मुँहासे

क्या खाने से पिम्पल नहीं होते है – Diet For Pimple Free Skin In Hindi

क्या खाने से पिम्पल नही होते है – Diet For Pimple Free Skin In Hindi

Diet For Prevent Pimples In Hindi क्या खाने से पिम्पल नहीं होते है यह सभी लोग जानना चाहते हैं, बढ़ती उम्र के साथ आज कल पिम्पल होना आम समस्या हो गयी हैं। जैस ही आप 12 वर्ष से 24 वर्ष की उम्र में रहते हैं पिम्पल आपको अधिक परेशान कर सकते हैं, इस उम्र में शारीरिक ग्रंथियों का विकास होता हैं। पिम्पल का मुख्य कारण तैलीय ग्रंथियों (oil glands) का विकास होता हैं, यह हमारे त्वचा के नीचे रहती हैं। जिन लोगों की तैलीय त्वचा होती हैं पिम्पल उन लोगों को अधिक परेशान कर सकते हैं। मुंहासे का कारण हमारा खान-पान भी हो सकता हैं, पिम्पल हमारे चेहरे की सुंदरता को खत्म कर देता हैं और कुछ पिम्पल आपको दर्द का अनुभव भी करा सकते हैं।

अगर आप भी पिम्पल की समस्या से परेशान हैं तो चिंता छोड़ दीजिये हम आपको आज पिम्पल से छुटकारा पाने के कुछ घरेलू उपचार बताने जा रहे हैं जिनको आपना के आप अपने चेहरे से मुंहासे को खत्म कर सकते हैं। आइये इसके उपचार को विस्तार से जानते हैं।

विषय सूची

  1. मुंहासे होने का कारण – What Causes Acne in Hindi
  2. पिंपल या मुंहासे के लक्षण – Pimple Symptoms in Hindi
  3. मुंहासों के प्रकार – Types of Pimples in Hindi
  4. पिम्पल (मुंहासे) को रोकने के लिए आहार – Diet for prevent pimples in Hindi

मुंहासे होने का कारण – What Causes Acne in Hindi

मुंहासे होने का कारण - What Causes Acne in Hindi

यदि आप सोच रहे हैं की अपने चेहरे का अच्छे से ख्याल ना रखने और उसकी देखभाल ना करने के कारण आपको मुंहासे की समस्या हो गई हैं तो ऐसा नहीं हैं, क्योंकि मुंहासे का मुख्य कारण तो हमारे शरीर के तैलीय ग्रंथियों का विकास होता हैं, हमारे शरीर की त्वचा पर अनेक छोटे छोटे छिद्र होते हैं, जिसके कारण उन ग्रंथि में से अधिक तेल निकलने लगता हैं और जब मृत कोशिकाओं की परत इस छिद्रों में जम जाती हैं तो ये पिम्पल का कारण बन जाती हैं। यह मुंहासे उम्र के साथ अधिक हो सकते हैं और किसी किसी को उम्र के साथ कम भी हो सकते हैं। यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली और अन्य अनुवांशिक कारणों पर भी निर्भर करता हैं।

(और पढ़े – नाक में मुंहासे (फुंसी) होने के कारण लक्षण और घरेलू उपाय…)

पिंपल या मुंहासे के लक्षण – Pimple Symptoms in Hindi

पिंपल या मुंहासे के लक्षण – Pimple Symptoms in Hindi

मुंहासे का कोई गंभीर लक्षण नहीं होता हैं, यह कोई बड़ी बीमारी नहीं हैं ना ही यह जानलेवा होती हैं, फिर भी अधिक पिम्पल होने पाने पर इसका इलाज समय से कराना आवश्यक होता हैं अन्यथा यह आपके चेहरे पर पिम्पल के निशान और दाग भी छोड़ सकते हैं। कुछ पिम्पल आपके लिए दर्द का कारण भी हो सकते हैं। पिम्पल आपके पाचन की खराबी और अधिक तनाव से भी हो सकते हैं। पिम्पल आपके लिए मानसिक तनाव को भी उत्पन्न कर सकते हैं, पिम्पल की वजह से आप अपने आत्मसम्मान में कमी भी महसूस कर सकते हैं। दरअसल इसके कोई निर्धारित लक्षण नहीं होते हैं यह सभी की अपने अपने शरीर की बनावट और अपने आहार पर निर्भर करता हैं।

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मुंहासों के प्रकार – Types of Pimples in Hindi

मुंहासों के प्रकार – Types of Pimples in Hindi

हमारे चेहरे में होने वाले पिम्पल कई प्रकार के होते हैं जिनमे कुछ दर्द देते हैं और कुछ सामान्य रहते हैं आइये इसके प्रकार को जानते हैं-

फुंसी या दाना (Pustules)यह हमारे चहरे पर लाल रंग के होते हैं इनके अन्दर मवाद भारी होती हैं यह यह त्वचा पर स्पष्ट दिखाई देते हैं।

ब्लैकहैड्स (blackheads) – यह काले या गहरे भूरे रंग के होते हैं, यह त्वचा के मेलेनिन के आक्सीकरण से होता हैं, इसके काले रंग होने के कारण लोगो को लगता हैं की यह गंदगी के कारण हुआ हैं और उसे साफ करने कोशिश करते हैं।

पेपुल्स (Papules)यह देखने पर गुलाबी रंग के दिखाई देता हैं, यह संवेदनशील और दर्दनाक भी हो सकते हैं।

नोड्यूल्स (Nodules) –  इस प्रकार के मुंहासे हमारी त्वचा के अन्दर विकसित होते हैं, यह आकार में थोड़े बड़े हो सकते हैं, छोटे में यह थोड़े कठोर हो सकते सकते हैं।

पुटी (Cysts) –  यह मुंहासे एक गंभीर घाव के में हो सकते हैं इनके अन्दर मवाद भारी होती हैं और सूजन भी रहती हैं, इसके लिए चिकित्सक की आवश्यकता होती हैं।

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पिम्पल (मुंहासे) को रोकने के लिए आहार – Diet for prevent pimples in Hindi

शोध के अनुसार पिम्पल पर हमारे द्वारा खाएं जाने वाले भोजन से गहरा प्रभाव पड़ता हैं, आप जो खाते हैं उसका असर आपके चेहरे पर साफ दिखाई देता हैं। एक स्वस्थ आहार आपके मुंहासे से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता हैं। कई अध्ययन से पता चला है की खाद्य पदार्थ पदार्थ से आप मुंहासे बढ़ा सकते हैं और उनको कम भी कर सकते हैं। आइये विस्तार से जानते हैं पिम्पल के दौरान आपको क्या खाना हैं और क्या नहीं खाना हैं-

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ओमेगा -3 फैटी एसिड – Omega-3 Fatty Acids

ओमेगा -3 फैटी एसिड - Omega-3 Fatty Acids

जिन खाद्य पदार्थों में अधिक मात्रा में प्रोटीन होता हैं वो पदार्थ ओमेगा -3 फैटी एसिड के अच्छे स्रोत होते हैं। प्रोटीन के अच्छे स्रोत अंडा, मछली, मांस आदि होते हैं इसके अलावा कुछ पौधों भी प्रोटीन के से भरपूर होते हैं लिपिड्स इन हेल्थ एंड डिजीज में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चला हैं की ओमेगा -3 फैटी एसिड में एंटी-इन्फ्लामेट्री गुण पाए जाते हैं जो कि आपके चेहरे के मुंहासे को कम करने में मदद करता हैं। वह खाद्य पदार्थ जिसमे अधिक मात्रा में ओमेगा -3 फैटी एसिड होता हैं और जो पिम्पल को ठीक करने में मदद करते हैं इस प्रकार हैं मछली जैसे मैकेरल, हेरिंग, सार्डिन और सैल्मन, कॉड लिवर तेल, अलसी का बीज, अखरोट, सोयाबीन, डेयरी उत्पादों और मांस आदि आदि का सेवन आपके मुहांसे को ठीक करने में मदद करते हैं।

(और पढ़े – ओमेगा 3 फैटी एसिड के फायदे और स्वास्थ्य लाभ…)

फल और एंटीऑक्सीडेंट समृद्ध आहार – Antioxidant-rich Foods

फल और एंटीऑक्सीडेंट समृद्ध आहार - Antioxidant-rich Foods

मुंहासे का प्रमुख कारण ऑक्सीडेटिव तनाव होता हैं, हमारे शरीर में एक एंटीऑक्सीडेंट रक्षा प्रणाली होती है जैसे कैटलस (सीएटी) और एंजाइम सुपरऑक्साइड डिमूटेज (एसओडी) जो प्रतिक्रियाशील ऑक्सीजन प्रजातियों (oxygen species) के उत्पादन को नियंत्रित करती हैं इस प्रकार कोशिका रेडॉक्स संतुलन को बनाए रखती है। अतः मुंहासे के कारण ऑक्सीडेटिव तनाव हो सकता हैं इसके लिए एंटीऑक्सीडेंट समृद्ध भोजन को ग्रहण करना चाहिए। कुछ पदार्थ जिसमे उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं वो इस प्रकार हैं जैसे डार्क चॉकलेट, बेरीज (क्रैनबेरी, शहतूत, गोजी बेरी, ब्लैकबेरी, और जंगली ब्लूबेरी), भिदुरकाष्ठ फल, राज़में, धनिया, आर्टिचोक (उबले हुए वाले), किशमिश, हरी चाय, ब्रोकोली, टमाटर आदि।

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सूखे मेवा – Nuts

सूखे मेवा - Nuts

विटामिन A में रेटिनॉल पाया जाता हैं जो मुहांसे से लड़ता हैं, अध्ययन से पता चला हैं कि महिला और पुरुष दोने के लिए  विटामिन A (रेटिनॉल) बहुत लाभदायक सिद्ध होता हैं। विटामिन D हमारे पिम्पल को ठीक करने में मदद करते हैं, विटामिन E, विटामिन C के साथ मिलके कॉमेडोन के गठन और मुँहासा पैदा करने वाले बैक्टीरिया के विकास को रोकने में मदद करता है।

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सब्जियां – Vegetables

सब्जियां - Vegetables

अधिकांश हरी पत्तेदार सब्जियां हमारी त्वचा के लिए लाभकारी होती हैं, हमें अधिक से अधिक हरी सब्जियों का सेवन करना चाहियें, आप आप इसमें सलाद को भी खा सकते हैं, इसके लिए आप शकरकंद, गाजर, पालक, टमाटर आदि का सेवन करना चाहिए। सब्जियों में विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट और लौह तत्व पाए जाते हैं जो हमारे मुंहासे को ठीक करने में मदद करते हैं।

(और पढ़े – संतुलित आहार के लिए जरूरी तत्व , जिसे अपनाकर आप रोंगों से बच पाएंगे…)

साबुत अनाज – Whole Grains

साबुत अनाज - Whole Grains

मुंहासे को ठीक करने के लिए साबुत अनाज बहुत लाभकारी होता हैं, इसमें क्विनोआ अनाज आपके पिम्पल के लिए असरदायक हैं यह सेलेनियम से भरपूर होता हैं, ब्राउन चावल जो कि प्रोटीन, मैग्नीशियम, विटामिन B देते हैं और इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं, एक अध्ययन में पाया गया हैं कि उच्च प्रोटीन आहार ने 12 सप्ताह की अवधि में 43 पुरुष प्रतिभागियों के मुँहासे में कमी करने में मदद की हैं।

(और पढ़े – शाकाहारियों के लिए प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ…)

चॉकलेट – Chocolate

चॉकलेट - Chocolate

एक अध्ययन में पाया गया की चॉकलेट खाना आपके लिए काफी नुकसानदायक हो सकता हैं यह आपके पिम्पल को और अधिक बढ़ा सकते हैं, चॉकलेट में पाई जाने वाली चीन और अन्य पदार्थ मुहासों का कारण हो सकते हैं अगर आप फिर भी चॉकलेट खाना चाहते हैं तो डार्क चॉकलेट का सेवन कर सकते हैं पर इसे खाने से पहले इसमें चीनी और कार्बोहाइड्रेट को देख लें।

(और पढ़े – क्या आप जानते हैं चॉकलेट खाने के फायदे और नुकसान के बारे में…)

दूध और दूध से बने पदार्थ –  No Dairy Intake

दूध और दूध से बने पदार्थ -  No Dairy Intake

डेयरी उत्पाद आपके मुँहासे को बढ़ा सकते हैं, दूध उत्पादन के लिए डेयरी में गाय को हार्मोन वृद्धि के लिए इंजेक्शन लगाये जाते हैं, जब आप इस दूध का आप सेवन करते हैं तो आपके सरीर का संतुलन बिगड़ देते हैं जिसकी से आपके मुंहासे और अधिक बढ़ जाते हैं। इसके लिए आप सोया दूध, बादाम का दूध, नारियल का दूध आदि प्रयोग कर सकते हैं।

(और पढ़े – दूध के फायदे, गुण, लाभ और नुकसान…)

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