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व्हे प्रोटीन के फायदे और नुकसान – Whey Protein Benefits And Side Effects in Hindi

व्हे प्रोटीन के फायदे और नुकसान - Whey Protein Benefits And Side Effects in Hindi

Whey Protein in Hindi: बॉडीबिल्डिंग के शौकीन बहुत सारे लोग व्हे प्रोटीन खाते हैं, लेकिन क्या आप वास्तव में जानते हैं कि व्हे प्रोटीन क्या होता है और यह कैसे बनता है? चलिए व्हे प्रोटीन के बारे में सब कुछ जानते हैं। और आसन भाषा में समझते हैं व्हे प्रोटीन पाउडर क्या है और यह कैसे बनता है? व्हे प्रोटीन के फायदे और व्हे प्रोटीन के नुकसान क्या हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें व्हे प्रोटीन कई तरह के प्रोटीनों का मिश्रण होता है। यह दूध का तरल हिस्सा होता है जिसे पनीर बनाते समय अलग कर दिया जाता है। वास्तव में दूध में दो तरह के मुख्य प्रोटीन होते हैं – केसिन प्रोटीन (casein protein) और व्हे प्रोटीन (whey protein)। इसमें केसिन प्रोटीन की मात्रा 80 प्रतिशत होती है जबकि व्हे प्रोटीन सिर्फ 20 प्रतिशत होता है। आज हम आपको व्हे प्रोटीन के फायदे और व्हे प्रोटीन के नुकसान के बारें में बताएँगे। व्हे प्रोटीन का सेवन करने से पहले उसके बारे में जानना बहुत जरूरी होता है।

विषय सूची

व्हे प्रोटीन क्या होता है? – What is whey protein?

पनीर बनाते समय दूध का अधिक वसा युक्त हिस्सा जम जाता है जिससे पनीर (cheese) निकाला जाता है। जबकि व्हे अपने आप इससे बाइ-प्रोडक्ट के रूप में अलग हो जाता है। दही से भरे बर्तन में आपने देखा होगा कि दही के ऊपर पानी जैसा तरल पदार्थ दिखता है उसी को व्हे कहते हैं।

व्हे प्रोटीन प्राकृतिक दूध और दूध उत्पादों में पाया जाने वाला उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन है। इसे अक्सर ‘पूर्ण प्रोटीन’ माना जाता है क्योंकि इसमें सभी आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं जो मानव शरीर के लिए आवश्यक होते हैं और पचाने में भी आसान होते हैं। व्हे प्रोटीन या मट्ठा प्रोटीन को ल्यूसीन जैसे ब्रांचड एमिनो एसिड (बीसीएएएस) का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है, जो मांसपेशियों के संश्लेषण (Muscle synthesis) को उत्प्रेरित करता है।

कई अध्ययनों से पता चला है कि कम मात्रा में व्हे प्रोटीन आपके शरीर के लिए फायदेमंद है। व्यायाम के तुरंत बाद केवल 10 ग्राम व्हे प्रोटीन का सेवन मांसपेशियों (muscle) के पुनर्निर्माण को उत्प्रेरित कर सकता है।

व्हे प्रोटीन कैसे बनता है? – How does whey protein make?

मट्ठा प्रोटीन यानी व्हे प्रोटीन गाय के दूध में स्वाभाविक रूप से पाया जाता है, इसलिए लगभग सभी व्हे प्रोटीन का स्रोत दूध ही है। गाय के दूध में दो सबसे महत्वपूर्ण प्रोटीन पाए जाते हैं, एक कैसीन प्रोटीन (casein protein) जो दूध में 80 प्रतिशत तक होता है। शेष 20 प्रतिशत में व्हे प्रोटीन (whey protein) पाया जाता है।

कच्चा दूध कई घटकों से मिलकर बना होता है। कुछ भाग ससपेंशन (निलंबन) में और कुछ घोल में मौजूद हैं। पनीर या चीज़ बनाने की प्रक्रिया के दौरान व्हे प्रोटीन का उत्पादन होता है, जिसका उत्पादन कच्चे दूध में कुछ एंजाइमों को मिलाकर शुरू होता है। दूध में एंजाइम कई घटक को अलग करते हैं, उनमें से एक दही का रूप लेता है। फिलहाल जो दही बनाया जाता है उसका उपयोग चीज़ बनाने में किया जाता है और चीज़ बनाने की प्रक्रिया के दौरान व्हे प्रोटीन तरल के रूप में बाहर आता है।

फिर इसे तरल पदार्थ के रूप में प्राप्त व्हे प्रोटीन को पाश्चराइज किया जाता है और पाउडर के रूप में सुखा लिया जाता है जो खाने के लिए उपयोग किया जाता है।

व्हे प्रोटीन के अलग-अलग प्रकार कौन से हैं? – What are the different types of Whey Protein in Hindi?

इसे तीन प्रकार के व्हे प्रोटीनों में विभाजित किया जा सकता है:

व्हे प्रोटीन कंसंट्रेट – Whey Protein Concentrate in Hindi

यह सबसे अधिक उपलब्ध व्हे प्रोटीन पाउडर सप्लिमेंट है क्योंकि अधिकांश निर्माता प्रोटीन पाउडर बनाने के लिए पहले तत्व के रूप में व्हे प्रोटीन कंसंट्रेट का उपयोग करते हैं। व्हे प्रोटीन सांद्रता में कम से कम 25 प्रतिशत और अधिकतम 89 प्रतिशत प्रोटीन होता है। अधिकांश स्पोर्ट न्युट्रिशन में लगभग 80 प्रतिशत व्हे प्रोटीन होता है जिसे डब्लूबीसी या डब्ल्यूपीसी80 प्रोटीन कहा जाता है, जबकि शेष 4 से 8 प्रतिशत में लैक्टोज, खनिज वसा और मॉइस्चराइज़र होते हैं।

व्हे प्रोटीन आइसोलेट – Whey Protein Isolate in Hindi

आमतौर पर WPI के रूप में संदर्भित, व्हे प्रोटीन आइसोलेट व्हे प्रोटीन का सबसे शुद्ध रूप है जिसमें 90 से 95 प्रतिशत प्रोटीन होता है। यह उन लोगों के लिए एक उत्कृष्ट प्रोटीन स्रोत है जो लैक्टोज असहिष्णु (lactose intolerant) हैं क्योंकि इसमें बहुत कम या कोई लैक्टोज नहीं पाया जाता है और वसा (फैट) में भी बहुत कम होती है। व्हे प्रोटीन आइसोलेट की प्राइस व्हे प्रोटीन कंसंट्रेट की तुलना में बहुत अधिक होती है क्योंकि यह प्रोटीन का शुद्ध रूप होता है।

व्हे प्रोटीन हाइड्रोलिसेट – Whey Protein Hydrolysate in Hindi

WPH या व्हे प्रोटीन हाइड्रोलिसेट तब बनता है जब बड़े प्रोटीन पॉलीपेप्टाइड, जो व्हे प्रोटीन में पाया जाता है, बहुत छोटी श्रृंखलाओं में टूट जाता है। यह प्रोटीन को पचाने में आसान बनाता है और आंत में तेजी से अवशोषित होता है। इस प्रकार किसी भी प्रकार की एलर्जी की प्रतिक्रिया का खतरा कम हो जाता है। प्रोटीन का यह रूप सबसे महंगा है और एसिड स्वाद के साथ तीखा भी है। यह घुलनशील है, जिसे पीने के लिए पानी या अन्य पेय के साथ मिलाया जाता है। इस तरह के प्रोटीन का उपयोग शिशु फार्मूले (baby formulas) या अन्य विशेष औषधीय पोषण उत्पादों के लिए किया जाता है।

व्हे प्रोटीन के फायदे – Whey Protein Health Benefits in Hindi

व्हे प्रोटीन के फायदे - whey protein health benefits in Hindi

पौष्टिक रूप से महत्‍वपूर्ण व्हे प्रोटीन स्वाद में बहुत अच्छा नहीं होता है लेकिन इसके कुछ फ्लेवर स्वादिष्ट होते हैं। 25 से 50 ग्राम व्हे प्रोटीन नियमित लेना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। बॉडीबिल्डर और जिम करने वाले लोगों के लिए इसका सेवन बहुत जरूरी होता है। आइये जानतें हैं व्हे प्रोटीन (प्रोटीन पाउडर) के फायदे और उपयोग क्या हैं।

व्हे प्रोटीन न केवल आपके दुबलेपन को दूर करता है, बल्कि आपको कई बीमारियों से भी बचाता है। यहां हम व्हे प्रोटीन के विभिन्न लाभों के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।

कई अध्ययनों में पाया गया है कि व्हे प्रोटीन कैंसर की दर को कम करते हैं, प्रतिरक्षा में वृद्धि करते हैं, एचआईवी से लड़ते हैं, कोर्टिसोल (तनाव होर्मोन) को कम करते हैं, तनाव को कम करते हैं, लाइव फ़ंक्शन का विकास करते हैं, मस्तिष्क में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाते हैं, रक्तचाप कम करने में और कई औषधीय गुणों के साथ व्हे प्रोटीन के खेल संबंधी स्वास्थ्य लाभ भी हैं। हम स्वास्थ्य लाभ के साथ व्हे प्रोटीन के फायदे की शुरुआत कर रहे हैं।

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टाइप-2 मधुमेह रोगियों के लिए व्हे प्रोटीन के फायदे – Whey Protein benefits for Type 2 Diabetes in Hindi

टाइप-2 मधुमेह रोगियों के लिए व्हे प्रोटीन - Whey Protein for Type 2 Diabetes in Hindi

व्हे प्रोटीन के फायदे मधुमेह के रोगियों के लिए भी हो सकते हैं। इंसुलिन की कमी और रक्त शर्करा उच्च होने के कारण टाइप-2 डायबिटीज हो जाता है। व्हे प्रोटीन रक्त शर्करा को कम करने और इंसुलिन को बढ़ाने में मदद करता है। व्हे प्रोटीन इंसुलिन को सक्रिय करने और ब्लड शुगर को कम करने का काम करता है। इसलिए व्हे प्रोटीन को टाइप-2 डायबिटीज के रोगियों के लिए अच्छा माना जाता है। व्हे प्रोटीन, अंडे और मछली की अपेक्षा अधिक फायदेमंद होता है। व्हे प्रोटीन के फायदों को डायबिटीज की दवाओं में भी उपयोग किया जाता है। उच्च कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन लेने से पहले व्हे प्रोटीन का सेवन मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद है।

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कैंसर रोधी गुण के कारण व्हे प्रोटीन है फायदेमंद – Anti-cancer Properties in Whey Protein in Hindi

व्हे प्रोटीन कैंसर के इलाज में भी बहुत फायदेमंद पाया गया है। कैंसर से पीड़ित व्यक्ति को व्हे प्रोटीन नियमित देने से उसे अपनी बीमारी में राहत महसूस होती है। व्हे प्रोटीन में कैंसर रोधी गुण (Anti-cancer properties) होते हैं जिसकी वजह से डॉक्टर कैंसर के रोगियों को व्हे प्रोटीन लेने की सलाह देते हैं।

इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि कैंसर एक घातक बीमारी है। हर कोई इससे बचना चाहता है। ऐसी स्थिति में, अन्य प्राकृतिक और आयुर्वेदिक उत्पादों के साथ व्हे प्रोटीन का उपयोग किया जा सकता है। हालांकि इसमें कैंसर-रोधी गुण हैं, इस संबंध में अभी और अधिक वैज्ञानिक अध्ययन की आवश्यकता है।

(और पढ़े – कैंसर क्या है कारण लक्षण और बचाव के उपाय)

व्हे प्रोटीन के फायदे सूजन कम करने में – Whey Protein Benefits Reduce Inflammation in Hindi

शरीर के किसी हिस्से के क्षतिग्रस्त हो जाने से शरीर में सूजन हो जाती है। अगर यह लगातार बनी रहे तो हानिकारक हो सकती है। व्हे प्रोटीन की उच्च खुराक लेने से यह सी-रिएक्टिव प्रोटीन (CRP) के ब्लड लेवल को कम करता है और सूजन को कम करने में मदद करता है। व्हे प्रोटीन के फायदे सूजन कम करने में इस्तेमाल किये जा सकते हैं।

(और पढ़ें – सूजन के कारण, लक्षण और कम करने के घरेलू उपाय)

हड्डियों के लिए व्हे प्रोटीन के फायदे – Benefits of Whey Protein for Bones in Hindi

हम सभी जानतें हैं, हड्डियों की मजबूती बनाए रखने के लिए सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व कैल्शियम होता है। आप इसे कई तरह के खाद्य पदार्थों से प्राप्त कर सकते हैं। वहीं, प्रोटीन में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसलिए, हड्डियों को मजबूत करने के लिए व्हे प्रोटीन पाउडर का उपयोग किया जा सकता है।

व्हे प्रोटीन का उपयोग उच्च रक्तचाप कम करने में  Whey Protein Good For Lower Blood Pressure in Hindi

हाई बीपी या उच्च रक्तचाप हृदय रोगों का सबसे बड़ा कारण होता है। स्टडी में पाया गया है कि डेयरी के उत्पाद खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ने की समस्या नहीं होती है। व्हे प्रोटीन ब्लड प्रेशर को कम करने में बहुत ही फायदेमंद होता है, इसलिए व्हे प्रोटीन का उपयोग उच्च रक्तचाप कम करने में किया जा सकता है। एक स्टडी में पाया गया है कि 6 हफ्ते तक कम से कम 22 ग्राम प्रतिदिन व्हे प्रोटीन का सेवन करने से ब्लड प्रेशर से जुड़ी बीमारी ठीक हो जाती है। व्हे प्रोटीन में बायो एक्टिव पेप्टाइड होता है जिसे लैक्टोकाइनिन्स कहते हैं और यह उच्च रक्तचाप घटाने के लिए दवा की तरह काम करता है।

(और पढ़े – हाई बीपी (उच्च रक्तचाप) लक्षण, कारण और बचाव के उपाय)

अस्थमा के इलाज में व्हे प्रोटीन के फायदे – Using Whey Protein to Cure Asthma in Hindi

व्हे प्रोटीन बच्चों के इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाता है और बच्चों में अस्थमा जैसी बीमारियों को दूर करने में फायदेमंद होता है। अस्थमा से पीड़ित 11 बच्चों पर एक स्टडी की गई और उन्हें 10 ग्राम व्हे प्रोटीन एक महीने तक दिन में दो बार दिया गया। इसका परिणाम यह हुआ कि उनका इम्यून सिस्टम पहले से अधिक बेहतर हो गया और बच्चों में अस्थमा के लक्षण भी दूर होने लगे।

(और पढ़ें – अस्थमा (दमा) के कारण, लक्षण, उपचार एवं बचाव)

व्हे प्रोटीन के फायदे वजन घटाने के लिए – Whey Protein For Weight Lose in Hindi

Whey Protein के बारे में आम धारणा यह है कि इसका उपयोग वजन बढ़ाने के लिए किया जाता है और यह काफी हद तक सही भी है, लेकिन हम आपको इससे आगे भी बताएंगे। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि व्हे प्रोटीन के उपयोग से वजन भी कम किया जा सकता है। इसके सेवन से पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन मिलता है, जो शरीर में ऊर्जा बनाए रखने का काम करता है। यह भूख को शांत रखता है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है। ध्यान रखें कि वजन कम करने के लिए (Whey Protein For Weight Lose in Hindi) इस प्रोटीन को लेने के साथ-साथ रेगुलर एक्सरसाइज करना भी आवश्यक है।

अधिक प्रोटीन लेने से वजन घटाने में यह बहुत प्रभावी तरीके से काम करता है और यह अन्य तरह की प्रोटीनों की अपेक्षा अधिक लाभदायक होता है। व्हे प्रोटीन का सेवन करने से शरीर की कैलोरी तेजी से घटती है (whey protein for low calori) जिसकी वजह से व्यक्ति का वजन भी कम होने लगता है। अगर आप अपने मोटापे से परेशान हैं तो आपको व्हे प्रोटीन का सेवन तुरंत शुरू कर देना चाहिए।

(और पढ़े – क्या हैं प्रोटीन पाउडर के फायदे)

एनीमिया में व्हे प्रोटीन के लाभ – Benefits of Whey Protein in Anemia in Hindi

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि शरीर में आयरन की कमी से एनीमिया की बीमारी हो सकता है। इस मामले में, व्हे प्रोटीन का उपयोग आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। व्हे प्रोटीन में आयरन पाया जाता है, जो एनीमिया की समस्या को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है।

व्हे प्रोटीन के लाभ मांसपेसियों की वृद्धि के लिए – Whey Protein Promotes Muscle Growth in Hindi

उम्र के साथ मांसपेशियां भी कमजोर होने लगती हैं। इसकी वजह से कई गंभीर बीमारियां उत्पन्न होने लगती हैं। ऐसी स्थिति में  उच्च मात्रा में शरीर को प्रोटीन की जरूरत पड़ती है। मांसपेशियों को मजबूती देने में प्रोटीन की अहम भूमिका होती है। व्हे प्रोटीन में ल्यूसिन नामक एमीनो एसिड होता है जो इस तरह की समस्या को दूर करता है। व्हे प्रोटीन मांसपेशियों की वृद्धि और उनके बेहतर रखरखाव के लिए बहुत ही फायदेमंद है। बॉडी बिल्डर और एथलीट को प्रोटीन की सबसे ज्यादा जरूरत होती है इसलिए वर्क आउट और ट्रेनिंग के बाद ज्यातातर लोग व्हे प्रोटीन का सेवन करते हैं।

(और पढ़े – जल्दी वजन बढ़ाने के घरेलू उपाय और मोटा होने के तरीके)

प्रतिरोधक प्रणाली के लिए व्हे प्रोटीन के फायदे – Whey protein ke fayde immunity badane ke liye 

व्हे प्रोटीन पाउडर प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में भी मदद कर सकता है। व्हे प्रोटीन में अमीनो एसिड सिस्टीन होता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली (immunity) को मजबूत करने के लिए ग्लूटाथियोन के स्तर को बढ़ाता है। ग्लूटाथियोन एक प्रकार का एंटीऑक्सिडेंट है जो प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करके शरीर को इन्फेक्शन से बचाता है।

व्हे प्रोटीन के फायदे अस्थमा ठीक करने में – Benefits of whey protein in curing asthma in Hindi

अस्थमा के रोगियों के लिए व्हे प्रोटीन का उपयोग भी फायदेमंद हो सकता है। जैसा कि इस लेख में बताया गया है, व्हे प्रोटीन का उपयोग करके प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार किया जा सकता है। बेहतर प्रतिरक्षा प्रणाली के साथ, हमारे फेफड़े अच्छी तरह से काम करेंगे और व्हे प्रोटीन का सेवन कर अस्थमा से छुटकारा पाया जा सकता है। यहां हम यह स्पष्ट करते हैं कि अस्थमा के संबंध में व्हे प्रोटीन पर वैज्ञानिक अध्ययन अभी कम हुए हैं।

लीवर को स्वस्थ रखने के लिए व्हे प्रोटीन का सेवन –  Intake of whey protein to keep liver healthy in Hindi

यकृत यानी लीवर शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है। यदि इसमें कोई खराबी होती है, तो शरीर को भारी क्षति का सामना करना पड़ सकता है। व्हे प्रोटीन में मौजूद बीटा-लैक्टोग्लोबुलिन और अल्फा-लैक्टलबुमिन (एक प्रकार का प्रोटीन), लिवर की सुरक्षा में सहायता कर सकता है। बीटा-लैक्टोग्लोबुलिन और अल्फा-लैक्टाल्बुमिनजिगर यकृत यानी लीवर को खराब होने से बचाने के लिए काम करते हैं। इसके अलावा, वे ऑक्सीडेटिव तनाव के प्रभाव को कम करके जिगर में सूजन को भी कम कर सकते हैं।

व्हे प्रोटीन पाउडर के फायदे आंखों के लिए – Benefits of Whey Protein Powder for Eyes in Hindi

आंखों के लिए व्हे प्रोटीन पाउडर के फायदे हो सकते हैं। प्रोटीन पाउडर में ल्यूटिन (एक प्रकार का विटामिन) होता है, जो हमारी आँख के रेटिना के ऑप्टिकल घनत्व को बढ़ाने के लिए कार्य कर सकता है। इसके साथ ही ल्यूटिन बढ़ती उम्र के साथ आंखों से संबंधित जोखिम को भी कम करता है। इसमें मोतियाबिंद और आंखों की रोशनी कम होना भी शामिल हो सकता है। इस तरह की आँखों की बीमारियों से बचने के लिए व्हे प्रोटीन पाउडर के फायदे लिए जा सकते हैं।

व्हे प्रोटीन कैसे लेना चाहिए – Whey protein kaise lena chahiye

क्या आप जानतें हैं व्हे प्रोटीन कब और कैसे लेना चाहिए, विशेषज्ञ कसरत के तुरंत बाद मांसपेशियों की रिकवरी के लिए व्हे प्रोटीन लेने की सलाह देते हैं, जो सही है। क्योंकि व्यायाम के बाद प्रोटीन लेने के तुरंत बाद मसल्स की रिकवरी शुरू हो जाती है।

वहीं, अगर आप वजन कम करने के लिए व्हे प्रोटीन का सेवन कर रहें हैं, तो इसका सेवन आपको भूख कम करने और कैलोरी की मात्रा कम करने में भी मदद कर सकता है। लेकिन प्रोटीन के सेवन के समय की तुलना में प्रोटीन के सेवन की मात्रा पर ध्यान देना बेहतर है।

एक सामान्य व्यक्ति की दैनिक प्रोटीन की आवश्यकता 0.8 ग्राम / किग्रा है, जिसे हर व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए लेना चाहिए। लेकिन एक ही समय में एथलीटों और बॉडी बिल्डरों को लगभग 1.6 ग्राम / किग्रा प्रोटीन का सेवन करने की सलाह दी जाती है।

इसलिए अगर आप रोजाना अपनी जरूरत के मुताबिक 0.8 ग्राम / किग्रा या 1.6 ग्राम / किग्रा व्हे प्रोटीन लेते हैं, तो आपको इसे लेने की टाइमिंग के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। व्हे प्रोटीन को जरूरत के हिसाब से पानी या दूध के साथ लेना चाहिए।

वैज्ञानिकों के अनुसार, मांसपेशियों की वृद्धि और पाचन के लिए रात में सोने से पहले 40 ग्राम तक व्हे प्रोटीन लिया जा सकता है।

व्हे प्रोटीन के नुकसान – Whey Protein Side Effects in Hindi

कई स्थिति ऐसी होती हैं, जब व्हे प्रोटीन के नुकसान या व्हे प्रोटीन के साइड इफ़ेक्ट हो सकते हैं। आइये इन्हें विस्तार से जानतें हैं आखिर अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन करने या व्हे प्रोटीन पाउडर पीने से क्या नुकसान हो सकते हैं।

व्हे प्रोटीन के नुकसान से हो सकती है किडनी में स्टोन – Whey Protein Side Effects can cause stone in kidney in Hindi

अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन करने से किडनी में स्टोन होने की संभावना बनी रहती है। अगर आप पहले से ही इस बीमारी से पीड़ित हों तो व्हे प्रोटीन (whey protein) इस बीमारी को अधिक गंभीर कर सकता है।

व्हे प्रोटीन के साइड इफ़ेक्ट से हो सकती है पाचन में दिक्कत – Digestion problems may occur due to side effects of Whey Protein in Hindi

आपकी जानकारी के लिए बता दें व्हे प्रोटीन में अधिक मात्रा में लैक्टोज होता है, अगर आपका पाचन तंत्र गड़बड़ है और आसानी से लैक्टोज को पचा नहीं पाता है तो व्हे प्रोटीन का सेवन करने से पाचन से जुड़ी समस्या हो सकती है।

व्हे प्रोटीन के नुकसान से लिवर में परेशानी होना – Liver problems due to Whey Protein Side Effects in Hindi

अधिक मात्रा और दिन में कई बार व्हे प्रोटीन का सेवन करने से लीवर की समस्या भी हो सकती है।

ऑस्टियोपोरोसिस होना है व्हे प्रोटीन के नुकसान – Osteoporosis due to Whey Protein Side Effects in Hindi

लंबे समय तक व्हे प्रोटीन का सेवन करने से हड्डियों में मिनरल का संतुलन गड़बड़ हो जाता है जिसकी वजह से आपको ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या हो सकती है।

व्हे प्रोटीन के नुकसान से थकान और कमजोरी होना –  Fatigue and weakness due to Whey Protein Side Effects in Hindi

अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन करने से इसे सही तरीके से पचने में कठिनाई होती है जिसकी वजह से कमजोरी और थकान महसूस होने लगती है औऱ पेट में ऐंठन, सूजन (bloating), गैस और मरोड़ की परेशानी भी होने लगती है।

डायरिया और जी मिचलाना है व्हे प्रोटीन के नुकसान – Diarrhea and nausea are the Whey Protein Side Effects in Hindi

व्हे प्रोटीन अधिक लेने से बच्चों को इसे पचाने में परेशानी होती है जिसकी वजह से मल में खून आने लगता है। इसके अलावा व्हे प्रोटीन अधिक लेने से जी मिचलाने और उल्टी की भी समस्या हो सकती है।

आपको व्हे प्रोटीन क्या है और यह कैसे बनता है? व्हे प्रोटीन के फायदे और व्हे प्रोटीन के नुकसान क्या हैं (Whey Protein Benefits, Uses and Side Effects in Hindi) का यह लेख कैसा लगा हमें कमेंट्स कर जरूर बताएं।

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