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हाई बीपी के लिए योग करने का तरीका और फायदे – Yoga for High BP Hindi

हाई बीपी के लिए योग करने का तरीका और फायदे - Yoga for High BP Hindi

Yoga for High BP Hindi हाई बीपी के लिए योग किसी उपचार से कम नहीं है जबकि हाई बीपी या उच्च रक्तचाप एक गंभीर समस्या है। क्या आप आपके बढ़ते रक्तचाप के स्तर से चिंतित हैं? यदि हां तो चिंता छोड़ दीजिये क्योंकि आज हम आपके उच्च रक्तचाप को कम करने के लिए कुछ योगासन को बताने जा रहें हैं जो आपके लिए बहुत ही लाभदायक होगें। स्वाभाविक रूप से उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने और कम करने के लिए योग एक बहुत ही फायदेमंद चिकित्सा है। यदि आप योग के सही आसन चुनते हैं तो यह योग पैरा सिम्पैथेटिक नर्वस सिस्टम ठीक करने में मदद कर सकते है। जो उच्च रक्तचाप को ठीक करने के लिए जिम्मेदार है और जो Fight-or-Flight response के लिए उपयोग किए जाने वाले सहानुभूति तंत्रिका तंत्र को बंद कर देता है। आइये हाई बीपी के लिए योग को विस्तार से जानते हैं।

विषय सूची

1. हाई बीपी क्या है – What Is High Blood Pressure in Hindi
2. उच्च रक्तचाप के कारण –  High Blood Pressure Ke Karan in Hindi
3. उच्च रक्तचाप के लिए योग – High BP Ke Liye Yoga Hindi

हाई बीपी क्या है – What Is High Blood Pressure in Hindi

हाई बीपी क्या है - What Is High Blood Pressure in Hindi

एक स्वस्थ धमनी अर्ध-लचीले ऊतकों और मांसपेशियों से बनी होती है और इन धमनियों को रक्त के माध्यम से फैलाया जाता है जब इनमें रक्त पंप किया जाता है। रक्तचाप आपकी धमनियों में प्रवाहित रक्त का बल है। रक्त का बल जितना अधिक होता है, धमनियों में भी उतना ही खिंचाव होता है। जब रक्त प्रवाह का बल लगातार उच्च होता है, तो धमनियों की दीवार बनाने वाले ऊतक अपनी सीमा से बहुत दूर तक फैल जाते हैं और वो क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने 120 से 80 को मानक रक्तचाप माना है और 140 से 90 से अधिक रक्तचाप को प्री-हाइपरटेंशन कहा जाता है जो बहुत खतरनाक है।

(और पढ़े – जानिए उच्च रक्तचाप के बारे में सब कुछ…)

उच्च रक्तचाप के कारण –  High Blood Pressure Ke Karan in Hindi

हाई बीपी के लिए योग बहुत ही प्रभावी होते हैं लेकिन आपको उच्‍च रक्‍तचाप के कारण भी पता होना चाहिए। उच्च रक्तचाप होने पर कोई वास्तविक लक्षण दिखाई नहीं देते हैं इसलिए अधिकांश लोग इसका कारण नहीं बता सकते हैं। उच्च रक्तचाप एक स्वतंत्र स्थिति है जिसका अर्थ है कि यह मधुमेह, हृदय से संबंधित समस्याओं या गुर्दे की खराबी जैसी अन्य समस्याओं से उत्पन्न नहीं होती है। तनाव उच्च रक्तचाप का एक महत्वपूर्ण कारक है। जब आप तनावग्रस्त होते हैं तो आपका दिल तेजी से धड़कता है और आपकी रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं। इसके अलावा इसके अन्य कारण शराब का अधिक सेवन, धूम्रपान करना, अधिक नमक का सेवन, आपका भारी वजन या मोटापा और पर्याप्त मात्रा में फल और सब्जियां का सेवन नहीं करना आदि कारण हो सकते हैं।

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उच्च रक्तचाप के लिए योग – High BP Ke Liye Yoga Hindi

उच्च रक्तचाप के लिए योग - High BP Ke Liye Yoga Hindi

उच्च रक्तचाप हो या निम्न रक्तचाप दोनों हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक हैं क्योंकि शरीर में संतुलन बहुत ही आवश्यक हैं। हाई बीपी के लिए योग अपनाना आपके तनाव को भी कम करता है और यह शरीर में प्रत्येक ग्रंथि और अंग को उत्तेजित करता है। योग मन और शरीर को आराम देता है और तंत्रिका तंत्र को संतुलित करता है जो हृदय की पंपिंग सहित कुछ अन्य कार्यों को भी नियंत्रित करता है। आइये हाई बीपी के लिए योग आसन को जानते हैं।

उच्च रक्तचाप के लिए योगासन उत्तानासन योग – Uttanasana Yoga Ke Fayde High BP Me in Hindi

उच्च रक्तचाप के लिए योगासन उत्तानासन योग - Uttanasana Yoga Ke Fayde High BP Me in Hindi

उत्तानासन योग एक एंटी-ग्रैविटी पोज़ है, जो सिर में रक्त परिसंचरण को बढ़ाने में मदद करता है और उस पर अच्छा प्रभाव भी डालता है। इस आसन को करने से रक्त प्रवाह नियंत्रित होता है, तो शरीर शांत हो जाता है, हृदय गति स्थिर हो जाती है, और रक्तचाप सामान्य हो जाता है। उत्तानासन करने के लिए आप सबसे पहले एक योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। अपने दोनों पैरों को पास-पास रखें और अपने दोनों हाथों को ऊपर सीधा कर लें। अब धीरे-धीरे सामने को ओर कमर से नीचे झुकते जाएं और अपने दोनों हाथों से पैर के पंजों को छूने की कोशिश करें। इस आसन में आप 60 से 90 सेकंड के लिए रहें फिर आसन से बाहर आयें। उत्‍तानासन योग उच्‍च रक्‍तचाप या हाई बीपी के इलाज में प्रभावी होता है।

(और पढ़े – उत्तानासन (हस्तपादासन) करने का तरीका और फायदे…)

हाई बीपी में लाभदायक योग अधोमुख श्वान आसन – Adho Mukha Svanasana yoga for high blood pressure in Hindi

हाई बीपी में लाभदायक योग अधोमुख श्वान आसन - Adho Mukha Svanasana yoga for high blood pressure in hindi

अधोमुख श्वान योग हाई बीपी के लिए एक अच्छा आसन है इस आसन को करने के लिए आगे की ओर झुकना पड़ता हैं। यह खिंचाव के लिए भी अच्छा आसन हैं। यह रक्त परिसंचरण की क्षमता को बढ़ाता है। यह रीढ़ और कंधों को भी फैलाता है और आपको तनाव को मुक्त करता है। यह उच्च रक्तचाप को नीचे लाने में मदद करता है। रक्त संचार प्रणाली का संपूर्ण कार्य इस आसन के साथ विनियमित होता है इससे दिल भी स्वस्थ हो जाता है। इस आसन को करने के लिए आप सबसे पहले एक योगा मैट को बिछा के उस पर सीधे खड़े हो जाएं। अपने दोनों पैरों के बीच में थोड़ा सा अंतर रखें।

अब आगे की ओर झुकते जाएं अपने दोनों हाथों को जमीन पर रखे। दोनों पैरों को हाथों से दूर करें जिससे आपके हाथ और रीढ़ की हड्डी एक सीधी रेखा में आ जाएं। इसमें आपके पैर और सीने के बीच 90 डिग्री का कोण बनेगा। अधोमुख श्वान आसन को दो-तीन मिनिट के लिए करें।

(और पढ़े – अधोमुख श्वानासन के फायदे और करने का तरीका…)

उच्च रक्तचाप के लिए योग बद्ध कोणासन – Baddha Konasana yoga for high BP in Hindi

उच्च रक्तचाप के लिए योग बद्ध कोणासन - Baddha Konasana yoga for high BP in Hindi

बद्ध कोणासन योग एक बहुमुखी आसन है जो कई समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। यह एक महान तनाव निवारक है जो उच्च रक्तचाप में इसे और भी प्रभावी बनाता है। यह आसन रक्त परिसंचरण को भी बढ़ाता है और सिस्टम को डिटॉक्स करने में मदद करता है। यह दिल का काम नियमित करता है, जिससे रक्त प्रवाह की जांच होती है। इस तरह यह उच्च रक्तचाप को नियंत्रित और नीचे लाने में मदद करता है। इस आसन को करने के लिए आप सबसे पहले एक योगा मैट को साफ जगह में बिछा के दोनों पैरों को सीधा करके बैठ जाएं। इसके बाद दोनों पैर को अपनी ओर मोड़ लें और दोनों पैरों के पंजों से पंजे मिलाएं।

अब दोनों हाथों से घुटनों को धीरे-धीरे दबाएँ जिससे दोनों घुटने फर्श पर रख जाएं। इस मुद्रा को आप 2 से 3 मिनिट के लिए करें। ध्यान रखें की अगर आपके घुटने जमीन पर नहीं आ रहे हैं तो इसे जबरजस्ती करने का प्रयास ना करें।

(और पढ़े – बद्ध कोणासन करने का तरीका और फायदे…)

योग फॉर हाई ब्लड प्रेशर जानुशीर्षासन – High BP Ke Liye Yoga Janu Sirsasana in Hindi

योग फॉर हाई ब्लड प्रेशर जानुशीर्षासन - High bp Ke Liye Yoga Janu Sirsasana in Hindi

जानुशीर्षासन योग उच्च रक्तचाप के लिए एक चिकित्सीय मुद्रा है। यह पाचन में सुधार कर सकता है और मस्तिष्क को शांत कर सकता है। इसके अलावा यह आसन रीढ़, कंधे, पैरों के पिछले हिस्से और कमर को फैलाता है। इस आसन में अपने पैरों पर माथे को लगाने में थोड़ी कठिनाई भले हो सकती है क्योंकि आप सुपर फ्लेक्सिबल नहीं हैं पर यह वास्तव में फायदेमंद आसन है। जानुशीर्षासन करने के लिए आप किसी साफ स्थान पर योगा मैट को बिछा के दोनों पैरों को सामने की ओर सीधा करके बैठ जाएं। अब अपने दाएं पैर को मोड़ के बाएं पैर की जांघ पर रखें।

अपने दोनों हाथों को ऊपर की ओर करें सीधा खड़ा करें। अब अपने ऊपर के शरीर को बाएं पैर की ओर नीचे झुकाएं और बाएं पैर के पंजें को पकड़ लें। अपने सिर को बाएं पैर के घुटने पर रख लें। इस मुद्रा में रहते हुयें 5 से 10 बार साँस लें।

(और पढ़े – जानुशीर्षासन करने का तरीका और फायदे…)

सुखासन योग फॉर हाई ब्लड प्रेशर – Sukhasna Yoga for High Blood Pressure in Hindi

सुखासन योग फॉर हाई ब्लड प्रेशर – Sukhasna Yoga for High Blood Pressure in Hindi

सुखासन योग को ईजी पोज़ भी कहा जाता है यह एक ध्यान मुद्रा है। जो मन और शरीर दोनों को शांत करने का काम करती है। सुखासन योग के फायदे हाई ब्‍लड प्रेशर के लिए भी होते हैं। यह आसन तंत्रिका तंत्र पर काम करता है और इसकी क्रिया को नियंत्रित करता है। यह उच्च रक्तचाप को कम करने में सहायता करता है और प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रक्तचाप को कम करने पर काम करता है। इस आसन को करने के लिए आप एक योगा मैट को जमीन पर बिछा के बैठ जाएं, अपने पैरों को घुटनों के यहाँ से मोड़ लें एक पैर बाहर की ओर तथा दूसरा पैर अन्दर के ओर रखें। अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें और दोनों हाथों को सीधा करके अपने घुटनों पर रख लें, आखों को बंद करके ध्यान करें। इस आसन में आप अपनी इच्छा के अनुसार रह सकते हैं।

(और पढ़े – सुखासन करने का तरीका और फायदे…)

उच्च रक्तचाप में लाभकारी योग वीरभद्रासन – High BP Me Laabhkari Yoga Virabhadrasana in Hindi

उच्च रक्तचाप में लाभकारी योग वीरभद्रासन – High BP Me Laabhkari Yoga Virabhadrasana in Hindi

उच्च रक्तचाप को कम करने के लिए वीरासन योग या हीरो पोज़ एक अद्भुत आसन है। यह आसन करने में काफी सरल है फिर भी अविश्वसनीय रूप से शक्तिशाली है। यह रक्तचाप को सामान्य करने में बेहद फायदेमंद है। यह छाती को खोलता है और आपके शरीर के प्रत्येक क्षेत्र में उचित रक्त प्रवाह सुनिश्चित करता है। वीरभद्रासन करने के लिए आप एक साफ स्थान पर योगा मैट को बिछा के उस पर सीधे खड़े हो जाएं। अपने दोनों पैरों के बीच लगभग 3.5 फिट की दूरी रखें। अब अपने दोनों हाथों की हथेलियों को उठा के अपने सिर के ऊपर जोड़ लें। इसके बाद अपने दाएं पैर के पंजे को 90 डिग्री के कोण पर घुमाएं और बाएं पैर के पंजे को 45 डिग्री घुमा लें।

इसके बाद अपने सिर को भी अपने दायं पैर की ओर घुमाएं और दाएं घुटने से पैर को मोड़ के जांघ को फर्श के समान्तर आयें। अब अपने सिर को पीछे की ओर झुका दें और आसमान की ओर देखें। इस मुद्रा में आप 40 से 60 सेकंड तक रहें। फिर से यही पूरी क्रिया दूसरे वाले पैर से करें। आप भी हाई बीपी के लक्षणों को कम करने के लिए योग वीरभद्रासन का उपयोग कर सकते हैं।

(और पढ़े – वीरभद्रासन 1 करने का तरीका और लाभ…)

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