घरेलू उपाय

खुजली दूर करने के लिए 10 घरेलू उपाय – Homemade remedies for itching in Hindi

खुजली दूर करने के लिए 10 घरेलू उपाय - Homemade remedies for itching (Khujli) in Hindi

खुजली किसी भी व्‍यक्ति के लिए असुविधा का कारण बन सकती है। लेकिन खुजली दूर करने के घरेलू उपाय को अपनाकर आप इस समस्‍या से छुटकारा पा सकते हैं। क्योंकि खुजली दूर करने का सबसे अच्छा उपाय है घरेलू तरीको को अपनाना। खुजली को प्रुरिटस (pruritus) के रूप में भी जाना जाता है। यदि खुजली का समय पर उपचार न किया जाए तो यह गंभीर रूप ले सकती है। कुछ लोगों का मानना होता है कि खुजली असाध्‍य समस्‍या है जिसे घर पर कैसे ठीक कर सकते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है त्‍वचा में खुजली के बहुत से कारण हो सकते हैं। जिसका घरेलू उपाय संभव है। आज इस लेख में आप खुजली दूर करने के 10 आसान घरेलू उपाय संबंधी जानकारी प्राप्‍त करेगें।

विषय सूची

1. खुजली होने के कारण – Khujli Ke Karan in Hindi
2. खुजली के लक्षण – Khujli Ke Lakshan Kya Hai in Hindi
3. खुजली के घरेलू उपाय – Home Remedies for Itching in Hindi
4. खुजली से बचने के लिए इन से बचें – Avoid these to avoid itching in Hindi
5. खुजली होने पर डॉक्‍टर को कब दिखाएं – Khujli hone par Doctor ko kab dikhaye in Hindi

खुजली होने के कारण – Khujli Ke Karan in Hindi

सामान्‍य रूप से त्‍वचा में खुजली होने का सबसे बड़ा कारण स्‍वच्‍छता की कमी हो सकता है। लेकिन इसके अलावा भी त्‍वचा में खुजली के अन्‍य दूसरे कारण भी हो सकते हैं जो आपको खुजली जैसी शर्मनाक समस्‍या दे सकते हैं। त्‍वचा में खुजली होने के अन्‍य कारण इस प्रकार हैं :

  • सौंदर्य प्रसाधनों के दुष्‍प्रभाव और एलर्जी
  • तंत्रिका तंत्र के विकार, डायबिटीज आदि
  • आंतरिक बीमारियां जैसे कि लीवर की समस्‍या या किडनी की विफलता
  • त्‍वचा की जलन या चकते के निशान
  • गर्भावस्‍था, अधिक उम्र
  • शुष्‍क त्‍वचा
  • पर्यावरणीय कारक आदि।

खुजली के लक्षण – Khujli Ke Lakshan Kya Hai in Hindi

आप अपने शरीर के कुछ हिस्‍सों में खुजली का अनुभव कर सकते हैं। विशेष रूप से त्‍वचा में खुजली गुप्‍तांगों, बाहों, पैरों या आपके शरीर के अन्‍य हिस्‍सों में देखने मिल सकती है। खुजली होने के कारण आपके शरीर में कुछ परीवर्तन भी हो सकते हैं जैसे कि लाल धब्‍बे, त्‍वचा में छाले या फफोले, परतदार त्‍वचा आदि। आपको होने वाली खुजली लंबे समय तक चल सकती है जो आपके दैनिक जीवन को प्रभावित करती है। इस प्रकार लंबे समय तक होने वाली खुजली धीरे धीरे त्‍वचा के दाने का रूप ले सकती है। यदि आप भी त्‍वचा की खुजली से प्रभावित हैं तो यहां बताए जा रहे स्किन एलर्जी के घरेलू उपाय को अपना सकते हैं।

खुजली के घरेलू उपाय – Home Remedies for Itching in Hindi

कभी-कभी शरीर में होने वाली खुजली अधिक कष्टदायक नहीं होती है, लेकिन खुजली की समस्या यदि लंबे समय तक त्वचा को प्रभावित करे तो यह नुकसानदेय हो सकती है। यदि आप इससे निजात पाने के लिए प्राकृतिक और सुरक्षित घरेलू उपाय खोज रहें हैं, तो आप नीचे बताए जा रहे खुजली दूर करने के घरेलू उपायों को अपना सकते हैं –

खुजली का इलाज जैतून का तेल – Khujli ka ilaj Olive Oil in Hindi

खुजली का इलाज जैतून का तेल – Khujli ka ilaj Olive Oil in Hindi

त्‍वचा की खुजली सबंधी समस्‍याओं के इलाज में जैतून का तेल उपयोगी होता है। इसके अलावा नियमित रूप से जैतून के तेल का इस्‍तेमाल करने से त्‍वचा स्‍वास्‍थ्‍य को भी बढ़ावा मिलता है। जैतून के तेल में विटामिन ई और एंटीऑक्‍सीडेंट की अच्‍छी मात्रा होती है। जिसके कारण जैतून का तेल त्‍वचा की खुजली और दर्द को कम करने में प्रभावी होता है।

खुजली का उपचार करने के लिए आप शुद्ध जैतून के तेल में शहद के मिश्रण का उपयोग कर सकते हैं। इस मिश्रण को आप अपने खुजली प्रभावित क्षेत्र में लगाएं और हल्‍के हाथों से रगड़ें। जब तक आपके शरीर की खुजली ठीक नहीं हो जाती है तब तक आप इस उपाय को दिन में 2 से 3 बार करें। कुछ ही दिनों में आपको खुजली से छुटकारा मिल सकता है।

(और पढ़ें – जैतून के तेल के फायदे, उपयोग और नुकसान)

त्‍वचा की खुजली का उपाय बेकिंग सोड़ा – Twacha ki Khujli ka upay Baking Soda in Hindi

त्‍वचा की खुजली का उपाय बेकिंग सोड़ा – Twacha ki Khujli ka upay Baking Soda in Hindi

खुजली का उपाय करने के लिए बेकिंग सोड़ा त्‍वचा में मौजूद खुजलीदार चकते और इनकी सूजन को कम करने में प्रभावी होता है। यदि आप खुजली का इलाज करना चाहते हैं तो बेकिंग सोडा का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप 1 भाग बेकिंग सोड़ा और 3 भाग पानी को आपस में अच्‍छी तरह से मिलाएं। इस मिश्रण को आप खुजली प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। इसके अलावा आप नारियल के तेल के साथ भी बेकिंग सोड़ा का उपयोग कर सकते हैं। नियमित रूप से दिन में 2 बार इस मिश्रण का उपयोग करने से खुजली के लक्षणों को कम किया जा सकता है।

(और पढ़ें – बेकिंग सोडा के फायदे और नुकसान)

खुजली का उपचार है ओटमेल – Khujli ka Upchar hai Oatmeal in Hindi

खुजली का उपचार है ओटमेल – Khujli ka Upchar hai Oatmeal in Hindi

दलिया (Oatmeal) स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बहुत अच्छा होता है। लेकिन यह त्‍वचा की खुजली और सूजन को दूर करने का भी बेहतरीन तरीका है। दलिया में मौजूद एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। जिसका इस्तेमाल आप खुजली से निजात पाने के लिए कर सकते हैं। आप दलिया का उपयोग एक्जिमा, चिकन पॉक्‍स, सनबर्न और एलर्जी आदि से आने वाले चकते का इलाज कर सकते हैं।

शरीर की खुजली को दूर करने के लिए आप बारीक पिसी हुई दलिया को नहाने वाले गर्म पानी में मिलाएं। कम से कम 20 मिनिट तक इस दलिया को पानी में अच्‍छी तरह से भीगने दें और फिर इस पानी से स्‍नान करें। इसके अलावा आप दलिया के बारीक मिश्रण में शहद मिलाएं और इसे प्रभावित क्षेत्र में लगाएं। यह आपको खुजली से राहत दिलाने का सबसे अच्‍छा तरीका है।

(और पढ़ें – दलिया खाने के फायदे स्वास्थ्य लाभ और नुकसान)

खुजली का घरेलू इलाज एलोवेरा – Khujli ka Ayurvedic ilaj Aloe Vera in Hindi

खुजली का घरेलू इलाज एलोवेरा – Khujli ka Ayurvedic ilaj Aloe Vera in Hindi

आप ऐलोवेरा को खुजली की दवा के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। एलोवेरा में जीवाणुरोधी, एंटीफंगल और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। जिसके कारण त्‍वचा संबंधी समस्‍याओं को दूर करने के लिए एलोवेरा बहुत ही प्रभावी होता है। यदि आप खुजली और इसके अन्‍य लक्षणों से परेशान हैं तो एलोवेरा का इस्‍तेमाल कर सकते हैं।

शरीर की खुजली दूर करने के लिए आप ताजा एलोवेरा का उपयोग करें। यदि आपके ताजा एलोवेरा हर बार नहीं मिल सकती है तो आप एलोवेरा की पत्तियों से जेल को निकालकर स्‍टोर भी कर सकते हैं। निकाला गया एलोवेरा जेल 5 से 7 दिनों उपयोग करने योग्‍य होता है। इसके अलावा आप बाजार से भी एलोवेरा जेल को खरीद सकते हैं।

(और पढ़ें – एलोवेरा के फायदे और नुकसान)

खुजली का घरेलू उपाय ठंडी सिकाई – Skin itching for Cold Compress in Hindi

आप खुजली के घरेलू नुस्‍खे के रूप में ठंडी सिकाई का भी उपयोग कर सकते हैं। यह एक सुरक्षित और प्राकृतिक घरेलू उपाय है, जिसका इस्तेमाल आप खुजली दूर करने के लिए कर सकते हैं । ठंडी सिकाई करने से खुजली और चकते आदि को कम करने में मदद मिलती है। त्‍वचा में खुजली होने पर विशेष रूप से किसी कीट के काटने या दाद आदि के लक्षणों को कम करने के लिए आप किसी कपड़े में बर्फ के टुकडे रखें और इससे प्रभावित क्षेत्र की हल्‍की सिकाई करें। यदि उपलब्‍ध हो तो आप प्‍लास्टिक आइस पैक का भी उपयोग कर सकते हैं। लेकिन इस बात का ध्‍यान रखें कि बर्फ के टुकड़ों को सीधे ही खुजली प्रभावित जगह पर न रखें। ऐसा करने पर खुजली के लक्षण बिगड़ सकते हैं।

खुजली का घरेलू नुस्‍खा सेब का सिरका – Khujli ka gharelu nuskha Apple Cider Vinegar in Hindi

खुजली का घरेलू नुस्‍खा सेब का सिरका – Khujli ka gharelu nuskha Apple Cider Vinegar in Hindi

कच्‍चे और जैविक (Raw and organic) सेब साइडर सिरका त्‍वचा की खुजली और चकते आदि का इलाज करने का आम घरेलू उपाय है। सेब के सिरका में मौजूद एसिटिक एसिड त्‍वचा में मौजूद संक्रमण और बैक्‍टीरिया के प्रभाव को कम करने में सहायक होता है। आप त्‍वचा की खुजली को कम करने के लिए प्रभावित क्षेत्र में सेब के सिरका का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आप 1 छोटी चम्मच में सेब के सिरका को लें और इसमें रूई को भिगाएं। इस भीगी हुई रूई को आप खुजली वाली जगह पर रखें। सेब का सिरका उपयोग करने पर आपको यदि जलन का अनुभव हो तो आप इसे पानी के साथ मिलाकर भी उपयोग कर सकते हैं। खुजली का सर्तिया इलाज करने के लिए आप सेब के सिरके का इस्तेमाल कर सकते हैं।

(और पढ़ें – एप्पल साइडर विनेगर करेगा स्किन से जुड़ी परेशानियों को दूर)

खुजली से छुटकारा दिलाए कैमोमालइ – Khujli se Chutkara dilaye Chamomile in Hindi

प्राचीन समय से ही कैमोमाइल का उपयोग त्‍वचा संबंधी समस्‍याओं को दूर करने के लिए किया जा रहा है। कैमोमाइल में मौजूद एंटीऑक्‍सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण खुजली को शांत करने और त्‍वचा की सूजन को कम करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा कैमोमाइल में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्‍टीरियल गुण भी होते हैं जो खुजली पैदा करने वाले बैक्‍टीरिया को नष्‍ट करने में सहायक होते हैं।

खुजली का इलाज करने के लिए आप कैमोमाइल चाय में सूती कपड़े को भिगोएं और इसे प्रभावित क्षेत्र में रखें। जल्‍दी राहत पाने के लिए दिन में 2 से 3 बार इस उपाय को दोहराएं। विकल्‍प के रूप में आप नारियल के तेल में कैमोमाइल तेल की कुछ बूंदें मिलाएं और प्रभावित क्षेत्र में लगाएं।

(और पढ़ें – कैमोमाइल चाय के फायदे और नुकसान)

सूखी खुजली का इलाज नीम – Sukhi khujli ka ilaj neem in Hindi

नीम त्‍वचा संबंधी समस्‍याओं को दूर करने का सबसे अच्‍छा विकल्‍प है। नींम में एंटी-इंफ्लामेटरी, दर्दनिवारक, एंटी-इर्रिटेंट (anti-irritant), एंटीफंगल और एंटीबैक्‍टीरियल गुण होते हैं। इन गुणों की उपस्थिति के कारण नीम का उपयोग एक्जिमा, चकते, मुंहासे आदि के लिए किया जाता है। खुजली, सोरायसिस और अन्‍य त्‍वचा संक्रमण के लिए भी नींम का उपयोग फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्‍सीडेंट उम्र बढ़ने संबंधी लक्षणों को रोकने और कोशिकाओं को पुनर्जीवित करने में सहायक होते हैं।

खुजली का उपचार करने के लिए आप नीम की कुछ पत्तियों को पानी में उबालें और इस पानी को ठंडा होने दें। फिर इस पानी में खुजली प्रभावित क्षेत्र को 10 से 15 मिनिट तक डुबों कर रखें। ऐसा करने से आपको खुजली के लक्षणों को कम करना आसान हो जाता है। खुजली का इलाज करने के लिए यह एक सुरक्षित प्राकृतिक उपाय है, जिसका इस्तेमाल आप कर सकते हैं।

(और पढ़ें – नीम के पानी में नहाने के फायदे)

खुजली से बचाए धनियां की पत्‍ती – Khujli se bachaye Coriander leaf in Hindi

धनियां के पत्तियों में एंटी-इर्रिटेंट, एंटी-इंफ्लामेटरी और एंटी-सेप्टिक गुण होते हैं। इसलिए धनिया की पत्ती के पेस्‍ट या इससे निकाले गए रस का उपयोग करने से खुजली को शांत किया जा सकता है। इसके लिए आप प्रभावित क्षेत्र में धनिया की पत्तियों का पेस्‍ट लगाएं। नियमित रूप से कुछ दिनों तक दिन में 1 या 2 बार इस पेस्‍ट का उपयोग करने से खुजली के लक्षणों को कम किया जा सकता है।

इसके अलावा खुजली का इलाज करने के लिए आप धनिया बीजों का भी उपयोग कर सकते हैं। आप धनिया के कुछ बीज लें और इसे पानी में उबालें। इस पानी को आप चाय की तरह प्रतिदिन 1 या 2 कप सेवन करें। ऐसा करना भी आपको त्‍वचा की खुजली से राहत दिलाता है। खुजली से राहत पाने के लिए यह एक सुरक्षित प्राकृतिक उपाय है, जिसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

(और पढ़ें – धनिये का जूस लीवर और किडनी करेगा साफ रहेंगीं बीमारियाँ दूर)

खुजली का इलाज नारियल तेल – Coconut oil for skin itching in Hindi

खुजली का इलाज नारियल तेल – Coconut oil for skin itching in Hindi

जिन लोगों त्‍वचा की खुजली है वे उपचार के रूप में नारियल तेल का उपयोग कर सकते हैं। अध्‍ययनों से पता चलता है कि नारियल तेल में मौजूद पोषक तत्‍व खुजली प्रभावित क्षेत्रों में औषधी का काम करता है। नारियल तेल में प्राकृतिक एंटीबैक्‍टीरियल गुण होते हैं जो त्‍वचा में संक्रमण के प्रभाव को कम कर सकते हैं। आपको शायद पता हो कि त्‍वचा संक्रमण का प्रमुख कारण बैक्‍टीरिया होते हैं। नारियल तेल में मौजूद एंटीऑक्‍सीडेंट गुण त्‍वचा में मौजूद बैक्‍टीरिया के विकास और प्रभाव दोनो को ही रोकने में मदद करते हैं। इसके अलावा नारियल तेल का उपयोग त्‍वचा को प्राकृतिक नमी दिलाता है। इस तरह से आप त्‍वचा की खुजली दूर करने के लिए नारियल तेल का उपयोग कर सकते हैं।

(और पढ़ें – नारियल तेल के फायदे, उपयोग और नुकसान)

खुजली से बचने के लिए इन से बचें – Avoid these to avoid itching in Hindi

खुजली के घरेलू उपाय अपनाने के साथ ही आपको उन बातों का भी ध्‍यान रखना चाहिए जिससे आपकी त्‍वचा को नुकसान हो सकता है। साथ ही ये आपकी त्‍वचा मौजूद खुजली के लक्षणों को भी बढ़ा सकते हैं। आइए इन्‍हें जानें।

खुजली का उपाय ज्यादा गर्म पानी उपयोग न करें – itching for Avoid Hot Water in Hindi

यदि आप खुजली के लक्षणों से परेशान हैं। ऐसी स्थिति में आपको अधिक गर्म पानी का उपयोग करने से बचना चाहिए। विशेष रूप से नहाने के लिए क्‍योंकि ऐसा करने से आपकी त्‍वचा से नमी दूर हो जाती है जिससे सूखापन, लालिमा और खुजली होने की संभावना बढ़ जाती है। हांलाकि इस दौरान गुनगुने पानी का उपयोग आपको खुजली से राहत दिला सकता है।

(और पढ़ें – गर्म पानी से नहाने के फायदे और नुकसान )

तापमान और आर्द्रता में परिवर्तन न करें – Do not change temperature and humidity in Hindi

आप अपने आसपास के तापमान और आर्द्रता में अधिक परिवर्तन न करें। क्योंकि ऐसा करने से त्‍वचा शुष्‍क हो सकती है। जिसके कारण त्‍वचा परतदार और खुजली वाली हो सकती है। गर्मीयों के मौसम में आप अपने कमरे में हृयूमिडिफायर का उपयोग कर सकते हैं। जो आपके कमरे में आर्द्रता बनाए रखने में मदद कर सकता है।

सुगंधित स्किन केयर उत्पाद का उपयोग न करें – Do not use Fragranced skincare products in Hindi

शरीर की बदबू दूर करने वाले कुछ खुशबूदार उत्पादों में एडिटिव्‍स (additives) होते हैं। जैसे कि इत्र और कृत्रिम रंग, ये घटक त्‍वचा की जलन का कारण बन सकते हैं जो समय के साथ खुजली का रूप ले लेते हैं। इसलिए त्‍वचा की खुजली वाले लोगों को खुशबू मुक्‍त स्किन केयर उत्पादों का उपयोग करना चाहिए।

सिंथेटिक कपड़ों का उपयोग न करें – Do not use Wool and synthetic fibers in Hindi

खुजली होने या खुजली के लक्षण होने के दौरान रोगी को ऊन या सिंथेटिक फाइबर से बने कपड़ों का उपयोग नहीं करना चाहिए। इन कपड़ों का उपयोग करने से त्‍वचा खुरदुरी हो सकती है जिसके परिणामस्‍वरूप त्‍वचा में जलन और खुजली हो सकती है। यदि आप भी खुजली की समस्‍या से परेशान हैं तो आपको ढ़ीले और सूती के कपड़ों का उपयोग करना चाहिए।

खुजली होने पर डॉक्‍टर को कब दिखाएं – Khujli hone par Doctor ko kab dikhaye in Hindi

नियमित सफाई, स्‍वच्‍छता और त्‍वचा को मॉइस्‍चराइज रखकर आप घर पर ही त्‍वचा की खुजली का इलाज कर सकते हैं। लेकिन कुछ लोगों की त्‍वचा अधिक संवेदनशील होती है जिसके कारण खुजली के लक्षणों को आसानी से दूर नहीं किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में रोगी को डॉक्‍टर से सलाह लेना चाहिए।

  • यदि खुजली के लक्षण 2 सप्ताह से अधिक समय तक बने रहें तब आपको डॉक्‍टर से संपर्क करना चाहिए।
  • अगर खुजली के दौरान असामान्‍य चकते या त्‍वचा मे सूजन हो तब ऐसी स्थिति में डॉक्‍टर को दिखाना जरूरी है।
  • यदि आपके पूरे शरीर में खुजली हो रही हो तब आपको घरेलू उपचार के बजाये डॉक्‍टरी सलाह लेना अधिक उचित है।
  • आपका डॉक्‍टर खुजली को दूर करने के लिए आपको कुछ प्रकार की क्रीम और दवाएं दे सकते हैं।

खुजली सबसे आम समस्या है, जो किसी भी व्यक्ति को निशाना बना सकती है। अपने शरीर की सही देखभाल और नियमित सफाई से आप इससे बच सकते हैं। यदि इसके बाद भी आपको खुजली जैसी समस्या होती है तो आप खुजली दूर करने के लिए इस लेख में बताए गए प्राकृतिक घरेलू उपायों को अपना सकते हैं।

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