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एनजाइना के लक्षण, कारण, निदान, उपचार, और बचाव – Angina Symptoms, Causes, Diagnose, Treatment, and Prevention in Hindi

एनजाइना के लक्षण, कारण, निदान, उपचार, और बचाव - Angina Symptoms, Causes, Diagnose, Treatment, and Prevention in Hindi

Angina in Hindi दिल का दर्द, कोरोनरी धमनी रोग का एक प्रमुख लक्षण है, जिसे एनजाइना (Angina) के नाम से जाना जाता है। जब हृदय की मांसपेशियों (कोरोनरी धमनी) के द्वारा ऑक्सीजन युक्त रक्त बहुत कम मात्रा में दिल को प्राप्त होता है तब यह छाती में तनाव, दर्द या असुविधा का कारण बनता है। अतः ह्रदय के इन लक्षणों को ही एनजाइना के नाम से जाना जाता है। हालांकि, अगर कोई व्यक्ति एनजाइना का अनुभव कर रहा है, तो संभवतः उसे हृदय रोग होने का खतरा होता है।

आम तौर पर, जीवनशैली में परिवर्तन और दवाओं का सेवन कर इसे नियंत्रित किया जा सकता है। यदि एनजाइना (Angina) के लक्षण काफी अधिक प्रभावी है, तो इसके उपचार के लिए सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। अतः आज के इस लेख में आप जानेंगे कि एनजाइना क्या है और इसके कारण, लक्षण, निदान, उपचार और रोकथाम के उपाय क्या है।

1. एनजाइना क्या है – What is Angina in Hindi
2. एनजाइना के प्रकार – Angina Types In Hindi

3. एनजाइना के लक्षण – Angina Symptoms In Hindi
4. एनजाइना का कारण – Angina Causes in Hindi
5. एनजाइना का निदान – Angina Diagnose in Hindi

6. एनजाइना उपचार – Angina Treatment in Hindi

7. एनजाइना जटिलताएं और जोखिम कारक – Angina Complications and Risk factors in Hindi
8. एनजाइना की रोकथाम – Angina Prevention in Hindi
9. एनजाइना का घरेलू उपचार – Angina Home Remedies in Hindi

एनजाइना क्या है – What is Angina in Hindi

एनजाइना (Angina), कोरोनरी धमनी रोग का एक लक्षण है। इसे अक्सर छाती में दबाव, भारीपन, तनाव या दर्द के रूप में जाना जाता है। इसे एनजाइना पेक्टोरिस (angina pectoris) भी कहा जाता है। एनजाइना एक कम दर्द के साथ शरू हो सकता है, जो बाद में समय के साथ बढ़ता जाता है। इसे डॉक्टर द्वारा परीक्षण कर दूर किया जा सकता है।

ज्यादातर मामलों में एनजाइना के प्रमुख लक्षणों में छाती का दर्द (chest pain) शामिल है। यह तब होता है जब दिल के कुछ हिस्से में पर्याप्त रक्त नहीं पहुँच पाता है। जब धमनियों (arteries) के मार्ग में अवरोध आता है, या धमनियों में रक्त के प्रवाह में कमी आती है, तो दिल को पर्याप्त ऑक्सीजन युक्त रक्त की आपूर्ति नहीं हो पाती है, जो हृदय रोग का कारण बनती है।

एनजाइना (Angina) एक सामान्य दर्द होता है जो सामान्यता जल्दी चला जाता है। परन्तु यह हार्ट-अटैक (heart attack) के लक्षणों का कारण बन सकता है।

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एनजाइना के प्रकार – Angina Types In Hindi

एनजाइना (Angina) मुख्यता निम्न प्रकार का होता हैं:

स्थिर एनजाइना – Stable Angina in hindi

स्थिर एनजाइना, जिसे एनजाइना पिक्टोरिस (angina pectoris) के नाम से भी जाना जाता है, यह एनजाइना का सबसे सामान्य प्रकार है। स्थिर एनजाइना (Stable angina) तब होती है जब हृदय को सामान्य से अधिक या फिर कठिन परिश्रम करना पड़ता है, उदाहरण के लिए, सीढ़ियों पर चढ़ते समय, व्यायाम के दौरान।

शारीरिक गतिविधि (कठोर परिश्रम) या तनाव इसे बढ़ाने में मदद करते हैं। स्थिर एनजाइना (Stable angina) आमतौर पर कुछ मिनट या लगभग 5 मिनिट तक रहता है, और आराम करने के दौरान दूर हो जाता है।

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अस्थिर एनजाइना – Unstable Angina in hindi

अधिकतर मामलों में अस्थिर एनजाइना (Unstable angina) अचानक उत्पन्न होने वाला दिल का दर्द है। और यह दर्द समय के साथ बहुत अधिक बढ़ जाता है, जो दिल का दौरा (heart attack) पड़ने का कारण बन सकता है। आराम करने के दौरान या कम परिश्रम करने के दौरान भी इस दर्द को महसूस किया जा सकता है। अस्थिर एनजाइना में दर्द अधिक और लंबे समय तक रह सकता है, और यह दर्द बार-बार आता जाता रहता है।

अस्थिर एनजाइना (Unstable angina), स्थिर एनजाइना (Stable angina) से अधिक गंभीर होता है, यह बेहद दर्दनाक और असहनशील हो सकता है।

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प्रिंज़मेटल एनजाइना (वेरिएंट एनजाइना) – Prinzmetal’s Angina (Variant Angina) in Hindi

प्रिंज़मेमल एनजाइना, जिसे वेरिएंट एनजाइना (variant angina) भी कहा जाता है, यह बहुत कम देखने को मिलता है। रात के समय जब आप सो रहे हों या विश्राम कर रहे हों, तब यह दिल में अचानक दर्द का कारण बनता है। इस प्रकार के एनजाइना (Angina) में दिल की धमनियां अचानक संकीर्ण हो जाती हैं, जिससे हृदय में रक्त प्रवाह कम हो जाता है। इससे पीड़ित व्यक्ति को बहुत दर्द हो सकता है। इस दर्द को दवा लेकर कम किया जा सकता है।

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एनजाइना के लक्षण – Angina Symptoms In Hindi

एनजाइना (Angina) के लक्षणों में शामिल हैं:

  • छाती में दर्द और बेचैनी के साथ-साथ दबाव महसूस करना तथा जलन महसूस करना
  • (Heartburn) हार्टबर्न की समस्या महसूस होना
  • आपकी बाँहों, गर्दन, जबड़े ( jaw), कंधे या सीने में दर्द के साथ पीठ में भी दर्द होता है
  • बेचैनी होना और जी मिचलाना
  • चक्कर आना
  • थकान महसूस होना
  • साँसों में कमी या साँस लेने में असुविधा होना
  • दुर्बलता का अनुभव होना
  • पसीना आना
  • खट्टी डकार आना

इन लक्षणों के महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क किया जाना चाहिए। जिससे कि एनजाइना का पता लगाया जा सके, क्योंकि यह संभावनाएं दिल का दौरा (heart attack) की ओर संकेत करती है।

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एनजाइना का कारण – Angina Causes in Hindi

एनजाइना अकसर शरीर में अन्दर स्थित कोरोनरी धमनी रोग (coronary artery disease) के कारण होता है। कोरोनरी धमनी ऑक्सीजन युक्त रक्त को दिल तक पहुँचाने का काम करती हैं। जब कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) या प्लाक (plaque) नामक एक फैटी पदार्थ की कुछ मात्रा धमनियों की दीवार पर एकत्र होकर धमनी को संकुचित कर देती है, जिससे दिल में रक्त प्रवाह के मार्ग में रूकावट आ जाती है। यही वजह सीने में दर्द का कारण बनती है। यही एनजाइना (Angina) का प्रमुख कारण है।

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अतः एनजाइना (Angina) के प्रमुख कारण निम्न हो सकते है-   

  • धमनियों के बहुत संकीर्ण हो जाने के कारण एनजाइना होता है।
  • ऑक्सीजन युक्त रक्त का हृदय की मांसपेशियों तक पहुंचना मुश्किल होने से, एनजाइना के लक्षण प्रगट होते है।
  • धमनियों को नुकसान या क्षति पहुँचाने वाले अन्य कारक जैसे रक्त में वसा या शुगर के उच्च स्तर, भी एनजाइना का कारण बनते हैं।

इसके अतिरिक्त कुछ अन्य कारक भी है, जो एनजाइना को बढ़ाने में मदद कर सकते है। जैसे-

  • शारीरिक थकावट या कठोर परिश्रम।
  • धूम्रपान का सेवन भी एनजाइना को बढ़ा (trigger) सकता है।
  • एक भारी भोजन भी एनजाइना का प्रमुख कारण है।
  • गंभीर भावनात्मक तनाव।
  • अत्यधिक तापमान का संपर्क।

अस्थिर एनजाइना अकसर कोरोनरी धमनी के टूटने और रक्त का थक्का जमने के कारण होता है। इसमें आंशिक रूप से या फिर पूरी तरह से धमनी अवरुद्ध हो जाती है, जो दिल के दौरे (heart attack) का कारण बनती है।

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एनजाइना का निदान – Angina Diagnose in Hindi

एनजाइना का निदान - Angina Diagnose in Hindi

एनजाइना (Angina), दिल का दौरा (heart attack) जैसी गंभीर समस्या को जन्म दे सकता है। अतः इसका एक सही निदान होना महत्वपूर्ण है।

डॉक्टर एनजाइना के निदान के लिए मरीज के चिकित्सा इतिहास के बारे में जानकारी ले सकता है, और साथ ही साथ स्थिर एनजाइना का निदान करने के लिए निम्न परीक्षण की सलाह दे सकते हैं:

एनजाइना टेस्ट इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (electrocardiogram)

इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ECG or EKG) की सहायता से दिल की धड़कन के विद्युत संकेतों को रिकॉर्ड किया जाता है। दिल की धड़कनों के इन विद्धुतीय पैटर्न की सहायता से रक्त प्रवाह की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। तथा साथ ही साथ यह इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम दिल के दौरे (heart attack) की जानकारी भी दे सकता है।

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कोरोनरी एंजियोग्राफी टेस्ट एनजाइना के लिए (Coronary angiography)

Coronary angiography: कोरोनरी एंजियोग्राफी के दौरान दिल की रक्त वाहिकाओं (blood vessels) या धमनियों के अंदर की जांच करने के लिए, एक्स-रे इमेजिंग का उपयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया को कार्डियक कैथीटेराइजेशन (cardiac catheterization) के रूप में जाना जाता है।

कोरोनरी एंजियोग्राफी में दिल के रक्त वाहिकाओं में रंजक (dye) को इंजेक्शन की सहायता से प्रवेश कराकर एक्स-रे मशीन द्वारा तेजी से छवियों (एंजियोग्राम) की एक श्रृंखला ली जाती है।

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एनजाइना की जांच के लिए तनाव परीक्षण (Stress test)

एनजाइना (Angina) निदान के लिए तनाव परीक्षण करने की भी आवश्यकता हो सकती है। तनाव परीक्षण के दौरान, व्यायाम करते समय डॉक्टर मरीज की दिल की धड़कन (heart rhythm) और श्वास की जानकारी लेता है। तनाव परीक्षण के दौरान ट्रेडमिल (treadmill) का सहारा लिया जा सकता है।

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छाती का एक्स-रे एनजाइना परीक्षण के लिए (Chest X-ray)

दिल और फेफड़ों की जानकारी, इमेजिंग के रूप में लेने के लिए इस परीक्षण का उपयोग किया जाता है। यह परीक्षण एनजाइना के लक्षणों को समझने में मदद कर सकता है।

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एनजाइना टेस्ट रक्त परीक्षण (Blood tests)

कोरोनरी धमनी रोग (coronary artery disease) और दिल की समस्या की जानकारी के लिए यह एक महत्वपूर्ण परीक्षण है। यदि दिल के दौरे (heart attack) से दिल को या कोरोनरी धमनी को कोई क्षति पहुँचती है, तो कुछ एंजाइम धीरे-धीरे रक्त में मिल जाते हैं, जिससे दिल को शुद्ध रक्त नहीं मिल पाता है। अतः इन एंजाइमों की उपस्थिति का पता लगाने के लिए रक्त परीक्षण किया जा सकता है।

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इकोकार्डियोग्राम एनजाइना की जांच के लिए (Echocardiogram)

इकोकार्डियोग्राम में दिल की धड़कन की छवियों का उत्पादन करने के लिए ध्वनि तरंगों (sound waves) का उपयोग किया जाता है। ये छवियां डॉक्टर को एनजाइना से संबंधित समस्याओं की पहचान करने में सहायता करती हैं।

सीटी स्कैन एनजाइना की जांच के लिए (Cardiac computerized tomography scan)

कार्डियक (Cardiac) सीटी स्कैन में मरीज को एक डोनट (doughnut) के आकार की मशीन के अंदर लिटाया जाता है। मशीन के अंदर एक एक्स-रे ट्यूब (X-ray tube) शरीर के चारों ओर घूमती हुई, दिल और छाती की छवियां लेती है। अतः ये छवियाँ दिल की धमनियों की स्पष्ट जानकारी दे सकती है।

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एनजाइना का उपचार – Angina Treatment in Hindi

एनजाइना (Angina) उपचार के लिए बहुत तरीके हैं, जिनमें जीवनशैली में परिवर्तन, दवाएं, एंजियोप्लास्टी (Angioplasty) और स्टेंटिंग या कोरोनरी बायपास सर्जरी (coronary bypass surgery) शामिल हैं।

जीवन शैली में परिवर्तन और दवाएं अक्सर स्थिर एनजाइना (stable angina) के इलाज में सहायक हैं। लेकिन एंजियोप्लास्टी, स्टेंटिंग (stenting) और कोरोनरी धमनी बाईपास सर्जरी जैसी चिकित्सा प्रक्रियाओं का भी एनजाइना के उपचार के लिए प्रयोग किया जा सकता है।

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स्टेंटिंग और एंजियोप्लास्टी एनजाइना ट्रीटमेंट (stinting and Angioplasty)

एंजियोप्लास्टी (Angioplasty) जिसे पीसीआई (percutaneous coronary intervention) भी कहा जाता है, इसके दौरान एक छोटा गुब्बारा, संकुचित कोरोनरी धमनी में डाला जाता है। संकुचित धमनी को चौड़ा करने के लिए गुब्बारा फुलाया जाता है, और फिर धमनी को खुला या चौड़ा रखने के लिए एक छोटा तार का जाल (stent) डाला जाता है। एंजियोप्लास्टी और स्टेंटिंग, एनजाइना के उपचार के लिए एक अच्छा तरीका है। यह प्रक्रिया दिल में रक्त के आवागमन में सुधार करने में सक्षम है।

कोरोनरी धमनी की बाईपास सर्जरी एनजाइना ट्रीटमेंट (Coronary artery bypass surgery)

कोरोनरी धमनी की बाईपास सर्जरी में, शरीर की कोई एक नस या धमनी  (vein or artery) का उपयोग अवरुद्ध या संकुचित कोरोनरी धमनी को बाईपास (bypass) करने के लिए किया जाता है। बाईपास सर्जरी दिल में रक्त प्रवाह की मात्रा को सामान्य रूप से बढ़ाकर एनजाइना के खतरे को कम कर देती है। यह अस्थिर एनजाइना के साथ-साथ स्थिर एनजाइना (stable Angina) के उपचार के लिए भी एक उचित विकल्प है।

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एनजाइना जटिलताएं और जोखिम कारक – Angina Complications and Risk factors in Hindi

एनजाइना जटिलताएं और जोखिम कारक - Angina Complications and Risk factors in Hindi

एनजाइना (Angina) के कारण होने वाला सीने में दर्द, जीवन की कुछ सामान्य क्रियाओं को भी प्रभावित कर सकता है, जैसे चलने में असुविधा। हालांकि सबसे खतरनाक जटिलता में शामिल है, दिल का दौरा (heart attack)।

कोरोनरी धमनी रोग (coronary artery disease) और एनजाइना (angina) को बढ़ाने में सहायक

निम्नलिखित जोखिम कारक (Risk factors) को शामिल किया जाता है जैसे –

  • तंबाकू का उपयोग (Tobacco use)।
  • मधुमेह (Diabetes) रोग।
  • उच्च रक्त रक्तचाप (High blood pressure)।
  • उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल (High blood cholesterol) की मात्रा।
  • हृदय रोग का पारिवारिक इतिहास (Family history of heart disease)।
  • मोटापा (Obesity) से ग्रस्त होना।
  • व्यायाम की कमी (Lack of exercise)।
  • तनाव (Stress) इत्यादि।

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एनजाइना की रोकथाम – Angina Prevention in Hindi

एनजाइना की रोकथाम - Angina Prevention in Hindi

स्थिर एनजाइना (Stable angina) का अकसर दवा के साथ उपचार करना संभव है। इसके अतिरिक्त कुछ जीवनशैली में परिवर्तन कर इसके लक्षणों को कम किया जा सकता है। अतः एनजाइना की रोकथाम के लिए निम्न उपाय को शामिल किया जा सकता है:

उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह जैसे अन्य स्वास्थ्य स्थितियों को नियंत्रण में रखें।

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एनजाइना का घरेलू उपचार – Angina Home Remedies in Hindi

एनजाइना का घरेलू उपचार - Angina Home Remedies in Hindi

एनजाइना का सही समय पर इलाज किया जाना जरुरी होता है अगर सीने में दर्द के लक्षण गंभीर नहीं है तो आप एनजाइना (Angina) की रोकथाम के लिए विभिन्न घरेलू उपचार भी उपयोग में ले सकते है एनजाइना के घरेलू इलाज में शामिल है-

गर्म पेय पदार्थ (Drinking a hot drink) – छाती के दर्द का एक सामान्य कारण गैस भी हो सकती है। गर्म पेय पदार्थ पाचन तंत्र को ठीक करने के साथ-साथ गैस और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। अतः एनजाइना (Angina) से राहत पाने के लिए गर्म पेय पदार्थ पीना चाहिए।

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अंगूर (Grapes) – अंगूर (Grapes) में विटामिन सी समृद्ध मात्रा में होता हैं, और इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट (anti-oxidant) गुण भी पाए जाते हैं। यह रक्त परिसंचरण (blood circulation) को बढ़ावा देने में मदद करता है, सूजन को कम करता है, और दिल को शक्ति प्रदान करता है। इसलिए यह एनजाइना की रोकथाम में सहायक है।

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ओरेगानो ऑयल (Oregano Oil) –  इस तेल में बहुत से एंटी-बैक्टीरिया (anti-bacterial) और एंटी-फंगल (anti-fungal) गुण हैं।

यह श्वसन समस्या को नियंत्रित करने में और सीने के दर्द को कम करने में मदद करता है।

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प्याज (Onion) – प्याज एनजाइना (Angina) के दर्द को कम करने के साथ-साथ इसकी रोकथाम में भी सहायक है। यह हमारे दिल के स्वास्थ्य के लिए बहुत से आवश्यक यौगिकों से परिपूर्ण है। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करती है, और रक्त प्रवाह में सहायक है।

एनजाइना के इलाज के लिए कच्चे प्याज खाना लाभकारी है।

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टमाटर  (Tomato) – टमाटर में फोलिक एसिड, विटामिन-ए, विटामिन-सी, और विटामिन-ई, बीटा कैरोटीन, लाइकोपीन इत्यादि समृद्ध मात्रा में पाए जाते है। ये सभी तत्व दिल के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। एनजाइना (Angina) में दर्द का इलाज और उसकी रोकथाम के लिए प्रतिदिन टमाटर का सेवन करें।

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इसके अतिरिक्त एनजाइना के अन्य घरेलू उपाय में, हल्दी (Turmeric), बादाम (Almonds), अदरक (Ginger), मछली तेल (Fish Oil), ग्रीन टी (Green Tea), नींबू (Lemon) को भी शामिल किया जा सकता है।

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