do you go to the doctor for Swelling in Hindi

सूजन क्‍या है – What is swelling (Edema)in Hindi

एडिमा या सूजन एक ऐसी स्थिति है जिसमें तरल पदार्थ (fluid) कोशिकाओं के बीज की जगहों में स्रावित हो जाता है। ऐसा विशेष रूप से परिसंचरण तंत्र में होता है जो पोषक तत्‍वों के आवागवन को बाधित करता है। ऐसी स्थिति में शरीर के उस भाग की कोशिकाओं में उभार दिखने लगता है जिसे हम सूजन के रूप में जानते हैं। ऐसी स्थिति में गर्म या ठंडे पैक का उपयोग करके प्रभावित शरीर के हिस्‍से को आराम दिलाया जा सकता है। यदि सूजन कम न हो तो आपको डॉक्‍टर से संपर्क करना चाहिए इस दौरान आपको अपने भोजन में नमक का इस्‍तेमाल कम मात्रा में करना चाहिए।

सूजन के लक्षण क्‍या हैं – Swelling Symptoms in Hindi

सामान्‍य रूप से शरीर के अन्‍य हिस्‍सों की अपेक्षा किसी विशेष क्षेत्र या भाग में दिखने वाले उभार को सूजन या एडिमा कहते हैं। यह अंतर्निहित कारणों पर निर्भर करता है लेकिन सूजन, कसाव और दर्द सामान्‍य बात है। इसके कुछ लक्षण भी होते हैं जो इस प्रकार हैं :

  • प्रभावितहिस्से में सूजन, खिंचाव और त्‍वचा पर गर्माहट महसूस होना
  • ऐसी त्‍वचा जिसे दबाने पर कुछ देर के लिए डिंपल बरकरार रखे
  • कोहिनी, चेहरे और आंखों में सूजन (puffiness) आना
  • शरीर के प्रभावित अंगों का कठोर होना और जोड़ों में दर्द होना
  • आंत्र आदतों (bowel habits) में परिवर्तन
  • मतली और उल्‍टी
  • सिरदर्द और पेट दर्द
  • उच्‍च रक्‍तचाप

सूजन के प्रकार  – Types of swelling in Hindi

एडिमा या सूजन के कई प्रकार होते है, जो सभी व्‍यक्तियों की स्‍वास्‍थ्‍य स्थितियों को प्र‍दर्शित करते हैं। यहां सूजन के कुछ प्रकार दिये गए हैं जो इस प्रकार हैं।

पेरिफेरल एडिमा (Peripheral edema) : यह पैर की एड़ियों, पैर, हाथ और भुजाओं को प्रभावित करता है। इनके लक्षणों में सूजन, फुफ्फुस और शरीर के एक हिस्‍से को हिलाने डुलाने में कठिनाई होना शामिल है।

फेफड़े में सूजन (Pulmonaryedema) : अतिरिक्‍त द्रव फेफड़ों में एकत्र हो जाने के कारण सांस लेने में मुश्किल हो सकती है। ऐसा होने का कारण संक्रमण, दिल की विफलता या फेफड़ों में चोट हो सकती है। यह एक गंभीर स्थिति है, ऐसी स्थिति में आपातकालीन चिकित्‍सा की आवश्‍यकता होती है।

सेरिब्रल एडिमा (Cerebral edema) : यह मस्तिष्‍क में होता है। यह कई कारणों से हो सकता है, जिनमें से कई संभावित रूप से जीवन को खतरे में डाल सकते हैं। इसके लक्षणों में सिरदर्द, गर्दन का दर्द, संपूर्ण या आंशिक दृष्टि हानि, चेतना या मानसिक स्थिति मे परिवर्तन, मतली, उल्‍टी और चक्‍कर आना शामिल हैं।

सूजन के लिए प्राथमि‍क उपचार- First Aid for Swelling in Hindi

सूजन के लिए प्राथमि‍क उपचार- First Aid for Swelling in Hindi

शरीर में तरल पदार्थ का निर्माण और अचानक ही किसी विशेष भाग में इकहठ्ठा होने के परिणाम स्‍वरूप सूजन होती है। इसे सामान्‍य रूप से ठीक किया जा सकता है पर यह सूजन की स्थिति पर निर्भर करता है। सूजन की स्थिति के अनुसार तुरंत ही प्राथमिक उपचार की व्‍यवस्‍था की जानी चाहिए। अगर सूजन मामूली चोट के कारण है तो इसे सामान्‍य रूप से घर पर ही उपचारित किया जा सकता है। आइए जाने सूजन को कम करने के लिए प्राथमिक उपचार क्‍या हैं।

सुरक्षा (Protection) : सबसे पहले आपको सूजन वाले अंग को अन्‍य प्रकार की चोटों या दबाव से बचाना चाहिए, साथ ही सुरक्षा प्रदान करने के लिए हर संभव कदम उठाना चाहिए ताकि सूजन वाले अंग में और अधिक चोट या गंभीर स्थिति न बन सके।  

आराम करें (Rest) : सूजन को कम करने के लिए जरूरी है कि आप आराम करें। चोट लगने के या सूजन आने के 24 से 72 घंटों के बीच आपको किसी भी प्रकार की भारी गतिविधि से बचना चाहिए। क्‍योंकि ऐसा करने से आपकी मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है जो सूजन के लिए और अधिक समस्‍याएं बढ़ा सकता है।  

आइस पैक (Ice packs) : सूजन के 72 घंटे बाद इसे उपयोग करना चाहिए। इसके लिए बर्फ को किसी तौलिया में लपेट कर उसे दर्द और सूजन वाले भाग में 20 मिनिट के लिए रखना चाहिए। यह आपके दर्द और सूजन को कम करने का सबसे अच्‍छा तरीका होता है। आधा घंटे बाद आप यही प्रक्रिया को फिर से दोहरा सकते हैं।  

संपीड़न (Compression) : आप सूजन को कम करने के लिये संपीड़न पट्टी का उपयोग भी कर सकते हैं जो सूजन को कम करने में मदद करता है। लेकिन यह ध्‍यान रखने वाली बात है कि इस पट्टी का उपयोग सोते समय नहीं करना चाहिए।  

ऐलिवेशन (Elevation) : सूजन प्रभावित अंग को ऊंचाई में रखकर भी सूजन को कम किया जा सकता है। ऐसा करने से रक्‍त परिसंचरण को सही कार्य करने में सहायता मिलती है जो सूजन को कम करने में मदद करता है। ऊपर बताए गए तरीकों का उपयोग करके सूजन और दर्द को कम किया जा सकता है। यदि दर्द बहुत ज्‍यादा हो रहा हो तो कोई भी दर्द‍ निवारक दवाओं का उपयोग भी किया जा सकता है। लेंकिन यह भी ध्‍यान रखें कि चोट लगने के 24 घंटों के अंदर नीचे दी गई स्थितियों से विशेष रूप से बचना चाहिए। जिन्‍हें हम आम बोलचाल की भाषा में एचएआरएम (HARM) कहते हैं।

हीट (Heat) : सूजन की स्थिति में या चोट लगने के 24 घंटों के अंदर किसी भी प्रकार का ताप उपचार (सिकाई) नहीं किया जाना चाहिए जैसे कि हीट पैक, या गर्म चीज से सिकाईआदि।  

शराब (Alcohol) : शराब का सेवन सूजन और दर्द के स्‍तर को और अधिक बढ़ा सकता है, जो उपचार प्रक्रिया मे देरी कर उपचार के प्रभाव को भी कम कर सकता है।  

चलना फिरना (Running) : चोट लगने की स्थिति में सूजन और दर्द को बढ़ाने का प्रमुख कारण चलना फिरना भी हो सकता है। इसलिए सूजन आने पर 24 घंटे के अंदर जितना संभव हो अपने आपको चलने या दौड़ने आदि से रोकना चाहिए।  

मालिश (Massage) : चोट लगने की स्थिति में या सूजन आने पर मालिश नहीं करनी चाहिए क्‍योंकि यह खून बहने की गति और सूजन दोनों को ही बढ़ा सकता है।  

सूजन को कम करने के घरेलू उपाय – Sujan kam karne ke gharelu upay in hindi

  1. चोट की सूजन का इलाज ठंड़ा दबाव – Cold Compress for swelling treatment in Hindi
  2. सूजन दूर करने का उपाय सेंधा नमक – Epsom salt for swelling home remedy in Hindi
  3. सूजन कम करने की दवा सेव का सिरका – Apple Cider Vinegar for swelling in Hindi
  4. सूजन कम करने के लिए प्रभावित क्षेत्र को आराम दें – Rest the Affected Area for reduce swelling in Hindi
  5. सूजन कम करने के लिए नमक कम खाएं – Eat less Salt for reducing swelling in Hindi
  6. सूजन कम करने का तेल है सरसों – Mustard Oil for swelling treatment in Hindi 
  7. सूजन कम करने का उपाय अधिक पानी पीयें– More Drink Water for swelling treatment in Hindi
  8. सूजन को दूर करने का आसान तरीका व्‍यायाम – Exercise for swelling treatment in Hindi
  9. सूजन कम करने के उपाय दबाव डालें – Swelling for Apply Pressure in Hindi
  10. सूजन कम करने का उपाय आलू का रस – Potato juice for swelling home remedy in Hindi
  11. सूजन कम करने का घरेलू उपाय हल्‍दी – Turmeric for swelling home remedy in Hindi
  12. सूजन कम करने का घरेलू नुस्खा है अदरक – Ginger for swelling home remedy in Hindi

एडिमा एक गंभीर और आम दोनों ही प्रकार की समस्‍या हो सकती है। ऐसा माना जाता है कि सामान्‍य रूप से सूजन स्‍वत: ही कुछ दिनों में खत्‍म हो जाती है, लेकिन फिर भी इसका उपचार करना बहुत ही आवश्‍यक होता है। आप तत्‍काल उपचार शुरु करके सूजन को रोक सकते हैं। चोट के कारण सूजन को रोकने या कम करने के लिए कई प्राकृतिक उपचारों का उपयोग किया जा सकता है। इस लेख के माध्‍यम से आप सूजन को कम करने कुछ घरेलू उपाय को जान सकते हैं जो ऐसी किसी विशेष स्थिति में आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। आइऐ जाने सूजन को कम करने घरेलू उपाय क्‍या हैं।

चोट की सूजन का इलाज ठंड़ा दबाव – Cold Compress for swelling treatment in Hindi

गंभीर रूप से चोट लगने पर पहले 72 घंटों में ठंडा संपीड़न का उपयोग करके सूजन को कम किया जा सकता है। ठंड़ा तापमान नसों पर एक प्रभावकारी प्रभाव प्रदान करता है, जो बदले में सूजन को कम करने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके लिए किसी साफ कपड़ें में कुछ बर्फ के तुकड़े लें और 10 मिनिट के लिए प्रभावित क्षेत्र पर रखें। इस प्रक्रिया को हर 2 से 4 घंटों के बीच में दोहराते रहें।

सूजन दूर करने का उपाय सेंधा नमक – Epsom salt for swelling home remedy in Hindi

चोट लगने के बाद सूजन और दर्द को कम करने का सबसे प्रभावी घरेलू उपचार सेंधा नमक का उपयोग है। यह सूजन को कम करने में बहुत ही मददगार होता है। मैग्‍नीशियम सल्‍फेट से बने होने के कारण, सेंधा नमक रक्‍त परिसंचरण में सुधार करने और तनाव ग्रस्‍त मांसपेशियों को आराम करने मे मदद करता है।चोट लगने के 48 घंटों के बाद आप सेंधा नमक का उपयोग कर सकते हैं। गर्म पानी से भरे एक टब में 2 चम्‍मच सेंधा नमक मिलाएं। शरीर के जिस अंग में सूजन है जैसे कि हाथ या पैर, इन्‍हें 10 से 15 मिनिट तक इस पानी में डुबों कर रखें। अगर सूजन ऐसे स्‍थान पर जिसे पानी मे डुबोया नहीं जा सकता जैसे कि कमर, कंधा या अन्‍य अंग तो आप इस पानी से स्‍नान भी कर सकते हैं। इन प्रक्रियाओं को सप्‍ताह में 2-3 बार दोहराना चाहिए।

सूजन कम करने की दवा सेव का सिरका – Apple Cider Vinegar for swelling in Hindi

एप्‍पल साइडर विनेगर (सेव का सिरका) सूजन कम करने का एक और अच्‍छा उपाय है। इसमें एंटी-इन्‍फ्मेट्री और क्षारीय गुण होते हैं जो दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा इसमें पोटेशियम, कैल्शियम और अन्‍य आवश्‍यक खनिज दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। कच्‍चे और बिना फिलटर किये गए (unfiltered) सेब साइडर सिरका और पानी के बराबर भागों को मिलाएं। इस मिश्रण को गर्म करें, फिर इस मिश्रण में एक कपड़े को भिंगों कर प्रभावित क्षेत्र में लपेटें और इसे 5 से 10 मिनिट तक लगे रहने दें। इस प्रक्रिया को दिन में दो बार दोहराएं।इसके अलावा गर्म पानी के गिलास में कच्‍चे बिना फिलटर किये हुए (unfiltered) सेब साइडर सिरका के 1 से 2 चम्‍मच मिश्रण को थोड़े शहद के साथ मिलाएं और इसे प्रतिदिन सेवन करें यह आपके शरीर की सूजन को कम करने में मदद करेगा।

सूजन कम करने के लिए प्रभावित क्षेत्र को आराम दें – Rest the Affected Area for reduce swelling in Hindi

चोट लगने से सूजन बहुत ही तेजी से आती है। सूजन को कम करने के लिए आपको प्रभावित क्षेत्र को चोट लगने के पहले 24 से 72 घंटों तक जितना संभव हो आराम देना चाहिए। उचित मात्रा में आराम करना ऊतको की क्षति को ठीक करने के लिए महत्‍वपूर्ण घटक है जो अक्‍सर छोटी या हल्‍की चोटों के साथ होता है। यदी आराम नहीं करते हैं तो आपकी मांसपेशियों में तनाव हो सकता है जो सूजन और दर्द के उपचार में देरी का कारण बन सकता है। यदि आपके पैर के घुटनों में सूजन है तो आप सूजन क्षेत्र से दबाव हटाने के लिए बैसाखी (crutches) का उपयोग कर सकते हैं। यदि आपके हाथों में सूजन है तो दूसरे हाथ का उपयोग करें या किसी काम को करने के लिए इस दौरान अन्‍य किसी व्‍यक्ति की सहायता लें।

सूजन कम करने के लिए नमक कम खाएं – Eat less Salt for reducing swelling in Hindi

नमक, कोशिकाओं से और आसपास के क्षेत्रों से तरल पदार्थ के बाहर निकलने का कारण बन सकता है। आप अपने भोजन मे कम नमक का इस्‍तेमाल कर इस द्रव प्रतिधारण को रोकने और सूजन को कम कर सकते हैं। चोट लगने या सूजन होने की स्थिति मे आपको विशेष ध्‍यान देना चाहिए कि आप जो भोजन कर रहे हैं उनमें नमक की मात्रा ज्‍यादा न हो।

सूजन कम करने का तेल है सरसों – Mustard Oil for swelling treatment in Hindi

यह सूजन को दूर करने का सबसे अच्‍छा उपचार है जो सुनने में असामान्‍य लग सकता है, लेकिन यह वास्‍तव में असरदार है। सरसों को एक मसाले के रूप में जाना जाता है, सरसों का तेल रक्‍त परिसंचरण को सुचारू रूप से कार्य करने में मदद करता है। सूजन का प्रमुख कारण रक्‍त परिसंचरण में अवरोध होता है। सरसों के तेल को गर्म करके सूजन से प्रभावित क्षेत्र में लगाने पर यह उस भाग में रक्‍त परिसंचरण में आने वाली समस्‍याओं को दूर कर सकता है जिससे सूजन को कम किया जा सकता है।  सरसों के तेल से पूर्ण लाभ प्राप्‍त करने के लिए थोड़ी से सरसों तेल को गर्म करें और सूजन वाले अंग में इस तेल से 5-7 मिनिट तक मालिश करें। ऐसा करने से सूजन बहुत ही जल्‍दी कम होने लगती है।

सूजन कम करने का उपाय अधिक पानी पीयें – More Drink Water for swelling treatment in Hindi

अधिक मात्रा में पानी पीना सूजन को कम करने का सबसे अच्‍छा घरेलू उपाय होता है। सूजन होने पर आपको 10 – 12 गिलास पानी पीना चाहिए। पानी की कमी होने के कारण भी सूजन होती है। जब आप पर्याप्‍त मात्रा में पानी पीते हैं तो यह आपके परिसंचरण में भी मदद करता है जो सूजन को कम करने में सहियोग देता है। यदि आप कभी भी सूजन से ग्रसित हों तो इस उपचार को अजमा सकते हैं, यह आपकी सूजन को कम करने में मदद करेगा।

(और पढ़ें-क्या आप जानतें है आपको रोज कितना पानी पीना चाहिए)

सूजन को दूर करने का आसान तरीका व्‍यायाम – Exercise for swelling treatment in Hindi

हाथ और पैर की सूजन को कम करने का सबसे अच्‍छा तरीका नियमित व्‍यायाम है। ध्‍यान रखें कि व्‍यायाम का मतलब यह नहीं है कि आपको जिम जाना है। चलने फिरन या हल्‍की गतिविधिया जो आपके शरीर से परिश्रम करा सकें और हल्‍के अभ्‍यास आदि आपकी सूजन को काफी हद तक कम करने में मदद करते हैं। इसलिए जब कभी भी आपको सूजन या दर्द हो तो आप अपनी सुविधा के अनुसार कुछ व्‍यायाम कर सकते हैं जो आपको सूजन से राहत दिलाने में मदद करेगें।

सूजन कम करने के उपाय दबाव डालें – Swelling for Apply Pressure in Hindi

हल्‍की सूजन होने की स्थिति में एक निश्चित मात्रा में दबाव डालकर सूजन को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसे हल्‍के रूप में धीरे धीरे उपयोग करना चाहिए। ऐसा करने से प्रभावित क्षेत्र में जो तरल पदार्थ इकहठ्ठा है उसे कम किया जा सकता है, जिससे सूजन को कम करने में आसानी होती है। यदि आपको लगता है कि आपकी सूजन हल्कि है और आप इसका दर्द सह सकते हैं तो इस विधि का उपयोग कर सूजन से राहत पा सकते हैं।

सूजन कम करने का उपाय आलू का रस – Potato juice for swelling home remedy in Hindi

गर्भावस्‍था के दौरान शरीर को बहुत सारे हार्मोनल परिवर्तनों से गुजरना पड़ता है जिसके परिणामस्‍वरूप पैर और हाथों की सूजन हो सकती है। गर्भावस्‍था के अंतिम चरण के दौरान महिलाओं द्वारा एडिमा को महसूस किया जा सकता है। इस स्थिति में सूजन पीड़ादायक हो सकती है। गर्भावस्‍था के समय सूजन को कम करने के लिए आलू का जूस घरेलू उपचार के रूप में उपयोग किया जा सकता है। मध्‍यम आकार के आलू को पतले-पतले स्‍लाइस में काटे और सूजन प्रभावित जगहों पर इन आलूओं को लगाएं। आधा घंटें के बाद आप इसे साफ पानी से धो लें। आवश्‍यकता होने पर आप इसे फिर से दोहरा सकते हैं। यह आपके शरीर की सूजन को कम करने में मदद करेगा।

सूजन कम करने का घरेलू उपाय हल्‍दी – Turmeric for swelling home remedy in Hindi

दर्द और सूजन से राहत के लिए हल्‍दी एक अच्‍छा उपाय है। हल्‍दी में कर्क्यूमिन (curcumin) होता है जो एंटीऑक्‍सीडेंट के साथ-साथ एंटी-इंफ्मेट्री गुण होते हैं जो दर्द और सूजन से राहत दिलाने में मदद करते हैं। 1 बड़े चम्‍मच नारियल तेल में 2 छोटे चम्‍मच हल्‍दी पाउडर मिला कर पेस्‍ट तैयार करें। इस पेस्‍ट को सूजन प्रभावित भाग में लगाएं और सूखने दें। सूखने के बाद इसे गर्म पानी से साफ करलें। सूजन और दर्द खत्‍म होने तक इस प्रक्रिया को प्रतिदिन दोहराते रहें। इसके अलावा 1 चम्‍मच हल्‍दी पाउडर को एक गिलास दूध में मिला कर गर्म करें और इसमे शहद मिलाकर इसका सेवन करें।

अच्‍छे परिणाम पाने के लिए इसे दिन में दो बार सेवन करें। यह आपकी सूजन और दर्द को दूर करने का सबसे अच्‍छा घरेलू उपाय हो सकता है। एक अन्य उपाय में आप हल्दी के साथथोड़ा सा चूना मिलाकर लेप बना लें फिर इसे प्रभावित हिस्से में लगायें इससे आपको सूजन कम करने में मदद मिलेगी। 

सूजन कम करने का घरेलू नुस्खा है अदरक – Ginger for swelling home remedy in Hindi

चोटों से जुड़े दर्द और सूजन को कम करने के अच्‍छे विकल्‍प के रूप में अदरक का उपयोग किया जा सकता है। अदरक में जिंजरोला (gingerol) नामक यौगिक होता है। इसमें एंटी-इन्‍फ्लामेट्री और दर्द को दूर करने वाले गुण होते हैं। यह रक्‍त परिसंचरण को भी ठीक करने में मदद करता है जो मांसपेशीय दर्द से छुटकारा पाने में मदद करता है। सूजन को ठीक करने के लिए 2 कप उबलते पानी में बारीक कटा हुआ 1 चम्‍मच अदरक डालें और 10 मिनिट तक उबालें। इस मिश्रण में थोड़ी मात्रा मे शहद डालकर पिये। एक दिन में 2 से 4 कप अदरक की इस चाय का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा आप अदरक के तेल से सूजन प्रभावित भाग की मालिश भी कर सकते हैं। इसे प्रतिदिन 2-3 बार करें। अधिक प्रभावी बनाने के लिए आप इसमें नारियल या जैतून के तेल को भी मिला सकते हैं।

(और पढ़ें-अदरक के फायदे, औषधीय गुण, उपयोग और नुकसान)

सूजन को कम करने में उपयोगी खाद्य पदार्थ – Foods That Help Reduce Swelling in Hindi

आप जो कुछ भी खाते हैं वह सब आपके स्‍वास्‍थ्‍य पर सीधे ही असर करता है। चाहे वह आपके लिए अच्‍छा हो या बुरा पर आपके स्‍वास्‍थ्‍य पर कुछ न कुछ असर जरूर करेगा। आपकी सूजन को कम करने में खाद्य पदार्थ महत्‍वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। आइए जाने किन खाद्य पदार्थों का सेवन कर आप सूजन को कम कर सकते हैं।

  •  अच्‍छे तेल (Good oils) : अगर किसी ने जैतून का तेल का उपयोग खाना बनाने में नहीं किया है तो उसे अब इसका उपयोग शुरु कर देना चाहिए। इसमें ओमेगा फैटी एसिड और ओलेइक एसिड होता है जो सूजन को कम करता है। यदि आप अपने खाद्य पदार्थों और सलादों में जैतून के तेल का उपयोग करते हैं यह आपकी सूजन को तेजी से कम करने में मदद करेगा साथ ही यह आपके दिल और मस्तिष्‍क के लिए फायदेमंद होता है। (और पढ़ें-ओमेगा 3 फैटी एसिड के फायदे और स्वास्थ्य लाभ)
  •  मछली (Fish) : उच्‍च मांस कोलेस्‍ट्रॉल और नमक सामग्री की वजह से अच्‍छा नहीं होता और सूजन को बढ़ाने मे सहायक होता है। यदि आप प्रोटीन की तलाश में है तो सैल्‍मन मछली का सेवन करें, इसमें ओमेगा -3 फैटी एसिड अच्‍छी मात्रा में होता है जो सूजन को कम करने में मदद करता है। (और पढ़ें- जानें कि क्या होता है अच्छा (HDL) एवं बुरा (LDL) कोलेस्ट्रॉल)
  •  फल और नट्स (Fruits and Nuts) : अपने दैनिक भोजन कार्यक्रम में फलों और बीजों का उपयोग करें। सूरज मुखी के बीज और बादाम इसके अच्‍छे विकल्‍प हो सकते हैं। ये दोनों ही ओमेगा-3 फैटी एसिड मे समृद्ध होते हैं। आप अपने आहार में फलों को भी जगह दे सकते हैं जैसे कि सेब, अनॉनास या स्‍ट्रॉबेरी जैसे फल जिनमें एंटीऑक्‍सीडेंट गुण होते हैं जो हानिकारक मुक्त कणों से आपकी रक्षा करने मे मदद करते हैं।
  •  लहसुन (Garlic) :लहसुन स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बहुत ही लाभकारी होता है जो सूजन को दूर करने का प्रभावकारी उपाय है। यदि आपको लगता है कि लहसुन का सेवन करने से आपके मुंह से बदबू आ सकती है तो आप इसके साथ पुदीना का भी सेवन कर सकते हैं। यह आपकी सूजन और दर्द दोनों को कम करने में मदद करते हैं। (और पढ़ें- मुँह की बदबू दूर करने के घरेलू उपाय)
  •  जड़ी बूटीयां (Herbs) : पुराने समय से ही सूजन को दूर करने और स्‍वास्‍थ्‍य को बढ़ावा देने के लिए विभिन्‍न प्रकार की जड़ी बूटीयों का उपयोग किया जाता रहा है। तुलसी भी इसी प्रकार की एक जड़ी बूटी है जो आपकी सूजन और दर्द को कम करने में सहायक होती है। लाल मिर्च का उपयोग आप खाना पकाने के लिए करते हैं, यह भी एक जड़ी बूटी है जिसमें एंटीऑक्‍सीडेंट होते हैं जो दर्द और सूजन से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं।
  •  ग्रीन टी (Green Tea): कैंसर और हृदय रोग के खतरों को कम करने के साथ-साथ अन्‍य तरल पदार्थों के साथ उपयोग करने पर ग्रीन टी आपके शरीर के अंदर सूजन को दूर करने में मदद करती है। आप ठंडी या गर्म ग्रीन टी में कुछ मात्रा में नींबू के रस को मिला सकते हैं जो चाय के स्‍वाद को बढ़ाने के साथ उसमें एंटीऑक्‍सीडेंट गुणों को भी बढ़ाने में मदद करता है।

सूजन दूर न होने पर डॉक्‍टर के पास कब जाएं – When do you go to the doctor for Swelling in Hindi

यदि आप एचएआरएम (HARM) या घरेलू उपचारों की सहायता से सूजन को कम नहीं कर पा रहे हैं तो आपके पास एक मात्र विकल्‍प चिकित्‍सक के रूप में बचता है। ऐसी स्थिति में आपको डॉक्‍टर से सलाह लेनी चाहिए। इसके अलावा निम्‍न मामलों में एक चिकित्‍सक से परामर्श लेना आवश्‍यक होता है :

  •  यदि 72 घंटों के बाद दर्द और सूजन कम नहीं होती है तो यह मोच या तनाव (sprain or a strain) से ऊपर का मामला हो सकता है।
  • अगर सूजन के कारण सांस लेने में तकलीफ या सीने में दर्द होता है तो जल्‍दी से जल्‍दी डॉक्‍टर के पास जाना चाहिए।
  • यदि आप मधुमेह रोगी हैं और आपके पैरों पर सूजन है तो आप तत्‍काल ही डॉक्‍टर से संपर्क करें यह आपके स्‍वास्‍थ्‍य पर बुरा प्रभाव छोड़ सकती है।

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