घरेलू उपाय

कान का मैल साफ करने के घरेलू उपाय – Ear Cleaning Tips in Hindi

कान का मैल साफ करने के घरेलू उपाय - kaan ka mail saaf karne ke gharelu upay

Ear Cleaning Tips in Hindi हम और आप अक्‍सर अपने कान में खुजली का अनुभव करते हैं और कान का मैल साफ करने के लिए रूई या दियासलाई का उपयोग करते हैं। लेकिन कान का मैल साफ करने के घरेलू उपाय भी होते हैं जो कि हमारे कान को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। चिकित्‍सकों के अनुसार आपके कानों को साफ करने का वास्‍तविक कारण इयरवैक्‍स (earwax) का अत्‍याधिक निर्माण है। यही हमारे कान का मैल होता है। यह आपकी सुनने की क्षमता को आंशिक रूप से कम कर सकता है। इसके अलावा मैल की मौजूदगी आपके कान में दर्द, खुजली और कान बहना जैसी समस्‍याओं का कारण बन सकता है। इस लेख में आप जानेंगे कान का मैल साफ करने के घरेलू उपाय के बारे में।

विषय सूची

1. कान का मैल क्‍या है – Kaan Ka Mail Kya Hai in Hindi
2. कान का मैल क्‍यों आता है – Kaan Ka Mail Kyun Aata Hai in Hindi
3. कान का मैल कैसे साफ करें – Kaan Ka Mail Kaise Saf Kare in Hindi
4. कान का मैल कैसे साफ न करें – Kaan Ka Mail Kaise Saf Na Kare in Hindi

5. कान साफ करने का घरेलू उपाय – Kaan Saaf Karne Ke Gharelu Upay in Hindi

6. अपने कानों की सुरक्षा कैसे करें – How To Protect Your Ears in Hindi

कान का मैल क्‍या है – Kaan Ka Mail Kya Hai in Hindi

कान का मैल क्‍या है - Kaan Ka Mail Kya Hai in Hindi

अक्‍सर देखा जाता है कि जब कान की सफाई की जाती है तो इससे भूरे रंग का पदार्थ निकलता है। यह कान का मैल होता है। लेकिन कान का मैल या ईयरवैक्‍स का बनना एक सामान्‍य और प्राकृतिक प्रक्रिया है। कान में मैल बनना आपके कान के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए जरूरी होता है। सामान्‍य परिस्थितियों में यह आपके कान से स्‍वयं ही साफ हो जाता है। हालांकि कुछ परिस्थितियों में यह कान में बहुत अधिक मात्रा में बनता होता है और कान के बंद होने का कारण बन सकता है। आइए जाने कान और कान के मैल के बारे में अन्‍य जानकारीयां।

(और पढ़े – नाक और कान छिदवाने के फायदे, नुकसान और सावधानियां…)

कान का मैल क्‍यों आता है – Kaan Ka Mail Kyun Aata Hai in Hindi

जैसा की आप जान चुके हैं कि कान का मैल आपके कान की सुरक्षा के लिए प्राकृतिक रूप से बनता है। लेकिन अत्‍याधिक मात्रा में यदि इसका निर्माण हो रहा हो तो यह आपके कान को नुकसान पहुंचा सकता है। सीरमेन अशुद्धता के अलावा भी कई बहुत से ऐसे कारण हैं जिनके कारण कान में मैल जमा हो जाता है। यह यूस्‍टाचियन ट्यूबों में वायु प्रवाह अवरोध के परिणामस्‍वरूप, कान के अंदर दबाव विचलन, साइनस समस्‍याओं और सर्दी के परिणामस्‍वरूप आ सकता है। आप अपने कानों में वायु प्रवाह के अवरोध को हटाने के लिए अपने नाक और मुंह को हाथ से बंद करें और हवा को बाहर निकालने के लिए दबाव डालें। इसके अलावा आप गर्भ भाप या गर्भ सिकाई का उपयोग भी कर सकते हैं।

यदि फिर भी आपको राहत न मिले तो आपको अपने कान की जांच कराने की आवश्‍यकता है। अधिक मात्रा में कान का मैल के लक्षणों में कान का बहना और कान से आने वाली गंध भी शामिल है।

(और पढ़े – कान बहने के कारण, लक्षण और इलाज…)

कान का मैल कैसे साफ करें – Kaan Ka Mail Kaise Saf Kare in Hindi

कान का मैल कैसे साफ करें - Kaan Ka Mail Kaise Saf Kare in Hindi

अपने कान में बन रहे अत्‍याधिक मैल को साफ करने का सबसे सुरक्षित तरीका है डॉक्‍टर के पास जाना। यदि आप पहली बार इस प्रकार की समस्‍या से ग्रसित हुए हैं तो इसके कारणों का पता लगाने के लिए चिकित्‍सक से परामर्श आवश्‍यक है। डॉक्‍टर कई प्रकार की मशीनों का उपयोग कर आपके कान को सही तरीके से साफ कर सकता है। इसके अलावा वह मैल निमार्ण के बारे में आपको जानकारी और सावधानी से भी अवगत करा सकता है। लेकिन आप अपने कान को साफ करने के लिए कुछ प्राकृतिक घरेलू उपायो को भी अपना सकते हैं। ये घरेलू उपाय कान के मैल को प्रभावी तरीके से साफ कर सकते हैं और इनके कोई साइड्इफैक्‍ट भी नहीं होते हैं।

कान का मैल कैसे साफ न करें – Kaan Ka Mail Kaise Saf Na Kare in Hindi

कान शरीर की प्रमुख ज्ञान इंद्रियों में से एक है जो बहुत ही संवेदनशील होते हैं। कान की सफाई एक ऐसा अभ्यास है जिसे बहुत ही सावधानी के साथ किया जाता है। यदि कान की सफाई के समय किसी प्रकार की लापरवाही की जाती है तो इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं। यहां तक की आपके कान के पर्दों को भी नुकसान पहुंच सकता है। आपको यह भी ध्‍यान रखना चाहिए कान का मैल बनना एक प्राकृतिक क्रिया है इसलिए नियमित रूप से कान की सफाई करने से बचना चाहिए। आइए जाने कान साफ करने के उन तरीकों को जिनसे बचना चाहिए।

(और पढ़े – नाक पर से ब्लैकहेड्स साफ करने के घरेलू उपाय…)

कपास के फोहे का उपयोग न करें – Do NOT Use Cotton Swabs For Ear Cleaning in Hindi

कपास के फोहे का उपयोग न करें - Do NOT Use Cotton Swabs For Ear Cleaning in Hindi

कान के विशेषज्ञों द्वारा सलाह दी जाती है कि कान में किसी भी प्रकार की ठोस वस्‍तु या छड़ी का उपयोग नहीं करना चाहिए। उनके अनुसार कान के अंदर का हिस्‍सा बहुत ही नाजुक होता है। इसलिए आप किसी भी प्रकार की हेयरपिन, चाबी या कपास के फोहे का उपयोग न करें। अक्‍सर देखा जाता है कि अधिकतर लोग कपास के फोहे से कान खुजलाते हैं जो कि उनके कानों के लिए खतरा बढ़ा सकता है। कान में किसी भी वाहरी वस्‍तु का उपयोग करने पर यह कान की गहराई में मैल को धक्का दे सकता है जिससे कान के परदा (eardrum) को नुकसान हो सकता है। इसलिए कान को साफ करने के लिए दियासलाई या कपास के फोहे आदि का इस्‍तेमाल करने से बचना चाहिए।

कान में सिरिंज या मोम सॉफ्टनर का उपयोग न करें – Proper Use Of Ear Irrigation For Ear Cleaning in Hindi

कान में सिरिंज या मोम सॉफ्टनर का उपयोग न करें - Proper Use Of Ear Irrigation For Ear Cleaning in Hindi

क्‍या आप मधुमेह रोगी हैं या आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। ऐसी स्थिति में या फिर आपको संदेह है कि आपके कान के पर्दों में छेद है तो आपको सिरिंज या मोम सॉफ्टनर के साथ अपने कान की सफाई नहीं करनी चाहिए। यदि आप ऊपर बताए गए किसी भी कारण से ग्रसित हैं तो किसी भी प्रकार के घरेलू उपचार का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्‍टर से संपर्क करें।

(और पढ़े – मधुमेह को कम करने वाले आहार…)

कान साफ करने का घरेलू उपाय – Kaan Saaf Karne Ke Gharelu Upay in Hindi

हमारे कान शरीर के सबसे उपयोगी और नाजुक हिस्‍सों में से एक हैं। इसलिए इनकी सुरक्षा बहुत ही आवश्‍यक है। ऊपर बताए गए किसी भी माध्‍यम का उपयोग कान की सफाई के लिए इस्‍तेमाल नहीं करना चाहिए। इनसे आपके कान को नुकसान हो सकता है। लेकिन कान की सफाई के लिए कुछ प्राकृतिक उपचार भी मौजूद हैं। जिनका सावधानी पूर्वक उपयोग करने पर ये बिना किसी परेशानी के आपके कान को साफ कर सकते हैं। लेकिन फिर भी आपको सलाह दी जाती हैं कि भले ही ये प्राकृतिक और घरेलू उपाय हैं। फिर भी इनका उपयोग करने से पहले एक बार अपने डॉक्‍टर से संपर्क करें। आपके कान आपके लिए अनमोल हैं। आइए जाने कान साफ करने के घरेलू उपाय क्‍या हैं।

कान का मैल निकालने का तरीका खारा पानी – Salt Water For Ear Cleaning in Hindi

कान का मैल निकालने का तरीका खारा पानी - Salt Water For Ear Cleaning in Hindi

नमक का पानी कान के मैल को हटाने का सबसे अच्‍छा घरेलू उपाय है। यह कान के अंदर मौजूद मैल को नरम बनाता है जिससे इसे साफ करना आसान हो जाता है। नमक के पानी का उपयोग करने के लिए आधा कप गर्म पानी में 1 छोटा चम्‍मच नमक डालें और पूरी तरह से घुलने तक चम्‍मच चलाते रहें। अब इस विलयन में कपास की रूई को भिगो दें। अब इस रूई की सहायता से प्रभावित कान में नमक के पानी की कुछ बूंदें डालें।

ध्‍यान रहे कि आपका कान आकाश की तरफ हो ताकि नमक का पानी पूरी तरह से आपके कान में चला जाए। नमक का पानी डालने के बाद आप इसी मुद्रा 3-5 मिनिट तक रहें। इसके बाद आप इस पानी को निकालने के लिए कान को विपरीत दिशा में झुकाएं। आपके कान में मौजूद मैल नमक पानी के साथ बाहर आ जाएगा। जिसे आप कपड़े से साफ कर सकते हैं।

(और पढ़े – शरीर को खूबसूरत बनाने के लिए सी-साल्ट से बने स्क्रब का करें इस्तेमाल…)

कान का मैल कैसे साफ करें गर्म पानी से – Kaan Ka Mail Saaf Kare Garm Pani Se in Hindi

आप अपने कान का मैल साफ करने के लिए गर्म पानी का भी उपयोग कर सकते हैं। लेकिन कान में उपयोग करने से पहले इस बात का ध्‍यान रखें कि पानी साफ और फिल्‍टर किया गया हो। आप इसके लिए सिरिंज का उपयोग कर सकते हैं। आप सिरिंज में गर्म पानी लें और धीरे-धीरे कान में कुछ बूंदें डालें। इसे 1 मिनिट के लिए कान में रहने दें और फिर सिर को दूसरी ओर झुका कर पानी को बाहर निकाल दें। लेकिन इस उपचार को बहुत ही सावधानी के साथ या किसी अनुभवी व्‍यक्ति के द्वारा कराया जाना चाहिए। नहीं तो यह कान की अन्‍य समस्‍याओं का कारण बन सकता है।

(और पढ़े – गर्म पानी पीने के फायदे जानकर हैरान हो जायेंगे आप…)

कान साफ करने का घरेलू उपाय जैतून का तेल – Kaan Saaf Karne Ke Nuskhe Jaitoon Ka Tel in Hindi

कान साफ करने का घरेलू उपाय जैतून का तेल - Kaan Saaf Karne Ke Nuskhe Jaitoon Ka Tel in Hindi

आप अपने कान का मैल निकालने के लिए जैतून के तेल का उपयोग कर सकते हैं। इसका उपयोग करने की सलाह इसलिए भी दी जाती है क्‍योंकि इसके औषधीय गुण आपके कान की झिल्‍ली को संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं। जैतून के तेल का उपयोग कर कान में मौजूद मोम को नरम करने और बाहर निकालने का प्रभावी तरीका हो सकता है। जैतून तेल के एंटीसेप्टिक गुण कान के संक्रमण से लड़ने में हमारी मदद करते हैं। कान में जैतून तेल का उपयोग करने से पहले इसे हल्‍का गर्म करें और किसी ड्रोपर की सहायता से कान में 3-4 बूंदें डालें। इसे 10 मिनिट तक कान में रहने दें ताकि कान का मौम नरम हो जाए। फिर अपने कान को नीचे की ओर झुकाएं और इसे बाहर निकलने दें। आप विकल्‍प के रूप में सरसों के तेल का भी उपयोग कर सकते हैं।

(और पढ़े – जैतून के तेल के फायदे और उपयोग…)

कान की समस्‍या के लिए सिरका और अल्कोहल – Kaan Ki Samasya Ke Liye Vinegar And Alcohol in Hindi

सेब के सिरका और अल्कोहल का उपयोग प्राचीन समय से ही कान की सफाई के लिए किया जा रहा है। यह मिश्रण कान के मैल को नरम करके बाहर निकालने में मदद करता है। एल्‍कोहल एक सुखाने वाले एजेंट (drying agent) के रूप में कार्य करता है। जबकि सेब का सिरका बैक्‍टीरिया और कवक के प्रभाव को कम कर हमारे कान को सुरक्षा प्रदान करता है। एक कटोरी में एल्‍कोहल और सिरका की बराबर मात्रा लें और कपास की रूई की सहायता से इस मिश्रण की 4-5 बूंदों को कान में डालें। पांच मिनिट के बाद अपने कान को झुकाएं ताकि सिरका और शराब के साथ ही कान का मैल बाहर आ सके। इस तरह से आप अपने कान को बिना कोई नुकसान पहुंचाए मैल बाहर निकाल सकते हैं।

(और पढ़े – सेब के सिरके के फायदे, लाभ, गुण और नुकसान…)

कान साफ करने के लिए हाइड्रोजन पेरोक्साइड – Hydrogen Peroxide For Ear Cleaning in Hindi

आप अपने कान में मौजूद मैल को निकालने के लिए हाइड्रोजन पेरोक्‍साइड का उपयोग कर सकते हैं। यह सबसे प्रभावी और तुरंत काम करने वाला तरीका हो सकता है। इसमें उबलने (effervescent) वाले गुण होते हैं जिसके कारण यह कान के अंदर मौजूद मैल को उबाल के साथ बाहर निकाल देता है। इसके लिए आप 3 प्रतिशत वाले हाइड्रोजने पेराक्‍साइड का उपयोग करें। आप पानी और हाइड्रोजन पेरोक्‍साइड की बराबर मात्रा मिलाएं और एक ड्रॉपर का उपयोग करते हुए इस मिश्रण को अपने कान में डालें। कुछ ही क्षणों के बाद अपने कान को विपरीत दिशा में झुकाएं ताकि आपके द्वारा डाला गया मिश्रण और कान का मैल बाहर निकल जाए। फिर आप अपने कान को कपड़े से साफ कर लें। इस तरह से आप अपने कान के मैल का आसानी से निकाल सकते हैं।

अपने कानों की सुरक्षा कैसे करें – How To Protect Your Ears in Hindi

समुचित सफाई रखने के बाद भी कई ऐसे कारक जिनसे आपको कान को बचाना चाहिए। यहां बताए गए उपायो के माध्‍यम से आप अपने कान में होने वाली समस्‍याओं से बच सकते हैं।

  • अपने कानों में छोटी बस्‍तुओं को न डालें। क्‍योंकि छोटी और कठोर वस्‍तुएं आपके कान के अंदर जख्‍म बना सकती हैं जिससे आपके कान में संक्रमण हो सकता है।
  • आपके द्वारा उपयोग की जाने वाली कठोर वस्‍तुए आपके कान के पर्दों को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
  • ज्‍यादा तेज आवाज वाली जगहों में जाने से बचें या ऐसी जगहों पर जाने से पहले अपने कानों किसी कपड़े, हेडगियर या इयरप्‍लग से ढकें।
  • लंबे समय तक हेड फोन का उपयोग करने से बचें। इसके अलावा आप इससे अधिक तेल आवाज में गाने न सुनें।
  • तैरते समय अपने कानों में पानी जाने से बचने के लिए अपने कान को ढकने वाली कैप का उपयोग करें। इसके अलावा तैरने के बाद आप अपने को अच्‍छी तरह से सुखाएं और कान के पानी को निकालने के लिए अपने सिर और कान को नींचे की झुकाएं।
  • किसी भी प्रकार की दवाओं का उपयोग करने के बाद यदि आपके सुनने की क्षमता या कान पर नकारात्‍मक प्रभाव पड़े तो दवा का उपयोग बंद कर दें। ऐसी स्थिति में तुरंत ही डॉक्‍टर से संपर्क करें।

(और पढ़े – फंगल इन्फेक्शन क्या है, कारण, लक्षण, इलाज और घरेलू उपचार…)

इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।

Leave a Comment

Subscribe for daily wellness inspiration