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मसाला चाय के फायदे, नुकसान और बनाने का विधि – Masala Tea Benefits, Side Effects and Recipe in Hindi

मसाला चाय के फायदे, नुकसान और बनाने का विधि - masala chai ke fayde aur nuksan in hindi

Masala Tea In Hindi चाय पीने के फायदे सभी जान‍ते हैं लेकिन क्‍या आप मसाला चाय के फायदे और नुकसान जानते हैं। मसाला चाय की उत्पत्ति भारत में हुई है और इसके कई चमत्कारी औषधीय लाभ हैं। एक दिन में एक कप मसाला चाय आपको स्वस्थ और सभी प्रकार की बीमारियों से दूर रखने के लिए पर्याप्त है। मसाला चाय का नाम सुनते ही आपको इसमें औषधीय गुणों का अनुभव होने लगता है। मसाला चाय का आयुर्वेद में प्राचीन समय से उपयोग किया जा रहा है। मसाला चाय के फायदे कई सामान्‍य और गंभीर बीमारियों को दूर करने के लिए जाने जाते हैं।

कई प्रकार के मसालों का उपयोग करके इसे बनाया जाता है इसलिए इसे मसाला चाय नाम दिया गया हैं। मसाला चाय का उपयोग ऊर्जा को बढ़ाने, प्रतिरक्षा शक्ति सुधारने, पाचन तंत्र को ठीक रखने, रक्‍तचाप को नियंत्रित करने और कैंसर आदि को रोकने के लिए किया जाता है। इस लेख में मसाला चाय के फायदे जानेगें जो आपके स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बहुत ही प्रभावी होते हैं।

विषय सूची

1. मसाला चाय क्‍या है – What is masala chai in Hindi
2. मसाला चाय की तासीर – Masala Chai ki taseer in Hindi
3. मसाला चाय में पोषक तत्‍व – Masala Chai Nutrition Facts in Hindi
4. मसाला चाय के उपयोग – Uses of Masala Tea in hindi

5. मसाला चाय घर पर बनाने की विधि – Masala Tea Recipe In Hindi
6. मसाला चाय पीने के नुकसान – Masala chai pine ke nuksan in Hindi

मसाला चाय क्‍या है – What is masala chai in Hindi

मसाला चाय क्‍या है - What is masala chai in Hindi

आप जो पारंपरिक रूप से उपयोग करते हैं वह मसाला चाय नहीं है। मसाला चाय एक सुंगंधित पेय पदार्थ हैं जिसमें बहुत सारे मसालों की खुशबू और औषधीय गुण होते हैं। मसाला चाय को बनाने के लिए काली चाय, अदरक और अन्‍य मसालों का उपयोग किया जाता है। मसाला चाय में उपयोग करने वाले प्रमुख मसालों में इलायची, दालचीनी, सौंफ, कालीमिर्च और लौंग आदि शामिल हैं। हालांकि इसके अलावा भी अन्‍य मसालों का उपयोग किया जा सकत है। औषधीय लाभ प्राप्‍त करने के लिए आप पारंपरिक चाय के स्‍थान पर मसाला चाय का उपयोग कर सकते हैं। आइए जाने किन कारणों से मसाला चाय स्‍वास्‍थ्‍य के लिए फायदेमंद होती है।

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मसाला चाय की तासीर – Masala Chai ki taseer in Hindi

जैसा की नाम से पता चलता है कि मसाला चाय को बनाने में कई प्रकार के औषधीय मसालों का इस्‍तेमाल किया जाता है। चूंकि सभी प्रकार के मसाले प्रकृति में गर्म होते हैं। इसलिए इन मसालों का उपयोग करने के कारण मसाला चाय की तासीर भी गर्म होती है जो हमें कई प्रकार की स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं से बचाते हैं।

मसाला चाय में पोषक तत्‍व – Masala Chai Nutrition Facts in Hindi

जड़ी बूटीयों और मसालों के कारण इस चाय का पोषण मूल्‍य बहुत अधिक होता है। मसाला चाय के फायदे इसलिए भी हैं क्‍योंकि इसमें कैलोरी बहुत ही कम होती है। दूध और चीनी रहित मसाला चाय में वसा भी न के बराबर होता है। इसके अलावा मसाला चाय में विभिन्‍न प्रकार के विटामिन, खनिज पदार्थ, पोषक तत्‍व और एंटीऑक्‍सीडेंट होते हैं। इसके अलावा इसमें अलग अलग प्रकार के मसाले भी होते हैं जिनके व्‍यक्तिगत गुण मानव स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बेहद लाभकारी माने जाते हैं। आइए जाने मसाला चाय के फायदे क्‍या हैं।

मसाला चाय के उपयोग – Uses of Masala Tea in Hindi

मसाला चाय बनाना बहुत आसान है। मसाला चाय बनाने का पाउडर ज्यादातर स्टोर पर मिल जाता है, या आप इसे अपने घर के मसालों से बना सकते हैं। इसके कई स्वास्थ्य लाभ इसे आपके भोजन के बीच में पीये जाने के लिए एकदम सही पेय बनाते हैं। जब आप नियमित रूप से लंबी अवधि के लिए मसाला चाय पीते हैं, तो आप अपने पाचन को ठीक रखने, रक्त शर्करा को कम करने, वजन और समग्र स्वास्थ्य में सुधार पाएंगे। मसाला चाय न केवल कैंसर और मधुमेह को रोकने में मदद करती है, बल्कि यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मजबूत बनाती है और आपको आम बीमारियों और संक्रमणों से मुक्त रखती है।

मसाला चाय के फायदे मधुमेह के लिए – Masala Chai ke fayde diabetes ke liye in Hindi

मसाला चाय के फायदे मधुमेह के लिए - Masala Chai ke fayde diabetes ke liye in Hindi

रक्‍त शर्करा की उच्‍च मात्रा के कारण मधुमेह की बीमारी होती है। इसे सामान्‍य भाषा शुगर या डायबिटीज कहा जाता है। आज यह दुनिया की सबसे आम बीमारियों के रूप में जानी जाती है। इस स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या का कोई इलाज नहीं है। केवल इसे नियंत्रित किया जा सकता है। मधुमेह के लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए मसाला चाय का उपयोग कर सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्‍योंकि मसाला चाय में कई प्रकार की औषधीय जड़ी बूटीयों का इस्‍तेमाल किया जात है। जिनके प्रभाव से शरीर में इंसुलिन संवेदनशीलता और उत्‍पादन को बढ़ाने में मदद मिलती है। नियमित रूप से मसाला चाय का सेवन करने से रक्‍त शर्करा के स्‍तर को कम किया जा सकता है। इस तरह से मधुमेह रोगीयों को नियमित रूप से मसाला चाय का सेवन करना चाहिए।

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मसाला टी बेनिफिट्स फोर वेट लॉस – Masala Tea Benefits for Weight Loss in Hindi

मसाला टी बेनिफिट्स फोर वेट लॉस - Masala Tea Benefits for Weight Loss in Hindi

यदि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो सामान्‍य चाय के स्‍थान पर मसाला चाय का सेवन करें। मसाला चाय का सेवन करने से शरीर में जमा अतिरिक्‍त वसा को कम करने में मदद मिलती है। मसाला चाय के पोषक तत्‍व भूख को निय‍ंत्रित करने में मदद करते हैं। अध्‍ययनों से यह भी पता चलता है कि यदि दिन में 3 कप मसाला चाय का सेवन किया जाए तो यह पेट में चर्बी को बढ़ने से रोक सकता है। हालांकि इस बात का विशेष ध्‍यान रखना चाहिए कि यह आयुर्वेदिक उपाय हैं जो लंबे समय के बाद ही अपना प्रभाव दिखाते हैं। इसलिए इन उपायों से तुरंत लाभ प्राप्‍त करना मुश्किल होता है। फिर भी आप अपने अच्‍छे स्‍वास्‍थ्‍य के लिए मसाला चाय को अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं।

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मसाला चाय के लाभ ब्‍लड प्रेशर के लिए – Masala chai ke labh blood pressure ke liye in Hindi

मसाला चाय के लाभ ब्‍लड प्रेशर के लिए - Masala chai ke labh blood pressure ke liye in Hindi

औषधीय चाय के रूप में उपयोग की जाने वाली मसाला चाय के रक्‍तचाप संबंधी समस्‍याओं के लिए भी होते हैं। यदि आप रक्‍तचाप के उतार-चढ़ाव से प्रभावित हैं तो मसाला चाय का इस्तेमाल करें। यह आपकी समस्‍या का समाधान हो सकता है। मसाला चाय के पोषक तत्‍व रक्‍त प्रवाह को बढ़ाने और रक्‍त परिसंचरण नियंत्रित में मदद करते हैं। विशेष रूप से उच्‍च रक्‍तचाप रोगी के लिए मसाला चाय का सेवन बहुत ही लाभकारी होता है। नियंत्रित रक्‍त परिसंचरण से रक्‍तचाप के उतार-चढ़ाव को रोका जा सकता है। इस तरह से रक्‍तचाप रोगी के लिए मसाला चाय लाभदायक होती है।

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मसालेदार चाय के फायदे एनर्जी बढ़ाए – Masaledar chai ke fayde energy badhaye in Hindi

मसालेदार चाय के फायदे एनर्जी बढ़ाए - Masaledar chai ke fayde energy badhaye in Hindi

काली चाय का उपयोग मसाले वाली चाय में मुख्‍य घटक के रूप में किया जाता है। काली चाय में कैफीन होता है जो आपके शरीर को तत्‍काल ऊर्जा दिलाने में मदद करता है। लेकिन यदि केवल अकेले कैफीन की अधिक मात्रा का सेवन किया जाता है तो यह स्‍वास्‍थ्‍य के लिए हानिकारक होती है। लेकिन मसाला चाय के औषधीय गुण इसे संतुलित करने में मदद करते हैं। इसलिए सुबह के समय अपने शरीर को अतिरिक्‍त ऊर्जा दिलाने और अन्‍य स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी फायदे प्राप्‍त करने के लिए आप मसाला चाय को अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं। मसाला चाय एक प्राकृतिक स्‍वस्‍थ उत्तेजक औषधी है जिसे आप बिना किसी परेशानी के ले सकते हैं।

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मसाले वाली चाय का उपयोग पाचन तंत्र के लिए – Masale wali chai ka upyog pachan tantra ke liye in Hindi

मसाले वाली चाय का उपयोग पाचन तंत्र के लिए - Masale wali chai ka upyog pachan tantra ke liye in Hindi

जो लोग पाचन संबंधी समस्‍याओं से परेशान हैं उनके लिए मसालेदार चाय दवा का काम करती है। मसाला चाय में उपयोग होने वाले मसाले विशेष रूप से लौंग, इलायची और तुलसी आदि पाचन क्रिया को उत्‍तेजित करने में सहायक होती हैं। इसके साथ ही मसाला चाय में अदरक का भी उपयोग किया जाता है जो पाचन के लिए लाभकारी होती है। इस तरह से आप अपने पाचन तंत्र को स्‍वस्‍थ्‍य रखने के लिए मसाला चाय का सेवन कर सकते हैं। मसला चाय का नियमित सेवन करने से मुंह में लार के उत्‍पादन में वृद्धि होती है। आपकी लार पाचन क्रिया को सुचारू ढंग से चलाने में अहम भूमिका निभाती है।

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मसाले से बनी चाय से करें कैंसर का उपचार – Masala se bani chai se kare cancer ka upchar in Hindi

मसाले से बनी चाय से करें कैंसर का उपचार - Masala se bani chai se kare cancer ka upchar in Hindi

कई अध्‍ययनो से पता चलता है कि मसाला चाय में शक्तिशाली एंटीऑक्‍सीडेंट होते हैं। ये एंटीऑक्‍सीडेंट कैंसर के लक्षणों और प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं। मसाला चाय में उपयोग की जाने वाली अदरक, दालचीनी और इलायची में कैंसर रोकने वाले गुण होते हैं। शरीर में हानिकारक कणों और फ्री रेडिकल्‍स की वृद्धि के परिणामस्‍वरूप ही कैंसर कोशिकाओं का विकास होता है। मसाला चाय के एंटीऑक्‍सीडेंट कैंसर कोशिकाओं को नष्‍ट करने और इनके विकास को रोकने में मदद करते हैं। इस तरह से आपके द्वारा मसाला चाय का सेवन कैंसर की रोकथाम कर सकता है।

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मसाले की चाय का इस्‍तेमाल मासिक धर्म के लिए – Masale ki chai ka istemal masik dharm ke liye in Hindi

मसाले की चाय का इस्‍तेमाल मासिक धर्म के लिए - Masale ki chai ka istemal masik dharm ke liye in Hindi

औषधीय गुणों से भरपूर मसाला चाय के फायदे महिलाओं के लिए भी होते हैं। महिलाओं को हर माह आने वाले मासिक धर्म के दौरान दर्द और ऐंठन का सामना करना पड़ता है। अध्‍ययनों से पता चलता है कि मसाला चाय में उपयोग किये जाने वाले घटक मासिक धर्म की ऐंठन को कम कर सकते हैं। मसाला चाय के पोषक तत्‍व नसों और मांसपेशियों पर शीतलन प्रभाव डालते हैं। इसके अलावा विभिन्‍न घटकों में मौजूद एंटी-इंफ्लामेटरी गुण अवधि के दौरान होने वाले दर्द को कम करने में सहायक होते हैं। इस तरह से महिलाएं विशेष रूप से मासिक धर्म की परेशानियों से बचने के लिए मसाला चाय का उपयोग कर सकती हैं।

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मसाला से बनी चाय है सर्दी का घरेलू उपाय – Masala se bani chai hai sardi ka upay in Hindi

मसाला से बनी चाय है सर्दी का घरेलू उपाय - Masala se bani chai hai sardi ka upay in Hindi

क्‍या आप सामान्‍य सर्दी और जुकाम से परेशान हैं। यदि ऐसा है तो मसाला चाय का सेवन करें। मसाला चाय में उपयोग किये जाने वाले घटकों में एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटीफंगल, एंटी-बैक्‍टीरियल आदि गुण होते हैं। इसके अलावा लौंग और अदरक भी मसाला चाय में उपयोग किये जाते हैं। ये रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। नियमित रूप से प्रतिदिन 1 कप मसाला चाय का सेवन आपको सर्दी और इसके अन्‍य लक्षणों से छुटकारा दिला सकता है।

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मसालेदार चाय चयापचय में वृद्धि करें – Masala Tea Benefits for Metabolism in Hindi

मसालेदार चाय चयापचय में वृद्धि करें - Masala Tea Benefits for Metabolism in Hindi

स्‍वस्‍थ शरीर के लिए स्‍वस्‍थ चयापच का होना आवश्‍यक है। क्‍योंकि यह शरीर के सभी अंगों को पर्याप्‍त ऊर्जा दिलाने और उनके काम काज को नियंत्रित करने में सहायक होता है। स्‍वस्‍थ्‍य चयापच होने के कारण भोजन अच्‍छी तरह से पचता है जिससे पूरे पोषक तत्‍वों को अवशोषित करने में मदद मिलती है। आप अपने पाचन तंत्र और चयापचय वृद्धि के लिए नियिमत रूप से मसाला चाय का सेवन कर सकते हैं। इस तरह से मसाला चाय मानव स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बेहद फायदेमंद और प्रभावी होती है।

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मसाला चाय घर पर बनाने की विधि – Masala Tea Recipe In Hindi

आप दैनिक उपयोग के लिए मसाला चाय को बाजार से खरीद सकते हैं। इसके अलावा आप इसे अपने घर पर भी आसानी से बना सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ विशेष घटकों की आवश्‍यकता होती है।

मसाला चाय घर में तैयार करने के लिए आपको चाहिए:

  • 20 काली मिर्च
  • 5 लौंग
  • 5 इलायची
  • 1 दालचीनी का तुकड़ा
  • 1 चक्र फूल (star anise)
  • 2.5 कप पानी
  • 2.5 चम्‍मच काली चाय
  • 2 चम्‍मच सौंफ अदरक कटा हुआ।

आप इन सभी अवयवों को (अदरक को छोड़ कर) आपस में मिलाकर 2 मिनिट के लिए तवे पर भूने। इसके बाद आप इन्‍हें कॉफी या मसाला ग्राइंडर की सहायता से पाउडर के रूप में पीस लें। एक बड़े बर्तन में पानी को गर्म करें और इसमें कटा हुआ अदरक और पीसे गए पाउडर को मिलाएं। लगभग 10 मिनिट पकाने के बाद इसे किसी छन्‍नी की सहायता से छान लें। यदि आप मीठी चाय पसंद करते हैं तो इसमें मीठे उत्‍पादों की कम मात्रा को मिलाएं और 5 से 10 मिनिट तक गर्म करें। आपकी मसाला चाय तैयार है। आप इसे किसी बोतल में बंद करके भी रख सकते हैं। इस तरह से बनी चाय 2 से 4 दिन तक उपयोग की जा सकती है। लेकिन इससे बेहतर है कि आप मसाला चाय बनाने के लिए सूखे पाउडर का उपयोग प्रतिदिन करें।

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मसाला चाय पीने के नुकसान – Masala chai pine ke nuksan in Hindi

मसाला चाय पीने के नुकसान - Masala chai pine ke nuksan in Hindi

औषधीय उद्देश्‍यों को पूरा करने के लिए मसाला चाय का उपयोग किया जाता है।

यह बहुत ही फायदेमंद पेय पदार्थ है।

लेकिन सभी खाद्य पदार्थों की तरह ही मसाला चाय का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।

अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से कुछ दुष्‍प्रभाव भी हो सकते हैं।

  • काली चाय में कैफीन होता है जो अधिक मात्रा में सेवन करने पर शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।
  • मसाला चाय में उपयोग किये जाने वाले मसालों से कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है। ऐसी स्थिति में मसाला चाय का सेवन सावधानी से करना चाहिए।
  • अधिक मात्रा में मसाला चाय का सेवन करने से उल्‍टी, मतली आदि की परेशानी हो सकती है।
  • गर्भवती महिलाओं को अधिक मात्रा में मसाला चाय का सेवन करने से बचना चाहिए। क्‍योंकि यह उनमें हार्मोनल असंतुलन को बढ़ा सकता है।

(और पढ़े – चाय पीने से होने वाले इन नुकसान के बारे में नहीं जानते होंगे आप…)

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