गर्भावस्था

पीरियड मिस होने के बाद प्रेगनेंसी के लक्षण – Pregnancy Symptoms After Missed Period In Hindi

क्या आपका पीरियड मिस हो गया है? क्या आपको प्रेग्नेंसी के शुरूआती लक्षण पता हैं? उन महिलाओं के लिए ऐसे सवाल सामान्य होते हैं। जिनका मासिक धर्म रूक गया है। महिलाओं के लिए हर महीने पीरियड्स आना जीवन का एक जरूरी हिस्सा होता हैं। अगर लड़कियों का पीरियड समय पर नहीं आता तो उन्हें इसके बारे में चिंता होने लगती है। पीरियड मिस होने के लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। लेकिन अगर आप पीरियड्स मिस होने के बाद पता लगाना चाहती हैं कि प्रेग्नेंट हैं या नहीं तो कुछ लक्षणों को ध्यान में रखना चाहिए। जानें पीरियड मिस होने के बाद प्रेगनेंसी के लक्षण (Period Miss Hone Ke Bad Pregnancy Ke Lakshan) क्या होते हैं।

आपको बता दें कि प्रेग्नेंट होने पर महिलाओं के शरीर में कुछ ऐसे बदलाव होते हैं जो आसानी से पता चल जाते हैं। तो चलिये जानतें हैं पीरियड्स मिस होने के बाद क्या क्या लक्षण दिखता है और पीरियड ना आने और मिस होने की स्थिति में ये हैं प्रेग्नेंसी के लक्षण।

विषय सूची

  1. प्रत्यारोपण, ब्लीडिंग और ऐंठन होना
  2. वजन बढ़ना
  3. शरीर में ऐंठन और दर्द होना
  4. पीरियड रूक जाता है
  5. गले में खराश, संवेदनशील और भारी स्तन
  6. शरीर का टेंपरेचर बढ़ जाना
  7. जी मिचलाना
  8. थकान होती है
  9. सिर चकराना
  10. हृदय की गति बढ़ जाती है
  11. कब्ज
  12. पेशाब की तीव्र इच्छा होना

स्तन के आकार में परिवर्तन प्रेगनेंसी के शुरूआती लक्षण

प्रेगनेंसी के चौथे और छठें हफ्ते में स्तन का आकार बढ़ने लगता है। शरीर में हार्मोन के बदलाव के कारण स्तन में सूजन भी आ सकती है ऐसे में स्तनों में दर्द हो सकता है। लेकिन जैसे ही शरीर में हार्मोन का समायोजन होने लगता है यह सूजन खत्म हो जाती है। हार्मोन के कारण स्तन और निप्पल लगातार बड़ा होता रहता है। इसके अलावा निप्पल का रंग भी अधिक गहरा हो जाता है। यदि प्रेगनेंसी से पहले आपको मुंहासे की समस्या रही हो तो इस दौरान यह और ज्यादा बढ़ सकता है। अगर पीरियड मिस हो गया है तो इसपर ध्यान दिया जा सकता है और प्रेग्नेंसी टेस्ट किया जा सकता है।

(और पढ़े – ब्रेस्ट में सूजन के लक्षण, कारण, जांच, इलाज और बचाव…)

प्रत्यारोपण, ब्लीडिंग और ऐंठन होना

मासिक धर्म में ऐंठन, थोड़ी ब्लीडिंग, और स्पॉटिंग (spotting) को आमतौर पर आरोपण (implantation) रक्तस्राव कहा जाता है जो गर्भावस्था के कुछ शुरुआती और स्पष्ट संकेत हैं। निषेचित अंडे अपने आप को गर्भाशय की दीवार से जोड़ता है जिसके परिणामस्वरूप प्रत्यारोपण होता है। यदि आपका नियमित मासिक धर्म चक्र है, तो मिस्ड पीरियड के एक सप्ताह पहले या मिस्ड काल से पहले रक्तस्राव के संकेत मिलेंगे। यह कुछ घंटों या कुछ दिनों तक रह सकता है। यह अंडरगारमेंट पर या योनि को पोंछते समय रक्त के कुछ निशान के रूप में दिखाई दे सकता है। जो पीरियड मिस होने पर प्रेगनेंसी का मुख्य लक्षण होता है हालांकि पीरियड से पहले भारी रक्तस्राव के संकेत पीरियड या गर्भपात के भी हो सकते है।

(और पढ़े – इंप्लांटेशन ब्लीडिंग (आरोपण रक्तस्राव) क्या है, लक्षण, कितने दिन तक होती है…)

वजन बढ़ना

प्रेगनेंसी के दौरान तेजी से वजन बढ़ना भी पीरियड मिस होने के बाद प्रेगनेंसी का लक्षण होता हैं। प्रेगनेंसी के कुछ ही महीनों बाद आपका शरीर पहले की अपेक्षा अधिक भारी हो जाता है। आप अपने रोजाना के आहार में जितनी कैलोरी लेती हैं, प्रेगनेंसी के दौरान भी आपको उतनी ही कैलोरी की जरूरत पड़ती है लेकिन गर्भावस्था में इसकी वजह से तेजी से वजन बढ़ता है। पीरियड्स मिस होने के बाद यह लक्षण दिखता है तो आपको प्रेग्नेंसी टेस्ट करना चाहिए।

(और पढ़े – डिलीवरी के बाद इन तरीकों से घटाएं पेट की चर्बी…)

शरीर में ऐंठन और दर्द होना

गर्भावस्था के पहले से तीसरे हफ्ते में सिर्फ कोशिकाओं में ही बदलाव होता है। इस दौरान निषेचित अंडा ब्लास्टोसिस्ट बनाता है, जो कोशिकाओं का एक समूह होता है और उसमें लिक्विड भरा होता है। इसके बाद यह शिशु के अंग और शरीर के रूप में विकसित होने लगता है। गर्भ धारण करने के दसवें से चौदहवें दिन बाद ब्लास्टोसिस्ट गर्भाशय की लाइनिंग के इंडोमेट्रियम में प्रवेश कर जाता है। जिसकी वजह से शरीर में दर्द और ऐंठन महसूस होता है। यह पीरियड मिस होने के बाद गर्भावस्था का शुरूआती लक्षण है।

(और पढ़े – गर्भ ठहरने के लक्षण क्या है…)

पीरियड रूक जाता है

जब ब्लास्टोसिस्ट गर्भाशय में दाखिल हो जाता है तब महिला का शरीर ह्यूमन कोरिऑनिक गोनाडोट्रॉपिन (एचसीजी) उत्पन्न करने लगता है। यह हार्मोन शरीर में गर्भ को संभाले रखने में मदद करता है। इसके अलावा यह अंडाशय को हर महीने परिपक्व अंडे को टूटने से रोकता है जिसकी वजह से महिला को पीरियड होना बंद हो जाता है। अगर आपको चार हफ्तों तक पीरियड नहीं होता है तो प्रेगनेंसी टेस्ट करके यह कन्फर्म कर लेना चाहिए कि आप प्रेगनेंट हैं या नहीं। पीरियड न आने के आठ दिन बाद घर पर ही जांच कर एचसीजी का पता लगाया जा सकता है। प्रेगनेंसी टेस्ट में यदि आपके यूरीन में एचसीजी लेवल का पता चलता है तो इसका मतलब है कि आप प्रेगनेंट हैं।

(और पढ़े – पीरियड आने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण…)

गले में खराश, संवेदनशील और भारी स्तन

गले में खराश, संवेदनशील और भारी स्तन जैसे पीरियड मिस होने के बाद प्रेगनेंसी के लक्षण दिखाई देते हैं। गर्भाधान के दौरान एस्ट्रोजेन के स्तर में वृद्धि के कारण महिलाएं गले में खराश, भरा हुआ गला और तीव्र दर्द महसूस करती हैं। पीरियड आने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण में निपल्स गहरे रंग के दिखना शुरू हो जाते हैं और उनमे खुजली, तनाव या चुभन महसूस होती है। ये लक्षण मासिक धर्म पूर्व के संकेत से ज्यादा अलग नहीं हैं, लेकिन गर्भवती होने पर यह आपके पीरियड मिस होने के बाद भी दिखाई देगें।

(और पढ़े – गले की खराश को ठीक करने के घरेलू उपाय…)

शरीर का टेंपरेचर बढ़ जाना

महिला के शरीर का तापमान तेजी से बढ़ना शुरूआती प्रेगनेंसी के लक्षण हैं। अगर आप प्रेगनेंट हैं तो एक्सरसाइज करते समय या गर्म जगहों पर जाने पर आपके शरीर का टेंपरेचर काफी बढ़ जाएगा। इस दौरान आपकों खूब पानी पीना चाहिए और एक्सरसाइज करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।

(और पढ़े – शरीर का सामान्य तापमान कितना होता है, सामान्य रेंज और महत्व…)

जी मिचलाना

पीरियड से बाद प्रेगनेंसी का पता लगाने का यह सरल और आसन तरीका है मतली या उल्टी या जी मिचलाना एक बहुत ही सामान्य लक्षण, जिसे अक्सर “मॉर्निंग सिकनेस” कहा जाता है यह एक प्रमुख लक्षण है कि आप गर्भवती हैं। गर्भाधान के कुछ दिनों के भीतर आप असहज महसूस करना और मतली का अनुभव करना शुरू कर सकती हैं। एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन के स्तर में वृद्धि के कारण आप हर दिन उल्टी की आवश्यकता महसूस कर सकती हैं। मतली के लिए सुबह होने की आवश्यकता नहीं है यह कभी भी हो सकती है और पूरे दिन तक रह सकती है।

यह समस्या सभी त्रैमासिकों के माध्यम में हो सकती है। एक मिस पीरियड से पहले शुरुआती हफ्तों में लगभग 80% गर्भवती महिलाएं मतली से पीड़ित होती हैं। मॉर्निंग सिकनेस या मतली के लक्षणों की गंभीरता अलग-अलग महिलाओं में भिन्न होती है, लेकिन 50% गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के छह सप्ताह या उससे पहले भी मतली महसूस होती है।

(और पढ़े – गर्भावस्था के दौरान उल्टी रोकने के घरेलू उपाय…)

थकान होती है

अगर आप प्रेगनेंट हैं तो आपको किसी भी समय थकान का अनुभव हो सकता है। शुरूआती प्रेगनेंसी का यह सबसे आम लक्षण है। इस दौरान प्रेगनेंट महिला के शरीर में प्रोजेस्टीरॉन का लेवल बढ़ जाता है जिसकी वजह से उसे थकान का अनुभव होता है और हर वक्त नींद सी महसूस होती है।

(और पढ़े – महिलाओं की कमजोरी के कारण, लक्षण और दूर करने के उपाय…)

सिर चकराना

हार्मोन में परिवर्तन आपको या तो उत्साहित या बहुत सुस्त महसूस कराता है। अपने पीरियड मिस्ड होने के पहले गर्भावस्था के संकेत चक्कर आना हो भी होता है। जो पीरियड से पहले प्रेगनेंसी का पता लगाने का आसान तरीका होता है। हार्मोन में असंतुलन मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर को प्रभावित करता है, जिससे क्रोध से लेकर अचानक भावनात्मक प्रकोप तक बढ़ जाती है। यदि आप सामान्य महसूस नहीं करती हैं तो आप कुछ समय के लिय आराम करें।

(और पढ़े – चक्कर आने के कारण, लक्षण, निदान और इलाज…)

हृदय की गति बढ़ जाती है

प्रेगनेंसी के करीब आठवें या दसवें हफ्ते में आपका हृदय तेजी से स्पंदित होना शुरू हो जाता है। इस दौरान घबराहट होना स्वाभाविक है। यह आमतौर पर हार्मोन के कारण होता है। इसके अलावा ब्लड सर्कुलेशन भी तेजी से होने लगता है। लेकिन यदि आपकी हृदय संबंधी समस्या बढ़ जाये तो डॉक्टर इसके लिए कुछ दवाइयां भी देते हैं।

(और पढ़े – जानें हार्ट को हेल्‍दी कैसे रखें…)

कब्ज

अवधि से पहले गर्भावस्था की पुष्टि करने के लिए प्रोजेस्टेरोन हार्मोन आंतों में कसाव पैदा करता है और यदि आप खुद को अस्वस्थ पाते हैं, तो यह गर्भावस्था का प्रारंभिक संकेत हो सकता है। हार्मोन में उछाल के कारण मल त्याग कठोर हो जाता है और पाचन तंत्र के माध्यम से भोजन की गति कम हो जाती है। यदि आपको पीरियड मिस होने के एक सप्ताह से अधिक समय तक कब्ज महसूस होता है, तो आपको गर्भावस्था परीक्षण करने पर विचार करना चाहिए।

(और पढ़े – कब्ज में क्या खाएं और क्या ना खाएं…)

पेशाब की तीव्र इच्छा होना

गर्भवस्था के दौरान बार-बार पेशाब करने की इच्छा होना प्रेगनेंट होने का प्रमुख संकेत है। यह प्रवृत्ति केवल आपकी गर्भावस्था के दौरान बढ़ेगी जब बढ़ते गर्भाशय मूत्राशय को धक्का देना शुरू कर देगा। हार्मोनल परिवर्तन और रक्त के अतिरिक्त उत्पादन के साथ बार-बार पेशाब आना एक सामान्य लक्षण है जो पूरी गर्भावस्था के दौरान रहेगा। रक्त को छानने के लिए गुर्दे अधिक समय तक काम करते हैं, जिससे अक्सर पेशाब करने की इच्छा होती है। लगभग सभी गर्भवती महिलाएं इस संकते का अनुभव करती हैं जो कि गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों में से एक है। सामन्य से ज्यादा यूरिन आने पर, यह प्रेग्नेंसी का लक्षण हो सकता है।

(और पढ़े – प्रेगनेंसी टेस्ट कब करना चाहिए…)

इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।

Reference

Diksha

Share
Published by
Diksha

Recent Posts

गर्मी में फेस पर लगाने के लिए होममेड फेस पैक – Homemade face pack for summer in Hindi

Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…

1 वर्ष ago

कोलेस्ट्रॉल कम कर खून को साफ और नसों को मजबूत बनाती हैं ये 5 सब्जियां – What vegetable reduces cholesterol quickly in Hindi

वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…

2 वर्ष ago

पिगमेंटेशन से छुटकारा दिलाएंगे ये 10 होममेड फेस पैक – Pigmentation Face Pack in Hindi

Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…

2 वर्ष ago

फेस पैक फॉर ब्लैक स्किन – Homemade face pack for black skin in Hindi

चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…

2 वर्ष ago

कैसे जाने कि आप प्रेग्नेंट है? – How To Know That You Are Pregnant In Hindi

प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…

2 वर्ष ago

इंस्टेंट ग्लो पाने के लिए बेस्ट होममेड फेस पैक – Instant glow face pack at home in Hindi

त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…

2 वर्ष ago