गर्भावस्था

इन 14 कारणों की वजह से कुछ महिलाएं नहीं बन पाती मां!

गर्भ क्यों नहीं ठहरता है - Pregnant nahi hone ke karan in Hindi

शादी के बाद हर लड़की मां बनने का सपना देखती है। माँ बनने का एहसास बहुत आनंदित करता है। लेकिन जब एक लड़की को पता चलता है कि वह माँ नहीं बन सकती, तो उसकी दुनिया एक पल के लिए रुक सी जाती है। गर्भधारण न कर पाने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि महिलाएं मां क्यों नहीं बनती हैं और गर्भ क्यों नहीं ठहरता है। आइए जानते हैं कि कुछ महिलाएं गर्भधारण क्यों नहीं कर पाती हैं और उनके बच्चे क्यों नहीं होते हैं। अक्सर कपल्स के मन में कई तरह के सवाल आते हैं जैसे गर्भ क्यों नहीं ठहरता है, गर्भ न ठहरने के कारण, गर्भधारण न होने के कारण, गर्भधारण क्यों नहीं होता, किन वजहों से नहीं ठहरता है गर्भ, गर्भवती न होने का कारण, प्रेग्नेंट न होने के क्या कारण है आदि।

अधिकांश कपल्स शादी के एक या दो साल में परिवार बढ़ाने की योजना बनाना शुरू कर देते हैं, और यदि वे अभी बच्चा नहीं चाहते हैं, तो वे महिला के गर्भधारण को रोकने के लिए सुरक्षा का उपयोग करते हैं। लेकिन कुछ कपल्स ऐसे भी होते हैं जो अपने परिवार को आगे बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन महिला का गर्भ ठहर नहीं पाता। ऐसी स्थिति में यह महिलाओं के लिए बहुत परेशानी का कारण बनता है।

क्योंकि अगर गर्भवती होने में अधिक समय लगता है, तो सभी के ताने सुनने के बाद, महिला और अधिक परेशान होने लगती है। लेकिन इससे आपकी चिंता ठीक नहीं होती। बल्कि, आपको पहले यह पता लगाना चाहिए कि आप गर्भवती क्यों नहीं हो रही हैं। क्योंकि एक महिला के गर्भधारण न करने का कोई एक कारण नहीं होता है, बल्की कई कारण हैं जब महिला गर्भवती नहीं हो पाती है या महिला का गर्भ नहीं ठहरता है । और यह कारण कभी-कभी महिला के साथ-साथ पुरुष से भी जुड़ा हो सकता है। महिला के गर्भवती न होने के पीछे 40% कारण पुरुषों से जुड़े हो सकते हैं।

गर्भ क्यों नहीं ठहरता – Pregnant na hone ke karan in hindi

गर्भ न ठहरने का कारण आपको शारीरिक समस्या, तनाव संबंधी समस्या या आपके गर्भाशय में समस्या हो सकती है। इसके अलावा, गर्भवती न होने के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं। तो चलिए अब विस्तार से जानते हैं कि महिला में गर्भ क्यों नहीं ठहरता है।

अनियमित पिरिड्स

गर्भवती होने के लिए नियमित पीरियड्स बहुत महत्वपूर्ण हैं। जब पीरियड्स सही या नियमित समय पर नहीं आते हैं, या किसी को पीरियड्स के दौरान बहुत दर्द होता है। तो इन दोनों के कारण भी बांझपन का खतरा होता है। अगर आपके साथ भी ऐसी कोई समस्या है, तो अपनी मेडिकल जांच करवाएं।

फैलोपियन ट्यूब से संबंधित समस्या

फैलोपियन ट्यूब गर्भावस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि पुरुष शुक्राणु इस ट्यूब में ही अंडे को निषेचित करते हैं। जिसके कारण महिला गर्भवती होती है, लेकिन अगर फैलोपियन ट्यूब से संबंधित कोई समस्या है, तो यह महिला के गर्भ ठहरने में परेशानी का कारण बन सकती है।

गर्भाशय की गांठ

 फाइब्रॉएड यानि गर्भाशय में गांठ के कारण, भी गर्भावस्था में कई समस्याओं का कारण बनता है। वास्तव में, फाइब्रॉएड की समस्या के कारण मासिक धर्म के दौरान अधिक ब्लीडिंग होती है, संबंध बनाने के दौरान दर्द, और पीरियड्स के बाद भी रक्तस्त्राव की समस्या होती है। इनके कारण, अंडे और शुक्राणु आपस में नहीं मिल पाते हैं, जिसके कारण महिला माँ नहीं बन पाती है।

अधिक उम्र

किसी महिला के गर्भवती न होने का एक कारण उसकी बढ़ती उम्र भी हो सकती है। क्योंकि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, अंडाशय में अंडे कम होने लगते हैं, जिसके कारण उम्र बढ़ने के साथ महिला के गर्भधारण की संभावना भी कम हो सकती है।

(और पढ़ें- 30 के बाद गर्भावस्था के लिए तैयारी करने के लिए टिप्स)

आपका आहार भी इसका कारण हो सकता है

कुछ चीजें हैं जो गर्भावस्था के दौरान निषिद्ध हैं क्योंकि उनके सेवन से गर्भपात का खतरा होता है। लेकिन अगर आप उन खाद्य पदार्थों जैसे कच्चा पपीता, अनानास, अंगूर, गर्म चीजें, कटहल आदि का अधिक सेवन करतीं हैं, तो इसके कारण आपको गर्भवती होने में समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

बांझपन (इनफर्टिलिटी)

यह समस्या पुरुषों से संबंधित हो सकती है, जैसे कि पुरुष के उत्पादित शुक्राणुओं की संख्या प्रेग्नेंट होने के लिए जरुरी शुक्राणुओं की संख्या से कम है। इसके अलावा, यह भी कारण हो सकता है कि शुक्राणु का उत्पादन तो होता है, लेकिन यह महिला के अंडाशय तक नहीं पहुंच सकता है, जिसके कारण निषेचन न हो पाने के कारण महिला को गर्भवती नहीं होने की समस्या का सामना करना पड़ता है।

गर्भाशय संबंधी समस्याएं

कई बार ऐसा होता है कि महिला अपने गर्भाशय से संबंधित समस्याओं के कारण गर्भधारण नहीं कर पाती है, जैसे कि यदि महिला अधिक गर्भनिरोधक गोलियां लेती है, तो इससे गर्भाशय की झिल्ली कमजोर हो जाती है, बार-बार गर्भपात होने के कारण गर्भाशय से जुड़ी कोई समस्या हो सकती है। अगर महिला डॉक्टर की सलाह के बिना अन्य दवाओं का अधिक सेवन करती है, तो यह गर्भाशय को भी प्रभावित करती है।

अंडों का उत्पादन न होने के कारण

महिला के अंडाशय में अंडों के निर्माण में गड़बड़ी के कारण, गर्भ न ठहरने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसका कारण महिला का किसी बीमारियों से पीड़ित होना हो सकता है जैसे थायराइड आदि।

डिप्रेशन या नींद न आना

पीरियड्स के दौरान नींद न आने की शिकायत भी हो सकती है। नींद न आने का कारण यह है कि आप डिप्रेशन से गुजर रहीं हैं। जब भी आपको इस तरह की कोई समस्या हो तो तुरंत चिकित्सीय जांच करवाएं। नींद न आने की शिकायत भी बांझपन के लक्षण हैं।

बेहतर संबंध न होने के कारण

अगर आप सोचते हैं कि आप एक बार शारीरिक रूप से करीब आते हैं और आपका गर्भधारण हो जायेगा हैं, तो यह बिल्कुल गलत है। क्योंकि गर्भावस्था के लिए सही समय और ओवुलेशन पीरियड में बेहतर संबंध बनाना जरूरी होता है, जिससे आपके गर्भवती होने की संभावना बढ़ जाती है। इसीलिए अगर आप बेहतर संबंध नहीं बनाते हैं, तो इस वजह से भी महिला का गर्भधारण नहीं होता है, और इस दौरान आपको किसी भी तरह के प्रोटेक्शन का उपयोग नहीं करना चाहिए।

अधिक या कम वजन

आपका मोटापा या दुबलापन भी गर्भवती न होने का एक कारण हो सकता है, ऐसी स्थिति में आपको गर्भावस्था के लिए अपने वजन को नियंत्रित करना चाहिए, गर्भ ठहरने के लिए न तो आपका वजन जरूरत से ज्यादा होना चाहिए और न ही कम होना चाहिए।

संबंध बनाते समय दर्द होना

आपके मिलन के समय अधिक दर्द नहीं होना चाहिए, लेकिन अगर आपको इस दौरान दर्द या पेन महसूस हो, तो इसे नजरअंदाज न करें। तुरंत डॉक्टर से बात करें। गर्भ न ठहरने या गर्भवती न होने का यह एक कारण हो सकता है।

दवाइयों का सेवन

यदि आप तनाव या मानसिक समस्याओं से संबंधित दवाएं लेती हैं, तो यह आपकी गर्भावस्था में भी समस्याएं पैदा कर सकता है। ऐसी स्थिति में, गर्भधारण करने के लिए एक डॉक्टर से एक बार बात की जानी चाहिए।

सर्वाइकल की समस्या

कुछ महिलाओं को सर्वाइकल की समस्या होती है, जिसके कारण शुक्राणु ग्रीवा नहर (सर्वाइकल कैनाल) से नहीं गुजरते हैं। इस वजह से महिलाएं मां नहीं बन पाती हैं।

तो ये कुछ कारण हैं जिनकी वजह से एक महिला को गर्भधारण करने में समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसी स्थिति में आपको किस अच्छे गाइनकॉलजिस्ट डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और इसके पीछे की सही वजह का पता लगाना चाहिए।

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