सेक्स एजुकेशन

बच्चों को सेक्स के बारे में कब और कैसे बताएं – When To Give Sex Education To Your Child In Hindi

बच्चों को सेक्स के बारे में कब और कैसे बताएं - Bachho Ko Sex Ke Baare Mein Kab Aur Kaise Bataye In Hindi

When to give sex education to your child in Hindi: सेक्स के बारे में अपने बच्चे से बात करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसलिए हमने विशेषज्ञों से पूछा कि सेक्स और यौवन से लेकर और यौन सहमति, रिप्रोडक्शन, प्रेगनेंसी, सेक्सुअल डिजीज सहित अपनी बॉडी से जुड़ी अन्य चीजों के बारे में कब और कैसे बात की जाए। ये तो आप मानते हैं कि एक न एक दिन आपको सेक्स के बारे में अपने बच्चों से बात करनी ही होगी, लेकिन इस मामले में बात करने की शुरुआत करना सबसे मुश्क़िल काम होता है। इसलिए हम यहां आपको कुछ ऐसे आसन टिप्स दे रहे हैं जिनकी मदद से आप अपने बच्चों से सही समय पर और सही तरीके से सेक्स के बारे में बात कर पाएंगे।

बच्चों से सेक्स के बारे में बात करना हर पैरेंट्स के लिए बहुत मुश्किल काम होता है। इंडियन सोशायटी में लोगों की कंडिशनिंग ऐसी होती है कि वे अपने बच्चों से हर टॉपिक पर खुलकर बात नहीं कर पाते हैं और ना ही उन्हें उनकी बॉडी के बारे में बता पाते हैं। ज्यादातर घरों में मांएं अपनी बेटी को पीरियड्स और उसके शरीर में हो रहे बदलावों के बारे में नहीं बता पाती है जबकि पिता अपने बड़े हो रहे बेटे को सेफ सेक्स या हस्तमैथुन के बारे में नहीं बता पाते। सेक्स एजुकेशन के अभाव में बच्चों को रिप्रोडक्शन, प्रेगनेंसी, सेक्सुअल डिजीज सहित अपनी बॉडी से जुड़ी अन्य चीजों के बारे में पता नहीं चल पाता है।

एक्सपर्ट्स का मानना है कि बच्चों को सेक्स के बारे में बचपन से ही बताना शुरू कर देना चाहिए ताकि जब बच्चा बड़ा हो जाए तो पैरेंट्स को उसे सेक्स एजुकेशन देने में शर्म महसूस ना हो और वह भी अपने माता पिता से खुलकर सवाल पूछ सके। इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि बच्चों से सेक्स के बारे में कैसे बात शुरू करनी चाहिए और बच्चों को किस उम्र में क्या बताना चाहिए।

विषय सूची

  1. बच्चों से सेक्स के बारे में बात कैसे शुरू करें – How to start conversations about sex with my kids in Hindi
  2. छोटे बच्चों से सेक्स के बारे में कैसे बात करें – How to talk to small children about sex in Hindi
  3. किशोरावस्था से पहले के बच्चों से सेक्स के बारे में कैसे बात करें  – How to talk to preteens about sex in Hindi
  4. किशोर बच्चों से सेक्स के बारे में कैसे बात करें – How to talk to teenagers about sex in Hindi
  5. बच्चों से हस्तमैथुन के बारे में कैसे बात करें – How to talk about masturbation with kids in Hindi

बच्चों से सेक्स के बारे में बात कैसे शुरू करें – How to start conversations about sex with my kids in Hindi

बच्चों से सेक्स के बारे में बात कैसे शुरू करें - How to start conversations about sex with my kids in Hindi

किशोर बच्चों से सेक्स, रिलेशनशिप और उनके स्वास्थ्य के बारे में बात करना लाइफ लांग चलता रहता है। लेकिन समय समय पर थोड़ी थोड़ी चीजें बताते रहने से प्रेशर कम रहता है और बच्चों को नैतिक मूल्यों एवं शरीर के बारे में जानकारी प्राप्त होती है। ज्यादातर घरों में बच्चों के साथ इस तरह की बातें शुरू करने के लिए पैरेंट्स को कोई टॉपिक नहीं मिल पाता है। इसलिए माता पिता यह सोचते रहते हैं कि बच्चों से बात कैसे शुरू की जाए। वास्तव में रोजमर्जा के जीवन में ऐसी बहुत सी चीजें होती हैं जिन्हें आधार बनाकर आप बच्चों से सेक्स के बारे में बात कर सकते हैं। जैसे कि-

  • जब आप या घर की अन्य कोई महिला, दोस्त या पड़ोसी यह कहे कि वह प्रेगनेंट हो गयी है तो बच्चों को इस दौरान आप सेक्स की जानकारी दें।
  • टीवी शो, मूवी, रेडियो या सांग में प्यूबर्टी, डेटिंग, एलजीबीटीक्यू का मुद्दा, लव और सेक्स के बारे में कुछ दिखे तो इस दौरान आप बच्चे से खुलकर बात करें।
  • जब आप किसी सेलीब्रिटी की कामुकता या फिर किसी मॉडल की खुली बॉडी का प्रदर्शन देखें तो बच्चों को यौन शिक्षा दें।
  • पैड, टैम्पोन, बर्थ-कंट्रोल और कंडोम के विज्ञापन देखकर इसके बारे में बच्चों से बात करें।
  • सेक्स से जुड़े एड, न्यूज स्टोरी से बच्चों को सेक्स के बारे में अवेयर करें।
  • जब इस तरह की बातें आपके सामने आएं और आपका बच्चा भी उसे सुन रहा हो तो मौके का फायदा उठाएं और उससे एकदम खुला सवाल पूछें।
  • तुम्हें पता है कि प्रेगनेंसी कैसे होती है?
  • तुम्हें लगता है कि सेलिब्रिटी सच में अपनी बॉडी दिखाते हैं या ये सब फोटोशॉप किया हुआ है।
  • जिस तरह से टीवी में लड़के लड़कियां डेटिंग करते हैं, वैसे अगर तुम्हारे साथ कोई करे तो क्या करोगे।

(और पढ़े – सेक्स एजुकेशन (यौन शिक्षा))

छोटे बच्चों से सेक्स के बारे में कैसे बात करें – How to talk to small children about sex in Hindi

छोटे बच्चों से सेक्स के बारे में कैसे बात करें - How to talk to small children about sex in Hindi

जब बच्चे बहुत छोटे होते हैं तब माता पिता को उन्हें सेक्सुअल कंसेप्ट के बारे में बताने में घबराहट होना आम बात है। लेकिन उन्हें इसके बारे में बताने का सबसे आसान तरीका यह है कि उन्हें उनके बॉडी पार्ट्स के सही नाम बताना शुरू करें लेकिन सही तरीके से, ना कि स्लैंग तरीके से। जब बच्चे थोड़ा समझने लगते हैं तब पैरेंट्स को इनके जननांगों के नाम बताने चाहिए। बच्चों को बॉडी पार्ट्स के नाम सही लैंग्वेज में बताने से सेक्स को लेकर संकोच थोड़ा खत्म होता है और उसे कोई परेशानी होती है तो वह अपने माता पिता सहित काउंसलर और मेडिकल प्रोफेशनल को भी बिना घबराहट के बता सकता है।

इसके बाद बच्चों को सेक्सुअल कंसेंट के बारे में बताना चाहिए कि यदि कोई छूने के लिए मना करता है तो उसकी सहमति के बिना उसे नहीं छूना चाहिए। बड़े होते बच्चों को जेंडर के बारे में बताना बेहतर होता है। आपको बच्चों से उसी तरह सिंपल तरीके से बात करना चाहिए जिस तरीके से आप उन्हें कुछ सीखाने के लिए बात करते हैं।

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किशोरावस्था से पहले के बच्चों से सेक्स के बारे में कैसे बात करें  – How to talk to preteens about sex in Hindi

किशोरावस्था से पहले के बच्चों से सेक्स के बारे में कैसे बात करें  - How to talk to preteens about sex in Hindi

आमतौर पर 9 से 10 साल की उम्र तक बच्चों को यह सीखाना चाहिए उनकी और उनके जैसे अन्य बच्चों की बॉडी में जल्द ही परिवर्तन होना शुरू होगा। वास्तव में यह रिप्रोडक्टिव सिस्टम को एक्टिवेट करने के लिए होता है। एलीमेंट्री स्कूल खत्म करके बच्चे जब मिडिल स्कूल में पहुंचते हैं तो पैरेंट्स के लिय यह बेहत इंपॉर्टेंट है कि वे अपने बच्चों को रिलेशनशिप के बीच कम्युनिकेशन स्किल को सीखाएं। 13-14 साल की उम्र में बच्चों में सेक्स हार्मोन्स सक्रिय हो जाते हैं और आपके बच्चे स्वाभाविक रूप से विपरीत लिंग के प्रति उत्सुक रहने लगते हैं।

हालांकि इस उम्र में बच्चे डेटिंग नहीं शुरू करते हैं लेकिन एक दूसरे की तरह देखना शुरू ही कर देते हैं। जब आप पहले ही बच्चों को यह सीखाएंगे कि रिलेशनशिप में किस तरह से बात की जाती है तो वह आगे चलकर जब वह प्यार में पड़ेगा तो उसे सेक्स एवं अन्य चीजों के बारे में बात करने में हिचक नहीं होगी।

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किशोर बच्चों से सेक्स के बारे में कैसे बात करें – How to talk to teenagers about sex in Hindi

किशोर बच्चों से सेक्स के बारे में कैसे बात करें - How to talk to teenagers about sex in Hindi

बच्चों की किशोरावस्था एक ऐसी उम्र है जब माता पिता बच्चों को सेक्स के बारे में बताना चाहते हैं तो बच्चा कहता है कि ओह्ह मम्मी, मैं इसके बारे में बात नहीं करना चाहता, मैं सब कुछ जानता हूं। एक्सपर्ट कहते हैं कि बच्चे भले ही यह कहें लेकिन माता पिता को अपने बच्चों को यह रिमाइंड कराना चाहिए कि चलो ठीक है तुम जानते हो लेकिन हमें एक साथ बैठकर सेक्स के बारे में बात करनी चाहिए। बच्चे थोड़ा ड्रामा करते हैं लेकिन समझाने पर धीरे धीरे समझने लगते हैं और पैरेंट्स की बातों को भी सुनने लगते हैं।

यह ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि जब आप बच्चे को सेक्स के बारे में बताएं तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपको सिर्फ यह बताना है कि प्रेगनेंसी से कैसे बचें। बल्कि बच्चों को सेफ सेक्स के बारे में भी बताना चाहिए। इसके साथ ही सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज के बारे में भी बताना चाहिए।

आप अपने बच्चों को अनचाही प्रेग्नेंसी या कम उम्र में प्रेग्नेंट होने के आंकड़ों के बारे में बता सकते हैं और उन्हें एचआईवी/एड्स और अन्य सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज (STDs) से होने वाले ख़तरों के बारे में जानकारी दे सकते हैं। किशोर बच्चों को मेल और फीमेल कंडोम के बारे में भी बताया जा सकता है जैसे की इसका क्या काम है वे इसे कहां से ख़रीद सकते हैं और इसे कैसे इसका इस्तेमाल किया जाता हैं, इसकी पूरी जानकारी दें।

(और पढ़े – किशोरावस्था की शुरुआत और पैरेंट्स की ज़िम्मेदारियाँ…)

बच्चों से हस्तमैथुन के बारे में कैसे बात करें – How to talk about masturbation with kids in Hindi

बच्चों से हस्तमैथुन के बारे में कैसे बात करें - How to talk about masturbation with kids in Hindi

एक्सपर्ट बताते हैं कि मास्टरबेशन के बारे में बच्चों से बात करना बहुत मुश्किल काम नहीं है। छोटे बच्चे बिल्कुल भी नहीं जानते हैं कि हस्तमैथुन का मतलब क्या होता है। उन्हें सिर्फ इतना पता होता है कि उसे छूने पर अच्छा लगता है। बड़े बच्चों को हस्तमैथुन के बारे में बताने में पैरेंट्स को थोड़ी कठिनाई जरूर हो सकती है। लेकिन माता पिता को इस तरह बताना चाहिए कि हम जानते हैं कि अपनी बॉडी में कहीं कहीं छूना तुम्हें बहुत अच्छा लगता होगा। लेकिन यदि कभी भी प्राइवेट पार्ट्स को छूने का मन करे तो अकेले में या फिर किसी कमरे में ऐसा करना चाहिए।

(और पढ़े – हस्तमैथुन के बारे में पूरी जानकारी…)

किशोरावस्था में पहुंच चुके बच्चों को पैरेंट्स बता सकते हैं कि यह पूरी तरह नैचुरल और नॉर्मल है और यह गंदा नहीं है। इस उम्र के बच्चों के दिमाग में सेक्स अधिक रहता है इसलिए उन्हें सुरक्षित सेक्स के बारे में बताना चाहिए।

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