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धात (धातु) रोग क्या है, कारण, लक्षण, इलाज, और घरेलू उपाय – Spermatorrhea Causes, Symptoms, Treatment In Hindi

धात (धातु) रोग क्या है, कारण, लक्षण, इलाज, और घरेलू उपाय - Spermatorrhea Causes, Symptoms, Treatment In Hindi

Spermatorrhea In Hindi धातु रोग या धात रोग पुरुष यौन सम्बंधित समस्या है जो आकस्मिक और अनैच्छिक वीर्यपात का कारण बनती है इस समस्या से पीड़ित व्यक्तियों में स्खलन (वीर्यपात) अक्सर यौन फिल्मों / दृश्यों / को देखने, विपरीत लिंग के व्यक्ति को छूने या बात करने के दौरान भी होता है। यह समस्या व्यक्तियों को मानसिक विकारों और यौन सम्बन्धी आदतों के कारण अधिक प्रभावित करती है। यह समस्या सेक्स की इच्छाओं में नुकसान के साथ-साथ अन्य जटिलताओं का कारण बन सकती है। अतः इस समस्या से बचने के लिए एक अच्छी मानसिकता और स्वस्थ दिनचर्या को अपनाना महत्वपूर्ण होता है। इस लेख के माध्यम से आप जानेंगे कि धात (धातु) रोग (Spermatorrhea) क्या है, इसके कारण, लक्षण, उपचार क्या हैं और इसकी रोकथाम के लिए क्या-क्या घरेलू उपचार अपनाये जा सकते हैं।

विषय सूची

1. धात रोग या धातु रोग क्या है – What is Spermatorrhea in Hindi
2. धातु (धात) रोग के लक्षण – Spermatorrhea Symptoms in Hindi
3. धातु (धात) रोग के कारण – Spermatorrhea Causes in Hindi
4. धातु (धात) रोग की जटिलताएं – Spermatorrhea complication in Hindi
5. धातु (धात) रोग का इलाज – Spermatorrhea Treatment in Hindi
6. धात रोग का प्रभावी हर्बल उपचार – Spermatorrhoea Treatment In Ayurveda in hindi
7. धातु रोग की दवा इन हिंदी – Spermatorrhoea Tablet in hindi
8. धातु (धात) रोग में क्या खाएं – Diet For Spermatorrhea In Hindi

9. धातु (धात) रोग की रोकथाम – Spermatorrhea prevent in Hindi
10. धातु रोग में परहेज – Spermatorrhoea Natural Treatment in hindi

धात रोग या धातु रोग क्या है – What is Spermatorrhea in Hindi

धात (धातु) रोग (Spermatorrhea) पुरुषों से सम्बंधित एक यौन समस्या है, जो पीड़ित व्यक्ति में बिना किसी यौन गतिविधि के सामान्य और आकस्मिक रूप से स्खलन (वीर्यपात) का कारण बनती है।

यह समस्या पीड़ित व्यक्तियों में, उनकी इच्छा के बिना आकस्मिक वीर्यपात (ejaculation) को बढ़ावा देती है। कभी-कभी नींद के दौरान वीर्यपात होता है, जिसे नाइटफॉल (nightfall) कहा जाता है। यह नाइटफॉल उन प्रेम संबंधी सपनों (erotic dreams) के कारण हो सकता है, जो सम्पूर्ण प्रक्रिया को उत्तेजित करते है।

धात (धातु) रोग (Spermatorrhea) के दौरान मरीज सपने देखे बिना भी वीर्य के बहाव का अनुभव कर सकता है, या दिन के दौरान सचेत (जागरूक) रहते हुए भी इस समस्या का अनुभव कर सकता है।

यह समस्या एक बीमारी नहीं है बल्कि वास्तव में एक लक्षण है; जो एक कमजोर तंत्रिका तंत्र की ओर संकेत करती है। उत्सर्जन के प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए यह एक तंत्रिका विकार है।

यदि कोई मरीज एक सप्ताह में दो या तीन बार धात (धातु) रोग (Spermatorrhea) का अनुभव करता है तो उसे डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए। क्योंकि यह व्यक्ति में अनेक समस्याओं का कारण बन सकती है।

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धातु (धात) रोग के लक्षण – Spermatorrhea Symptoms in Hindi

धातु (धात) रोग के लक्षण - Spermatorrhea Symptoms in Hindi

धातु रोग या धात रोग (Spermatorrhea) के लक्षण विभिन्न प्रकार के है और दृश्यमान भी हैं; जैसे-

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धातु (धात) रोग के कारण – Spermatorrhea Causes in Hindi

धातु (धात) रोग (Spermatorrhea) के बहुत से कारण हैं लेकिन इस समस्या का सबसे महत्वपूर्ण कारण गुर्दे (kidney) से सम्बंधित है। इसके अलावा कुछ अन्य कारक है जो किसी व्यक्ति में धातु (धात) रोग का कारण बन सकते हैं, जैसे:

  • नींद के दौरान कुछ यौन सपनों की वजह से अनैच्छिक स्खलन (ejaculation)।
  • कमजोर तंत्रिका तंत्र के कारण।
  • थकान और कमजोरी की स्थिति।
  • कुछ दवाओं का लम्बे समय तक सेवन।
  • लिंग की त्वचा (foreskin) की कठोरता के कारण।
  • सेक्स सम्बन्धी किताबों को पढ़ने के कारण।
  • लगातार आत्म उत्तेजना (self-stimulation) के कारण।
  • हस्तमैथुन (Masturbation), इस स्थिति को उत्तेजित करता है।

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धातु (धात) रोग की जटिलताएं – Spermatorrhea complication in Hindi

धातु (धात) रोग की जटिलताएं - Spermatorrhea complication in Hindi

यदि धातु रोग या धात रोग (Spermatorrhea) का समय पर इलाज न किया जाये तो लगातार वीर्य रिसाव के कारण अनेक जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं, जो निम्न हैं:

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धातु (धात) रोग का इलाज – Spermatorrhea Treatment in Hindi

यदि किसी व्यक्ति को धातु (धात) रोग (Spermatorrhea) से सम्बंधित विभिन्न लक्षणों का अनुभव होता है, तो डॉक्टर से परामर्श करना बहुत जरूरी होता है। अधिकांश स्थितियों में NF Cure Capsule और Vital M-40 Capsule का उपयोग धातु (धात) रोग का इलाज करने के लिए प्रभावी रूप से किया जाता है।

धात रोग का प्रभावी हर्बल उपचार – Spermatorrhoea Treatment In Ayurveda in hindi

हर्बल सप्लीमेंट्स जैसे कौंच (Mucuna Pruriens), शतावरी, केसर, शिलाजीत और अश्वगंधा का प्रयोग करें। ये हर्बल पौधे पैरासिम्पेथेटिक स्खलन (Parasympathetic Ejaculatory) प्रणाली को मजबूत और पोषण देते हैं। वे नर्वों (nerves’) की शक्ति में सुधार नहीं करते हैं, बल्कि वे स्खलन वाल्व को भी बढ़ाते हैं, इस प्रकार, वे वीर्य के रिसाव को रोकते हैं। शिलाजीत और एनएफ क्योर कैप्सूल वीर्य रिसाव को विनियमित करने के लिए प्रभावी हर्बल सप्लीमेंट्स के कुछ उदाहरण हैं।

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धातु रोग की दवा इन हिंदी – Spermatorrhoea Tablet in hindi

इसके अतिरिक्त NF Cure Capsule के साथ M-40 सप्लीमेंट (supplements) की सिफारिश की जाती है, जो थकान और कमजोरी के कारण अनैच्छिक स्खलन के प्रभाव को कम करने में मदद करती है।

अतः धातु रोग या धात रोग (Spermatorrhea) के एक हर्बल उपचार के रूप में NF Cure Capsule उपलब्ध हैं। इस हर्बल उत्पाद में उपस्थित प्राकृतिक जड़ी-बूटियां, अनैच्छिक स्खलन का कारण बनने वाले सभी अंतर्निहित कारणों को ठीक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इसके साथ ही एनएफ कैप्सूल पुरुषों में सम्पूर्ण प्रजनन प्रणाली को स्वास्थ्य रखने तथा टेस्टिकल, सेमिनल (seminal) vesicles और शुक्राणु नलिकाओं के कार्यों को निष्पादित करने में मदद करते हैं। यह हर्बल उत्पाद लिंग क्षेत्र में रक्त परिसंचरण में सुधार कर सामान्य रिसाव या वीर्यपात की समस्या को ठीक कर सकता है।

हालांकि, धातु (धात) रोग (Spermatorrhea) उपचार के लिए हर्बल उत्पाद का उपयोग करने से पहले, स्खलन (वीर्य रिसाव) के कारणों की जानकारी लेना अतिआवश्यक है। अतः सर्वप्रथम मरीज को डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए उसके बाद ही किसी प्रकार की दवा का सेवन करना चाहिए बरना इसके घातक परिणाम भी हो सकते हैं जिसके जिम्मेदार आप स्वयं होंगे।

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धातु रोग या धात रोग में क्या खाएं – Diet For Spermatorrhea In Hindi

धातु (धात) रोग (Spermatorrhea) के मरीज के लिए एक पौष्टिक आहार का सेवन इस समस्या को दूर करने के लिए आवश्यक होता है। अतः एक स्वास्थ्य आहार के रूप में आलू बुखारा (plum), नींबू, अनानस और एवोकैडो आदि फलों को शामिल किया जा सकता है। अतः धातु (धात) रोग (Spermatorrhea) का इलाज करने के लिए निम्न पदार्थों का सेवन किया जा सकता है।

विटामिन ई फायदेमंद धातु (धात) रोग में – Vitamin E for Spermatorrhea In Hindi

विटामिन ई फायदेमंद धातु (धात) रोग में - Vitamin E for Spermatorrhea In Hindi

विटामिन ई मुख्य रूप से शुक्राणु के स्वास्थ्य और शुक्राणु की गतिशीलता में सुधार करने में मदद करता है,अतः विटामिन ई धातु रोग या धात रोग (Spermatorrhea) का इलाज करने के लिए एक प्रभावी माध्यम है। विटामिन ई के अच्छे स्त्रोत के रूप में – बादाम, सूरजमुखी के बीज उपलब्ध हैं।

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फोलिक एसिड से धातु (धात) रोग का इलाज – Spermatorrhea Treat With Folic Acid In Hindi

फोलिक एसिड शुक्राणु के अंदर डीएनए (DNA) का विकास करने के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। जो धातु रोग या धात रोग (Spermatorrhea) के लक्षणों को कम करने और मानसिक कार्यों में सुधार लाने के लिए आवश्यक होता है। फोलिक एसिड (Folic acid) के उत्तम खाद्य स्रोत के रूप में शतावरी, पालक, काले सेम, राज़में शामिल हैं।

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धात रोग का प्रभावी हर्बल उपचार अश्वगंधा से – Ashwagandha for Spermatorrhea In Hindi

अश्वगंधा (Ashwagandha) एक लोकप्रिय आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है, जिसका उपयोग नपुंसकता, समयपूर्व स्खलन (Premature ejaculation), बांझपन (infertility) आदि को ठीक करने के लिए किया गया है। यह तंत्रिकाओं के कामकाज में सुधार कर, उनका पोषण करता है। तनाव, कामेच्छा को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाता है। अतः अश्वगंधा (Ashwagandha) तनाव और थकान के प्रभाव को कम कर, व्यक्ति में यौन इच्छा को बढ़ाने में मदद करता है। अश्वगंधा को आमतौर पर अदरक, गर्म दूध, भोजन, शहद या गर्म पानी के साथ लिया जाना चाहिए।

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धातु (धात) रोग में करें लहसुन का सेवन – Spermatorrhea Diet Garlic In Hindi

धातु (धात) रोग में करें लहसुन का सेवन - Spermatorrhea Diet Garlic In Hindi

लहसुन के अत्यधिक लाभकारी गुणों के कारण आयुर्वेद में इसका काफी उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग पुरुषों और महिलाओं दोनों में कामेच्छा (libido) को बढ़ाने के लिए भी किया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि लहसुन (Garlic), चोट या बीमारी से यौन अंगों को होने वाले नुकसान को कम करने और यौन अंगों के कामकाज में सुधार करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।

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धात रोग में फायदेमंद सलाब मिश्री – Salab Mishri For Spermatorrhea In Hindi

धात रोग में फायदेमंद सलाब मिश्री - Salab Mishri For Spermatorrhea In Hindi

यह एक स्थलीय पौधा है जो यौन क्षमता और शरीर प्रदर्शन को बढ़ा देने के लिए आवश्यक होता है। यह लिंग और वृषण (testes) में रक्त परिसंचरण को बढ़ावा देने और शुक्राणुओं की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करता है।

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धातु (धात) रोग उपचार के लिए शतावरी – Shatavari For Spermatorrhea Treatment In Hindi

धातु (धात) रोग उपचार के लिए शतावरी – Shatavari For Spermatorrhea Treatment In Hindi

शतावरी (Shatavari) को अंडाणु (ovum) और अन्य मादा प्रजनन अंगों का पोषण कर महिला प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में बहुत प्रभावी माना जाता है। यह हार्मोनल संतुलन को बनाये रखने, रक्त परिसंचरण को बढ़ावा देने, गर्भधारण की संभावनाओं को बढ़ाने और गर्भपात के खतरे को कम करने के लिए एक प्रभावी औषधि है। शतावरी (Shatavari) पुरुषों और महिलाओं दोनों में कामेच्छा या यौन संबंध बनाने की इच्छा को बढ़ा सकती है और नपुंसकता, धातु रोग या धात रोग (Spermatorrhea) और यौन अंगों की सूजन का इलाज कर सकती हैं।

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धात रोग में खाएं बादाम – Diet For Spermatorrhea Is Almonds In Hindi

धात रोग में खाएं बादाम - Diet For Spermatorrhea Is Almonds In Hindi

बादाम (Almonds) का सेवन मानसिक संतुलन को बनाये रखने और यौन समस्याओं में सुधार लाने के लिए आवश्यक होता है। अतः धातु धातु रोग या धात रोग (Spermatorrhea) की समस्या से छुटकारा पाने के लिए, रात में बादाम को पानी में भिंगाकर, सुबह दूध के साथ मिलाकर सेवन करना चाहिए।

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धातु (धात) रोग की रोकथाम – Spermatorrhea prevent in Hindi

धातु (धात) रोग की रोकथाम - Spermatorrhea prevent in Hindi

पुरुष में धातु रोग या धात रोग (Spermatorrhea) की रोकथाम के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाये जा सकते हैं।

  • नियमित व्यायाम करना चाहिए
  • उत्कृष्ट या श्रेष्ठ किताबें पढ़ना चाहिए
  • सोते समय हल्के और आरामदायक कपड़े पहनना चाहिए
  • शराब के सेवन से दूर रहें
  • आरामदायक संगीत सुनना चाहिए
  • स्वस्थ यौन संबंध का पालन करना चाहिए
  • बेर (plum) या अनानास (pineapple) जैसे फलों के रस का सेवन करना चाहिए।
  • दैनिक आहार में अदरक, लहसुन और प्याज को शामिल  करना चाहिए।

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धातु रोग में परहेज – Spermatorrhoea Natural Treatment in hindi

धातु रोग (धात) रोग (Spermatorrhea) के लिए घरेलू उपचार सामान्य है जिनको अपनाकर एक व्यक्ति इसके जोखिम को कम कर सकता है अतः इस समस्या से बचने के लिए निम्न घरेलू उपाय अपनाये जा सकते हैं:

  • हस्तमैथुन (Masturbation) की आदत से बचना चाहिए, रात में उत्तेजक (stimulants) चीजों के सेवन से परहेज, फिल्मों, चित्रों और विचारों के रूप में कामोद्दीपक सामग्री (erotic content) से बचना चाहिए।
  • पौष्टिक भोजन, जो मनुष्य के प्रजनन तंत्र के स्वास्थ्य को बनाये रखने के लिए आवश्यक होता है, का सेवन कारण चाहिए।
  • शरीर की नियमित मालिश थकावट को दूर कर धातु (धात) रोग (Spermatorrhea) के लक्षणों को कम करने में मदद करती है। मालिश पूरे शरीर में रक्त परिसंचरण में सुधार करने और इरेक्शन (erection) को अच्छी तरह से नियंत्रित करने में मदद करती है।
  • प्रभावित व्यक्ति को फिट कपड़े या अंडरवियर नहीं पहननी चाहिए।
  • बिस्तर पर जाने (सोने) से पहले ठंडा स्नान (cold shower) करना चाहिए। यह तरीका ताजगी (fresh) की भावना को प्रेरित करेगा और तेजी से नींद महसूस कराने में सहायक होता है।
  • बिस्तर पर जाने (सोने) से पहले अच्छी किताबें पढ़ना तथा अच्छे वीडियो देखना चाहिए।

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