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एक्जिमा क्या है, कारण, लक्षण, बचाव और घरेलू उपचार – Eczema Causes, Symptoms, and Treatment in Hindi

एक्जिमा क्या है, कारण, लक्षण, बचाव और घरेलू उपचार – Eczema Causes, Symptoms, and Treatment in Hindi

Eczema in hindi यदि किसी व्यक्ति को समय-समय में त्वचा पर लाल चकते और खुजली होती है, तो उस व्यक्ति को एक्जिमा (Eczema) रोग हो सकता है। यह स्थिति आमतौर पर शिशुओं को अधिक प्रभावित करती है, जिसमें उनकी त्वचा पर शुष्क और परतदार धब्बे (patches) दिखाई देते हैं। ये धब्बे या दाग अक्सर खुजली का कारण बनते है। इस लेख के माध्यम से आप जानेंगे कि एक्जिमा क्या है, इसके कारण, लक्षण, उपचार क्या हैं तथा इसकी रोकथाम और घरेलू उपचार कैसे किया जा सकता है। वयस्कों में यह स्थिति अत्यधिक गंभीर हो सकती है, यदि इसका समय पर इलाज नहीं किया जाये तो यह संक्रमण का रूप धारण कर सकती है।

1. एक्जिमा क्या है – What is Eczema in Hindi
2. एक्जिमा के लक्षण – Eczema Symptoms in Hindi
3. एक्जिमा के कारण – Eczema Causes in Hindi
4. एक्जिमा एलर्जी नहीं है – Eczema is not an allergic reaction in hindi
5. एक्जिमा को बढ़ाने वाले कारक  – Factors that increase eczema in hindi
6. एक्जिमा के प्रकार – Types of Eczema in Hindi

7. एक्जिमा का परीक्षण – Diagnosis of Eczema in Hindi
8. एक्जिमा का इलाज – Eczema Treatment in Hindi
9. एक्जिमा की जटिलताएँ – Complications of Eczema in Hindi
10. एक्जिमा से बचाव – Prevention of Eczema in Hindi
11. एक्जिमा के घरेलू उपाय – Home remedies of Eczema in Hindi

एक्जिमा क्या है – What is Eczema in Hindi

एक्जिमा (Eczema) एक ऐसी स्थिति है, जिसमें शरीर की त्वचा में दाग-धब्बे और सूजन उत्पन्न हो जाती है। ये स्थितियाँ गंभीर खुजली, लाल चकते, कटी-फटी और रुखी त्वचा का कारण बनती हैं। तथा कभी-कभी त्वचा पर छाले (फफोले) भी हो सकते हैं। “एक्जिमा” शब्द का प्रयोग विशेष रूप से एटोपिक डर्माटाइटिस (atopic dermatitis) की स्थिति को व्यक्त करने के लिए भी किया जाता है। अर्थात एटोपिक डर्माटाइटिस (atopic dermatitis), एक्जिमा का एक सबसे सामान्य रूप है।

“एटोपिक” एलर्जी से सम्बंधित होता है। अतः एक्जिमा वाले लोगों में अक्सर खुजली, लाल त्वचा और चकते के उत्पन्न होने के साथ-साथ, एलर्जी या अस्थमा रोग का भी कारण बनता है।

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एक्जिमा के लक्षण – Eczema Symptoms in Hindi

त्वचा में खुजली एक्जिमा (Eczema) का प्रमुख लक्षण है। यह रोग समय के साथ अधिक गंभीर होता जाता है। और यदि समय पर इलाज ना किया जाये तो, यह उन सामान्य व्यक्तियों को भी अपनी चपेट में ले सकता है, जो इसके संपर्क में आते है। अतः एक्जिमा के लक्षणों में निम्न बातें शामिल किया जा सकता है:

  • समय के साथ त्वचा मोटी हो सकती है और त्वचा में परतदार या कठोरता का अनुभव हो सकता है।
  • अंगुलियों, पैर की अंगुली, हथेलियों और पैरों के तलवों पर तरल द्रव से भरे फफोले उभर सकते हैं।
  • प्रभावित त्वचा को खरोंचने पर छोटे घाव दिखाई दे सकते हैं, और उनसे तरल पदार्थ का रिसाव भी हो सकता है।
  • बच्चों को अकसर सिर की त्वचा पर और गाल पर दाग (लाल धब्बे) मिल सकते है।
  • लाल चकते अकसर कोहनी या घुटनों की सिकुड़न वाले भाग और गर्दन में होते है।
  • लाल दाग वाली त्वचा में हल्की या गहरी सिकुड़न आना तथा त्वचा मोटा हो सकती है।
  • धब्बों को खरोंचने से त्वचा संक्रमित हो सकती है, अर्थात खुजली फैल सकती है।
  • चलने के दौरान पैरों के निचले भाग में सूजन हो सकती है। पैरों में दर्द या भारीपन महसूस हो सकता है।
  • त्वचा पर द्रव से भरे फफोले उत्पन्न हो सकते हैं,  जिनसे द्रव का रिसाव हो सकता है।
  • हाथ लाल होना तथा हाथ में खुजली हो जाना।
  • वेरीकोस वेंस (varicose veins) (जिसमे पैरों की नसे एक जगह पर इकट्ठी हो जाती है) की भी संभावना उत्पन्न हो सकती है।

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एक्जिमा के कारण – Eczema Causes in Hindi

स्वस्थ त्वचा नमी को बनाए रखने में मदद करती है और यह नमी शरीर को बैक्टीरिया, उत्तेजक पदार्थ और एलर्जेंस (allergens) से बचाती है। एक्जिमा (Eczema) एक जीन में भिन्नता से संबंधित रोग है, जो त्वचा की पर्यावरणीय कारकों, उत्तेजक पदार्थ और एलर्जी से बचने की क्षमता को प्रभावित करता है। वर्तमान में एक्जिमा को उत्पन्न करने वाले कारणों में निम्न कारक शामिल हैं:

जेनेटिक्स कारक: हार्मोन एक्जिमा के उत्पन्न होने का प्रमुख कारण है, प्रतिरक्षा प्रणाली का असामान्य कार्य भी एक्जिमा को ट्रिगर कर सकता है।

पर्यावरणीय वातावरण: गर्म और ठंडा तापमान भी एक्जिमा का कारण बन सकता है।

सूक्ष्मजीव: इनमें बैक्टीरिया जैसे स्टेफिलोकोकस ऑरियस (Staphylococcus aureus), वायरस और कुछ कवक भी इसके जोखिम कारकों में शामिल हैं।

उत्तेजक पदार्थ: इनमें साबुन, डिटर्जेंट, शैंपू, कीटाणुशोधक, ताजे फल, मांस या सब्जियों के रस शामिल हैं। ये पदार्थ एक्जिमा को आक्रामक रूप दे सकते हैं।

जन्म के समय मां की उम्र: अधिक उम्र या बुजुर्ग महिलाओं के द्वारा पैदा हुए बच्चे में, कम उम्र या युवा महिलाओं के द्वारा पैदा होने वाले बच्चों की तुलना में एक्जिमा रोग होने की संभावना अधिक रखती है।

एक्जिमा का पारिवारिक इतिहास: एक्जिमा (Eczema) एक अनुवांशिक रोग माना जाता है, जो पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ सकता है।

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एक्जिमा एलर्जी नहीं है – Eczema is not an allergic reaction in hindi

Eczema: एक्जिमा रोग वयस्कों की अपेक्षा बच्चों को ज्यादा प्रभावित करता है। इसलिए यह एलर्जी से सम्बंधित नहीं है। फिर भी, बड़ी संख्या में बच्चों को एक्जिमा के कारण खाद्य एलर्जी भी होती है। इसका मतलब यह नहीं है कि डेयरी उत्पाद, अंडे और बादाम (nuts) जैसे खाद्य पदार्थ और सामान्य भोजन के कारण एक्जिमा से प्रभावित बच्चों में एलर्जी ट्रिगर होती है। अतः अपने बच्चे के आहार से विशेष पोषण संबंधी खाद्य पदार्थों को हटाने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

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एक्जिमा को बढ़ाने वाले कारक  – Factors that increase eczema in hindi

एक्जिमा के केस में त्वचा को नुकसान पहुँचाने वाले कारको में शामिल हैं:

इन सभी पदार्थों का उपयोग करने से त्वचा को अधिक नुकसान पहुँचता है। इसके अतिरिक्त कुछ स्थितियों का प्रतिरक्षा प्रणाली पर भी असर पड़ता है, जिसके कारण एक्जिमा (Eczema) के लक्षण बढ़ सकते है। उदाहरण के लिए,

  • सर्दी या बुखार,
  • जीवाणु संक्रमण,
  • तनाव भी इस रोग के लक्षण को ट्रिगर कर सकता है।

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एक्जिमा के प्रकार – Types of Eczema in Hindi

एक्जिमा के कई अलग-अलग प्रकार हैं, जिनमें शामिल हैं:  

एटोपिक डर्माटाइटिस – Atopic dermatitis in Hindi

एटोपिक डर्माटाइटिस, एक्जिमा (Eczema) का सबसे सामान्य प्रकार है। यह अकसर उन लोगों को प्रभावित करता है, जिनके पास पहले से ही अस्थमा और तेज़ बुखार जैसी समस्याएं रहती हैं। एटोपिक डर्माटाइटिस ज्यादातर बचपन में या फिर बचपन के बाद शुरू होता है। लेकिन यह किसी भी उम्र में लोगों को प्रभावित कर सकता है।

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एलर्जी संपर्क त्वचा रोग – Allergic contact dermatitis in Hindi

किसी पदार्थ के बार-बार एक्सपोजर से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली, एलर्जी को सक्रिय देती है और यह त्वचा में सूजन पैदा करती है। अर्थात किसी पदार्थ के उपयोग के दौरान त्वचा को नुकसान होने से इस प्रकार का एक्जिमा उत्पन्न हो सकता है। इनमें रसायनों से लगातार हाथ धोना शामिल है।

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नुम्मूलर एक्जिमा – Nummular eczema in Hindi

नुम्मूलर डर्मेटाइटिस सिक्का के आकार के लाल निशान का कारण बनता है। यह रोग अकसर पैर, हाथों के पीछे, बांह की कलाई (Forearms), पीठ के निचले हिस्से और कूल्हों (Hips) को प्रभावित करता है।

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स्टैसिस डर्मेटाइटिस – Stasis dermatitis in Hindi

इस प्रकार का एक्जिमा (Eczema) उन व्यक्तियों में विकसित हो सकता है जिनके निचले पैरों की नसों से दिल तक रक्त ठीक तरह से नहीं लौट पाता है। यह रोग शीघ्रता से उत्पन्न हो सकता है। समय के साथ, इस प्रकार का एक्जिमा त्वचा में भूरे रंग के दाग विकसित कर सकता है।

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डिशिडोटिक एक्जिमा – Dyshidrotic eczema in Hindi

इस प्रकार का एक्जिमा हाथों और पैरों को प्रभावित करता है। इसके शुरुआती दौर में गंभीर खुजली हो सकती है। तथा प्रभावित त्वचा पर फफोले दिखाई दे सकते हैं। यह हाथों और पैरों के तलवों पर त्वचा में जलन पैदा करता है।

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न्यूरोडर्माटाइटिस – Neurodermatitis in Hindi

इस प्रकार के एक्जिमा वाले लोगों में दाग वाली त्वचा में जलन तथा हद से ज्यादा खुजली होती है। इस प्रकार का एक्जिमा अक्सर पीठ, गर्दन की तरफ या पीछे, जननेन्द्रिय (Genitals), सिर, कलाई, एड़ियों, कान के अंदर और पीछे आदि क्षेत्रों को प्रभावित करता है। लोग इस एक्जिमा को महसूस किए बिना प्रभावित क्षेत्रों को दिन के दौरान या सोते समय खरोंचते रहते हैं।

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सेबरेरिक एक्जिमा – Seborrheic eczema in Hindi

इस प्रकार के एक्जिमा को बेहतर तरीके से डैंड्रफ़ (dandruff) के रूप में जाना जाता है। शिशुओं में, यह सिर को प्रभावित करता है। वयस्कों में यह अक्सर भौंहों, कान के पीछे के क्षेत्र और नाक के बाजू के क्षेत्रों को प्रभावित करता है।

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एक्जिमा का परीक्षण – Diagnosis of Eczema in Hindi

Eczema: एक्जिमा की पहचान करने के लिए किसी भी तरह की प्रयोगशाला परीक्षण की आवश्यकता नहीं होती है। डॉक्टर एक्जिमा से प्रभावित त्वचा की जांच करके और मरीज के चिकित्सा इतिहास के बारे में प्रश्न पूछकर इस समस्या का निदान कर सकता है। इसके अतिरिक्त डॉक्टर अन्य त्वचा रोगों की पहचान करने या एक्जिमा (Eczema) की स्थितियों का पता लगाने के लिए धब्बा (patch) परीक्षण या अन्य परीक्षणों का भी उपयोग कर सकता है। तथा कभी-कभी, प्रयोगशाला परीक्षण के लिए त्वचा बायोप्सी के तहत नमूना भेजा जा सकता है। डॉक्टर खाद्य एलर्जी की पहचान करने के लिए मरीज से भोजन तथा खाद्य सामग्री की जानकारी ले सकता है।

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एक्जिमा का इलाज – Eczema Treatment in Hindi

एक्जिमा (Eczema) अक्सर समय के साथ आता-जाता रहता है। जब एक्जिमा प्रभावी होता है, तो इसके लक्षणों से छुटकारा पाने के लिए विभिन्न दवाइयों और अन्य उपचारों की आवश्यकता पड़ सकती है।

एंटीहिस्टामाइन (Antihistamines) दवाएं – जैसे कि, डिफेनहाइड्रामाइन (बेनाड्रिल) (diphenhydramine) खुजली को नियंत्रित करने के लिए डॉक्टर द्वारा दी जा सकती हैं।

डॉक्टर कॉर्टिकोस्टेरॉइड क्रीम (Corticosteroid cream) या मरहम को खुजली कम करने के लिए उपयोग करने की सलाह दे सकते हैं। एंटीबायोटिक्स त्वचा संक्रमण के इलाज में सहायक हो सकती हैं।

लाइट थेरेपी आपकी त्वचा पर आने वाले दाग या दाने को ठीक करने के लिए पराबैंगनी प्रकाश उपयोग किया जा सकती है।

लाइट थेरेपी (Light therapy) – जब एक्जिमा (Eczema), समय पर किए गए उपचार के द्वारा ठीक नहीं होता है, या फिर इलाज किए जाने के बाद फिर से ओर अधिक विशाल रूप धारण कर लेता है, तब मरीज की लाइट थेरेपी (फोटोथेरेपी) से उपचार करने की आवश्यकता पड़ती है। इस थेरपी में सूरज की रोशनी, कृत्रिम पराबैंगनी ए (UVA) और संकीर्ण बैंड पराबैंगनी बी (UVB) की नियंत्रित मात्रा के साथ उपचार करना शामिल है।

गीली ड्रेसिंग (Wet dressings) यह गंभीर एटोपिक डर्माटाइटिस (atopic dermatitis) के लिए एक प्रभावशाली, सघन उपचार है। इस उपचार के तहत प्रभावित क्षेत्र को सामयिक कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (topical corticosteroids) और गीले पट्टियों (wet bandages) के साथ लपेटना शामिल है। यह उपचार व्यापक घावों वाले व्यक्तियों के लिए अस्पताल में किया जाता है, क्योंकि इसमें बहुत अधिक मेहनत और नर्सिंग विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है।

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एक्जिमा की जटिलताएँ – Complications of Eczema in Hindi

एक्जिमा (Eczema) के दौरान सम्बंधित व्यक्ति को विभिन्न प्रकार कि जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है, इसकी जटिलताओं में शामिल हैं:

  • त्वचा संक्रमण का खतरा बढ़ता है।
  • जिन व्यक्तियों के हाथ अक्सर गीले होते हैं और कठोर साबुन, डिटर्जेंट और कीटाणुनाशक के संपर्क में आते हैं, उन्हें Irritant hand dermatitis होने का खतरा बढ़ जाता है।
  • बच्चों को 13 साल की उम्र में, इस रोग के प्रभाव से अस्थमा और बुखार (hay fever) विकसित होता है
  • एलर्जी संपर्क त्वचा रोग (Allergic contact dermatitis) का खतरा बढ़ जाता है।
  • खुजली-खरोंच के लगातार होने से नींद पूरी ना होने की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

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एक्जिमा से बचाव – Prevention of Eczema in Hindi

वैसे तो एक्जिमा (Eczema) की रोकथाम का कोई उचित इलाज नहीं है, फिर भी कुछ आदतें अपनाकर इसके प्रभाव और लक्षणों को कम किया जा सकता है, तथा इससे होने वाले नुकसान को रोका जा सकता है। इसके रोकथाम उपाय में शामिल हैं:

  • टाइट-फिटिंग या खरोंचने वाले कपड़े पहनने से बचें।
  • एटोपिक डर्माटाइटिस (atopic dermatitis) को नियंत्रित करने के लिए एक एंटी इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory) क्रीम फायदेमंद हो सकती है।
  • आवश्यकतानुसार त्वचा क्षेत्र को एक हाइपोएलर्जेनिक साबुन (hypoallergenic soap) के साथ साफ करें।
  • दाग को खरोंचने से बचें। यदि खुजली को रोकना संभव नहीं है, तो पूर्ण कपड़ों के साथ त्वचा को कवर करें तथा रात में दस्ताने पहनें।
  • पसीने के कारण होने वाले दाग या धब्बे को भड़कने के रोकने के लिए कोई भी सख्त व्यायाम करने से बचें। जिससे कि पसीना कम निकले।
  • शारीरिक और मानसिक तनाव से बचें।
  • सही भोजन, हल्की गतिविधि और पर्याप्त नींद ये सभी आदतें स्वस्थ रहने में मदद करती है।

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एक्जिमा के घरेलू उपाय – Home remedies of Eczema in Hindi

ऐसी कई चीजें हैं जिनका उपयोग कर एक्जिमा (Eczema) वाले लोग त्वचा को स्वस्थ्य रखने और लक्षणों को कम करने के लिए कर सकते हैं, जैसे कि:

  • कपास से बने मुलायम कपड़े पहने और खरोंचने वाले टाइट-फिटिंग कपड़ों से परहेज करें।
  • गर्म जल से स्नान करना चाहिए।
  • स्नान के बाद त्वचा को रगड़ने के बजाए, हवा में सुखाएं या धीरे-धीरे तौलिया के साथ त्वचा को साफ करें।
  • जहां तक संभव हो, तापमान और गतिविधियों में तेज़ी से परिवर्तन होने से बचें।
  • शुष्क या ठंडे मौसम में एक नमी उत्पन्न करने वाले यंत्र (humidifier) का उपयोग करें।
  • नमी को रोकने के लिए स्नान के 3 मिनट के भीतर मॉइस्चराइज़ करें।
  • प्रतिदिन नियमित रूप से मॉइस्चराइज करें।
  • खुजली या खरोंचने के कारण त्वचा को नुकसान होने से रोकने के लिए नाखूनों को छोटा रखना चाहिए
  • एक्जिमा के इलाज में ब्लीच स्नान, मदद कर सकता हैं।

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