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पवनमुक्तासन करने का तरीका, फायदे और सावधानियां – Pawanmuktasana Yoga Steps and Benefits in Hindi

पवनमुक्तासन करने का तरीका, फायदे और सावधानियां - Pawanmuktasana Yoga Steps and Benefits in Hindi

Pawanmuktasana Yoga Steps and Benefits in Hindi: जानिए पवनमुक्तासन करने का तरीका, पवनमुक्तासन के फायदे और पवनमुक्तासन करते समय राखी जाने वाली सावधानियों के बारे में पवनमुक्तासन संस्कृत के दो शब्दों पवन (Pawan) और मुक्त (Mukta) से मिलकर बना है, जहां पवन का अर्थ हवा (air) और मुक्त का अर्थ छोड़ना (release) है।

जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, यह आसन पेट के पाचन तंत्र (digestive tract) से अनावश्यक गैस को बाहर निकालने में मदद करता है। इसलिए इसे अंग्रेजी में हवा बाहर निकालने का आसन (Wind Releasing Pose) कहा जाता है। पवनमुक्तासन एक उत्कृष्ट आसन है जो अच्छे पाचन के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।

पवनमुक्तासन पेट एवं कमर की मांसपेशियों के खिंचाव को (tone) करने में मदद करता है। खराब पाचन (indigestion) की समस्याओं से पीड़ित मरीजों को आमतौर पर पवनमुक्तासन करने की ही सलाह दी जाती है। हालांकि शुरूआत में इस आसन को करने में थोड़ी कठिनाई जरूर होती है लेकिन नियमित अभ्यास से पवनमुक्तासन को बड़े आसानी से किया जा सकता है।

1. पवनमुक्तासन करने का तरीका – Steps of Pawanmuktasana (Wind Relieving Pose) in hindi
2. पवनमुक्तासन के फायदे – Benefits Of Pawanmuktasana (Wind-Relieving Pose) in Hindi
3. पवनमुक्तासन करने में बरतें सावधानियां – Precautions for Pawanmuktasana (Wind Relieving Pose) in hindi

पवनमुक्तासन करने का तरीका – Steps of Pawanmuktasana (Wind Relieving Pose) in Hindi

शारीरिक स्‍वास्‍थ्‍य के लिए पवनमुक्तासन (Pawanmuktasana Yoga) करने का तरीका बहुत आसान है। लेकिन इस आसन का अभ्यास करने में आपको थोड़ी कठिनाई जरूर हो सकती है। इसलिए यह जरूरी है कि इस आसन का अभ्यास सही तरीके से किया जाए। आइये जानते हैं पवनमुक्तासन करने का तरीका।

  • फर्श पर पेट के बल शवासन (shavasana) मुद्रा में आराम से लेट जाइये।
  • अपने बाएं घुटने (knee) को मोड़िए और जितना संभव हो सके उसे पेट के पास तक ले आइये।
  • अब सांस छोड़ते हुए अपने दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में फंसायें और घुटनों के नीचे रखिए और उनकी सहायता से अपने बाएं घुटने से सीने को छूने की कोशिश कीजिए।
  • इसके बाद अपना सिर जमीन से ऊपर उठाइये और घुटने से नाक से छूने की कोशिश कीजिए।
  • सिर को ऊपर उठाने और नाक को घुटनों से छूने के बाद 10 से 30 सेकेंड तक इसी मुद्रा में बने रहिए और धीरे-धीरे सांस छोड़िये।
  • अब यही पूरी प्रक्रिया दाएं पैर से भी कीजिए और 3 से 5 बार इस मुद्रा को दोहराइये।

आमतौर पर दोनों पैर के घुटनों को एक साथ मोड़कर और हाथ की उंगलियों को आपस  में फसा (interlock) करके उन्हें दोनों पैरों के घुटने के नीचे रखकर घुटनों को सीने तक लाने का भी अभ्यास भी किया जाता है। लेकिन आप अपनी सुविधा के अनुसार इन दोनों में से किसी भी मुद्रा का अभ्यास कर सकते हैं।

पवनमुक्तासन के सभी स्टेप्स को बहुत सावधानीपूर्वक कीजिए और अपने तरफ से इस आसन में किसी तरह का परिवर्तन मत करिए। पाचन तंत्र से गैस को बाहर निकालने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि पवनमुक्तासन के सभी स्टेप्स का क्रम से अभ्यास करें।

(और पढ़ें – योग की शुरुआत करने के लिए कुछ सरल आसन)

पवनमुक्तासन के फायदे – Benefits Of Pawanmuktasana (Wind-Relieving Pose) in Hindi

Pawanmuktasana ke fayde in Hindi यह आसन आमतौर पर पेट की हवा को बाहर निकालने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही शरीर के अंदर जमा अशुद्धियों को भी बाहर करने में यह आसन बहुत फायदेमंद होता है। इसके अलावा भी पवनमुक्तासन करने के कई फायदे होते हैं, तो आइये जानते हैं इस आसन को करने से क्या फायदे होते हैं।

पवनमुक्तासन के फायदे गैस दूर करने में 

पवनमुक्तासन का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इस आसन को प्रतिदिन करने से पेट के पाचन तंत्र से अनचाही गैस दूर हो जाती है।

(और पढ़े – पेट की गैस के कारण और इलाज)

महिलाओं के लिए पवनमुक्तासन के फायदे 

यह एक ऐसा आसन है जिसे महिलाओं को जरूर करना चाहिए। विशेषरूप से गर्भाशय की समस्या से पीड़ित महिलाओं को इस आसन को करने की सलाह दी जाती है। यह आसन गर्भाशय (uterus) से जुड़ी बीमारियों को दूर करने में मदद करता है। जनन क्षमता बेहतर बनाने में भी यह आसन फायदेमंद होता है।

पवन मुक्तासन के फायदे कमर दर्द में

यदि आपको सियाटिका (sciatica) की बीमारी है या कमर में दर्द एवं स्लिप डिस्क (slip disc) में परेशानी हो तो आपको पवनमुक्तासन का प्रतिदिन अभ्यास जरूर करना चाहिए।

(और पढ़ें – कमर दर्द के लिए योगासन)

अर्थराइटिस में पवनमुक्तासन के फायदे

यह आसन उन लोगों के लिए भी फायदेमंद है जो एसिडिटी, अर्थराइटिस के दर्द एवं हृदय रोगों (heart problems) से ग्रसित हैं। पवनमुक्तासन पेट की अनचाही चर्बी को कम करने में भी बहुत सहायक होता है।

(और पढ़ें – दिल को मजबूत बनाने के लिए योगासन)

पवनमुक्तासन के फायदे आंत के लिए फायदेमंद

पवनमुक्तासन करने से आंत की क्रियाएं अधिक सक्रिय होती है और यह आसन आंत को कई विकारों से दूर रखने में मदद करता है। इसके अलावा यह आसन करने से लिवर भी सही तरीके से अपना काम करता है।

(और पढ़ें – पेट की चर्बी कम करने के लिए 20 योगासन)

पवनमुक्तासन करने में बरतें सावधानियां – Precautions For Pawanmuktasana (Wind Relieving Pose) in Hindi

  •  जो व्यक्ति पीठ के दर्द या कमर में दर्द से पहले से ही पीड़ित हों उन्हें पवनमुक्तासन करने से बचना चाहिए।
  • यदि आपको उच्च रक्तचाप, माहवारी की समस्या और गर्दन में दर्द हो तो पवनमुक्तासन करने में सावधानी बरतें।
  • यदि आपके सीने में दर्द (chest pain) की समस्या हो या गर्दन में कोई पुरानी चोट हो तो इस आसन को करने से बचें।
  • आमतौर पर ज्यादातर आसन खाली पेट ही किया जाता है लेकिन पवनमुक्तासन को खाली पेट करने से बचें।
  • गर्भवती महिलाओं को पवनमुक्तासन करने से बचना चाहिए।
  • यदि आप पेट के अल्सर (stomach ulcer) से पीड़ित हैं तो आपको पवनमुक्तासन नहीं करना चाहिए।

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