बीमारी

ज्यादा भूख लगने के लक्षण, कारण, इलाज, उपचार, बचाव और आहार – Polyphagia (Increased appetite) in Hindi

ज्यादा भूख लगने की समस्या एक बीमारी भी हो सकती है, जो अनेक स्थितयों को प्रगट करती है। अधिकांश स्थितियों में भूख का बढ़ना, मधुमेह का संकेत हो सकती है। ज्यादा भूख लगना को अग्रेज़ी में पॉलीफेगिया कहा जाता है। इस समस्या से ग्रस्त व्यक्ति अधिक भोजन करने के बाद भी कम वजन का अनुभव करते हैं, क्योंकि अतिरिक्त कैलोरी मूत्र में शर्करा या ग्लूकोज के रूप में शरीर से बहार कर दी जाती है। इसके अतिरिक्त हाइपरथायरायडिज्म और ग्रेव्स रोग (Graves’ disease) सहित कुछ स्थितियों के कारण भी भूख में वृद्धि हो सकती है।

अतः यदि किसी व्यक्ति को बढ़ी हुई भूख के साथ साथ अन्य लक्षण प्रगट होते हैं, तो उसे डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। यह लेख ज्यादा भूख लगना की बीमारी के बारे में है। इसमें आप ज्यादा भूख लगने के कारण, लक्षण, जांच, इलाज, और बचाव के उपाय के बारे में जानेगें।

विषय सूची

पॉलीफेगिया क्या है – What is polyphagia in Hindi

पॉलीफेगिया (polyphagia), जिसे हाइपरफैगिया (hyperphagia) भी कहा जाता है, अधिक भूख या भूख में वृद्धि (Increased appetite) की स्थिति का वर्णन करने के लिए एक चिकित्सकीय शब्द है। इसका संबंध व्यायाम या अन्य शारीरिक गतिविधियों के बाद भूख में वृद्धि से नहीं है। चूँकि अन्य मामलों में खाना खाने के बाद भूख का स्तर सामान्य हो जाता है, जबकि अधिक भोजन करने के बाद भी पॉलीफेगिया (ज्यादा भूख लगने) की समस्या दूर नहीं होती है, और लंबे समय तक बनी रहती है।

पॉलीफेगिया की स्थिति में अधिक भूख लगने के साथ पॉलीडिप्सिया (Polydipsia) (प्यास में वृद्धि) और पॉल्यूरिया (Polyuria) (अत्यधिक पेशाब जाना) की समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। पॉलीफेगिया का इलाज करने के लिए अंतर्निहित कारणों को नियंत्रित करने की आवश्यकता होती है।

(और पढ़े – ज्यादा भूख लगने के कारण क्या है…)

अधिक भूख लगने के कारण – Polyphagia causes in Hindi

अनेक प्रकार की स्थितियां ज्यादा भूख लगने (पॉलीफेगिया) की बीमारी का कारण बन सकती हैं, जिनमें शामिल हैं:

ज्यादा भूख लगने का कारण हाइपोग्लाइसीमिया – Polyphagia causes Hypoglycemia in Hindi

हाइपोग्लाइसीमिया (Hypoglycemia), एक निम्न रक्त शर्करा की स्थिति है। यह समस्या, अधिकतर मधुमेह वाले व्यक्तियों को परेशान करने के साथ-साथ किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है। हाइपोग्लाइसीमिया की स्थिति ज्यादा भूख लगाने (polyphagia) के साथ-साथ निम्न लक्षणों के उत्पन्न होने का कारण बन सकती है, जिनमें शामिल हैं:

(और पढ़े – सिरदर्द दूर करने के घरेलू उपाय…)

भूख में वृद्धि का कारण हाइपरथायरायडिज्म – Cause of Polyphagia is Hyperthyroidism in Hindi

हाइपरथायरायडिज्म एक ऐसी स्थिति है, जिसमें थायरॉयड तेजी से कार्य करता है। थायरॉयड ग्रंथि, शरीर के कई कार्यों को नियंत्रित करने के लिए कुछ हार्मोन रिलीज करती है। थायराइड हार्मोन चयापचय में भी मुख्य भूमिका निभाते हैं। अतः जब बहुत अधिक मात्रा में थायराइड हार्मोन का उत्पादन होता है, तो चयापचय की क्रिया तीव्र हो जाती है, और ज्यादा भूख की समस्या (polyphagia) उत्पन्न होती है। अधिक भूख लगने के अलावा इस स्थिति में निम्न लक्षण भी प्रगट हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

(और पढ़े – थायराइड के लक्षण कारण व घरेलू उपचार…)

बढ़ी हुई भूख का कारण हो सकता है मधुमेह – Increased appetite (Polyphagia) by Diabetes in Hindi

पॉलीफेगिया (बहुत अधिक भूख लगना), मधुमेह की बीमारी की ओर इशारा हो सकता है। शरीर द्वारा भोजन को ग्लूकोज में बदला जाता है। यदि किसी व्यक्ति को मधुमेह है, तो उसका शरीर या तो इंसुलिन का पर्याप्त उत्पादन नहीं करता है (टाइप 1 डायबिटीज की स्थिति) या फिर शरीर ठीक तरह से इंसुलिन का उपयोग नहीं करता है (टाइप 2 डायबिटीज की स्थिति)। जिसके फलस्वरूप, रक्तप्रवाह में ग्लूकोज का स्तर बढ़ता है और कोशिकाएं ग्लूकोज को ऊर्जा के रूप में उपयोग नहीं कर पाती हैं। ऊर्जा की कमी की स्थिति में कोशिकाएं, मस्तिष्क को खाना खाने का संकेत देती हैं। अतः मधुमेह की स्थिति में ज्यादा भूख लगने के साथ अन्य लक्षण भी उत्पन्न होते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • लगातार पेशाब आना
  • अत्यधिक प्यास लगना
  • अस्पष्ट रूप से वजन घटाना
  • धुंधली दृष्टि
  • धीमी गति से घाव भरना, इत्यादि।

(और पढ़े – टाइप 2 मधुमेह क्या है, कारण, लक्षण, उपचार, रोकथाम और आहार…)

पॉलीफेगिया का कारण प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम – Polyphagia due to Premenstrual syndrome in Hindi

एक महिला के मासिक चक्र (monthly cycle) से जुड़े हार्मोन परिवर्तन के कारण पीरियड शुरू होने से पहले ही बहुत अधिक भूख का अहसास हो सकता है। एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन में स्पाइक्स (Spikes) और सेरोटोनिन (serotonin) के कम स्तर के परिणामस्वरूप कार्ब्स और वसा को प्राप्त करने की तीव्र इच्क्षा हो सकती है। प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के अन्य लक्षणों में निम्न को शामिल किया जा सकता है, जैसे:

(और पढ़े – प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) के कारण, लक्षण और इलाज…)

अधिक भूख का कारण हो सकता है तनाव – Excess appetite causes Stress in Hindi

तनावग्रस्त होने की स्थिति में व्यक्ति का शरीर अधिक मात्रा में कोर्टिसोल (Cortisol) हार्मोन जारी करता है। कोर्टिसोल हार्मोन के कारण अधिक भूख लगने की समस्या उत्पन्न हो सकती है। तनाव की स्थिति में पॉलीफेगिया (polyphagia) के अलावा निम्न शारीरिक लक्षण भी प्रगट हो सकते हैं, जैसे:

(और पढ़े – मानसिक तनाव के कारण, लक्षण एवं बचने के उपाय…)

नींद की कमी से भूख में वृद्धि की बीमारी – Lack of sleep Polyphagia causes in Hindi

पर्याप्त नींद नहीं लेने से व्यक्ति का शरीर भूख को नियंत्रित करने वाले हार्मोन के स्तर को कंट्रोल नहीं कर पाता है। जिससे बहुत अधिक भूख लगने की स्थिति में व्यक्ति आमतौर पर अधिक कैलोरी वाले आहार का सेवन कर सकता है। इसके अलावा स्लीप एपनिया (Sleep apnea) और अन्य नींद विकार भी ज्यादा भूख लगने (polyphagia) की भावना को पैदा कर सकते हैं।

पर्याप्त नींद न लेने की स्थिति में व्यक्ति निम्न लक्षणों को महसूस कर सकता है:

  • दिन के समय नींद आना
  • मनोदशा (मूड) में बदलाव
  • याददाश्त की समस्या उत्पन्न होना
  • ध्यान लगाना मुश्किल होना, इत्यादि।

(और पढ़े – गहरी और अच्छी नींद लेने के लिए घरेलू उपाय…)

पॉलीफेगिया का कारण हो सकता है आहार – Increased appetite by diet in Hindi

यदि कोई व्यक्ति अस्वास्थ्यकर कार्ब्स और वसा युक्त आहार, जैसे- सफेद ब्रेड या फास्ट फूड, का अधिक सेवन करता है, तो उस व्यक्ति को भोजन करने के तुरंत बाद फिर से भूख का अहसास हो सकता है। इस स्थती में ज्यादा भूख इस बजह से लगती हैं, क्योंकि इन खाद्य पदार्थों में पोषक तत्वों की कमी होती है। अस्वास्थ्यकर आहार के अन्य लक्षण निम्न को शामिल हैं:

(और पढ़े – वसा के स्रोत, फायदे और नुकसान…)

पॉलीफेगिया के लिए डॉक्टर को कब दिखाना है – When to see a doctor for Polyphagia in Hindi

यदि किसी व्यक्ति को अत्यधिक भूख के साथ-साथ अत्यधिक प्यास या पेशाब की समस्या परेशान करती है, तो व्यक्ति को समस्या का निदान करने के लिए डॉक्टर की सहायता लेनी चाहिए। यह लक्षण मधुमेह की ओर इशारा कर सकते हैं। यदि किसी व्यक्ति को पॉलीफेगिया (polyphagia) के किसी संभावित कारण से सम्बंधित लक्षणों का अनुभव होता है, तो उसे तुरंत डॉक्टर से दिखाना चाहिए।

ज्यादा भूख लगने का निदान – Polyphagia Diagnosis in Hindi

ज्यादा भूख लगने की बीमारी का निदान करने के लिए डॉक्टर मरीज के चिकित्सकीय इतिहास के बारे में विस्तार से जानकारी लेगा और लक्षणों से सम्बंधित कुछ प्रश्न पूंछ सकता है।

लक्षणों और आहार के आधार पर डॉक्टर बढ़ी हुई भूख या पॉलीफेगिया के कारण का पता लगाने में सक्षम हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त असमंजस की स्थिति में बड़ी हुई भूख के कारणों की जाँच करने के लिए डॉक्टर रक्त परीक्षण की सिफारिश कर सकता है। रक्त परीक्षण के तहत निम्न की जाँच की जा सकती है:

  • रक्त ग्लूकोज परीक्षण (मधुमेह का निदान करने के लिए)
  • थायराइड फंक्शन टेस्ट (हाइपरथायरायडिज्म का निदान करने के लिए), इत्यादि।

(और पढ़े – रक्त ग्लूकोज (ब्लड शुगर) परीक्षण क्या है, तैयारी, प्रक्रिया, परीणाम और कीमत…)

ज्यादा भूख लगने का इलाज – Polyphagia treatment in Hindi

पॉलीफेगिया (अधिक भूख लगने की बीमारी) के अंतर्निहित कारणों के आधार पर उपचार प्रक्रिया को अपनाया जाता है। पॉलीफेगिया का कारण बनने वाली अनेक स्थितियां जैसे- मधुमेह, हाइपरथायरायडिज्म, और प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम इत्यादि का इलाज करने के लिए दवा की सिफारिश की जा सकता है।

डॉक्टर द्वारा ज्यादा भूख लगने की स्थिति में एक स्वस्थ आहार के सेवन और नियमित व्यायाम करने की भी सिफारिश की जा सकती है। उचित व्यायाम और आहार, भूख को नियंत्रित करने के साथ-साथ अंतर्निहित स्थितियों का इलाज करने के लिए भी फायदेमंद हो सकते हैं।

यदि पॉलीफेगिया (बढ़ी हुई भूख की समस्या), एक मानसिक स्वास्थ्य समस्या (जैसे कि चिंता या अवसाद) के कारण उत्पन्न होता है, तो डॉक्टर सही इलाज का चुनाव करने के लिए एक मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ की मदद ले सकता है। इन समस्याओं के इलाज में निम्न को शामिल किया जा सकता है:

  • संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी (cognitive behavioral therapy)
  • टॉक थेरेपी (talk therapy)
  • एंटीडिपेंटेंट्स या चिंता निवारक (antianxiety) दवा, इत्यादि।

(और पढ़े – हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण, कारण, जांच और इलाज…)

ज्यादा भूख लगने की बीमारी से बचाव – Polyphagia prevention in Hindi

पॉलीफेगिया (बढ़ी हुई भूख की समस्या) से बचने के लिए एक स्वास्थ्य जीवनशैली को अपना तथा आंतरिक स्वास्थ्य समस्याओं को नियंत्रित रखने के लिए उचित उपाय अपनाना आवश्यक होता है। पॉलीफेगिया की रोकथाम के लिए निम्न उपाय अपनाए जा सकते  हैं, जैसे:

  • किसी भी प्रकार की दवा का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।
  • पर्याप्त नीद लें।
  • पोषक तत्वों से परिपूर्ण आहार का अधिक सेवन करें।
  • डायबिटीज पर नियंत्रण रखें तथा समय समय पर रक्त शर्करा की जाँच कराएं।
  • तनाव को कम करने के लिए उचित उपाय अपनाए जैसे- नियमित व्यायाम करें, स्वास्थ्य आहार का सेवन करें, इत्यादि।

(और पढ़े – भूख कम करने के घरेलू उपाय…)

पॉलीफेगिया आहार – polyphagia diet in Hindi

अधिक भूख लगने की बीमारी या पॉलीफेगिया की स्थिति से छुटकारा पाने के लिए फाइबर और प्रोटीन से परिपूर्ण आहार के सेवन की सलाह दी जाती है। क्योंकि फाइबर युक्त आहार भूख को नियंत्रित करने के लिए भरे हुए पेट की भावना को उत्पन्न करने में मदद करता है। पॉलीफेगिया की स्थिति में निम्न आहार के सेवन की सिफारिश की जाती है, जैसे:

  • फल और सब्जियां
  • साबुत अनाज
  • फलियां
  • दुबला मांस और मछली, इत्यादि।

(और पढ़े – संतुलित आहार के लिए जरूरी तत्व , जिसे अपनाकर आप रोंगों से बच पाएंगे…)

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