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किचन गार्डन क्या है जानें इसे बनाने का सही तरीका – How To Create Kitchen Garden In Hindi

किचन गार्डन क्या है जानें इसे बनाने का सही तरीका - How To Create Kitchen Garden In Hindi

Kitchen garden in Hindi: बागवानी का शौक रखने वालों के लिए किचन गार्डन एक बेहतरीन विकल्प है। शहर में किचन गार्डन का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। क्योंकि किचन गार्डन में आप अपनी मनपसंद सब्जियां और फल उगा सकते हैं। किचन गार्डन के लिए जरूरी नहीं कि आपके पास बहुत बड़ा स्पेस होना चाहिए, आप चाहें, तो आंगन में, टैरेस पर या फिर घर की बालकनी में भी छोटा सा किचन गार्डन तैयार कर सकते हैं। बस इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, जैसे कि सब्जियां कौन सी उगानी है, कैसे उगानी है और सबसे बड़ी बात सब्जी या फल उगाने के लिए खाद और मिट्टी कैसे तैयार करनी है, इसकी जानकारी जरूर होनी चाहिए। यहां हम आपको किचन गार्डन के ​कुछ टिप्स दे रहे हैं, ताकि आप किचन गार्डन को बेहतर तरीके से तैयार कर सकें। गृह वाटिका से जुड़ी पूरी जानकारी हिंदी में पढ़ें।

कई लोगों को गार्डनिंग का काफी ज्‍यादा शोंक होता है। अगर आपके घर पर कुछ खली जगह उपलब्ध है तो आप भी आसानी से  किचन गार्डन तैयार कर सकत है। आज कल के मिलावटी दौर में फल और सब्जियों में मिलावट होने की वजह से अब कई लोगों ने अपने घरों में ही सब्जियां उगाना शुरू कर दिया है। कुछ लोग खुद की सेहत के लिहाज से तो कुछ लोगों ने आय कमाने के लिहाज से घर के खाली पड़े हिस्से में किचन गार्डन बनाने लगे हैं। आप भी अपने घर के एक छोटे से हिस्से में किचन गार्डन तैयार कर सकते हैं। बस थोड़ी मेहनत, समझदारी और जानकारी की जरूरत है। विशेषज्ञों के अनुसार शुरूआत में किचन गार्डन बहुत बड़ा नहीं होना चाहिए, सिर्फ उतना बड़ा ही रखें, जितने की आप देखभाल कर पाएं। तो चलिए, इस आर्टिकल में हम आपको बताते हैं घर में किचन गार्डन कैसे बनाएं।

विषय सूची

  1. किचन गार्डन क्या होता है – What is kitchen garden in Hindi
  2. किचन गार्डन के फायदे – Benefits of kitchen garden in Hindi
  3. किचन गार्डन में लगाएं ये पौधे – Plants in kitchen garden in Hindi
  4. किचन गार्डन कैसे बनाएं – How to make kitchen garden in Hindi
  5. किचन गार्डन के लिए मिट्टी कैसे तैयार कर सकते हैं – How to prepare soil for kitchen garden in Hindi
  6. किचन गार्डन में पौधों के लिए खाद डालने का तरीका – Kitchen garden ke liye khad dalne ka tarika in Hindi
  7. किचन गार्डन के लिए खुद खाद कैसे तैयार करें – Kitchen garden ke liye khud khad kese banaye in Hindi
  8. किचन गार्डन को इन तरीकों से बनाएं सुंदर – How to make your kitchen garden beautiful in Hindi
  9. किचन गार्डन में पौधों को पानी और धूप देने के टिप्स – Tips to water the plants in the kitchen garden in Hindi
  10. किचन गार्डन में कीड़ से निपटने के टिप्स – Tips to deal with insects in the kitchen garden in Hindi
  11. किचन गार्डन शुरू करने वालों के लिए जरूरी टिप्स – Kitchen garden tips for beginners in Hindi
  12. किचन गार्डन के लिए टिप्स – Kitchen garden tips in Hindi

किचन गार्डन क्या होता है – What is kitchen garden in Hindi

किचन गार्डन क्या होता है - What is kitchen garden in Hindi

एक किचन गार्डन वह गार्डन है, जहां आप ढेर सारी सब्जियां, जड़ी-बूटियां, फल उगा सकते हैं। यहां से सालभर हमें ताजी साग सब्जी मिलती हैं। इसलिए इसे किचन गार्डन कहते हैं। किचन गार्डन का उद्देश्य आपके पोषण के स्तर को बढ़ाना है। कई लोग शौक में तो कई लोग आर्थिक लाभ कमाने के लिए घर, टैरेस या आंगन या फिर बालकनी में किचन गार्डन बनाते हैं। इसमें घर के एक हिस्से में चारों ओर छोटी-छोटी क्यारियां बना ली जाती हैं। इन क्यारियों में फल या सब्जी का उत्पादन करने के लिए पूरी प्रक्रिया अपनाई जाती है।

(और पढ़े – सब्‍जी और फल खरीदने का सही तरीका, कैसे मालूम करें ये सब ताजे है या नहीं…)

किचन गार्डन के फायदे – Benefits of kitchen garden in Hindi

घर के किसी भी हिस्से में किचन गार्डन बनाने के कई फायदे हैं, जिनके बारे में अगर आप जान लेंगे, तो आपका भी मन किचन गार्डन बनाने को जरूर करेगा।

  • परिवार की सेहत के लिए किचन गार्डन बहुत उपयोगी है। इससे सालभर आपको ताजी साग सब्जियां खाने को मिलती हैं, जिनमें भरपूर तात्रा में पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
  • घर में वेस्ट हो रहे पानी का उपयोग आप पौधों की सिंचाई के लिए कर सकते हैं।
  • किचन या घर में निकलने वाले कूड़े को आप खाद बनाकर पौधों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • किचन गार्डन में उगी सब्जियां बाजार की तुलना में काफी सस्ती और अच्छी गुणवत्ता वाली होती हैं।
  • किचन गार्डन की सब्जियों में मार्केट में मिलने वाली नकली रंग और रसायनों का डर नहीं रहता।

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किचन गार्डन में लगाएं ये पौधे – Plants in kitchen garden in Hindi

किचन गार्डन में लगाएं ये पौधे - Plants in kitchen garden in Hindi

किचन गार्डन की शुरूआत करते समय ज्यादातर लोगों के मन में सवाल होता है, कि आखिर अपने किचन गार्डन में कौन से पौधे लगाएं। तो चलिए, हम आपको बता देते हैं, ऐसे पौधों के बारे में जिन्हें आसानी से लगाकर आप अपना किचन गार्डन तैयार कर सकते हैं। विशेषज्ञों की सलाह है, कि शुरूआत में आसानी से उगने वाली सब्जियां और फल लगाएं।

  • किचन गार्डन की शुरूआत में सबसे पहले आप पुदीना का पौधा लगाएं। इसे लगाना बेहद आसान है। पुदीना की पत्तियों को निकालकर बची हुई जड़ वाली डंडियों को अपने गमलों में लगा दें। बस कुछ ही दिनों में हरा-भरा पुदीना आपके गमले में लहलहाने लगेगा।
  • धनिया पत्ती तो हर रोज सब्जी में डालने के लिए चाहिए ही होती है और अगर ये आपको ताजा-ताजा मिल जाए, तो क्या बात है। इसके लिए आप अपने किचन गार्डन में धनिया का पौधा रोपें। इसके लिए पुराना धनिया लें और इसे लकड़ी के गुटके से मसल लें। जब यह दो पार्ट में डिवाइड हो जाए, तो इसे अपनी क्यारी में फैला दें।
  • हरी मिर्च लगाने से किचन गार्डन की खूबसूरत तो बढ़ ही जाती है, बल्कि ताजा मिर्च खाने का भी मौका मिल जाता है। इसे उगाने के लिए आपको अपने गार्डन में कोई छायादार जगह तलाशनी होगी। इसके लिए आप सूखी मिर्च से  बीजों को निकालें और क्यारी में फैला दें।
  • इसी तरह आप अदरक भी लगा सकते हैं। यह अपनी जड़ों में लगता है। अगस्त सितंबर में इसकी बुवाई होना शुरू होती है। इसके लिए पुराने अदरक की गांठ लें और थोड़ी -थोड़ी दूरी पर बुवाई कर दें। कुछ ही दिन बाद इसमें अदरक आने लगेगा।
  • अजवाइन को बेहद आसानी से किचन गार्डन में उगाया जा सकता है। अच्छी बात ये है कि इस पौधे को बहुत कम पानी की जरूरत होती है। इसके लिए आपको बस अजवाइन को क्यारी में फैलाना है। कुछ ही दिन बाद अजवाइन उगना शुरू हो जाएगी।
  • सौंफ को मसालों की रौनक कहा जाता है। इसके लिए आपको ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं है, बस एक चौड़े गमले में सौंफ छिड़क दें। कुछ दिन बाद हरी-भरी खुशबूदार पत्तियां और ऊपर से कच्ची सौंफ के सुंदर से गुच्छे आ जाएंगे। इसके अलावा आप चाहें, तो जीरा, मीठा नीम और तुलसी भी किचन गार्डन एरिया में लगा सकते हैं।
  • मिर्च, भिंडी, टमाटर, बैंगन ऐसी सब्जियां हैं, जो आसानी से उगाई जा सकती हैं। इन्हें उगने में मात्र 45 दिन का समय लगता है। इसलिए सबसे पहले इन्हें उगाएं। शुरूआत में आप चाहें तो प्याज, आलू, पत्तागोभी, शिमला मिर्च भी लगा सकते हैं।
  • पालक, बीन्स, मेथी, बैंगन और टमाटर जैसी सब्जियों के लिए अगर आपके पास ज्यादा स्पेस नहीं है, तो आप इन्हें किसी पॉट में बालकनी में भी उगा सकते हैं। करेला और खीरा जैसी सब्जी न केवल फल देती हैं, बल्कि इनकी बेल आपकी बालकनी की खूबसूरती भी बढ़ाती हैं।
  • अगर आपके पास ज्यादा जगह नहीं है, तो आप किसी प्लास्टिक या टीन के बड़े ड्रम में अन्ननास, केला, अमरूद, आम, नींबू और आड़ू जैसे फल भी उगा सकते हैं। इनके फल आने में करीब 3 साल का समय लगता है।
  • गर्मियों में आप ककड़ी, लौकी, टिंडा, तौरी, करेला और भिंडी उगा सकते हैं। ककड़ी और बैंगन जनवरी लास्ट में लगाएं, बाकी सब्जियों के लगाने का मौसम फरवरी मार्च होता है। जबकि सर्दियों में टमाटर, गाजर, मूली, पालक और मेथी लगाई जा सकती है। ये सभी अक्टूबर -नवंबर में लगाई जाती हैं।

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किचन गार्डन कैसे बनाएं – How to make kitchen garden in Hindi

किचन गार्डन कैसे बनाएं - How to make kitchen garden in Hindi

किचन गार्डन तो बहुत लोग बनाते हैं, लेकिन इसे तैयार करने का सही तरीका उन्हें पता नहीं होता। यही वजह है, कि उनका किचन गार्डन फलता-फूलता नहीं है। तो हम आपको किचन गार्डन तैयार करने के तरीके स्टेप बाय स्टेप बता रहे हैं।

  • सबसे पहले किचन गार्डन के लिए उपजाऊ या कच्ची जमीन होना जरूरी है। अगर आपके पास जमीन है, तो आप आराम से छोटा या बड़ा गार्डन तैयार कर सकते हैं।
  • इसके लिए सबसे पहले 75 सेंमी गड्डा खोदें और मिट्टी बाहर निकाल लें। इसे दो से तीन दिनों तक खुला छोड़ दें, इससे मिट्टी में रहने वाले कीड़े-मकौड़े खत्म हो जाएंगे। छत पर किचन गार्डन बनाने के लिए कुछ कच्ची जमीन तो होती नहीं है, इसलिए कुछ हिस्से में पॉलीथिन बिछाकर चारों ओर ईटें लगा दें, इससे क्यारी तैयार हो जाएगी। ध्यान रखें, कि पॉलीथिन में छेद करें, इससे ज्यादा से ज्यादा पानी बाहर निकल सके।
  • किचन गार्डन में पौधों को उगाने के लिए छोटे या फिर चौड़े गमलों का यूज करें। जगह और सुविधा को देखते हुए आप घर में रखी पुरानी बाल्टी, मटका, ड्रम या डिब्बों और बोतलों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • वैसे जो भी हो, लेकिन मिट्टी के गमलों का उपयोग ज्यादा अच्छा माना जाता है, क्योंकि इसमें हवा आती-जाती रहती है। कोशिश करें, कि प्लास्टिक के गमले न लगाएं। इनमें हवा पास नहीं होती, इसलिए पौधे ठीक से उग नहीं पाते।
  • गमलों पर कभी भी केमिकल वाले ऑयल पेंट का यूज न करें। कोशिश करें, कि गमले गेरू से पेंट हों।

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किचन गार्डन के लिए मिट्टी कैसे तैयार कर सकते हैं – How to prepare soil for kitchen garden  in Hindi

  • गार्डन में पौधे उगाने के लिए मिट्टी तैयार करने का सही समय सिंतबर से फरवरी के बीच होता है। कई लोग रेत में भी पौधे उगाते हैं, लेकिन कई फसलें मिट्टी में ही अच्छी तरह से बढ़ती हैं।
  • अब मिट्टी तैयार करें। इसके लिए मिट्टी के दो हिस्से, एक हिस्सा गोबर की सूखी हुई खाद के साथ एक हिस्सा सूखी पत्तियों का ले लें। चाहें, तो इसमें थोड़ी सी रेत भी मिला लें।
  • मिट्टी तैयार हो चुकी है। आपको बता दें कि, अगर मिट्टी में सूखी नीम की पत्तियां मिला लें, तो मिट्टी में कीड़े पड़ने की संभावना बहुत कम हो जाती है। अब मिट्टी को क्यारी में भरें। इसे तरह सभी गमले तैयार करें।
  • गमलों में मिट्टी भरने से पहले इसमें पॉट के टूटे हिस्से, छोटे-छोटे पत्थर भरें। इससे पानी के साथ मिट्टी का पोषण बाहर निकलने से बच जाएगा।
  • अब जो पौधा आप लगाना चाहते हैं, उसका बीज लगाएं। बीज लगाते समय ध्यान दें कि बीज के आकार की डबल मोटी मिट्टी की परत के नीचे अंदर तक डालें। ऐसा न करने पर अंकुर फूटने में लंबा वक्त लग जाएगा और कोपल बाहर आने में भी समय लगेगा। अब इसके बाद मिट्टी पर पानी डालें और इस मिट्टी को किसी कागज से ढंक दें, ताकि कोई पक्षी बीज न ले जा पाए।
  • जब इसमें अंकुर निकलने लगे, तो कागज को हटा लें।
  • अब अगर आप पौधा दूसरे किसी गमले में या पॉट में लगाना चाह रहे हैं, तो ठंडक में ट्रांसफर करें। जैसे शाम के वक्त। एक गमले से दूसरे गमले में तभी ट्रांसफर करें, जब पौधे में 5 से 6 पत्ती आ गई हों।
  • अब बारी आती है बीज लगाने की। फल हो या सब्जियां कुछ भी उगाने के लिए हमेशा ही नेचुरल ब्रीडिंग वाले और ताजे बीजों का ही उपयोग करें।
  • हाइब्रिड बीजों का इस्तेमाल पौधों के लिए अच्छा नहीं माना जाता। बड़े बीजों को आसानी से हाथ से बोया जा सकता है, जबकि छोटे बीजों को अक्सर सीड डिस्पेंसर से बिखेर दिया जाता है। बहुत छोटे बीजों को आप थोड़ी रेत के साथ बोएं, इससे देखने में आसानी होगी कि आपने बीज कहां बोया है। बोने के लिए बीज आप ऑनलाइन, दुकानों से या फिर सरकारी संस्थानों से भी खरीद सकते हैं। इनकी गुणवत्ता अच्छी होती है।
  • अब बीजों को सुरक्षित रखने के लिए एक छोटा सा ग्रीन हाउस बनाएं। यह दिन के दौरान गर्म और रात में गर्मी बनाए रखने के साथ एक माइक्रोक्लाइमेट बनाता है। ग्रीन हाउस पौधों को जानवरों से बचा सकता है।
  • इसके बाद निराई करें। यह पौधों के साथ उभरते खरपतवारों को हटाने के लिए जरूरी है और नियमित रूप से किया जाना चाहिए। एक बार जब सब्जी या फल अंकुरित हो जाते हैं, तो पौधों को मल्च करें। मल्च गीली मिट्टी की सतह पर लागू की गई सामग्री की एक परत है, जो अन्य बीजों को अंकुरित होने से बचाती है।

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किचन गार्डन में पौधों के लिए खाद डालने का तरीका – Kitchen garden ke liye khad dalne ka tarika in Hindi

किचन गार्डन में पौधों के लिए खाद डालने का तरीका - Kitchen garden ke liye khad dalne ka tarika in Hindi

गार्डन कोई भी हो, पौधों में खाद कितनी और कैसे डालनी है, ये पता होना बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसा इसलिए, क्योंकि खाद मिट्टी की दशा सुधारने के साथ पौधों को जरूरी पोषण तत्व प्रदान करती है। नीचे जानते हैं पौधों के लिए खाद लगाने का सही तरीका क्या है।

अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए खाद बहुत जरूरी होती है। हालांकि, किसी भी पौधे को बहुत ज्यादा खाद की जरूरत नहीं होती। वैसे तो पौधे लगाते समय और दोबारा इनमें फल या फूल आते समय खाद दी जाती है। विशेषज्ञों की सलाह है, कि पौधों के लिए हमेशा जैविक खाद का ही इस्तेमाल करें। यह खाद पशुओं के मल-मूत्र से, गाय के गोबर से बनती है, जिनमें केमिकल्स नहीं होते। आजकल तो, नर्सरी में भी ऑर्गेनिक खाद के पैकेट मिल जाते हैं, जिनकी कीमत 40 -80 रूपए प्रति किलो होती है।

खाद डालने का सही समय वह होता है, जब पौधों की मिट्टी सूखी हो। खाद देने के बाद मिट्टी की गुड़ाई करें और इसके बाद पानी दें।

किचन गार्डन के लिए खुद खाद कैसे तैयार करें – Kitchen garden ke liye khud khad kese banaye in Hindi

किचन गार्डन के लिए खुद खाद कैसे तैयार करें - Kitchen garden ke liye khud khad kese banaye in Hindi

कचरे-कूड़े से बनी खाद ही कम्पोस्ट कहलाती है। आप चाहें, तो इसे नर्सरी से खरीद लें या फिर घर में बना लें। घर पर खाद बनाने के लिए किसी प्लास्टिक की बाल्टी को लेकर इसमें अच्छी मात्रा में मिट्टी की मोटी परत डालें। और इनमे गड्डे बना लें अब इन गड्डों को सब्जियों के छिलके, पत्ते, किचन के कूड़े से भरते जाए, और कुछ समय के लिए इंतजार करें। यानि इस समय खाद सड़ती है, जिसमें तीन महीने तक का समय लग सकता है। कुछ दिनों में खाद इस्तेमाल के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाएगी। अब सरसों की खली खरीदें और इसे रातभर पानी में भिगोकर रख दें। ऐसे रखें, कि सुबह तक यह गाढ़े पेस्ट के रूप में तैयार हो जाए। अब इस पेस्ट को मिट्टी में मिलाकर गमलों में डालें। ध्यान रखें, कि मिट्टी और खली को 10:1 की मात्रा में डालें। इसे गमले में डालें और फिर गमले की गुड़ाई करें। ताकि खली वाली मिट्टी गमले की मिट्टी के साथ अच्छे से मिल जाए।

किचन गार्डन को इन तरीकों से बनाएं सुंदर – How to make your kitchen garden beautiful in Hindi

किचन गार्डन को इन तरीकों से बनाएं सुंदर - How to make your kitchen garden beautiful in Hindi

कई लोगों का मानना होता है कि किचन गार्डन सुंदर नहीं होते। लेकिन ये सही नहीं है। आप बागवानी में उपयोग की जाने वाली डिजाइन स्ट्रेटजीस को अपनाकर अपने किचन गार्डन को सुंदर और रचनात्मक बना सकते हैं। तो हम आपको यहां कुछ ऐसे तरीके सुझा रहे हैं, जिनसे आपका गार्डन रंग-बिरंगा और खूबसूरत दिखाई देगा।

  • पौधों का मिश्रण चुनते समय इनके रंगों और बनावट पर ध्यान दें। अगर आप जमीन को एडिबल रंगों के साथ कवर करना चाहते हैं, तो नीली हरी गोभी, बैंगनी तुलसी का विकल्प चुनें।
  • एक खाद्य ओएसिस बनाएं। उभरे हुए बेड से लेकर रनिंग बीन्स तक, अपने वेजी प्लॉट को खूबसूरत किचन गार्डन में बदलने के लिए डिजाइनिंग टिप्स को अपना सकते हैं।
  • बोल्ड कलर के बंच को अरेंज करें। वाइब्रेंट और रसीले पत्ते बगीचे को परिभाषित करता है। इसके साथ में फूलों, फलों, सब्जियों और जड़ी-बूटियों के रंगीन सेक्शन लगाएं।
  • स्नग बैड रोपित करें। किनारों को चिकना करें। स्वच्छ किनारे और रास्ते आपकी जगह को डिफाइन करने में मदद करते हैं। आप कॉम्प्लीमेंट्री कलर्स और सामग्रियों को नियोजित करके घर और बगीचे को एक जैसा दिखा सकते हैं।
  • फेंसिस, वॉल्स और बॉडर्स बगीचे को फ्रेम करने में मदद करती हैं।

(और पढ़े – घर पर पौधों की देखभाल कैसे करें…_)

किचन गार्डन में पौधों को पानी और धूप देने के टिप्स – Tips to water the plants in the kitchen garden in Hindi

  • फल और सब्जियों में 70 प्रतिशत तक पानी होता हैं, इसलिए आपको ध्यान देना होगा कि आपके पौधों को नियमित रूप से सोखने के लिए अच्छा पानी मिले।
  • गार्डन की शुरूआत में पौधों को दिनभर में कम से कम एक बार पानी दें। एक बार जब फसलें परिपक्व होने लगती हैं, तो उन्हें हर हफ्ते एक इंच से ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती।
  • यदि आप रेतिली मिट्टी के साथ गर्म क्षेत्र में रहते हैं, तो आपको पौधों को दिन में कई बार पानी देने की जरूरत पड़ सकती है।
  • पौधों को हर वक्त पानी देना भी ठीक नहीं है। ज्यादा पानी देने से मिट्टी के कणों के बीच मौजूद ऑक्सीजन पौधों की जड़ों तक नहीं पहुंच पाती, इसलिए जब लगे कि गमले की मिट्टी सूख रही है, तब ही पानी दें।
  • पौधों को हमेशा सुबह और शाम को ही पानी दें। भूलकर भी दोपहर की तेज धूप में पानी न दें। इससे पौधे झुलस सकते हैं।
  • अगर आप कुछ ही दिन के लिए बाहर जा रहे हैं, तो पौधों में ऊपर तक पानी भर दें या फिर इन पौधों को पानी से भरे टब में रख दें। इससे पौधों में नमी बनी रहेगी।
  • अगर आप दस से ज्यादा दिनों के लिए कहीं बाहर जा रहे हैं, तो चिंता न करें। जाने से पहले गमले या पॉट में मॉस को अच्छी तरह बिछा लें और उसमें खूब सारा पानी डालें। इसकी मदद से पौधों में लंबे समय तक नमी बरकरार रहेगी और इतने दिनों में पौधे सूखेंगे भी नहीं।
  • पौधों को धूप देना जरूरी है। लेकिन ध्यान रखें, कि अंकूर फूटते समय पौधों को धूप लगना जरूरी है। अगर ऐसा न हुआ तो इनका आकार छोटा रह जाएगा। आप चाहें, तो रोजाना तीन से चार घंटे इन्हें धूप दिखाएं। लेकिन गर्मियों में कड़ी धूप से इन्हें बचाकर रखने के लिए ग्रीन शेड में पौधों को रखें।

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किचन गार्डन में कीड़ से निपटने के टिप्स – Tips to deal with insects in the kitchen garden in Hindi

किचन गार्डन में कीड़े लगना आम बात है, लेकिन इसकी रोकथाम के लिए आप शुरूआत में ही कदम उठा सकते हैं।

  • मार्केट में कीड़े को मारने के लिए खली का तेल या नीम का तेल आता है। इसे पानी में मिलाकर इस्तेमाल करें। कीड़े मर जाते हैं।
  • बुवाई से पहले ही मिट्टी को किसी फंगीसाइड से उपचारित करना भी अच्छा विकल्प है।

(और पढ़े – घर से कॉकरोच, मच्छर, मक्खियां हो जाएगी गायब अगर करेंगे ये घरेलू उपाय…)

किचन गार्डन शुरू करने वालों के लिए जरूरी टिप्स – Kitchen garden tips for beginners in Hindi

किचन गार्डन शुरू करने वालों के लिए जरूरी टिप्स - Kitchen garden tips for beginners in Hindi

यदि आप अपने घर में स्वादिष्ट फल, सुगंधित जड़ी बूटियां और ताजी सब्जियां उगाने के लिए किचन गार्डन शुरू कर रहे हैं, तो हमारे द्वारा यहां दिए जा रहे कुछ टिप्स को फॉलो करें। यह किचन गार्डन की शुरूआत करने जा रहे हर नए व्यक्ति के लिए फायदेमंद हैं।

  • किचन गार्डन के लिए स्पेस ऐसा हो, जहां सूरज की अच्छी रोशनी आती हो। यहां पर जल और मिट्टी की अच्छी व्यवस्था हो। जड़ों और चट्टानों से रहित एक समतल क्षेत्र का चयन करने से पहले रोपण तक मिट्टी को तैयार करना बेहद आसान  हो जाता है। रेज्ड बेड बनाने पर विचार करें। यह पौधों को जमीनी स्तर से ऊपर बढऩे की अनुमति देते हैं। अगर आपके पास गार्डन एरिया कम है, तो बालकनी या छत पर भी किचन गार्डन बना सकते हैं। टमाटर, पत्तेदार साग, मिर्च जैसी सब्ज्यिां बर्तनों में आसानी से उग जाती हैं।
  • अब उन सब्जियों और फलों की पहचान करना शुरू करें, जिन्हें आप अपने स्वाद के अनुसार सबसे ज्यादा पसंद करते हैं। शुरूआत में टकसाल, तुलसी, पालक, अजमोद, सलाद, टमाटर, मिर्च, बैंगन, बीन्स, खीरे, मूली, एशियाई साग आदि जैसी सब्जियों और जड़ी बूटियों को उगाना सबसे अच्छा है।
  • इसके बाद आप चाहें तो बारीक एडिबल उगाना शुरू करें। इसमें फूलगोभी, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, प्याज, गोभी, गाजर लगाएं। तरबूज आदि फलों के लिए आपको ग्राफ्टेड पौधे की जरूरत पड़ेगी।
  • रेज्ड बेड्स में सब्जियां उगाने के कई फायदे हैं। न केवल ये सब्जियां गार्डन की उत्पादकता में सुधार लाती हैं, बल्कि योजना और रोपण को भी आसान बनाती हैं। अगर आपसे गार्डन स्पेस में खराब मिट्टी की समस्या है, तो आप क्वालिटी वाले टॉपोसिल से बेड भर सकते हैं। कम रेंगने वाले कीट और खरपतवार के भी फायदे हैं।
  • अगर आपके घर में किचन गार्डन के लिए स्पेस नहीं है, तो खड़ी होने वाली फसलों को सहारा देने के लिए वॉल प्लांटर्स, रेलिंग प्लांट्र्स और हैंगिंग बास्केट लगाने की योजना बनाएं। वहीं खड़े में सब्जियां उगाने से न केवल समय की बचत होती है, बल्कि इनका रखरखाव भी सरल हो जाता है। ऊपर की ओर बढ़ने वाले पौधों को फंगल इंफेक्शन का खतरा भी कम होता है।
  • अपनी फसलों को मैनेज करने पर ध्यान दें। हर बेड से अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए अच्छी स्पेस देना महत्वूपर्ण है। लाइन से या फिर स्क्वायर पैटर्न में प्लांटेशन तो आम है, लेकिन आप चाहें तो त्रिकोणीय पैटर्न में सब्जियां लगाने की कोशिश करें। इस तरह आप प्रत्येक बिस्तर पर 15 प्रतिशत तक ज्यादा पौधे रोप सकते हैं।
  • पर्याप्त जगह होने पर आप बुवाई के बीज की बजाय मिट्टी पर परिपक्व रोपाई कर सकते हैं। हालांकि, ट्रांसप्लांट कुछ हफ्ते पुराने होते हैं, जब आप इन्हें रोपते हैं। इसलिए ये स्वस्थ होते हैं।
  • जल्दी परिपक्व होने वाली फसलों का चयन करना सबसे अच्छा कदम है।
  • अगर आप कंपेनियन प्लांटिंग, जड़ी बूटियां और सब्जियों के बारे में जानें, तो आप इन्हें अच्छे तरह से लगा सकते हैं। इसके साथ आप वेजिस भी लगा सकते हैं।
  • इंटरप्लांटिंग करने की कोशिश करें। इंटरप्लांटिंग कंपेटेबल प्लांट्स को रोपने से जगह की बचत होती है।
  • एज प्लांटिंग करना भी अच्छा ऑप्शन है। यह मूल रूप से गार्डन के बेड पर और किनारों के साथ बढ़ती फसलों और साथी पौधों को शामिल करता है। एज प्लांटिंग इसलिए अच्छी है, क्योंकि यह गीली घास, खरपतवारों से सुरक्षा, कीटों से बचाव करके बगीचे को लाभांवित करता है।
  • किचन गार्डन लगाने से पहले किसी विशेषज्ञ को अपना गार्डन स्पेस दिखाएं, ताकि वे बता सके, कि आपके गार्डन में कौन सी सब्जियां या फल ज्यादा अच्छे से उगेंगे।

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किचन गार्डन के लिए टिप्स – Kitchen garden tips in Hindi

किचन गार्डन के लिए टिप्स - Kitchen garden tips in Hindi

किचन गार्डन के लिए कुछ टिप्स हम यहां आपको बता रहे हैं। इन्हें फॉलो कर आप अपने किचन गार्डन को और भी सुंदर बना सकते हैं।

  • तेजी से बढ़ने वाली फसलों का ही चुनाव करें।
  • उच्च पैदावार वाले पौधे उगाएं। यह आपको शुरूआत में प्रोत्साहित होते हैं।
  • हमेशा ऐसी फसलों का चयन करें, जिन्हें बहुत ज्यादा देखभाल की आवश्यकता न हो और कीट प्रकोप की संभावना भी कम हो।
  • ऐसे पौधे उगांए, जो कई फसलें दे सकते हैं। उदाहरण के लिए टमाटर सीजन में कई फसलों का उत्पादन करता है। लेकिन फूलगोभी को रोपने से आपको केवल एक ही फसल मिलेगी।
  • ग्रीन्स की कट एंड कम किस्में सबसे अच्छी और विकसित करने में सबसे आसान है।
  • अपने किचन के कचरे को कूड़ेदान में फेंकने के बजाय उसे रिसाइकिल करें। ऐसा करना काफी आसान है।
  • अपने किचन गार्डन की मिट्टी में ऑर्गेनिक मल्च जैसे अखबार, कार्डबोर्ड, कटे हुए पत्ते और घास की कतरनों का उपयोग करने पर विचार करें।
  • बीज बोने के बाद गमलों को अगले दो दिन तक पानी देने की भूल न करें। तीसरे दिन पानी धीरे-धीरे डालें।
  • कोशिश करें, कि अपने किचन गार्डन में मौसमी सब्जियां ही उगाएं।
  • ऐसी सब्जियां उगाएं, जिन्हें आप बार-बार इस्तेमाल कर सकें। गमलों की मिट्टी को उलटते-पलटते रहें।

किचन गार्डन आपको पूरी तरह से स्वस्थ रखता है। आप घर के किसी भी छोटे कोने में गार्डन तैयार कर सकते हैं। हमने इस लेख में किचन गार्डन को तैयार करने से लेकर मिट्टी और खाद बनाने के तरीके भी सुझाए हैं, लेकिन फिर भी जमीन कैसी है, इस हिसाब से हर चीज में थोड़ा अंतर आ सकता है। इसलिए हमारी सलाह है कि किचन गार्डन की प्लानिंग करने से पहले किसी विशेषज्ञ से संपर्क जरूर कर लें।

(और पढ़े – किचन की सफाई करने का तरीका…)

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