जड़ीबूटी

गिंको (जिन्‍कगो) बाइलोबा के फायदे और नुकसान – Gingko Biloba (gingko)Benefits And Side Effects In Hindi

Gingko Biloba Ke Fayde Aur Nuksan In Hindi: गिंको बाइलोबा (जिन्‍को या जिन्‍कगो) एक लोकप्रिय जड़ी बूटी है जो कि मानव स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बहुत ही उपयोगी और फायदेमंद होती है। जिन्‍कगो बाइलोबा को सामान्‍य रूप से गिंको या जिन्‍को (ginkgo or gingko) बाइलोबा के नाम से जाना जाता है। इसे मैडेनहायर पेड़ (maidenhair tree) भी कहा जाता है। गिंको बाइलोबा के पेड़ की सूखी पत्तियों से रस से प्राप्‍त किया जाता है जो कि तरल निष्‍कर्ष, कैप्‍सूल और गोलियों के रूप में उपलब्‍ध होता है। गिंको बाइलोबा को उपयोग विभिन्‍न स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं जैसे रक्‍त विकारों, स्‍मृति समस्‍याओं, हृदय संबंधी कार्य में वृद्धि और आंखों के स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार के लिए किया जाता है। आइए जाने गिंको बाइलोबा के बारे में अन्‍य जानकारियां जो आपके स्‍वास्‍थ्‍य के लिए फायदेमंद हो सकती हैं।

विषय सूची

1. जिन्‍कगो बाइलोबा का पेड़ – Ginkgo Tree in Hindi
2. जिन्‍को बाइलोबा के पोषक तत्‍व – Ginkgo Biloba Ke Poshak Tatva in Hindi
3. गिंको बाइलोबा के फायदे – Gingko Biloba Ke Fayde in Hindi

4. गिंको बाइलोबा के नुकसान – Ginkgo Biloba Ke Nuksan in Hindi

जिन्‍कगो बाइलोबा का पेड़ – Ginkgo Tree in Hindi

यह आयुर्वेदिक पेड़ है जो आकार में बहुत बड़े होते हैं, आमतौर पर 20-35 मीटर या लगभग 60-100 फीट ऊंचे होते हैं। यह पेड़ सीधा लंबा और शाखाओं युक्‍त होता है। हवा और बर्फ आदि की क्षति से बचने के लिए इस पेड़ की जड़ें बहुत गहरी और प्रतिरोधी (deep rooted and resistant) होती हैं। शरद ऋतु के दौरान इस पेड़ की पत्तियां पीली हो कर गि‍रने लगती हैं। गिंको बाइलोबा की पत्तियां आमतौर पर 5-10 सेमी लंबी होती है। इस पेड़ की पत्तियां जो शरद ऋतु में भगवा रंग की होती ज्‍यादा फायदेमंद होती हैं। जिन्‍कगो की पत्तियां लंबे डंठलों के साथ होती हैं। आइए जाने जिन्‍कगों की पत्तियों और पेड़ में पाए जाने वाले पोषक तत्‍वों के बारे में।

जिन्‍को बाइलोबा के पोषक तत्‍व – Ginkgo Biloba Ke Poshak Tatva in Hindi

अपने औषधीय गुणों के कारण जिन्‍को बाइलोबा का उपयोग विभिन्‍न प्रकार की दवाओं के निर्माण में सदियों से किया जा रहा है। इस पेड़ को जीवित जीवाश्‍म माना जाता है जिसका अर्थ है कि यह विलुप्‍त होने के बाद भी जीवित रहता है। गिंको बाइलोबा में फ्लेवोनॉयड्स और टेपेनोइड्स (flavonoids and terpenoids) अच्‍छी मात्रा में होते हैं। इनकी प्रकृति किसी एंटीऑक्‍सीडेंट (Antioxidant) की तरह काम करती है जो फ्री रेडिकल्‍स से हमारे शरीर की रक्षा करते हैं और ऑक्‍सीडेटिव सेल क्षति के विरूध सुरक्षा प्रदान करते हैं। इस तरह एंटीऑक्‍सीडेंट कैंसर के खतरे को कम करने में मदद करते हैं।

(और पढ़ें –एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थ और उनके फायदे )

गिंको बाइलोबा के फायदे – Gingko Biloba Ke Fayde in Hindi

संज्ञानात्‍मक कार्य (Cognitive function) में सुधार करने के साथ-साथ गिंको बाइलोबा हमें विभिन्‍न स्‍वास्‍थ्‍य लाभ प्रदान करता है। जिन्‍को बाइलोबा का व्‍यापक पारंपरिक उपयोग है लेकिन इनमें से कुछ की अनुसंधान द्वारा पुष्टि नहीं की गई है। आइए गिंको बाइलोबा के स्‍वास्‍थ्‍य लाभों को जाने।

जिन्‍कगो बाइलोबा के लाभ आंखों के लिए – Ginkgo Biloba Ke Labh Aankho Ke Liye in Hindi

यदि ग्‍लूकोमा (glaucoma) से सबंधित आंखों की क्षति होती है तो इसके उपचार के लिए जिन्‍कगो बाइलोबा का उपयोग बहुत ही फायदेमंद होता है। लेकिन आप ग्‍लूकोमा संबंधि क्षति की संभावनाओं को पहले से ही खत्‍म कर सकते हैं, यदि नियमित रूप से जिन्‍कगो बाइलोबा का सेवन करते हैं तो। अध्‍ययन बताते हैं कि लगभग 12 साल तक नियमित रूप से जिन्‍को बाइलोबा की पत्तियों का सेवन करने से ग्‍लूकोमा क्षति में सुधार होता है। यदि आप अपनी आंखों को स्‍वस्‍थ्‍य

रखना चाहते हैं तो इसके लिए जिन्‍को बाइलोबा का नियमित सेवन करें। लेकिन ध्‍यान रखें के अल्‍प समय तक उपयोग करने पर इसके फायदे प्राप्‍त नहीं किये जा सकते हैं। लंबे समय तक ही इसका सेवन करने पर इसके फायदे नजर आते हैं।

(और पढ़ें –आंखों में सूखापन के कारण लक्षण और घरेलू उपाय)

जिन्‍को बाइलोबा के लाभ रक्‍त परिसंचरण के लिए – Ginkgo Biloba Ke Labh Blood Circulation Ke Liye in Hindi

कुछ अध्‍ययन बताते हैं कि जिन्‍कगो की पत्तियों से निकाले गए रस का सेवन करने से मानव शरीर में रक्‍त परिसंचरण को स्‍वस्‍थ्‍य बनाया जा सकता है। यह उन लोगों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जिन्‍हें खराब रक्‍त परिसंचरण के कारण शरीर में विशेष प्रकार का दर्द होता है। आपको जान कर हैरानी हो सकती है कि नियमित रूप से जिन्‍कगो की पत्तियों का सेवन करने से यह रक्‍त परिसंचरण (blood circulation) संबंधी सर्जरी की संभावनाओं को भी कम करने में मदद करता है। हालांकि इस प्रकार के फायदे प्राप्‍त करने के लिए आपको कुछ लंबा समय लगभग 24 सप्‍ताह तक जिन्‍को बाइलोबा का उपयोग करने की आवश्‍यकता होती है।

(और पढ़ें –रक्तदान के फायदे एवं नुकसान)

गिंको बाइलोबा के फायदे महिलाओं के लिए – Ginkgo Biloba Ke Fayde Mahilao Ke Liye in Hindi

महिलाओं के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए गिंको बाइलोबा का फायदेमंद उपयोग किया जा सकता है। यह महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान होने वाली विभिन्‍न समस्‍याओं को दूर करने में सहायक होता है। यदि नियमित रूप गिंको बाइलोबा की पत्तियों या इनके रस का सेवन किया जाता है तो यह मासिक धर्म से जुड़े दर्द, ऐंठन, स्‍तनों की कोमलता और अन्‍य लक्षणों को कम करने में मदद करता है।

(और पढ़ें –ब्रेस्ट मिल्क (मां का दूध) बढ़ाने के लिए क्या खाएं)

जिन्‍कगो बाइलोबा के लाभ स्किज़ोफ्रेनिया के लिए – Ginkgo Biloba Benefits for Schizophrenia in Hindi

कुछ अध्‍ययन बताते हैं कि जिन्‍कगो बाइलोबा (Ginkgo Bialoba) का उपयोग करने पर स्किज़ोफ्रेनिया (एक प्रकार का पागलपन ) का उपचार किया जा सकता है। इसके लिए रोगी को एंटीसाइकोटिक दवाओं के अलावा नियमित रूप से जिन्‍कगो बाइलोबा का सेवन कम से कम 12 सप्‍ताह तक सेवन करना चाहिए। यदि नियमित रूप से दवाओं के साथ जिंको बाइलोबा की पत्तियों का सेवन करने से स्किज़ोफ्रेनिया (Schizophrenia) के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। यदि नियमित रूप से इस आयुर्वेदिक औषधी का सेवन किया जाता है तो यह कब्‍ज, प्‍यास और एंटीसाइकोटिक दवा, हेलोपरिडोल (haloperidol) आदि से जुड़े प्रतिकूल प्रभाव और दुष्‍प्रभावों को भी कम कर सकता है।

(और पढ़ें –सिजोफ्रेनिया क्या होता है)

जिन्‍को बाइलोबा के फायदे चिंता को दूर करे – Ginkgo Biloba Ke Fayde Anxiety Ko Dur Kare in Hindi

अध्‍ययनों से पता चलता है कि जिन्‍को का उपयोग करने पर चिंता के लक्षणों से छुटकारा पाया जा सकता है। जर्नल ऑफ साइकोट्रिक रिसर्च में प्रकाशित एक अध्‍ययन में पाया गया कि जो लोग चिंता विकार (anxiety disorder) से प्रभावित हैं उन्‍होने गिंको बाइलोबा की पत्तियों का सेवन किया जिससे उनके चिंता के स्‍तर में काफी कमी देखी गई। हालांकि जो लोग चिंता के लिए जै़नैक्‍स (Xanax) लेते हैं उन्‍हें जिन्‍कगो का उपयोग नहीं करना चाहिए। क्‍योंकि जिन्‍कगो दवा के प्रभावशीलता को कम कर सकता है।

(और पढ़ें –मानसिक व्यग्रता (चिंता))

पुरुषों के लिए जिन्‍कगो बाइलोबा के लाभ – Ginkgo Biloba Benefits for Men in Hindi

पुराने शोधो का अध्‍ययन करने पर पता चलता है कि जिन्‍कगो बाइलोबा का नियमित स्‍तेमाल करने पर यह पुरुषों के यौन स्‍वास्‍थ्‍य को बढ़ावा देने में मदद करता है। ऐसा माना जाता है एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressant) दवाओं का अधिक मात्रा में उपयोग करने पर पुरुषों में स्तंभन दोष (erectile dysfunction) हो सकता है। लेकिन यदि जिन्‍कगो बाइलोबा के औषधीय गुण इस प्रकार की समस्‍या से छुटकारा दिला सकते हैं। शोधकर्ताओं का मानना है‍ कि जिन्‍कगो नाइट्रिक ऑक्‍साइड गैस (nitric oxide gas) की उपलब्‍धता को बढ़ाता है जो लिंग में रक्‍त प्रवाह को बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाता है। उचित रक्‍त प्रवाह (Proper blood flow) होने से सीधा दोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है।

(और पढ़ें –नपुंसकता (स्तंभन दोष) दूर करने के लिए विटामिन)

गिंको बाइलोबा का उपयोग हृदय स्‍वास्‍थ्‍य के लिए – Ginkgo Biloba Ka Upyog Hriday Swasth Ke Liye in Hindi

आप अपने हृदय को स्‍वस्‍थ्‍य (Heart healthy) रखने के लिए गिंको बाइलोबा का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। यह हृदय स्‍वास्‍थ्‍य को बढ़ावा देने में मदद करता है। कुछ अध्‍ययन बताते हैं कि यह उच्‍च रक्‍तचाप (high blood pressure) के प्रभाव को तो कम नहीं करता है लेकिन यह आपके खराब रक्‍त परिसंचरण को ठीक करता है। जिससे धमनियों में धमनीयों में आने वाले अवरोध को कम करके आपके हृदय तक स्‍वस्‍थ्‍य खून के प्रवाह को बढ़ाकर आपके हृदय को स्‍वस्‍थ्‍य रखने और अन्‍य दिल संबंधी समस्‍याओं को कम करने में मदद करता है।

(और पढ़ें –हार्ट अटेक कारण और बचाव)

आयुर्वेद में जिन्‍कगो बाइलोबा दर्द के लिए उपयोगी – Ayurveda Me Ginkgo Biloba  Dard Ke Liye Upyogi in Hindi

अपने औषधीय गुणों के कारण आयुर्वेद में जिन्‍कगो बाइलोबा का उपयोग दर्द को कम करने का सबसे अच्‍छा उपाय माना जाता है। इस आयुर्वेदिक दवा में शरीर की सूजन और हल्‍के दर्द (Mild pain) को दूर करने वाले गुण मौजूद रहते हैं। यदि आपको हल्‍की चोट या घाव हैं तो गिंको बाइलोबा आपके लिए बहुत ही फायदेमंद उपचार हो सकता है। जिन्‍को बाइलोबा का उपयोग सिर दर्द (Headache) के उपचार के लिए भी किया जा सकता है।

(और पढ़ें –जोड़ों में दर्द का घरेलू उपचार)

जिन्‍कगो बाइलोबा का लाभ मस्तिष्‍क के लिए – Ginkgo Biloba Ke Labh Mastishk Ke Liye in Hindi

एंटीऑक्‍सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी (Antioxidant and anti-inflammatory) गुणों की अच्‍छी उपस्थिति के कारण जिन्‍कगो बाइलोबा हमे बहुत से स्‍वास्‍थ्‍य लाभ प्रदान करता है। इनके स्‍वास्‍थ्‍य लाभों में मस्तिष्‍क स्‍वास्‍थ्‍य भी शामिल हैं। यह रक्‍त प्रवाह में वृद्धि कर सकता है और मस्तिष्‍क में न्‍यूरोट्रांसमीटर की कार्य प्रणाली और कार्य क्षमता को बढ़ाने में सहायता करता है।

गिंको बाइलोबा की खुराक – Gingko Biloba Dosage in Hindi

जिन्‍कगो बाइलोबा का उपयोग आप अपनी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं (Health problems) और सुविधा के अनुसार कैप्‍सूल, गोलियों, अर्क या चाय आदि के रूप में कर सकते हैं।

शोधकर्ताओं के अनुसार एक वयस्‍क व्‍यक्ति को प्रतिदिन गिंको बाइलोबा 120 से 240 मिलीग्राम के बीच सेवन करना चाहिए। आपकी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या को ठीक करने के लिए कम से कम 4-6 सप्‍ताह का समय लग सकता है। इसलिए गिंको बाइलोबा का लंबे समय कम मात्रा में नियमित रूप से इस्‍तेमाल करने की सलाह दी जाती है। कुछ लोगों को गिंको बाइलोबा का सेवन करने से बचना चाहिए जिनमें शामिल हैं :

गिंको बाइलोबा के नुकसान – Ginkgo Biloba Ke Nuksan in Hindi

आयुर्वेद के अनुसार जिन्‍को बाइलोबा बहुत से स्‍वास्‍थ्‍य लाभ (health benefit) प्रदान करता है। लेकिन इसकी कम मात्रा का उपयोग लंबे समय तक लगभग 6 महिनों के लिए करना चाहिए। इसका उपयोग करने से कोई गंभीर दुष्‍प्रभाव नहीं होते हैं, फिर भी इसका उपयोग कम से कम और पूरी जानकारी होने के बाद ही किया जाना चाहिए। आइए जाने गिंको बाइलोबा के नुकसान क्‍या हैं।

  • जिन्‍कगो कुछ लोगों में एलर्जी (Allergies) प्रतिक्रिया कर सकता है।
  • यदि आपको रक्‍तस्राव विकार (bleeding disorders) है और आप इसके लिए दवाओं का उपयोग कर रहे हैं तो जिन्‍कगो का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • मधुमेह रोगी को जिन्‍कगो का अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए। क्‍योंकि अधिक मात्रा में इसका सेवन करने पर यह आपके शरीर में रक्‍त शर्करा के स्‍तर को बहुत ही कम कर सकता है।
  • गर्भवती महिलाओं और स्‍तनपान कराने वाली महिलाओं को गिंको बाइलोबा का उपयोग नहीं करना चाहिए।
  • यदि आप किसी विशेष प्रकार की दवाओं (Specialty drugs) का सेवन कर रहे हैं तो जिन्‍कगो बाइबोला का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्‍टर से सलाह लें।

जिन्‍कगो बाइलोबा के अन्‍य संभावित दुष्‍प्रभाव (side effects) इस प्रकार हैं:

  1. सिर दर्द
  2. उल्‍टी
  3. दस्‍त
  4. जी मिचलाना
  5. दिल की घबराहट
  6. चक्‍कर आना
  7. लाल चकते

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