घरेलू उपाय

बच्चे को माँ का दूध (स्तनपान) छुड़ाने के उपाय – How To Stop Baby From Breastfeeding In Hindi

How To Stop Baby From Breastfeeding In Hindi माँ के लिए बच्चे को जितना जरुरी होता है दूध पिलाना उतना ही जरुरी होता है बच्चे का दूध छुड़ाना, क्योकि जैसे जैसे बच्चे बड़े होते है उन्हें शरीर के विकास के लिए और ज्यादा पोषक तत्वों की जरुरत होती है परन्तु उस समय तक केवल माँ के दूध से उनको पूरा पोषण मिल पाना काफी नहीं होता है इसलिए बच्चा जब 6 महीने का हो जाये उसके बाद आप उसे ठोस आहार देना शुरू कर सकती है और साथ ही धीरे धीरे बच्चे की स्तनपान की आदत को भी छुड़ा सकती है। परन्तु अगर आपने समय रहते बच्चे की स्तनपान करने की आदत को नहीं छुड़ाया तो यह बहुत ही कष्टदायक हो सकता है क्योकि बच्चे जब चीजों को समझने लगते है तो वह जिद्दी हो जाते है फिर बच्चे को दूध छुड़ाना बहुत ही मुश्किल हो जाता है।

इसलिए आज हम आपको अपने बच्चे की स्तनपान की आदत को आप कैसे छुड़ा सकती है उसके बारे में बतायेंगे और बच्चे को दूध छुड़ाने के लिए आप क्या उपाय अपना सकती है यह भी बतायेंगे।

विषय सूची

  1. बच्चे को माँ का दूध कब तक पिलाना चाहिए – Bacche ka stanpan kab band kar Dena chahiye in Hindi
  2. बच्चे को कितने साल तक दूध पिलाना चाहिए- baby ko feed kab tak karna chahiye in hindi
  3. स्तनपान बंद करने के उपाय – baby ko feeding band karne ka tarika in Hindi
  4. बच्चे को स्तनपान छुड़ाने में कितना समय लगता है – Bacche ko stanpan band karvana me Kitna samay lagta hai in hindi
  5. बच्चा स्तनपान करना ना छोड़े तो क्या करें – Baccha stanpan Karna na band kare to kya kare in hindi

बच्चे को माँ का दूध कब तक पिलाना चाहिए – Bacche ka stanpan kab band kar Dena chahiye in Hindi

यह सभी जानते है की माँ के दूध से बच्चे को सभी तरह के पोषक तत्त्व मिलते है और रोगों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ती है। परन्तु जब बच्चे बड़े होने लगते है तो उन्हें सिर्फ स्तनपान करने से सारे पोषक तत्त्व नहीं मिलते है उन्हें ठोस आहार की भी जरुरत होती है इसलिए जब बच्चा 6 महीने का हो जाये तो उसे ठोस आहार देना शुरू करें और साथ इस उसे कप या बोतल से दूध पीने की आदत डालें। शिशु के एक साल का होने पर उसे सभी पोषक तत्त्व खाने से मिलने लगते है ऐसे में जब बच्चा एक साल का हो जाये तो आप उसे स्तनपान करवाना छुड़ा सकती है। लेकिन कुछ लोगों का सवाल हैं की बच्चे को मां का दूध कितने साल तक पिलाना चाहिए?

हालांकि कहा जाता है की यदि माँ या बच्चे को कोई दिक्कत ना हो तो आप बच्चे को डेढ़ से दो साल तक स्तनपान करवा सकती है, परन्तु ऐसा करने पर बच्चे के बड़े होने के बाद आपको उसको स्तनपान की आदत छुड़ाने में परेशानी हो सकती है क्योकि बच्चे बड़े होने पर जिद्दी हो जाते है इसलिए वह जल्दी से स्तनपान की आदत नहीं छोड़ते है।

(और पढ़े – नवजात बच्चों को इंफेक्शन से बचाता है मां का दूध…)

बच्चे को कितने साल तक दूध पिलाना चाहिए – Baby ko feed kab tak karna chahiye in Hindi

बच्चे को स्तनपान की आदत छुड़ाने की सही उम्र एक से डेढ़ साल के बीच की होती है। इस उम्र तक आते के बाद माँ और बच्चा आपसी सामंजस्य के साथ स्तनपान छुड़ाना संभव हो पाता है। इस प्रक्रिया से माँ और बच्चे दोनों पर असर पड़ता है परन्तु यह दोनों के लिए जरुरी भी है। इसलिए जब बच्चा 6 महीने का हो जाये उसके बाद आप धीरे धीरे बच्चे को स्तनपान की आदत छुड़वाने का प्रयास शुरू कर सकती है।

(और पढ़े – 6 महीने के बच्चे को खिलाएं ये आहार…)

स्तनपान बंद करने के उपाय – Baby ko feeding band karne ka tarika in Hindi

  • माँ को बच्चे का स्तनपान कभी भी अचानक से बंद नहीं करना चाहिए। इससे माँ को स्तन में सूजन या संक्रमण आदि होने की सम्भावना होती है। ऐसा करने से बच्चे पर भी कई प्रकार के नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते है। इसलिए बच्चों को स्तनपान की आदत धीरे धीरे छुड़ाना चाहिए।
  • जब आपका बच्चा छह महीने का हो जाये तो आप धीरे धीरे स्तनपान छुड़ाने के प्रयास शुरू कर सकती हैं। इसके लिए यदि आप बच्चे को दिनभर में छह बार स्तनपान कराती है तो इसे चार बार में करके दो बार ठोस आहार दे सकती हैं।
  • आपको अपने बच्चे को अलग अलग तरह के स्वाद से परिचित कराना चाहिए। इसलिए ठोस आहार यदि घर पर बनाया हुआ हो तो वह बच्चे के लिए श्रेष्ठ होता है, नहीं तो बच्चे को बाजार में मिलने वाला शिशु आहार भी दिया जा सकता है।
  • बच्चे को घर के खाने में आप दाल का पानी, केला, चावल आदि अच्छे से मसल कर देने की  शुरुआत कर सकती है। इस तरह के खाने को बच्चे को अच्छे से मसल कर और पीस कर या छान कर दिया जाना चाहिए ताकि बच्चे को इसे पचाने में आसानी हो। आहार को जितना हो सके पतला करके देना चाहिए ताकि बच्चे द्वारा वह आसानी से निगला जा सके। शुरू में आहार की मात्रा कम रखनी चाहिए।
  • कोशिश करें की बच्चे की जरूरत के हिसाब से और शिशु की पसंद नापसंद के अनुसार ही आप उसे अतिरिक्त आहार दें। लेकिन बच्चे का मुख्य आहार स्तन का दूध ही रखें। इस समय आप बच्चे को बोतल, सिपर या कप से दूध पिलाना भी शुरू कर सकती है। इस प्रक्रिया में आपको थोड़ा धैर्य रखना पड़ेगा। क्योकि बच्चा धीरे धीरे इन सभी तरीकों से तरल पदार्थ लेना सीख जाता है।
  • जब आपका बच्चा अतिरिक्त भोजन लेना सीख जाये तब आपको धीरे धीरे स्तनपान की संख्या कम करते हुए दूसरे भोजन की मात्रा को बढ़ा देना चाहिए। बच्चे की पाचन क्षमता के आधार पर ही उसके खाने की मात्रा को निश्चित करें। और हमेशा एक निश्चित समय पर ही बच्चे को खाना दें। और अगर जरुरत पड़े तो ही बच्चे को स्तनपान कराये।
  • इस समय आप अपने बच्चे को कुछ सब्जियां जैसे गाजर, मटर, शकरकंद, आदि उबालकर और मसलकर भी दे सकती है। आप बच्चे को सेब, नाशपाती आदि भी मसल कर खिला सकती हैं। बच्चे को गेंहू या जौ का पका हुआ दलिया भी मसल कर और छान कर खिलाया जा सकता है। यदि आप चाहें तो थोड़ी मात्रा में दही या छाछ आदि भी बच्चे को दे सकती हैं। बस इतना ध्यान रखें की बच्चे को कोई भी आहार निगलने में परेशानी नहीं होनी चाहिए।
  • यदि बच्चे को भूख लगने पर समय से खाना नहीं मिले तो उसे गुस्सा आ जाता है। इसलिए पहले से तैयारी करके समय पर बच्चे को भरपूर आहार दें। तब वह शांति से जो आप खिलाएँगी खा लेगा। आप अपने बच्चे के लिए छोटे छोटे आहार की प्लानिंग करके और उसे  तैयार करके भी खिला सकती है।
  • कोशिश करें की बच्चे के सामने कोई ऐसी अवस्था ना आये कि उसे स्तनपान करने की याद आने लगे। यदि ऐसा कुछ भी हो तो तुरंत उसे दूसरी चीजों में बहला दें।
  • यदि स्तनपान छुड़ाने की कोशिश करने के बाद भी आपका बच्चा स्तन से दूध पीने की जिद करे तो आप अपने स्तन पर कुछ ऐसा लगा सकती है जिसका स्वाद शिशु को पसंद न आये  लेकिन ध्यान रखें की उससे शिशु को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होना चाहिए।  जैसे आप अपने स्तन पर हल्दी, नमक, करेले का रस, नीम की पिसी हुई पत्ती आदि लगा सकती है।
  • ऐसा करने पर शिशु स्तन मुंह में लेते ही अपने आप छोड़ देगा। उसे बतायें की अब स्तनपान करना ठीक नहीं है और उसे अन्य तरीके से ही खाना लेना होगा। इस तरह धीरे धीरे उसकी स्तनपान की आदत छूट जाएगी।

(और पढ़े – बच्चे को ठोस आहार कब देना शुरू करें, क्या दें और किन बातों का रखें ध्यान…)

बच्चे को स्तनपान छुड़ाने में कितना समय लगता है – Bacche ko stanpan band karvana me Kitna samay lagta hai in Hindi

बच्चे को स्तनपान की आदत छुड़ाने में कितना समय लगेगा यह तो माँ और बच्चे के आपसी तालमेल पर निर्भर होता है। कुछ बच्चे जल्दी स्तनपान करना छोड़ देते है, तो कुछ बच्चे देर से इसे छोड़ते है। परन्तु दो तीन महीने की कोशिश से आपको सफलता मिल सकती है।  कभी कभी बच्चे को स्तन के दूध की बहुत ज्यादा जरुरत महसूस होती है। ऐसे में कुछ बच्चों के साथ थोड़ा अधिक समय लग सकता है।

कभी भी बच्चे का दूध एकदम से बंद नहीं करना चाहिए नहीं तो बच्चा चिड़चिड़ा हो सकता है जो आपके लिए परेशानी का कारण भी बन सकता है।

(और पढ़े – बच्चे को दूध पिलाने (स्तनपान कराने) के तरीके और टिप्स…)

बच्चा स्तनपान करना ना छोड़े तो क्या करें – Baccha stanpan Karna na band kare to kya kare in Hindi

  • सभी बच्चे स्तन से दूध पीकर सिर्फ भोजन ही प्राप्त नहीं करते है, ऐसा करने से उन्हें आरामदायक गोद और विश्वास की भी प्राप्ति होती है। इसलिए बच्चे का स्तनपान नहीं छोड़ना इस वजह से भी हो सकता है। इसलिए बच्चे को स्तनपान छुड़वाते समय उसे सुरक्षित महसूस कराने के लिए उसे कोई गाना आदि सुनाकर, उसके साथ खेलकर, या कोई संगीत आदि बजाकर भी आप उसे बहला सकती है और यदि आप उसके आराम का पूरा ख्याल रखेंगी तो ऐसा करने से आपको स्तनपान छुड़ाने में सफलता मिलने की संभावना बढ़ सकती है।
  • जब बच्चा थोड़ा समझने लगे और स्तन का दूध मांगे तब आप उसे प्यार से मना करके समझा दें की हर वक्त स्तनपान करना  सही नहीं होता है। और यदि बच्चा तब भी जिद करे तो उस समय उसे किसी तरह से बहला दें।
  • यदि आपके जीवन में कुछ अन्य बदलाव भी हो रहे हों जैसे आपका घर बदलना या ऑफिस जाना फिर से शुरू करना आदि तब आपको स्तनपान बंद करने जैसे बदलाव करने में थोड़ी परेशानी अधिक हो सकती है, ऐसे में कुछ दिन इसे टाला जा सकता है।
  • एक बार जब आप खुद पूरी तरह सेटल हो जाएँ फिर स्तनपान छुड़ाने के प्रयास करने की कोशिश करें। इसी तरह आपकी माहवारी के समय भी जब आप खुद व्यवस्थित ना हो तब भी आप इस बदलाव की कोशिश को टाल सकती है।
  • बच्चे को दूध छुड़ाने के बाद भी हो सकता है कि कुछ समय तक आपके स्तन से दूध आता रहे, ऐसे में इससे परेशान नहीं होना चाहिए। क्योकि यह धीरे धीरे अपने आप बंद हो जाता है। ऐसा इसलिए क्योकि स्तन को पहले जैसे होने में थोड़ा समय लग सकता है।

(और पढ़े – स्तनपान के दौरान होने वाली समस्याएं व समाधान…)

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