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सर्वांगासन करने का तरीका और फायदे – Sarvangasana (Shoulder Stand ) Yoga Steps And Benefits in Hindi

सर्वांगासन करने का तरीका और फायदे - Sarvangasana (shoulder stand ) yoga steps and benefits in hindi

Sarvangasana in Hindi सर्वांगासन संस्कृत के दो शब्दों सर्व(Sarva) और अंग(anga) से मिलकर बना है। जहां सर्व का मतलब सभी (all) और अंग का मतलब शरीर के अंग (body part) से है। सर्वांगासन करने से इसमें शरीर के सभी अंग शामिल होते हैं इसलिए इस आसन को सर्वांगासन (Sarvangasana) कहा जाता है। जानिए कैसे करें सर्वांगासन , सर्वांगासन के लाभ और अन्य जानकारी, सर्वांगासन करने का तरीका Sarvangasana yoga pose steps in Hindi, सर्वांगासन के फायदे – sarvangasana ke fayde in Hindi, सर्वांगासन करते समय सावधानियां – precautions for sarvangasana (shoulder stand ) in Hindi। 

इस आसन में पूरे शरीर का संतुलन कंधों के सहारे बनाया जाता है। यह आसन व्यक्ति को मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है, सर्वांगासन को सभी आसनों की जननी भी कहा जाता है।

सर्वांगासन शरीर के सभी अंगों की क्रियाओं को बेहतर बनाने में सहायता करता है। यह आसन खराब जीवन शैली से उत्पन्न हुए विकारों को दूर करने के साथ ही स्ट्रेस, डिप्रेशन और चिंता को दूर कर मन को शांति प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

सर्वांगासन करने का तरीका Sarvangasana Yoga Steps in Hindi

अन्य आसन की तरह सर्वांगासन करने की भी एक पूरी प्रक्रिया होती है। सही तरीके से सर्वांगासन करने से स्वास्थ्य को बहुत लाभ होता है।

आइये जानते हैं सर्वांगासन करने का सही तरीका – (sarvangasana karne ke tarika in Hindi)

  • पीठ के बल जमीन पर सीधे लेट जाइये।
  • सांस लीजिए और फिर सांस छोड़िए, इसके बाद अपने दोनों पैरों को ऊपर की ओर उठाइये।
  • दोनों पैरों को ऊपर की ओर उठाने पर वे जमीन से जहां 90 डिग्री का कोण बनायें, वहीं पर उन्हें रोक दीजिए।
  • इसके बाद उत्तानपादासन पोज बनाइये।
  • श्वास छोड़ते  हुए अपनी कमर को ऊपर की ओर उठाएं, पैरों को सिर की ओर पीछे से धकेलें।
  • दोनों हाथों से कमर को सपोर्ट दीजिए।
  • अपने पैरों, पीठ और कमर को सीधे तानकर रखिए।
  • अपने पैरों की उंगलियों को आसमान की तरफ खींचिए और अपनी आंखों को पैर की उंगलियों पर केंद्रित रखिए।
  • कुछ समय तक इसी स्थिति में बने रहिए और सांसों को सामान्य रखिए।
  • धीरे-धीरे पहले की अवस्था में वापस लौट आइये।
  • इस प्रक्रिया को तीन से चार बार दोहराइये।

सर्वांगासन के फायदे Benefits of Sarvangasana (Shoulder Stand) in Hindi

सर्वांगासन करने से स्वास्थ्य को कई फायदे होते हैं। थॉयराइड सिर्फ हमारे गले में पाया जाता है और सर्वांगासन करने से थॉयराइड ग्रंथि बेहतर तरीके से काम करती है। थॉयराइड ग्रंथि स्वस्थ होने से व्यक्ति को लंबे समय तक इससे जुड़ी समस्याएं नहीं होती हैं। इस आसन को करने से गले में रक्त जमा होता है और रक्त ठीक तरीके से थॉयराइड ग्लैंड में बहता है और इसे मजबूती प्रदान करता है। वैसे तो सर्वांगासन शरीर के संपूर्ण हिस्सों के लिए लाभदायक होता है।

तो आइये जानते हैं कि सर्वांगासन करने के फायदे क्या (sarvangasana ke fayde in Hindi)हैं।

सर्वांगासन के फायदे बीमारियों को दूर करने में-सर्वांगासन करने से जननांगों से संबंधित समस्याएं एवं बीमारियां दूर हो जाती हैं। इसके साथ ही यह आसन कब्ज से छुटकारा दिलाने में भी फायदेमंद होता है। यह बबासीर (hemorrhoids) की भी समस्या दूर करने में लाभदायक है।

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सर्वांगासन के फायदे गले की समस्या दूर करने में – अगर आपके कान और गले एवं नाक में कोई परेशानी हो तो सर्वांगासन करने से ये सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं।

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अच्छे पाचन में सर्वांगासन के फायदे – सर्वांगासन करने से रक्त परिसंचरण प्रणाली, पाचन तंत्र और श्वसन प्रणाली बेहतर होती है।

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सर्वांगासन के लाभ थॉयराइड ग्रंथि के लिए – इस आसन को करते समय गले की ओर अधिक रक्त का प्रवाह होता है जिससे थॉयराइड ग्लैंड के विकार दूर होते हैं।यह थॉयराइड ग्लैंड, पिट्यूटरी ग्लैंड और एड्रिनल ग्लैंड को उत्तेजित करने में मदद करता है।

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सर्वांगासन के फायदे डायबिटीज में – अस्थमा, डायबिटीज, लीवर की बीमारी और आंत की परेशानियों को दूर करने में यह आसन बहुत लाभदायक होता है। यह स्किन को सिकुड़ने से बचाता है और चेहरे पर झुर्रियां नहीं पड़ने देता है।

तंत्रिका तंत्र के लिए फायदेमंद – यह तंत्रिका तंत्र (nervous system) को बढ़ाता है और रीढ़ की हड्डी में लचीलापन को बढ़ाता है। सर्वांगासन दिमाग एवं नर्वस सिस्टम को शांत रखता है और स्ट्रेस को दूर करता है।

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बवासीर में सर्वांगासन के फायदे – सर्वांगासन करने से एनीमिया, आलस, सिरदर्द, अपच, बवासीर, पेट दर्द, सीने में दर्द आदि समस्याएं दूर हो जाती हैं।

सर्वांगासन करते समय सावधानियां – Precautions for sarvangasana (shoulder stand ) in Hindi

  • प्रेगनेंट महिलाओं को प्रेगनेंसी के तीसरे महीने बाद सर्वांगासन नहीं करना चाहिए।
  • अगर सर्वांगासन करते समय आपको जम्हाई आए, छींक या कफ आये तो अपना पैर तुरंत नीचे कर लें, अन्यथा गले के नीचे, सीने और कानों में दर्द हो सकता है।
  • सर्वांगासन करते समय लार को गटकें नहीं।
  • अगर आप हाई ब्लड प्रेशर,  स्पॉन्डिलाइटिस (Spondylitis)के मरीज हैं  या आपके कान में दर्द होता है या सुनने की क्षमता कमजोर है तो इस आसन को करने से परहेज करें।
  • यदि आपको सर्वांगासन करने में कठिनाई महसूस हो रही हो तो कमर के नीचे तकिये का प्रयोग कर सकते हैं।
  • अगर आपकी आंखों में ग्लूकोमा (Glaucoma) की समस्या है तो सर्वांगासन करने से बचें।

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