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पीरियड में रनिंग करना चाहिए या नहीं – Period Me Running Karna Chahiye Ya Nahi

पीरियड में रनिंग करना चाहिए या नहीं - Period Me Running Karna Chahiye Ya Nahi

Period Me Running Karna Chahiye Ya Nahi: पीरियड का समय ऐसा होता है जिसमें महिलाओं को थकान और पेट दर्द आदि समस्यायों का सामान करना पड़ता है। इसलिए बहुत से लोग पीरियड के दौरान आराम करने की सलाह देते है। लेकिन डॉक्टरों की मानें तो पीरियड में लाइट वर्कआउट किया जा सकता है। आज हम आपको पीरियड में रनिंग करना चाहिए या नहीं इसके बारे में बताएंगे।

लड़कियों के लिए पीरियड्स का समय बहुत ही पीड़ादायक होता। महिलाएं ऐसे समय में आराम करना पसंद करती है क्योंकि माहवारी का समय बहुत ही कष्टदायक होता है। इसी वजह से अधिकांश लड़कियां यह जानना चाहती है कि मासिक धर्म के दौरान रनिंग करना चाहिए या नहीं करना चाहिए।

आइये आपके इस सवाल का जवाब विस्तार से जानते है।

पीरियड में रनिंग करना चाहिए या नहीं – Running during periods good or bad in Hindi

पीरियड में रनिंग करना चाहिए या नहीं - Running during periods good or bad in Hindi

यदि आपके मन में भी यह प्रश्न है तो इसका सीधा सा जवाब है कि हां महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान भी रनिंग करना चाहिए। लगभग सभी महिलाएं पीरियड्स के दौरान दर्द का अनुभव करती है। इससे बचाने के लिए लड़कियों को पीरियड में रनिंग करना चाहिए।

क्योंकि पीरियड्स में रनिंग करने से उस समय होने वाले दर्द, ऐंठन और तनाव से छुटकारा मिलता है। दौड़ना एक प्रकार की लाइट एक्सरसाइज है। मासिक धर्म में दौड़ते समय शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि जब आप पीरियड्स में होती हैं तो अतिरिक्त तरल पदार्थ का उपयोग करती हैं।

(और पढ़ें – पीरियड में एक्सरसाइज करनी चाहिए या नहीं)

पीरियड में रनिंग करने के फायदे – Periods me running karne ke fayde in Hindi

पीरियड में रनिंग करने के फायदे – Periods me running karne ke fayde in Hindi

जब आप मासिक धर्म के दौराम रनिंग को करती है तो इससे आपको निम्न प्रकार के लाभ होते है।

पीरियड में रनिंग करने से एंडोर्फिन हार्मोन लेवल बढ़ता है

पीरियड में रनिंग करने से एंडोर्फिन हार्मोन लेवल बढ़ता है

एंडोर्फिन हार्मोन महिलाओं के शरीर में निवारक की तरह काम करता है और दर्द और थकान को कम करने में बहुत मदद करता है। जब आप दौड़ती है तो बॉडी में एंडोर्फिन का स्तर बढ़ता है। इससे पीरियड होने वाले दर्द, थकान, तनाव को दूर करने में मदद मिलती है।

मासिक धर्म में रनिंग करने के लाभ तनाव और चिड़चिड़ापन में

मासिक धर्म में रनिंग करने के लाभ तनाव और चिड़चिड़ापन में

माहवारी के दौरान रनिंग करने से कई प्रकार के लाभ होते है। पीरियड में अधिकांश महिलाओं को थकान, चिड़चिड़ाहट और दर्द आदि की समस्या होती है। इससे बचाने के लिए आपको रनिंग करना चाहिए, रनिंग करना आपके मूड को ठीक करने में मदद कर सकता है।

पीरियड में रनिंग करने के फायदे मूड स्विंग्स में 

पीरियड में रनिंग करने के फायदे मूड स्विंग्स में 

लड़कियों में पीरियड के दौरान मूड स्विंग्स होना बहुत आम बात है। इसे ठीक करने में रनिंग आपकी मदद कर सकता है। इसके अलावा रनिंग से महिलाओं में पीएमएस (Premenstrual syndrome) के लक्षणों को भी कम किया जा सकता है।

माहवारी में रनिंग करने के फायदे सहन-शक्ति बढ़ाने में

माहवारी में रनिंग करने के फायदे सहन-शक्ति बढ़ाने में

जब महिलाएं पीरियड में रनिंग करती है तो इससे उनके अंदर सहन-शक्ति का विकास होता है। माहवारी के दौरान महिलाओं में फीमेल हॉर्मोन की कमी हो जाती है जिसकी वजह से थकान और कमजोरी लगती है। मासिक धर्म में दौड़ने से इन सभी समस्यों से छुटकारा मिल सकता है।

पीरियड्स में रनिंग के लिए टिप्स – Tips for Running While on Your Period in Hindi

पीरियड्स में रनिंग के लिए टिप्स - Tips for Running While on Your Period in Hindi

यदि आप पीरियड्स में रनिंग करने जा रही है तो आपको निम्न बातों को ध्यान में रखना चाहिए।

अधिक पानी का सेवन करें

अधिक पानी का सेवन करें

दौड़ते समय हाइड्रेट रहना हमेशा महत्वपूर्ण होता है, लेकिन इससे भी अधिक जब आप पीरियड से होती हैं। इस समय आप अतिरिक्त तरल पदार्थ खो रहे होती हैं।

अच्छी तरह से आराम करें

अच्छी तरह से आराम करें

पीरियड में रनिंग करने से पहले अच्छी तरह से आराम करें। अगर आप कोई काम करती है तो सप्ताह में एक दिन का रेस्ट लें और हर रात पर्याप्त नींद लें।

स्वस्थ आहार का सेवन करें

स्वस्थ आहार का सेवन करें

अपने आहार में भरपूर मात्रा में ताजे और संपूर्ण खाद्य (whole foods) पदार्थ शामिल करें। ताकि आपके शरीर में सभी पोषक तत्व मौजूद रहें, जो आपको पर्याप्त ऊर्जा दें। अपने खाने में नमक का सेवन सीमित करें।

रनिंग में साँस को सामान्य रखें

रनिंग में साँस को सामान्य रखें

महिलाएं जब पीरियड के दौरान रनिंग कर रही होती है तब साँस को सामान्य रखें। क्योंकि यह आपकी मांसपेशियों को ऑक्सीजन प्राप्त करने के सर्वोत्तम तरीकों में शामिल है।

रनिंग करने से पहले स्ट्रेचिंग करें

रनिंग करने से पहले स्ट्रेचिंग करें

रनिंग करने से पहले वार्म अप करने के लिए डायनामिक (Dynamic) स्ट्रेच करें। डायनेमिक स्ट्रेच में गति शामिल होती है और आपकी मांसपेशियों को चलाने में मदद मिलती है। वे भी ऐंठन को कम करने में मदद कर सकते हैं।

(और पढ़ें – मासिक धर्म के लिए योग)

पीरियड में रनिंग करना चाहिए या नहीं (Period Me Running Karna Chahiye Ya Nahi) का यह लेख आपको कैसा लगा हमें कमेंट्स कर जरूर बताएं।

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