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टैम्पोन का उपयोग कैसे करें फायदे और नुकसान – How To Use Tampon Benefits And Side Effects In Hindi

टैम्पोन का उपयोग कैसे करें फायदे और नुकसान - How To Use Tampon Benefits And Side Effects In Hindi

Tampons in hindi आज इस आर्टिकल में हम आपको टैम्पोन क्या होता है टैम्पोन के प्रकार, टैम्पोन इस्तेमाल करने का सही तरीका, टैम्पोन के फायदे, टैम्पोन के नुकसान के बारे में बताएंगे। महिलाओं के मासिक धर्म का चक्र 28 दिन का होता है और सभी महिलाओं को हर महीने मासिक धर्म से गुजरना पड़ता है। कभी-कभी महिला का मासिक धर्म चक्र 21 से 35 दिन के बीच भी हो जाता है, यह महिला के स्वास्थ्य (women’s health) पर निर्भर करता है। मासिक धर्म का खून महिला के शरीर में उसके योनि से निकलता है और उन्हें हर महीने 3 से 5 दिन मासिक धर्म के लिए पैड का इस्तेमाल करना पड़ता है।

लेकिन आज के आधुनिक युग में अब पैड का उपयोग करना पुरानी बात हो गई है। अब मासिक धर्म के खून (periods) को अवशोषित (absorb) करने के लिए टैम्पोन चलन में है। ज्यादातर आधुनिक महिलाएं अब टैम्पोन का उपयोग करती हैं, जिससे उन्हें काफी राहत महसूस होती है।

1. टैम्पोन क्या होता है – Tampon kya hota hai in hindi
2. टैम्पोन के प्रकार – Types of Tampon in Hindi
3. टैम्पोन इस्तेमाल करने का सही तरीका – tampon kaise use kiya jaya hai
4. टैम्पोन के फायदे – Benefits of Tampon in Hindi
5. टैम्पोन के नुकसान – Tampon ke nuksan in Hindi

टैम्पोन क्या होता है – Tampon Kya Hota Hai in Hindi

टैम्पोन क्या होता है - Tampon kya hota hai in hindi

What is a Tampon in Hindi टैम्पोन एक ऐसी चीज है जो महिलाओं के मासिक धर्म में एक पैड की तरह काम करता है। यह मासिक धर्म के दौरान योनि से निकलने वाले खून को अवशोषित करने के लिए योनि के अंदर डाला जाता है। टैम्पोन आकार में सिलेंडर या सीरिंज की तरह होता है जिसे बिल्कुल आसानी से योनि में डाला (insert) और निकाला जा सकता है। टैम्पोन कॉटन, रेयान या इन दोनों को मिलाकर बनाया जाता है। यह पीरियड के दौरान योनि के खून को पूरी तरह सोख लेता है। टैम्पोन अलग-अलग साइज में बाजारों और दवा की दूकानों पर उपलब्ध है।

(और पढ़ें – जानें पीरियड में पैड लगाने का सही तरीका क्या है वीडियो के साथ)

टैम्पोन के प्रकार – Types of Tampon in Hindi

अलग-अलग साइज के टैम्पोन की अवशोषित करने की क्षमता (absorption capacity) भी अलग-अलग होती है। इसलिए इसे अच्छे से परख कर ही खरीदना चाहिए। आपको यहां हम कुछ तरह के टैम्पोन के बारे में बता रहे हैं।

  • लाइट टैम्पोन: नए लोगों के लिए लाइट टैम्पोन अच्छा माना जाता है क्योंकि इसे योनि में डालना आसान होता है और यह ब्लड को अच्छी तरह से सोखता है।
  • रेगुलर टैम्पोन: रेगुलर टैम्पोन में लाइट टैम्पोन (lite tampon) की अपेक्षा अधिक मात्रा में और अधिक देर तक ब्लड को अवशोषित करने की क्षमता होती है। लेकिन जब पीरियड में खून कम आता है या पीरियड खत्म होने वाला हो तो इसे इस्तेमाल करना समझदारी नहीं है।
  • सुपर टैम्पोन: अमूमन मासिक धर्म के पहले और दूसरे दिन महिलाओं को अधिक खून निकलता है। सुपर टैम्पोन पहले और दूसरे दिन निकलने वाले अधिक खून और खून के अधिक बहाव को अवशोषित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
  • सुपर प्लस टैम्पोन: अगर आपको बहुत ज्यादा ब्लीडिंग हो रही हो और आपको इस बात का डर हो कि कहीं यह आपके जींस में न लग जाए तो इस डर से बचने के लिए सुपर प्लस टैम्पोन का इस्तेमाल किया जाता है। यह कहीं से भी ब्लड को लीक नहीं होने देता है और आप सुरक्षित महसूस करती हैं।

टैम्पोन के इस्तेमाल से पहले यदि आप बढ़िया टैम्पोन का चुनाव करती हैं तो आपको बेहतर परिणाम मिलेगा और यह पूरे खून को आसानी से सोख लेता है। इसे आठ घंटे के भीतर बदलने की जरूरत होती है।

(और पढ़ें – सैनिटरी नैपकिन क्या है सही सेनेटरी पैड का चुनाव और लगाने का तरीका)

टैम्पोन इस्तेमाल करने का सही तरीका – Tips for Proper Use of Tampon in Hindi

योनि में टैम्पोन को सही तरीके से लगाना बहुत जरूरी है क्योंकि अगर इसे योनि में सही तरीके से नहीं डाला गया तो यह योनि में घाव भी उत्पन्न कर सकता है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि टैम्पोन को सही तरीके से योनि (vagina) में कैसे डालें।

  • पहले साबुन से अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ कर लें। हाथ को साफ टॉवेल से पोछकर टैम्पोन को डिब्बे से निकालें। अगर टैम्पोन जमीन पर गिर जाए तो इसे फेंक दें और दूसरा टैम्पोन (tampon) निकालें।
  • आपको बैठने में सहजता महसूस हो तो बैठ जाएं या अगर खड़े होकर लगाना चाहती हैं तो खड़े रहें। कुछ महिलाएं अपना एक पैर टॉयलेट सीट (toilet sheet) पर और एक पैर नीचे या एक पैर टब के ऊपर और दूसरा पैर नीचे रखकर टैम्पोन लगाती हैं। खैर, आपको जो पोजिशन ठीक लगे उसमें आप आ जाएं। इसके बाद टैम्पोन को उंगलियों से पकड़े। अब टैम्पोन के छोटे और पतले हिस्से को बीच से पकड़ें और इसे योनि में अंदर तक डालें। यह ध्यान रखें कि टैम्पोन का स्ट्रिंग बाहर से दिखाई देना चाहिए और यह आपके शरीर से टकराना भी नहीं चाहिए।
  • अपने दूसरे हाथ से योनि की स्किन की फोल्ड को हटाएं और योनि के द्वार पर टैम्पोन को डालें।
  • अब बिल्कुल आराम से टैम्पोन को योनि द्वार (vagina opening) के अंदर प्रवेश कराएं और जब आपकी उंगलियां शरीर को छूने लगे तो इसे छोड़ दें, बाहर की ओर सिर्फ आउटर ट्यूब ही रहेगा।
  • टैम्पोन योनि के अंदर प्रवेश कर जाए तो इसके बाहरी ट्यूब के हिस्से पर जहां कि स्ट्रिंग दिखाई देता है, इसे उंगली से हल्ले से धक्का दें। इससे टैम्पोन योनि के अंदर सही तरीके से चला जाता है।
  • जब अंदरूनी ट्यूब योनि में चला जाए तो अंगूठे और बीच की उंगली की मदद से आउटर ट्यूब को हटा दें। लेकिन यह ध्यान दें कि स्ट्रिंग योनि के द्वार पर ही लटकता रहेगा। बाद में जब आपको टैम्पोन निकालने की जरूरत पड़े तो स्ट्रिंग (string) को पकड़कर आराम से नीचे की ओर खींचे, टैम्पोन आराम से निकल जाएगा।
  • टैम्पोन को लगाने से पहले और टैम्पोन को योनि से निकालने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह साफ कर लें।

टैम्पोन के फायदे – Benefits of Tampon in Hindi

वास्तव में टैम्पोन सैनिटरी पैड का ही काम करता है लेकिन फर्क इतना है कि टैम्पोन को योनि के अंदर प्रवेश कराना पड़ता है। यह काम तो पैड का ही करता है लेकिन इसे पैड (sanitary pad) की तरह बाहर नहीं लगाया जाता है। अन्य सैनिटरी पैड की अपेक्षा टैम्पोन के कई फायदे होते हैं।

  • टैम्पोन योनि के अंदर ही खून को अवशोषित कर लेता है इसलिए कपड़े में पीरियड का खून लगने का डर नहीं रहता है।
  • Tampon का इस्तेमाल करने का एक फायदा यह होता है कि इसे लगाने से पैड की तरह यह पैंटी को खून (blood) से गीला नहीं करता जिससे आपकी एक बड़ी परेशानी दूर हो जाती है।
  • अधिक खून निकलने पर बार-बार पैड की तरह इसे बदलने की चिंता नहीं रहती है क्योंकि यह अधिक खून को आसानी से सोखने की क्षमता रखता है।
  • टैम्पोन, पैड की तरह भारी नहीं लगता है और ना ही उठने-बैठने में अधिक खिसकता है इसलिए टैम्पोन लगाने के बाद आप काफी राहत महसूस करेंगी।

टैम्पोन के नुकसान – Side Effects of Tampon in Hindi

  • Tampon का इस्तेमाल जितना ही फायदेमंद है उतना ही इससे नुकसान होने की भी संभावना रहती है। आइये जानें कि क्या हो सकते हैं टैम्पोन के नुकसान
  • सैनिटरी पैड को बार-बार चेक किया जा सकता है लेकिन टैम्पोन (tampon)को एक बार लगाने के बाद बार-बार चेक नहीं किया जा सकता है।
  • टैम्पोन का इस्तेमाल करने से आपको टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम यानि टीएसएस होने का खतरा रहता है।
  • Tampon को बनाने में क्लोरीन, पेस्टिसाइड और केमिकल का प्रयोग किया जाता है। टैम्पोन का इस्तेमाल कई मामलों में खतरनाक हो सकता है।
  • टैम्पोन में क्लोरीन होने के कारण इसके इस्तेमाल से गर्भाशय कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बना रहता है।
  • Tampon का इस्तेमाल करने से योनि में खुजली और जलन भी हो सकता है। इसलिए यदि आपकी अंदरूनी त्वचा अधिक संवेदनशील हो तो आपको इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

(और पढ़ें – योनि में खुजली के लक्षण, कारण और घरेलू उपाय )

इस लेख में आपने जाना टैम्पोन क्या होता है What is a Tampon in Hindi, टैम्पोन के प्रकार Types of Tampons in Hindi, टैम्पोन इस्तेमाल करने का सही तरीका Tips for Proper Use of Tampons in Hindi, टैम्पोन के फायदे Benefits of Tampons in Hindi, टैम्पोन के नुकसान Side-Effects of Tampons in Hindi के बारे में।

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