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पान के पत्‍ते के फायदे और नुकसान – Betel Leaf Benefits And Side Effects In Hindi

पान के पत्‍ते के फायदे और नुकसान - Betel Leaf Benefits And Side Effects In Hindi

Paan ke patte ke fayde in Hindi क्‍या आप पान के पत्‍ते के फायदे और नुकसान जानते हैं। क्योंकि भारत और भारत के सीमावर्ती देशों में पान का बहुत अधिक महत्‍व है। पान न केवल लोगों के शान को बढ़ता है बल्कि यह बहुत सी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं को भी दूर करने में मदद करता है। पान की तासीर ठंडी होती है। हमारे देश में प्राचीन समय से ही परंपरा है कि बुजुर्ग लोग भोजन के बाद या दिन में कई बार पान के पत्‍ते चबाते हैं। इसका आयुर्वेदिक महत्‍व भी है। क्‍योंकि पान के पत्‍तों में ऐसे बहुत से पोषक तत्‍व होते हैं जो हमारे लिए फायदेमंद होते हैं।

पान के पत्ते के फायदे कब्‍ज को दूर करने, भूख को बढ़ाने, सर्दी का इलाज करने, संक्रमण से बचाने, घावों का इलाज करने, सिर दर्द का उपचार और त्वचा समस्‍याओं को ठीक करने में होते हैं। इस लेख में आप पान के पत्‍ते के फायदे और नुकसान के बारे में।

विषय सूची

1. पान के पत्‍ते क्‍या है – What Is Betel Leaf In Hindi
2. पान के पत्ते के फायदे इन हिंदी – Paan ke patte ke fayde in hindi

3. पान के पत्ते के नुकसान – Paan ke Patte ke Nuksan in Hindi

पान के पत्‍ते क्‍या है – What Is Betel Leaf In Hindi

पान के पत्‍ते क्‍या है - What Is Betel Leaf In Hindi

बेटल लीफ को हिंदी में पान के पत्‍ते के नाम से जाना जाता है। इसका उपयोग अक्‍सर लोगों के द्वारा भोजन के बाद चूने, कत्‍थे और सुपारी के साथ उपभोग किया जाता है। पान का सेवन करने से कई प्रकार के स्‍वास्‍थ्‍य लाभ प्राप्त होते हैं। यह दिल के आकार का एक पत्‍ता होता है जिसमें औषधीय गुणों की अच्‍छी मात्रा होती है। दुनिया में बहुत कम लोगों को पान के औषधीय लाभ पता है। आइए जाने पान के पत्‍ते खाने के फायदे क्‍या हैं।

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पान के पत्ते के फायदे – Paan ke patte ke fayde in Hindi

पान के पत्ते में डाएस्टेस (Diastase) नाम का एंजाइम होता है जो भोजन में उपस्थित स्टार्च को पचाने में मदद करता है। आइए जानते हैं कि पान के पत्ते के फायदे और नुकसान क्या है।

पान के पत्ते के फायदे करें कब्‍ज को दूर – Paan Ke Patte Ke Fayde Kabj Ke Liye in Hindi

पान के पत्ते के फायदे करें कब्‍ज को दूर - Paan Ke Patte Ke Fayde Kabj Ke Liye in Hindi

यदि आप कब्‍ज के रोगी हैं तो पान खाना शुरू कर दें। क्‍योंकि पान के पत्‍ते खाने के फायदे कब्‍ज का इलाज करने के लिए जाने जाते हैं। पान के पत्तों में एंटीऑक्‍सीडेंट की अच्‍छी मात्रा होती है। ये एंटीऑक्‍सीडेंट शरीर से फ्री रेडिकल्‍स को दूर करने में मदद करते हैं। पान का सेवन करने से पेट की समस्‍याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। कब्‍ज की समस्‍या होने पर आप खाली पेट पान का सेवन करें। इसके अलावा आप पान के पत्‍ते को रात भर पानी में भिगो कर रखें और अगली सुबह खाली पेट इस पानी को पिएं। ऐसा करने पर आप कब्‍ज से छुटकारा पा सकते हैं।

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पान के पत्ते का उपयोग मौखिक स्‍वास्‍थ्‍य के लिए – Betel leaf for oral health in Hindi

पान के पत्ते का उपयोग मौखिक स्‍वास्‍थ्‍य के लिए - Betel leaf for oral health in Hindi

आप अपनी मुंह से संबंधित समस्या को दूर करने के लिए पान के पत्ते का उपयोग कर सकते हैं। अक्‍सर मुंह में विषाणुओं और बैक्‍टीरिया के कारण बहुत सी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याएं हो सकती हैं। लेकिन पान के पत्‍ते का सेवन करने से आप इन सभी समस्‍याओं से बच सकते हैं। क्‍योंकि पान के पत्‍तों में मौजूद एंटीऑक्‍सीडेंट दांतों की सड़न को रोकने और मसूड़ों को मजबूत करने में मदद करते हैं। नियमित रूप से पान का सेवन करने पर मौखिक रक्‍त स्राव को रोकने में मदद मिलती है। आप अपने मुंह के आंतरिक स्‍वास्थ्‍य को बढ़ावा देने के लिए 1 कप गर्म पानी में पान के पत्ते के तेल की 1 बूंद मिलाएं और रोज गरारे करें। पान के पत्‍तों का तेल दांत दर्द का प्रभावी इलाज करने में मदद करता है।

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पान के पत्ते का इस्‍तेमाल करें खांसी का इलाज – Paan ke patte kare khansi ka ilaj in Hindi

पान के पत्ते का इस्‍तेमाल करें खांसी का इलाज - Paan ke patte kare khansi ka ilaj in Hindi

यदि आपको लगातार खांसी की समस्‍या है तो इसका आयुर्वेदिक उपचार किया जाना चाहिए। आयुर्वेदिक उपचार के रूप में आप पान के पत्‍तों का उपयोग कर सकते हैं। पान के पत्‍तों में एंटीबायोटिक गुण होते हैं। जिसके प्रभाव एंटीबायोटिक दवाओं के समान ही होते हैं। खांसी चलने के दौरान पान का सेवन करने से गले की सूजन आदि से भी राहत मिलती है। इस तरह से खांसी का प्रभावी उपचार करने के लिए पान के पत्‍तों का उपयोग किया जा सकता है।

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पान के पत्ते के एंटीसेप्टिक लाभ – Paan ke patte ke Antiseptic labh in Hindi

पान के पत्ते के एंटीसेप्टिक लाभ - Paan ke patte ke Antiseptic labh in Hindi

किसी प्रकार की चोट लगने पर आप एंटीसेप्टिक दवाओं का उपयोग करते हैं। इसी तरह के गुण पान के पत्‍तों में भी होते हैं। इसमें पॉलीफेनोल (polyphenols) की उच्‍च मात्रा होती है जो कीटाणुओं से दोहरी सुरक्षा दिलाने में मदद करते हैं। पान के पत्‍तों में मौजूद एंटीसेप्टिक गुण कीटाणुओं को नष्‍ट करने और उनके विकास को रोकने में अहम भूमिका निभाते हैं। इस तरह से पान के पत्ते के लाभ गठिया और ऑर्काइटिस जैसी सूजन का इलाज करने में भी सहायक होते हैं।

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पीठ दर्द का घरेलू उपचार है पान के पत्‍ते – Betel leaf Benefits for Back Pain in Hindi

पीठ दर्द का घरेलू उपचार है पान के पत्‍ते - Betel leaf Benefits for Back Pain in Hindi

जो लोग पीठ दर्द से परेशान हैं उनके लिए पान के पत्‍ते किसी दवा से कम नहीं हैं। इसके लिए पान के पत्‍तों का सेवन करने के साथ ही पान के पत्तों से सिकाई की जा सकती है। पीठ दर्द से राहत पाने के लिए आप नारियल तेल को गर्म करें और फिर इसे पान के पत्‍तों में लगाएं। इन गर्म पान के पत्‍तों को प्रभावित क्षेत्र में रखें। इसके अलावा आप पान के पत्ते के तेल का भी इस्‍तेमाल कर सकते हैं। इस तेल में नारियल या बादाम के तेल को मिलाकर पीठ की मालिश करें। यह दर्द को शांत करने में सहायक होता है। इसके अलावा पान के पत्तों का उपयोग मांसपेशियों के तनाव, लालिमा और सूजन को भी दूर करने में मदद करता है। इस तरह से पीठ के दर्द के लिए पान के पत्‍ते फायदेमंद होते हैं।

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पान के पत्‍ते का रस घावों को ठीक करे – Betel leaf juice for Wound healing in Hindi

पान के पत्‍ते का रस घावों को ठीक करे - Betel leaf juice for Wound healing in Hindi

औषधीय गुणों से भरपूर पान के पत्ते घावों का इलाज करने में मदद करते हैं। क्‍योंकि पान में पत्‍तों में एंटीसेप्टिक गुण अच्‍छी मात्रा में होते हैं जो संक्रमण को फैलने से रोकते हैं और घावों की सूजन को कम करते हैं। इसके लिए आप पान के पत्‍तों का रस निकालें और इसे सीधे ही घाव या संक्रमण पर लगाएं। इसके ऊपर से पान के पत्‍ते को रखें और पट्टी बांध लें। ऐसा करने से आपको 1 से 2 दिनों के अंदर ही घाव से राहत मिलेगी। क्‍योंकि यह संक्रमण फैलाने वाले विषाणुओं को नष्‍ट करने में मदद करता है।

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पान के पत्‍ते के गुण सिर दर्द को ठीक करे – Paan ke patte ke gun sir dard ko thik kare in Hindi

पान के पत्‍ते के गुण सिर दर्द को ठीक करे - paan ke patte ke gun sir dard ko thik kare in Hindi

जिन लोगों को सिर दर्द की समस्‍या होती है उन्‍हें पान के पत्‍तों का सेवन करना चाहिए। पान के पत्ते में दर्द को कम करने वाले (analgesic) गुण होते हैं। इसके अलावा आप सिर दर्द का उपचार करने के लिए पान के पत्‍तों को पीस कर एक पेस्‍ट बनाएं और माथे पर लगाएं। यह कुछ ही देर में आपको सिर दर्द से राहत दिला सकत है। विकल्‍प के रूप में आप पान के तेल का उपयोग भी कर सकते हैं। लेकिन इस बात का ध्‍यान दें पान का तेल बहुत ही शक्तिशाली होता है। इसलिए माथे पर उपयोग करने से पहले नारियल या बादाम तेल के साथ मिलाकर पतला कर लेना चाहिए।

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पान का पत्‍ता करे कान दर्द का इलाज – Paan Ka Patta Kare Kaan Dard Ka Ilaj in Hindi

पान का पत्‍ता करे कान दर्द का इलाज - Paan Ka Patta Kare Kaan Dard Ka Ilaj in Hindi

हमारे कान बहुत ही संवेदनशील होते हैं। इसलिए कान दर्द के समय बहुत ही सावधानी रखनी चाहिए। कान दर्द का आयुर्वेदिक उपचार के रूप में आप पान के पत्‍तों का इस्‍‍तेमाल कर सकते हैं। आप इसके लिए पान के पत्तों का रस निकाल सकते हैं या पान के तेल का उपयोग कर सकते हैं। पान के तेल का उपयोग करने के लिए आप नारियल या बादाम के तेल में 1 बूंद पान के तेल को मिलाएं और कान में डालें। ऐसा करने से आपको तुरंत ही राहत मिलेगी। इस तरह से आप कान दर्द का इलाज करने के लिए पान के पत्‍तों का इस्‍तेमाल कर सकते हैं।

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पान के पत्‍ते का उपयोग पाचन को सुधारे – Paan ke patte ka upyog pachan ke liye in Hindi

पान के पत्‍ते का उपयोग पाचन को सुधारे - Paan ke patte ka upyog pachan ke liye in Hindi

नियमित रूप से पान का सेवन करना पाचन के लिए अच्‍छा होता है। क्‍योंकि पान में ऐसे घटक और पोषक तत्व होते हैं जो पाचन क्रिया को उत्‍तेजित करने में सहायक होते हैं। भारत में अभी भी भोजन के बाद पान खाने की परंपरा है। इसके अलावा पान के पत्‍ते के तेल से पेट की मालिश करने पर पेट की गैस और पेट दर्द जैसी समस्‍याओं से छुटकारा मिल सकता है। अपच से ग्रसित बच्‍चों को पान के पानी के साथ कालीमिर्च को उबालकर दिया जाना चाहिए। यह अपच संबंधी सभी समस्‍याओं को प्रभावी रूप से दूर करने में मदद करता है।

(और पढ़े – मानव पाचन तंत्र कैसा होता है, और कैसे इसे मजबूत बनायें…)

पान के पत्तों के औषधीय गुण बढ़ाएं भूख को – Paan ke patte ke fayde bhukh ko badhaye in Hindi

पान के पत्तों के औषधीय गुण बढ़ाएं भूख को - Paan ke patte ke fayde bhukh ko badhaye in Hindi

जो लोग भूख की कमी से परेशान हैं उनके लिए पान एक आयुर्वेदिक औषधी है। नियमित रूप से पान का सेवन करने से पेट में भूख बढ़ाने वाले हार्मोन के उत्‍पादन में वृद्धि होती है। इसके अलावा पान के पत्‍तों का सेवन करने से पेट में मौजूद विषाक्‍त पदार्थों को बाहर करने में मदद मिलती है। इस तरह से पान के पत्‍तों का सेवन कर आप अपनी भूख को बढ़ा सकते हैं।

(और पढ़े – भूख बढ़ाने के आयुर्वेदिक घरेलू उपाय…)

बेटल लीफ बेनिफिट्स फॉर स्किन – Betel leaf benefits for skin in Hindi

बेटल लीफ बेनिफिट्स फॉर स्किन - Betel leaf benefits for skin in Hindi

आप अपनी त्‍वचा की सुंदरता को बढ़ाने के लिए पान के पत्‍तों का उपयोग कर लाभ प्राप्‍त कर सकते हैं। पान के पत्‍तों का उपयोग मुंहासों और अन्‍य त्‍वचा समस्‍याओं का इलाज करने के लिए किया जा सकता है। पान के पत्‍तों में मौजूद रोगाणुरोधी गुण त्‍वचा के छाले, एलर्जी, खुजली और चकत्ते आदि का इलाज करने में मदद करते हैं। इसके लिए पान के पत्‍तों को पीस कर इनका रस निकालें और थोड़ी सी हल्‍दी को मिलाकर मुंहासे और एलर्जी पर लगाएं। इसके अलावा पान के पत्‍तों को पानी में उबालें और इस पानी से चेहरे को धोने से त्‍वचा समस्‍याओं को कम किया जा सकता है। इस तरह से आपकी सुंदरता को बढ़ाने में पान के पत्‍ते फायदेमंद होते हैं।

(और पढ़े – मुंहासे दूर करने का आयुर्वेदिक उपाय…)

पान के पत्‍ते का उपयोग योनि स्‍वच्‍छता के लिए – Betel leaf benefits for Vaginal Hygiene in Hindi

पान के पत्‍ते का उपयोग योनि स्‍वच्‍छता के लिए - Betel leaf benefits for Vaginal Hygiene in Hindi

महिलाओं को योनि में कई प्रकार की समस्‍याएं हो सकती हैं। जैसे कि योनि की खुजली और योनि से स्राव आदि। इस प्रकार की समस्‍याओं को दूर करने के लिए पान के पत्‍तों का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए पान के पत्‍तों को पानी में उबालें और इस पानी से जननांगों की सफाई करें। कुछ देशों में बच्‍चे के जन्‍म के बाद इस पानी का उपयोग जननांग को धोने के लिए व्यापक रूप से किया जाता है। क्‍योंकि यह जनानांग क्षेत्र के संकुचन में मदद करता है। इस तरह से महिलाएं अपनी योनि को स्‍वच्‍छ रखने के लिए पान के पत्‍तों का उपयोग कर सकती हैं।

(और पढ़े – योनि में खुजली के घरेलू उपाय…)

पान के पत्‍ते करें सूजन को दूर – Paan ke patte kare sujan ko dur in Hindi

पान के पत्‍ते करें सूजन को दूर - Paan ke patte kare sujan ko dur in Hindi

एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों के कारण पान के पत्‍तों का इस्‍तेमाल सूजन को दूर करने में किया जा सकता है। इसके अलावा पान के तेल में एक फेनॉल योगिक होता है जिसे च्विकोल (chavicol) कहा जाता है। इसमें एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। इस कारण पान के तेल का उपयोग गठिया और ऑर्काइटिस (arthritis and orchitis) जैसी गंभीर समस्‍याओं में सूजन को दूर करने के लिए किया जाता है।

(और पढ़े – सूजन के कारण, लक्षण और कम करने के घरेलू उपाय…)

पान के पत्‍ते के लाभ मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य के लिए – Paan ke patte ke labh mansik swasthya ke liye in Hindi

पान के पत्‍ते के लाभ मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य के लिए - Paan ke patte ke labh mansik swasthya ke liye in Hindi

यदि आप तनाव या थकान आदि का अनुभव कर रहे हैं तो पान के पत्‍ते का उपयोग करें। क्‍योंकि पान के पत्‍ते का सेवन मानसिक स्‍वास्थ्‍य को बढ़ावा देता है। इसके लिए आप पान के पत्‍तों को पीसकर रस निकालें। 1 चम्‍मच पान के रस में 1 चम्‍मच शहद मिलाएं यह आपके लिए टॉनिक का काम करेगा। दिन में दो बार नियमित रूप से सेवन करने पर यह मानसिक कामकाज में सुधार करता है और दुर्बलता का इलाज करता है। इस तरह से आप अपने मानसिक स्‍वास्थ्‍य को बढ़ावा देने और मस्तिष्‍क को स्‍वस्‍थ्‍य रखने के लिए पान के पत्‍तों का उपयोग कर सकते हैं।

(और पढ़े – मानसिक तनाव दूर करने के घरेलू उपाय…)

पान के पत्ते के नुकसान – Paan ke Patte ke Nuksan in Hindi

औषधीय गुणों से भरपूर पान के पत्‍ते स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं।

लेकिन आवश्‍यकता से अधिक मात्रा में इनका सेवन करने से बचना चाहिए।

  • पान के पत्‍ते का सेवन मौखिक स्‍वास्‍थ्‍य के लिए फायदेमंद होता है
  • यदि पान मसाला और तंबाकू के साथ सेवन न किया जाए तो।
  • नशीले पदार्थों के साथ पान का सेवन मुंह के कैंसर का कारण बन सकता है।
  • किसी भी प्रकार दवाओं का सेवन करने पर पान का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्‍टर से संपर्क करना चाहिए।

(और पढ़े – कैंसर क्या है कारण लक्षण और बचाव के उपाय…)

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