मुँहासे

मुंहासे होने के कारण और उपाय – Pimples Hone Ke Karan In Hindi

Pimples hone ke karan in Hindi मुंहासे होने के कारण आज हर वह व्यक्ति जनना चाहता है जो मुंहासे की समस्या से परेशान हैं। मुँहासे से छुटकारा पाना निराशाजनक हो सकता है क्योंकि इसे छुपाया भी नहीं जा सकता हैं। और यह आपके मेकअप को भी बर्बाद कर देता है। मुँहासे चेहरे, छाती और पीठ के रोम छिद्रों की एक बीमारी है जो युवावस्था के दौरान लगभग सभी किशोरों को प्रभावित करती है। आइये मुंहासे होने के कारण को विस्तार से जानते हैं और उसके उपाय क्या-क्या है।

विषय सूची

1. मुंहासे क्या है – What is acne in Hindi
2. मुँहासे के लक्षण – The symptoms of acne in Hindi
3. मुँहासे होने का कारण – Causes of acne in Hindi
4. मुँहासे होने का खतरा – Risk factors for developing acne in Hindi
5. मुँहासे का निदान – Acne diagnosed in Hindi
6. मुँहासे का इलाज कैसे करें – How is acne treated in Hindi

7. मुँहासे वाले किसी व्यक्ति का दृष्टिकोण – the outlook for someone with acne in Hindi
8. मुहांसों को कैसे रोका जा सकता है – How can acne be prevented in Hindi

मुंहासे क्या है – What is acne in Hindi

मुंहासे एक त्वचा की स्थिति है जो तब होती है जब आपके रोम छिद्र तेल और मृत त्वचा कोशिकाओं से बंद हो जाते हैं। यह अक्सर व्हाइटहेड्स, ब्लैकहेड्स या पिंपल्स का कारण बनता है। और यह आमतौर पर चेहरे, माथे, छाती, ऊपरी पीठ और कंधों पर दिखाई देते है। मुंहासे रोम छिद्रों की एक बीमारी है जो किशोरों में सबसे आम है हालांकि यह सभी उम्र के लोगों को प्रभावित करती है। यह बैक्टीरिया का कारण नहीं होता है पर बैक्टीरिया इसके विकास में भूमिका निभाते हैं। कुछ महिलाओं के लिए अपने 20 वर्ष के मध्य तक मुँहासे विकसित करना असामान्य नहीं है। आइये इसके कारण को विस्तार से जानते हैं।

(और पढ़े – चेहरे से पिंपल हटाने के उपाय…)

मुँहासे के लक्षण – The symptoms of acne in Hindi

मुँहासे आपके शरीर पर लगभग कहीं भी हो सकते हैं। यह आमतौर पर आपके चेहरे, पीठ, गर्दन, छाती और कंधों पर विकसित होते है। यदि आपको मुंहासे हैं तो आप आमतौर पर उन पिम्पल्स को नोटिस करेंगे जो दिखने में सफेद या काले हैं। ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स दोनों को कॉमेडोन (comedones) के रूप में जाना जाता है। ब्लैकहेड्स आपकी त्वचा की सतह पर खुलते हैं उन्हें हवा में ऑक्सीजन का प्रभाव काला रंग देता है। व्हाइटहेड्स आपकी त्वचा की सतह के ठीक नीचे बंद होते हैं, जिससे उन्हें एक सफेद रंग का रूप मिलता है। व्हाइटहेड्स और ब्लैकहेड्स मुँहासे सबसे आम घाव हैं क्योंकि इनको सबसे अधिक देखा जाता हैं। इन सूजन वाले घावों से आपकी त्वचा के झुलसने की संभावना अधिक होती है। इसके कुछ लक्षण निम्न हैं।

  • पुस्टूल छोटे लाल रंग के पिंपल्स होते हैं जिनके अंदर मवाद होती है।
  • अल्सर आपकी त्वचा के नीचे पाए जाने वाले बड़े गांठ वाले पिम्पल हैं जिनमें मवाद होता है और आमतौर पर इसमें दर्द होता है।
  • पेप्युल्स पिम्पल छोटे लाल होते हैं जो उभरे हुए बालों के रोम के कारण होते हैं।
  • नोड्यूल्स पिम्पल ठोस होते हैं जो अक्सर दर्दनाक होते हैं। यह आपकी त्वचा की सतह के नीचे होते हैं।

(और पढ़े – कील मुंहासे से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय…)

मुँहासे होने का कारण – Causes of acne in Hindi

मुँहासे होने का प्रमुख कारण आपकी त्वचा छिद्र का, तेल, मृत त्वचा या बैक्टीरिया से अवरुद्ध होना हैं। आपकी त्वचा में छोटे छोटे छिद्र होते हैं जो रोम छिद्र, बाल और वसामय ग्रंथि से बने होते हैं। तेल ग्रंथि सीबम छोड़ती है जो छिद्र से आपकी त्वचा पर निकलती है। सीबम आपकी त्वचा को चिकनाई और मुलायम रखता है। जब यह छिद्र बंद हो जाते हैं तो आपको पिम्पल होते हैं। इसके और कारण मृत त्वचा कोशिकाएं आपके छिद्रों में जमा होना, आपके रोम छिद्रों द्वारा बहुत अधिक तेल निर्मित करना और आपके छिद्रों में बैक्टीरिया का निर्माण होना आदि इसके प्रमुख कारण हैं। ये सभी समस्याएं पिंपल्स के विकास में योगदान करती हैं।

(और पढ़े – नाक में मुंहासे (फुंसी) होने के कारण लक्षण और घरेलू उपाय…)

मुँहासे होने का खतरा – Risk factors for developing acne in Hindi

मुंहासे से जुड़े लोगों के मन में कई प्रकार के मिथक हैं। बहुत से लोग मानते हैं कि चॉकलेट या फ्रेंच फ्राइज़ जैसे खाद्य पदार्थ मुँहासे विकसित करने में योगदान करते हैं। जबकि इन दावों के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। मुँहासे विकसित करने के लिए कुछ जोखिम कारक इस प्रकार हैं।

  • इसके कारण उनके माता-पिता जिनके भी हो सकते हैं जिनको मुँहासे थे।
  • यौवन या गर्भावस्था के कारण हार्मोनल परिवर्तन होना।
  • रिफाइंड चीनी या कार्बोहाइड्रेट में उच्च आहार जैसे कि ब्रेड और चिप्स आदि का सेवन करना।
  • कील-मुंहासे यानि पिंपल्स होने की सबसे बड़ी वजह है जंक फूड
  • कुछ दवाएं जैसे कि जन्म नियंत्रण की गोलियाँ या कॉर्टिकोस्टेरॉइड का सेवन करना।

युवा लोगों को यौवन के दौरान मुँहासे विकसित होने का सबसे अधिक खतरा होता है। इस समय के दौरान आपका शरीर कठोर हार्मोनल परिवर्तनों से गुजरता है। ये परिवर्तन तेल उत्पादन को गति प्रदान कर सकते हैं, जिससे मुँहासे का खतरा बढ़ जाता है। यौवन से संबंधित हार्मोनल मुँहासे आमतौर पर जब  आप वयस्कता तक पहुंचते हैं तब तक कम हो जाता है या उनमे सुधार हो जाता है।

(और पढ़े – मुँहासे में आहार प्रमुख भूमिका निभाता है जाने कैसे…)

मुँहासे का निदान – Acne diagnosed in Hindi

यदि आपको मुँहासे के लक्षण दिखाई देते हैं तो अपने डॉक्टर के पास जाएं। आपका डॉक्टर आपकी त्वचा की जांच करके आपके निदान की पुष्टि करेगा। आपका डॉक्टर सर्वोत्तम उपचार निर्धारित करने के लिए घावों के प्रकार और उनकी गंभीरता की पहचान भी करेगा।

(और पढ़े – मुहांसों के प्रकार और उनका इलाज…)

मुँहासे का इलाज कैसे करें – How is acne treated in Hindi

  1. मुँहासे का घरेलू इलाज – Home Remedies For Acne in Hindi
  2. मुंहासे का चिकित्सा इलाज – Medical treatment for acne in Hindi

मुंहासे का इलाज दो प्रकार से किया जा सकता है पहला उपाय घरेलू उपचार और दूसरा उपचार डॉक्टर के द्वारा दी गई दवाओं का सेवन करना हैं-

मुँहासे का घरेलू इलाज – Home Remedies For Acne in Hindi

आप मुंहासों को रोकने के लिए और अपने मुंहासों को खत्म करने के लिए घर पर कई गतिविधियों का उपयोग कर सकते हैं। मुँहासे के लिए कुछ घरेलू उपचार में निम्न हैं-

  • अपने चेहरे या किस भी जगह जहाँ पर आपको मुंहासे हैं वहाँ से अतिरिक्त तेल और गंदगी को हटाने के लिए हल्के साबुन से अपनी त्वचा की रोजाना सफाई करें।
  • पिंपल्स को निचोड़े या निकालने की कोशिश ना करें क्योंकि इससे बैक्टीरिया और अतिरिक्त तेल फैलता है।
  • अपने चेहरे को बार बार ना छुए।
  • ऐसे मेकअप का उपयोग करे जो पानी आधारित हो या जिसमें “गैर-रोगजनक (non comedogenic)” का लेबल लगा हो।
  • अपने बालों को नियमित रूप से शैंपू करें।
  • टोपी या तंग हेडबैंड न पहने।

(और पढ़े – ऑयली स्किन पर दिखने वाले पिंपल्स को दूर करने के घरेलू उपाय…)

मुंहासे का चिकित्सा इलाज – Medical treatment for acne in Hindi

यदि घरेलू उपचार आपके मुंहासे में मदद नहीं करते हैं तो इसके इलाज के लिए आप मेडिकल दवाओं का सहारा ले सकते हैं। इनमें से अधिकांश दवाओं में ऐसे तत्व होते हैं जो बैक्टीरिया को मारने में मदद कर सकते हैं, छिद्रों को खोल सकते हैं और आपकी त्वचा पर तेल को कम कर सकते हैं।

  • बेंज़ोयल पेरोक्साइड कई मुँहासे क्रीम और जैल में मौजूद है। इसका उपयोग मौजूदा पिंपल्स को सुखाने और नए पिम्पल को रोकने के लिए किया जाता है। बेंज़ोयल पेरोक्साइड मुँहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारता है।
  • रेसोर्सिनोल नमक घटक जिसका उपयोग मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने के लिए किया जाता है।
  • गंधक एक विशिष्ट घटक है जिसकी विशिष्ट गंध कुछ लोशन, क्लींजर और मास्क में पाई जाती है।
  • सैलिसिलिक एसिड अक्सर साबुन और मुँहासे धोने वाले फेस वाश में उपस्थित होता है। यह छिद्रों को बंद होने से रोकने में मदद करता है।

यदि आप मुंहासे के लक्षणों में कमी महसूस नहीं करते हैं तो आप चिकित्सकीय सलाह अवश्य लें। डॉक्टर दवा देगा जो आपके लक्षणों को कम करने और निशान को रोकने में मदद करेंगी।

(और पढ़े – मुंहासे दूर करने का आयुर्वेदिक उपाय…)

मुँहासे वाले किसी व्यक्ति का दृष्टिकोण – The outlook for someone with acne in Hindi

मुँहासे के लिए किये गए उपचार अक्सर सफल होता है। ज्यादातर लोग छह से आठ सप्ताह के भीतर अपने मुँहासे ठीक होने की उम्मीद कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए लम्बे समय के लिए उपचार की आवश्यकता होती हैं। मुँहासे के परिणामस्वरूप होने वाले निशान आपके मन में  भावनात्मक संकट पैदा कर सकते है। इसके शीघ्र उपचार निशान को रोकने में मदद कर सकता है।

(और पढ़े – मुहासे के दाग धब्बे हटाने के घरेलू उपाय…)

मुहांसों को कैसे रोका जा सकता है – How can acne be prevented in Hindi

मुँहासे को रोकना मुश्किल है। लेकिन आप मुँहासे को रोकने में मदद करने वाले घरेलू उपचारों को अपना सकते हैं। जो कि निम्न हैं –

  • अपना चेहरे को ऑइल-फ्री क्लीन्ज़र से दिन में दो बार धोएं।
  • तेल युक्त मेकअप करने से बचें।
  • व्यायाम करने के बाद स्नान करें।
  • रिफाइंड शुगर का प्रयोग अपने आहार में कम से कम करें।
  • अपने चेहरे से अतिरिक्त तेल को हटाने के लिए एक मेडिकल मुँहासे क्रीम का उपयोग करे।
  • तनाव को कम करे

(और पढ़े – मुँहासों को दूर करने के घरेलू उपाय…)

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