गर्भावस्था

गर्भावस्था के आठवें सप्ताह के लक्षण – 8 Weeks Pregnancy Symptoms In Hindi

8 week pregnancy Hindi गर्भावस्था का आँठवा सप्ताह वह समय है जब आपके पहले तीन महीने पूरे होने में सिर्फ चार सप्ताह बाकी हैं। प्रेगनेंसी 42 या 40 या उससे भी कम हफ़्तों की हो सकती है। आँठवा हफ्ता शिशु के विकास के लिए बहुत अहम् है क्योंकि इस समय गर्भपात होने का सबसे ज्यादा खतरा होता है। इस हफ्ते में आपके बच्चे का विकास तेजी से हो रहा होता है। बच्चा करीब आधे से दो तिहाई इंच की लंबाई का होकर, एक अंगूर के आकार के बराबर हो जाता है। बच्चे का विकास हर दिन एक मिलीमीटर की दर में होता है, परन्तु यह जरूरी नहीं है कि यह सिर्फ लम्बाई में ही हो। बच्चे की बाहों, पैरों, पीठ और उसके छोटे से शरीर के अन्य हिस्से विकसित हो सकते हैं, जिसका मतलब है की उसमें कुछ ही महीनो में उसमे बड़े बदलाव आयेंगे।

इस समय आप किसी भी दूषित भोजन, वायरस या रसायनों के संपर्क में आने से बचें क्योंकि वास्तव में यह आपको और आपके बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है। आपको बहुत जागरूक रहने की ज़रूरत है और अच्छी तरह से अपने स्वास्थ पर ध्यान देने की ज़रूरत है।

विषय सूची

1. 8 सप्ताह के गर्भ होने पर लक्षण – 8 week pregnancy symptoms in hindi

2. 8 सप्ताह के गर्भवती होने पर डॉक्टर से कब जांच कराएँ – When to consult doctor in eight week pregnancy in Hindi
3. आठवें वीक की प्रेगनेंसी की केयर के लिए टिप्स – Tips for care in eight week pregnancy in Hindi

8 सप्ताह के गर्भ होने पर लक्षण – 8 week pregnancy symptoms in Hindi

जब आप आठ हफ्ते की गर्भवती हो जाती हैं तब आपको गर्भावस्था के कई लक्षण दिखाई या महसूस हो सकते हैं जो की इस प्रकार हैं –

8 वीक प्रेगनेंट होने पर स्तनों में दर्द होना या इनका आकार बढ़ना- Sore breasts and their enlargement in 8 weeks pregnancy in Hindi

इस सप्ताह में आप स्तनों में भारीपन महसूस कर सकती हैं, और स्तन में दर्द भी हो सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपके स्तनों में दूध उत्पादक लॉब्यूल (ग्रंथियों) का विकास हो रहा है। इससे परेशान न हों, ये बच्चे को स्तनपान कराने के लिए आपके शरीर को तैयार करता है।

(और पढ़े – महिलाएं अपने स्तन की जांच कैसे करें…)

आठ सप्ताह के गर्भ होने पर थकान का होना – Tiredness during eight week being pregnant in Hindi

8 सप्ताह गर्भवती होने पर थकान महसूस होती है इसलिए दिन में झपकी लेना अच्छा विचार हो सकता है। इस वक्त
आपके हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव होता हैं, क्योंकि आपका शरीर बच्चे के लिए अधिक रक्त पैदा कर रहा है, और आपके रक्तचाप और रक्त शर्करा का स्तर गर्भावस्था से पहले के स्तर से कम होता है। इसका उपाए है की अधिक नींद लेने का प्रयास करें। ये कहने में आसान है लेकिन करना मुश्किल है इसलिए रात को जल्दी बिस्तर पर जाने की कोशिश करें या सप्ताहांत पर झपकी लें।

(और पढ़े – कमजोरी और थकान के कारण, लक्षण और इलाज…)

गर्भावस्था के 8 सप्ताह पर उल्टी और मितली होना – Morning sickness in pregnancy of eight weeks in Hindi

मतली आठवें सप्ताह की गर्भावस्था में बहुत बार आती है। इससे बचने के लिए पूरे दिन हाइड्रेटेड रहें और बीच बीच में कुछ हल्के स्नेक्स खाएं। यदि आप आठवें सप्ताह में मतली बहुत गंभीर रूप ले रही हो तब आपका खान पान बिगड़ सकता है, इसलिए विकल्पों को ढूंढना बहुत ज़रूरी है। मोर्निंग सिकनेस को कम करने के लिए अदरक, विटामिन बी -6, और एक्यूप्रेशर रिस्टबेंड्स (wristbands) जैसे कुछ घरेलू उपाए अपनाये जा सकते हैं।

(और पढ़े – उल्टी और मतली को रोकने के उपाय…)

गर्भधारण के आठवें सप्ताह में गंध की ऊंची संवेदना – Strong sense of smell during eighth week of pregnancy in Hindi

मोर्निंग सिकनेस के साथ एक और लक्षण आता है: गंध की एक अनोखी संवेदना। आक्रामक गंध की संवेदना होना भले ही वह कुछ ऐसा हो जो शायद पूरी तरह से निर्दोष हो या आपको इससे पहले कभी परेशानी नहीं हुई हो। लेकिन यह भी आपमें मतली को ट्रिगर कर सकता है, इसलिए उन गंधों से बचने का प्रयास करना सर्वोत्तम है जिनके प्रति आप संवेदनशील हो गयीं हैं।

(और पढ़े – एलर्जी लक्षण, बचाव के तरीके और घरेलू उपचार…)

प्रेगनेंसी के 8 वीक प्रेगनेंसी में ऐंठन का होना – Cramping in 8 week pregnancy symptoms in Hindi

गर्भवती होने के आठवें सप्ताह में, क्रैम्पिंग या ऐंठन का होना सामान्य है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आपके पेट के अस्थिबंधन (ligaments) फैल रहे हैं क्योंकि आपका गर्भाशय फैल रहा है। यदि आपकी क्रैम्पिंग गंभीर है या आप इस पर किसी भी तरह से चिंतित हैं, तो अपने डॉक्टर को बताएं।

(और पढ़े – गर्भाशय की जानकारी, रोग और उपचार…)

गर्भावस्था 8 सप्ताह के लक्षण में कब्ज का होना – Constipation in eight week of pregnancy in Hindi

यदि आपको कब्ज हो रहा है तो जान लें की गर्भावस्था के दौरान कब्ज लगभग 50 प्रतिशत महिलाओं को होता है। इसे ठीक करने के लिए, बहुत सारा पानी पीएं, फाइबर समृद्ध फल और सब्जियां खाएं और खूब पैदल चलें। इसके अलावा आप अपने डॉक्टर से अन्य उपचारों के बारे में बात करें।

(और पढ़े – कब्ज के कारण और इलाज…)

गर्भावस्था के आठवें वीक में अजीब सपने आना – Weird dreams during eighth week of pregnancy in Hindi

यदि आपको ज्वलंत और अजीब सपने आते हैं तो इससे परेशान न हों, गर्भावस्था में वे पूरी तरह से सामान्य हैं। यह स्पष्ट नहीं है कि इन सपनों का क्या कारण है यह आंशिक रूप से नए विचारों और चिंताओं के कारण हो सकता है। इन दिनों में आप निश्चित रूप से दिमाग पर बहुत जोर डाल रहीं हैं! इसका नतीजा है अजीब सपने आना।

(और पढ़े – हम सपने क्यों देखते है, अर्थ, मतलब और सपने आने के कारण…)

गर्भावस्था के आठवें सप्ताह में योनि निर्वहन – Vaginal discharge during eighth week of pregnancy in Hindi

गर्भावस्था के आंठवें सप्ताह में दूधिया और पतला योनि निर्वहन, जिसे ल्यूकोरेरिया कहा जाता है, एक अच्छा संकेत है। इसका मतलब है की आपका शरीर संक्रमण से आपके बर्थ कनाल (birth canal) को बचा रहा है और इसमें अपने प्राकृतिक जीवाणु पर्यावरण (natural bacterial environment) को बनाये रखने में मदद कर रहा है।

योनि को स्वस्थ और संक्रमण से मुक्त रखने के लिए अच्छे और बुरे बैक्टीरिया दोनों के सामंजस्यपूर्ण संतुलन की आवश्यकता होती है।

यदि आप डिस्चार्ज या किसी अन्य लक्षण के बारे में चिंतित हैं, तो अपने डॉक्टर से इसके बारे में पूछें।

(और पढ़े – महिलाओं में योनि से सफेद पानी आने (ल्यूकोरिया या श्वेत प्रदर) का घरेलू इलाज…)

गर्भावस्था के आठवे हफ्ते में ब्लीडिंग होना – Bleeding during eight week of pregnancy in Hindi

आप यह जानकर परेशान हो सकते हैं कि आप 8 सप्ताह की गर्भवती हैं और इसके बावजूद आपको रक्त का स्त्राव हो रहा है। यह चिंता का विषय है क्योंकि रक्त का आना गर्भपात का संकेत हो सकता है। लेकिन पहले तिमाही में स्पॉटिंग होने के कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं जैसे की शारीरिक सम्बन्ध बनाने के कारण (क्योंकि आपका गर्भाशय इन दिनों अधिक संवेदनशील हो सकता है)। इसलिए अपने डॉक्टर को बताएं और उनसे परामर्श लें।

यदि आप जुड़वां बच्चों के साथ 8 सप्ताह की गर्भवती हैं, तो आप ज्यादा थकान

और उल्टी महसूस कर सकती हैं, क्योंकि संभवतः आपको उन गर्भावस्था हार्मोन का उच्च स्तर मिल गया है- जो दो बच्चों को बनाने के लिए आवश्यक है।

याद रखें: यदि आप उल्टी, अतिरिक्त भूखी, या अतिरिक्त थकी हुई महसूस कर रही हैं, तो यह सब इसलिए है क्योंकि बच्चे की वृद्धि ओवरड्राइव में है – और क्योंकि आपका शरीर अभी भी उन सभी हार्मोनल परिवर्तनों में खुद को ढाल रहा है। खुद को यह बात याद दिलाने की कोशिश करें और चिंता न करें। विशेष रूप से एक बार जब आप दूसरे तिमाही तक पहुंच जाते हैं, तब ज्यादातर माताओं को वापस खुशी होती हैं और वे अधिक ऊर्जा महसूस करतीं हैं।

अगर 8 सप्ताह में गर्भावस्था का कोई भी लक्षण न दिखाई दे तो चिंता न करें, यह भी एक सामान्य स्तिथि है। आप जल्दी ही परिवर्तन महसूस करेंगी।

(और पढ़े – प्रेगनेंसी में महिलाओं को ब्लीडिंग होने के कारण…)

गर्भावस्था के आठवें सप्ताह में शारीरिक परिवर्तन – Physical changes in eight weeks pregnancy in Hindi

गर्भावस्था के आठवें सप्ताह में मतली का आना एक सामान्य बात है। अनुमान है कि गर्भावस्था के पहले तिमाही में 70-80 प्रतिशत महिलाएं कुछ हद तक मतली का अनुभव करेंगी। इसलिए जल्दी पचने वाला भोजन खाएं, भोजन के बीच में अतिरिक्त स्नेक्स खाने से बचें, और पोष्टिक खाना स्किप न करें।

आप इस सप्ताह अपने पेल्विक में भारीपन या पूर्णता महसूस करेंगे। आप पूर्ण भोजन खाने के बाद या जब आपको पेशाब जाने की आवश्यकता होती है तो आप इसे और ज्यादा  महसूस कर सकते हैं। इस समय आपका पेट उतना ही सपाट रहता है जितना आमतौर पर होता है।

आप आमतौर कमर पर थोड़ा मोटापा महसूस कर सकती हैं लेकिन यह मातृत्व कपड़ों को पहनने का समय नहीं है। आप गर्भावस्था के आठवे सप्ताह के आसपास ढीले पैंट और स्कर्ट पहन सकते हैं।

इस समय आप अधिक थकावट और लेटने की इच्छा महसूस करेंगे। कुछ दिनों में आपको ऐसा महसूस होगा जैसे कि आप बिल्कुल सोए नहीं हैं। आप रात के समय के लिए उत्सुक हो सकते हैं जब आप सो सकते हैं। दिन की नींद के लिए योजना बनाने का प्रयास करें।

आप 8 सप्ताह के बाद से कुछ निचले हिस्से में दर्द के कारण परेशान हो सकते हैं। इस चरण में पीठ दर्द आमतौर पर आपके निचले रीढ़ की हड्डी पर आपके बढ़े गर्भाशय से बने दबाव के कारण होता है। पीठ दर्द पूरे गर्भावस्था में आता है और चला भी जाता है और हार्मोन के ऊंचे स्तर और अतिरिक्त वजन से प्रभावित होता है।

(और पढ़े – महिलाओं में हार्मोन असंतुलन के कारण, लक्षण और इलाज…)

8 सप्ताह के गर्भवती होने पर मानसिक परिवर्तन – Mental changes in eight weeks pregnancy in Hindi

आँठवा महीना आपके लिए थोड़े संदेह का हो सकता है क्योंकि आपको इस समय संदेह होगा की आप गर्भवती हैं या नहीं। लेकिन यह सप्ताह उतना ही महत्वपूर्ण है क्योंकि बच्चा गर्भावस्था के बाद से केवल 6 सप्ताह में ही काफी विकसित हो जाता है।

आप मूडी और चिड़चिड़ापन महसूस कर सकते हैं। मूड स्विंग होना सामान्य बात है । और अगर आप गर्भावस्था के बारे में अपने परिवार या रिश्तेदारों आदि को बाद में बताना चाहते हैं तो यह सोचकर आपको और भी तनाव हो सकता है।

आप खुद बच्चे के बारे में सोच सकते हैं कि और उसका क्या लिंग होगा और यहां तक ​​कि बच्चे के नाम भी। बच्चे के पैदा हो जाने के बाद इसका आपके जीवन में क्या परिवर्तन आएगा और यही सोचने से आप एकांत के पलों में भी ख्यालों में खोयी रहेंगी।

(और पढ़े – प्रेगनेंट हैं तो नॉर्मल डिलीवरी के इन लक्षणों को जानें…)

8 सप्ताह की गर्भावस्था में भ्रूण का विकास  – Development of fetus in eight weeks pregnancy in Hindi

इस समय आपका बच्चा लगभग 1 सेंटीमीटर लंबा हो जाता है और इसकी छोटी सी पूछ जो भ्रूण में होती है वह ख़त्म हो जाती है। सोनोग्राफी में आपको बच्चे का सिर्फ सर और छोटा सा शरीर दिखेगा लेकिन उसके हाथ पैर नहीं दिखेगें, चिंता न करें, अगले कुछ हफ्तों में यह और विकसित हो जायेगा और इसके बाकि अंग भी साफ़ दिखायी देने लगेंगे।

यह सप्ताह आपका बच्चा अपनी नाक के अंत की टिप विकसित करता है। इसकी उंगलियां, पेरों की अंगुली और होंठ, पलकें और अधिक स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगते हैं। इसकी आंखें चेहरे के बहुत दूर स्तिथ होने जैसे प्रतीत होती हैं जहां वे अंततः बनेगीं।

सप्ताह 8 में आपके बच्चे के दिल में वाल्व विकसित हो जाते हैं और वे उसके गले से उसके फेफड़ों तक वायु प्रवाह करने में मदद करते हैं। उसके पैर पेडल जैसे दिखते हैं और हाथ भी और इन पर पर छोटी छोटी आकृतियाँ होती है जो आगे जाकर उसके पैर और हाथ की उंगलियों में तब्दील हो जाती हैं।

इस सप्ताह आपका बच्चा थोड़ा अनैच्छिक रूप से घूमता है, हालांकि उसकी हरकतें बहुत छोटी होती हैं, जिसके बारे में आप को सचेत अवस्था में भी पता नहीं चलेगा। भ्रूण अभी भी एक सी (C) आकार में है, जो की एक किडनी बीन (kidney bean) के समान है लेकिन यह हिलता रहता है और आपके गर्भाशय के अंदर कुंदता है।

आपके बच्चे की हड्डियां 8 सप्ताह में बनना शुरू हो जाती हैं और वह अपनी छोटी बाहों को अपनी कोहनी और कलाई पर मोड़ सकने में सक्षम होता है।

(और पढ़े – गर्भ में पल रहा बच्चा क्यों मारता है किक…)

8 सप्ताह के गर्भवती होने पर डॉक्टर से कब जांच कराएँ – When to consult doctor in eight week pregnancy in Hindi

लक्षणों के अचानक चले जाने का मतलब हमेशा गर्भपात या कोई और समस्या नहीं होता है। इस समय आपको सिर्फ स्तनों में दर्द और मतली आ-जा सकती हैं।

अगर आप अलग महसूस करती हैं तो या चिंता का कोई अन्य कारण है, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें। गर्भपात के लक्षणों में योनि से टिशू का गुजरना, क्रैम्पिंग या योनि में स्पॉटिंग या रक्तस्राव जैसी समस्याएँ शामिल हैं।

ऐसा जरुरी नहीं की आपको गर्भपात के संकेत मिले। कुछ जोड़ों को गर्भपात होने का पता अपनी पहली अल्ट्रासाउंड पर चलता है।

शोधकर्ताओं का अनुमान है कि 20 प्रतिशत गर्भधारण, गर्भपात में जाकर समाप्त हो जाता है। गर्भपात कई कारणों से हो सकता हैं पर आमतौर पे यह गुणसूत्र विसंगतियों (chromosomal anomalies) के कारण होता हैं जहाँ माता और पिता के क्रोमोजोम नहीं मिलते हैं और गर्भपात हो जाता है। यह स्तिथि माता के नियंत्रण में किसी भी प्रकार से नहीं होती है।

(और पढ़े – गर्भपात के बाद होने वाली समस्‍याएं…)

आठवें वीक की प्रेगनेंसी की केयर के लिए टिप्स – Tips for care in eight week pregnancy in Hindi

एक आरामदायक ब्रा पहने जो आपके बढ़े हुए स्तनों को सपोर्ट करे। यह वीक मातृत्व ब्रा के लिए नहीं है, लेकिन एक विशेषज्ञ द्वारा माप करवाएं। सही फिटिंग की ब्रा पहनने से स्तन को जरुरी सपोर्ट मिलेगा

ज्यादा काम करना अवॉयड करें और जितना संभव हो सके यह समझे की कौन सा कार्य आप की और आपके बच्चे की सेहत के लिए नुकसानदायक नहीं है, ऐसे ही कामो को करें। ज्यादा परिश्रम वाले काम या जिनको करने से आपके शरीर और पेट पर वजन पड़ता हो ऐसे काम कभी न करें। बहुत तेज चलना या ब्रिस्क वॉक करने से बचें। जब आप थके हुए महसूस कर रहे हों तो आराम जरुर करें।

एक गर्भावस्था तकिया (pregnancy pillow) खरीदने पर विचार करें जिसका उपयोग आप तब तक कर सकते हैं जब तक आपकी डिलीवरी न हो जाए। लंबे, आयतकार तकिए बढ़ते पेट को सपोर्ट करने और गर्भावस्था में पीठ दर्द को कम करने के लिए मददगार साबित हो सकते हैं।

उन मित्रों से बात करें जिनके पास बच्चे हैं। आप गर्भवती होने के समय क्या-क्या कर सकते हैं, इसके बारे में पढ़िए और अपने पार्टनर के साथ आपसी निर्णय लीजिये जिसमें दोनों की इच्छायें शामिल हों।

फलों का सेवन करें – फल न केवल आवश्यक विटामिन और अन्य पोषक तत्व देते हैं जो आपके बच्चे के लिए अच्छे हैं बल्कि इन्हें नियमित रूप से खाने से आपको भी बहुत फायदा होगा।

गर्भावस्था के दौरान ज्यादा से ज्यादा खुश रहे, सकारात्मक सोचें, ज्यादा तनाव न लें, और वे पसंदीदा चीजें करें जो की स्वास्थ्य के लिए अच्छी हैं। अपना और अपने होने वाले बच्चे का ख्याल रखें और अपने लाइफ पार्टनर के साथ खुश रहें।

(और पढ़े – गर्भावस्था के दौरान खाये जाने वाले आहार और उनके फायदे…)

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