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मकर संक्रांति के बारे में जानकारी – Makar Sankranti Information in Hindi

मकर संक्रांति के बारे में जानकारी - Makar Sankranti Information in Hindi

Makar Sankranti ke baare mein in Hindi मकर संक्रान्ति का त्योहार हिंदू देवता सूर्य को समर्पित है इसलिए इसे हिन्दुओं का प्रमुख त्योहार माना जाता है। यह त्योहार उत्तरायण काल के रूप में शुरू होता है और हिंदुओं के लिए छह महीने की शुभ अवधि की शुरूआत का प्रतीक है। मकर संक्रान्ति के शुभ समय पर हरिद्वार, काशी और प्रयागराज (इलाहाबाद) में गंगा, यमुना सहित देश के अन्य हिस्सों में गोदावरी, कृष्णा और कावेरी नदियों में स्नानादि का विशेष महत्व माना गया है। मकर संक्रांति संस्कृत का शब्द है जिसमें ‘मकर’ शब्द का अर्थ मकर राशि से है जबकि ‘संक्रांति’ का अर्थ संक्रमण अर्थात प्रवेश करना है। इसे वर्ष की शुरूआत का पहला त्योहार होता है यही कारण है कि हिन्दू धर्म में इस पर्व को बहुत धूमधाम से मनाया जाता है।

भारत के अलावा नेपाल में भी मकर संक्रान्ति काफी हर्षोल्लास के साथ मनायी जाती है। इस दिन विभिन्न नदियों के तटों पर स्नान करने के लिए लोगों की भारी भीड़ जुटती है। प्रयागराज में माघ मेला, कुंभ और अर्ध कुंभ मेला मकर संक्रान्ति के दिन से ही शुरू होता है।

विषय सूची

  1. मकर संक्रान्ति क्यों मनायी जाती है – Why Makar Sankranti is celebrated in Hindi
  2. भारत में विभिन्न नामों से मनायी जाती है मकर संक्रान्ति – Different names of Makar Sankranti in India in Hindi
  3. विभिन्न राज्यों में इस तरह मनायी जाती है मकर संक्रान्ति – how is makar Sankranti celebrated in different states of India in Hindi
  4. वर्ष 2019 में मकर संक्रान्ति कब है – When is makar Sankranti in 2019 in Hindi
  5. मकर संक्रान्ति का महत्व – Importance of makar Sankranti in Hindi
  6. मकर संक्रान्ति के दिन क्या करना चाहिए – What to do on makar Sankranti in Hindi

मकर संक्रान्ति क्यों मनायी जाती है – Why Makar Sankranti is celebrated in Hindi

पौष के महीने में सूर्य जब धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करता है तो इसके एक जगह हटकर से दूसरी जगह यानि मकर से आकर मिलने की स्थिति को ही मकर संक्रान्ति कहा जाता है। इसे सूर्य के संक्रमण का भी त्योहार माना जाता है। आमतौर पर यह त्योहार जनवरी महीने की चौदहवीं या पंद्रहवीं तारीख को मनाया जाता है क्योंकि अब सूर्य दक्षिण की बजाय उत्तर से गमन करने लगता है। उत्तरायण उस अवस्था को कहते हैं जब धरती का उत्तरी गोलार्द्ध सूर्य की ओर मुड़ जाता है जिसके बाद सूर्य भी उत्तर की ओर से ही उगने लगता है। सूर्य छह माह तक उत्तरायण ही रहता है इसलिए मकर संक्रान्ति के पर्व को उत्तरायण के नाम से भी जाना जाता है।

माना जाता है कि सूर्य जब उत्तर की ओर गमन करते लगता है तब उसकी किरणें व्यक्ति के सेहत और शांति को बढ़ाती हैं, यही कारण है कि मकर संक्रान्ति के शुभ महूर्त में लोग नहा धोकर दान पुण्य करते हैं और समृद्धि की कामना करते हैं।

भारत में विभिन्न नामों से मनायी जाती है मकर संक्रान्ति – Different names of Makar Sankranti in India in Hindi

भारत के अलग अलग राज्यों में मकर संक्रान्ति को अलग अलग नामों से जाना जाता है। उत्तर प्रदेश और बिहार में मकर संक्रान्ति को को खिचड़ी के त्योहार के नाम से, गुजरात, उत्तराखंड और राजस्थान में उत्तरायण पर्व के नाम से, हरियाणा में माघी के नाम से, असम में भोगाली बिहु के नाम से, कर्नाटक में मकर संक्रमण के नाम से और पश्चिम बंगाल में पौष संक्रान्ति के नाम से जाना जाता है। जबकि तमिनलनाडु में इसे पोंगल के रूप में और पंजाब में एक दिन पूर्व इसे लोहड़ी के रूप में मनाया जाता है।

विभिन्न राज्यों में इस तरह मनायी जाती है मकर संक्रान्ति – How is makar Sankranti celebrated in different states of India in Hindi

विभिन्न राज्यों में इस तरह मनायी जाती है मकर संक्रान्ति - how is makar Sankranti celebrated in different states of India in Hindi

आपको बता दें कि प्रत्येक राज्यों में जिस तरह से मकर संक्रान्ति को अलग अलग नामों से जाना जाता है, ठीक उसी तरह इसे अलग अलग तरीकों से मनाया भी जाता है। उत्तर प्रदेश और बिहार में मकर संक्रान्ति के दिन नहाने के बाद दाल और चावल एक साथ मिलाकर ब्राह्मणों और गरीबों को दान दिया जाता है इसके बाद खिचड़ी खायी जाती है।

इस दिन अन्य राज्यों की अपेक्षा गुजरात और राजस्थान में लोग बड़ी संख्या में पतंग उड़ाते हैं। यहां पतंग उत्सव का भी आयोजन किया जाता है। तमिलनाडु में इसे किसानों का पर्व माना जाता है और इस दिन घी में बनी दाल चावल की खिचड़ी खायी जाती है जबकि महाराष्ट्र में गजक और तिल के लड्डू खूब खाये जाते हैं और एक दूसरे को भेंट भी किया जाता है।

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वर्ष 2020में मकर संक्रान्ति कब है – When is makar Sankranti in 2020 in Hindi

पंडितों और ज्योतिषों के अनुसार इस वर्ष यानि 2020 में मकर संक्रान्ति 15 जनवरी को पडे़गी। इसका कारण यह है कि सूर्य 14 जनवरी को शाम 7:52 बजे से 08.06 बजे के बीच राशि परिवर्तन कर मकर राशि में प्रवेश करेगा। सूर्य का धनु से मकर राशि में प्रवेश सूर्यास्त के बाद हो रहा है यही कारण है कि मकर संक्रान्ति का त्योहार 15 जनवरी को मनाया जाएगा। कुछ स्थानों पर 14 और 15 जनवरी अर्थात दो दिन मकर संक्रान्ति मनायी जाती है लेकिन ज्यादातर जगहों पर लोग शुभ मुहूर्त के अनुसार ही यह त्योहार मनाते हैं। इसलिए 14 जनवरी का मुहूर्त न होने के कारण मकर संक्रान्ति 15 जनवरी को ही मनायी जाएगी। हालांकि विद्वानों का मानना है कि 14 जनवरी को दान पुण्य किया जा सकता है।

मकर संक्रान्ति का महत्व – Importance of makar Sankranti in Hindi

मकर संक्रान्ति का महत्व - Importance of makar Sankranti in Hindi

  • मकर संक्रान्ति के दान को महादान माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन किया गया दान अन्य दिनों की अपेक्षा सबसे अधिक फलदायी होता है। इसलिए इस दिन दान देने का महत्व काफी ज्यादा है।
  • माना जाता है कि मकर संक्रान्ति से वसंत ऋतु की भी शुरुआत होती है। खरीफ की फसल कटने के बाद रबी की फसलें खेतों में लहलहा रही होती हैं। इसलिए इसे किसानों का भी त्योहार माना जाता है।
  • चूंकि मकर संक्रान्ति के दौरान ठंड अधिक होती है और तापमान भी बहुत कम होता है जिसके कारण लोग बीमारियों की चपेट में जल्दी आ जाते हैं। इस दिन गुड़ और तिल से बने खाद्य पदार्थ खाने पर शरीर को पोषक तत्व और गर्मी मिलती है। यही कारण है कि मकर संक्रान्ति के दिन गुड़ और तिल का महत्व सबसे ज्यादा है।
  • माना जाता है कि मकर संक्रान्ति के दिन से मौसम में परिवर्तन शुरू हो जाता है। इस दिन से रातें छोटी और दिन बड़े होने लगते हैं और सूर्य के उत्तरी गोलार्द्ध की ओर जाने के कारण ग्रीष्म ऋतु का प्रारम्भ होता है। इस दौरान प्राणियों में नई चेतना बढ़ती है।
  • पुराणों के अनुसार हजारों तीरों से छलनी होने के बावजूद भीष्म पितामह ने उत्तरायण होने के बाद ही अपना शरीर त्यागा था अर्थात् उत्तरायण को शुभ माना जाता है इसलिए मकर संक्रान्ति का महत्व हिन्दुओं के लिए शुभ है।
  • मकर संक्रान्ति के दिन से शुभ कार्यों का मुहूर्त शुरू हो जाता है और अगले छह महीने तक हिंदू विवाह, शुभ समारोह, मुंडन जैसे कई मांगलिक और शुभ कार्य कर सकते हैं।

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मकर संक्रान्ति के दिन क्या करना चाहिए – What to do on makar Sankranti in Hindi

मकर संक्रान्ति के दिन क्या करना चाहिए - What to do on makar Sankranti in Hindi

आमतौर पर अन्य दिनों की अपेक्षा मकर संक्रान्ति के पर्व पर लोगों की दिनचर्या अलग होती है। इस दिन कुछ अलग तरीके से कार्य भी करने पड़ते हैं, तभी यह त्योहार फलदायी होता है। आइये जानते हैं मकर संक्रान्ति के दिन क्या करना चाहिए।

  • इस पावन पर्व पर सूर्य उगने से पहले ही तड़के सुबह उठ जाना चाहिए और स्नान कर लेना चाहिए। मकर संक्रान्ति के दिन चूंकि सूर्य की किरणें तिरक्षी पड़ती हैं जो सेहत के लिए लाभकारी होती हैं इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को नहा धोकर सूर्य की प्रार्थना जरूर करनी चाहिए।
  • संभव हो तो तिल का उबलट लगाकर स्नान करें, इससे शरीर स्वस्थ होता है।
  • इस दिन दान पुण्य करना भी लाभदायक माना जाता है। कहा जाता है कि मकर संक्रान्ति पर दान न करने वाला व्यक्ति रोगग्रस्त रहता है और घर में समृद्धि नहीं आती है।
  • मकर संक्रान्ति पर नदियों में स्नान करना बहुत शुभ माना जाता है इसलिए इन दिन नदी में ही स्नान करना चाहिए और अगर नदी में स्नान न कर सकें तो घर में ही लेकिन स्नान जरूर करना चाहिए।
  • सूर्य की आराधना करने के बाद तांबे के लोटे में जल भरकर इसमें लाल फूल, अक्षत, तिल और कुमकुम डालकर अर्घ्य देना चाहिए।
  • मकर संक्रान्ति के दिन खिचड़ी और तिल गुड़ जरूर खाना चाहिए।

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