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नेटल टी के स्वास्थ्य लाभ – Health Benefits of Nettle Tea in Hindi

Health Benefits of Nettle Tea in Hindi: विभिन्‍न प्रकार की औषधीय चाय का सेवन करना प्राचीन चिकित्‍सा प्रणाली का एक हिस्‍सा है। लेकिन क्‍या आप नेटल टी पीने के फायदे जानते हैं। बहुत से लोग नेटल टी को बिच्‍छू बूटी के नाम से जानते हैं। इस जड़ी बूटी का उपयोग सर्वप्रथम चीन में किया गया। बहुत से लोग नेटल टी का उपयोग इसके विशेष स्‍वाद, औषधीय गुण, उत्तेजक या शांत करने वाले गुण और स्‍वास्‍थ्‍य लाभ शामिल हैं। इस लेख में आप लोकप्रिय हर्बल चाय नेटल टी के फायदे संबंधी जानकारी प्राप्‍त करेगें।

विषय सूची

नेटल क्‍या है – What is Nettle in Hindi

नेटल लीफ को बिच्‍छू बूटी के नाम से भी जाना जाता है जो उत्तरी यूरोप और एशिया से आती है। नेटल लीफ का वैज्ञानिक नाम आर्टिका डियोका (Urticadioica) है। ये पौधे दिखने में सुंदर होते हैं जिनकी पत्तियों का आकार दिल की तरह होता है। बिच्‍छू बूटी के फूल पीले या गुलाबी रंग के होते हैं। इस पौधे के तने छोट-छोटे रूएं जैसे बालों से ढ़के होते हैं जो छूने पर चिपचिपा रसायन छोड़ते हैं। बिच्‍छू बूटी के पत्तों, तने या जड़ को पीसकर पाउडर, टिंचर, क्रीम, चाय और बहुत कुछ बनाया जा सकता है। जबकि प्राचीन समय से ही लोग इसे एक हर्बल दवा के रूप में उपयोग कर रहे हैं। बिच्‍छू बूटी का उपयोग करने से विभिन्‍न प्रकार के स्‍वास्‍थ्‍य लाभ प्राप्‍त किये जा सकते हैं।

(और पढ़ें – बिच्छू बूटी (नेटल लीफ) के फायदे और नुकसान)

नेटल टी के फायदे मूत्र पथ संक्रमण के लिए – Nettle Tea Benefits for Urinary Tract Infection in Hindi

नियमित रूप से बिच्‍छू बूटी की चाय या नेटल टी का सेवन करना स्‍वस्‍थ्‍य के लिए अच्‍छा माना जाता है। नेटल टी पीने के फायदे मूत्र पथ में मौजूद हानिकारक जीवाणुओं को बाहर निकालने में मदद करते हैं। यह उन लोगों के लिए विशेष लाभकारी होता है जो मूत्र संबंधी स्थितियों जैसे प्रोस्‍टेटिक हाइपरप्‍लासिया (prostatic hyperplasia) से ग्रसित होते हैं इसे बीपीएच (BPH) के नाम से भी जानते हैं। यह स्थिति पुरुषों में एक बढ़े हुए प्रोस्‍टेट ग्रंथि का कारण बनता है। इससे पेशाब में दर्द या अन्‍य समस्‍याएं हो सकती हैं। 2013 में हुए एक अध्‍ययन के अनुसार बीपीएच ग्रसित लोगों द्वारा नियमित रूप से नेटल टी का सेवन करना इस समस्‍या को कम कर सकता है। इसके अलावा नेटल टी के फायदे अन्‍य दवाओं का समर्थन करने में भी सहायक होते हैं जो आप मूत्र संक्रमण को दूर करने के लिए ले रहे हैं।

(और पढ़ें – यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) के लिए घरेलू उपचार)

नेटल टी के लाभ गठिया के लिए – Nettle tea Benefits for arthritis in Hindi

बिछुआ चाय पीने के फायदे शारीरिक दर्द और गले की मांसपेशियों को आराम दिलाने में सहायक होते हैं। नियमित रूप से नेटल टी का सेवन करना आपको गठिया के दर्द से राहत दिला सकता है। बहुत से अध्‍ययनों से साबित हुआ है कि बिछुआ चाय का सेवन करने से पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस के साथ सूजन और दर्द को कम करने में मदद मिलती है। यदि आप भी गठिया रोगी हैं तो नियमित रूप से नेटल टी का सेवन कर लाभ प्राप्‍त कर सकते हैं।

(और पढ़ें – ऑस्टियोपोरोसिस के घरेलू उपचार और नुस्खे)

नेटल टी पीने के फायदे मधुमेह के लिए – Benefits of drinking nettle tea for diabetes in Hindi

अध्‍ययनों से पता चलता है कि नेटल टी का उपयोग करने से रक्‍त शर्करा के स्‍तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। नेटल टी में मौजूद पोषक तत्‍व अग्न्याशय को अधिक इंसुलिन बनाने और जारी करने में मदद कर सकता है। यह हार्मोन रक्‍त शर्करा के स्‍तर को कम करता है। 2013 में हुए एक अध्‍ययन के अनुसार नेटल लीफ से बनाए गए अर्क का सेवन करने से ब्‍लड ग्‍लूकोज को कम किया जा सकता है।

(और पढ़ें – मधुमेह को कम करने वाले आहार)

नेटल टी का उपयोग पॉलीफेनोल्‍स से भरपूर – Full of nettle tea polyphenols in Hindi

अध्‍ययनों से पता चलता है कि नेटल लीफ में पौधे आ‍धारित केमिकल उच्‍च मात्रा में होते हैं जिसे पॉलीफेनोल्‍स (polyphenols) कहा जाता है। पॉलीफेनोल्‍स पर किये गए अध्‍ययन से पता चलता है कि ये शक्तिशाली यौगिक मधुमेह, मोटापा, कैंसर और हृदय रोग आदि की रोकथाम करने में प्रभावी है। नियमित रूप से नेटल टी का सेवन करना विशेष रूप से स्‍तन कैंसर के इलाज में भी सहायक होता है। इसके अलावा नेटल लीफ या नेटल टी में एंटीऑक्‍सीडेंट भी भरपूर मात्रा में होते हैं उम्र बढ़ने और कोशिकाओं को क्षतिग्रस्‍त होने से बचा सकता है।

नेटल टी का इस्‍तेमाल आंखों को स्‍वस्‍थ रखे – Nettle tea for eyes healthy in Hindi

आप अपनी आंखों को स्‍वस्‍थ रखने के लिए नेटल टी का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। बिछुआ चाय में बीटा-कैरोटीन (Beta-carotene) के साथ ही विटामिन ए की उच्‍च मात्रा होती है। जो आंखों के स्‍वास्‍थ्‍य को बेहतर बनाए रखने में सहायक होता है। बीटा कैरोटीन विशेष रूप से लाल और नारंगी पौधों और खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। जो कि आंखों के लिए बहुत ही अच्‍छा माना जाता है। एक अध्‍ययन से पता चलता है कि नेटल लीफ में गेहूं और जौं के आटे में मौजूद बीटा-कैरोटीन से 10 गुना अधिक मात्रा होती है। यह यौगिक रेटिना के स्‍वास्‍थ्‍य को बढ़ावा देने और प्रकाश के लिए उचित द्रष्टि प्रतिक्रया सुनिश्चित करने में एक महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाता है।

(और पढ़ें – आंखों की थकान दूर करने के घरेलू उपाय)

नेटल टी के गुण दर्द को कम करे – Nettle Ke Gun Dard Ko KamKare in Hindi

दर्द संबंधी लक्षणों को कम करने के लिए नेटल टी का उपयोग किया जा सकता है। क्‍योंकि बिछुआ चाय में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। सिरदर्द होने की स्थिति में नेटल टी का सेवन करना आपको लाभ दिला सकता है। यदि आप शरीर के अन्‍य हिस्‍सों में चोट या सूजन के कारण भी दर्द का अनुभव कर रहे हैं तो नेटल टी की चाय का सेवन करें।

(और पढ़ें – शरीर के आम दर्द दूर करने के लिए सोने की सही पोज़ीशन)

नेटल टी के औषधीय गुण तनाव कम करे – Nettle Ke aushadhiya Gun tanav Kam Kare in Hindi

अन्‍य आयुर्वेदिक चाय की तरह ही नेटल टी में एंटीऑक्‍सीडेंट होते हैं। जो ऑक्‍सीडेटिव तनाव को कम करने में सहायक होते हैं। ऑक्‍सीडेटिव तनाव मुख्‍य रूप से फ्री रेडिकल्‍स के प्रभाव के कारण होता है। ये फ्री रेडिकल्‍स कोशिकाओं को क्षतिग्रस्‍त करते हैं। ऑ‍क्‍सीडेटिव तनाव होने के कारण समय से पहले बुढ़ापा और तंत्रिका संबंधी रोगों की संभावना बढ़ जाती है। इस प्रकार की समस्‍याओं से बचने के लिए आपको नियमित रूप से नेटल टी का सेवन करना चाहिए।

(और पढ़ें – कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) को कम करने के उपाय)

नेटल टी का प्रयोग संक्रमण से बचाये – Use of nettle tea to prevent infection in Hindi

एक अध्‍ययन से पता चलता है कि नेटल टी में जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो संक्रमण को फैलने से रोकने में प्रभावी होते हैं। अध्‍ययनों से पता चलता है कि अल्‍कोहल का सेवन करने के कारण होने वाले अल्‍सर को रोकने में नेटल टी प्रभावी होती है। इसके अलावा अध्‍ययन यह भी बताते हैं कि नेटल टी में मौजूद औषधीय गुण मानव शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले लगभग 9 प्रकार के सूक्ष्‍मजीवों को बाधित करने में प्रभावी है।

(और पढ़ें – योनि यीस्ट संक्रमण क्या है)

नेटल टी के फायदे हृदय स्‍वास्‍थ्‍य के लिए – Nettle Tea ke fayde Heart Health ke liye in Hindi

आप अपने हृदय स्‍वास्‍थ्‍य को बेहतर बनाए रखने के लिए नेटल टी का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। अध्‍ययनों से पता चलता है कि बिछुआ चाय हृदय संबंधी रोगों को रोकने में प्रभावी रूप से मदद कर सकता है। जिसमें खून का गाढ़ा (blood clots) होना और उच्‍च रक्‍तचाप शामिल हैं। अध्‍ययनों से पता चलता है कि इस जड़ी बूटी में मौजूद फेनोलिक (phenolic) यौगिक कोरोनरी रोग (coronary disease) को रोकने में मदद करते हैं। इसके अलावा नियमित रूप से नेटल टी का सेवन करने वाले लोगों को रक्‍तचाप संबंधी समस्‍याओं की संभावना भी कम होती है। जिससे हृदय पर दबाव कम हो जाता है। नेटल लीफ में मौजूद एंटी-इंफ्लामेटरी गुण धमनियों और रक्‍त वाहिकाओं में सूजन को कम करने और सामान्‍य रक्‍तचाप को बनाए रखने में सहायक होते हैं। जिससे हृदय रोग संबंधी बीमारियों की संभावना कम हो जाती है।

(और पढ़ें – हृदय को स्वस्थ रखने के लिए ज़रूर करें ये 5 कार्डियो एक्सरसाइज)

नेटल टी कैसे बनाये – How to make nettle tea in Hindi

यह चाय बाजार में आसानी से उपलब्‍ध होती है। आप इसे खुली हुई चाय या टी बैग के रूप में खरीद सकते हैं। लेकिन आप अपने घर पर भी नेटल टी का उत्‍पादन कर सकते हैं। क्‍योंकि ताजी नेटल लीफ की चाय पीना अधिक लाभ दिला सकता है। ताजी नेटल लीफ से चाय बनाने के दौरान आपको विशेष अनुपात में इनका उपयोग करना चाहिए। यदि ताजी नेटल लीफ से आप चाय बना रहे हैं तो 2 कप पानी में 1 कप नेटल लीफ के अनुपात में उपयोग करना सबसे अच्‍छा होता है।

नेटल लीफ को पानी में डालें और केवल 1 उबाल लें। इसके बाद आंच को बंद करें और 5 मिनिट तक मिश्रण को ठंडा होने दें। इसके बाद आप चाय की छन्‍नी से चाय को कप में छान लें। अतिरिक्‍त स्‍वाद बढ़ाने के लिए आप चाय में शहद, दालचीनी या स्‍टीविया भी मिला सकते हैं। लेकिन बहुत से लोगों को नेटल लीफ से एलर्जी हो सकती है इसलिए पहले केवल नेटल टी का ही सेवन करें। यदि किसी प्रकार की प्रतिक्रिया होती है तो आप इस चाय का सेवन न करें।

(और पढ़ें – हर्बल टी लिस्ट, बनाने की विधि, फायदे और नुकसान)

नेटल टी पीने के नुकसान – Nettle tea Pine ke Nuksan in Hindi

नेटल टी एक औषधीय और आयुर्वेदिक चाय है। जिसका कम मात्रा में सेवन करना फायदेमंद होता है। लेकिन यदि आवश्‍यकता से अधिक मात्रा में इसका सेवन करना आपको कुछ नुकसान भी पहुंचा सकता है। किसी भी प्रकार की औषधीय जड़ी बूटियों का सेवन करने से पहले आपको अपने डॉक्‍टर से सलाह लेना चाहिए। क्‍योंकि कुछ जड़ी बूटियों का सेवन आपके लिए एलर्जी प्रतिक्रियाओं का कारण बन सकता है। इसके अलावा अधिक मात्रा में नेटल टी का सेवन करना आपके द्वारा ली जाने वाली दवाओं के प्रभाव को भी प्रभावित कर सकता है।

(और पढ़े – ग्रीन टी या लेमन टी कौन है बेहतर…)

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