योग

कंसीव करने में आ रही है द‍िक्‍कत, तो शुरु करे ये 5 फर्टिलिटी योग आसन

कंसीव करने में आ रही है द‍िक्‍कत, तो शुरु कर दें ये 5 फर्टिलिटी योगासन

ख़राब जीवनशैली, अधिक उम्र में शादी करना और देरी से फैमिली प्‍लान‍िंग के कारण महिला और पुरुषों दोनों की प्रजनन क्षमता पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। खानपान भी महिलाओं में इनफर्टिलिटी (बांझपन) का कारण बनता है। एक रिसर्च में यह साबित हुआ है कि जो महिलाएं फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योगासन का अभ्यास करती हैं, उनके प्रेग्नेंट होने की संभावना अन्य महिलाओं से अधिक होती है। अब तो डॉक्टर भी प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए योग करने की सलाह देते हैं। यदि महिलाओं को कंसीव करने में द‍िक्‍कत आ रही है तो आप इन योग आसन को करें।

फर्टिलिटी बढ़ने के लिए योग

यहाँ पर 5 ऐसे योग आसन दिए जा रहें है जो फर्टिलिटी को बढ़ने में सहायक होते हैं।

(और पढ़ें – महिलाओं में इनफर्टिलिटी को दूर करते हैं ये योगासन)

प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए योग बद्ध कोणासन

प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए योग बद्ध कोणासन

बद्ध कोणासन प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए सबसे प्रभावी योगों में से एक है क्योंकि यह कमर, आंतरिक जांघों और घुटनों को बढ़ाता है। यह आसान कमर और कूल्हे के क्षेत्रों में लचीलेपन के स्तर में सुधार करता है। यह सब कंसीव करने की संभावना को अनुकूल बनाता है और यदि गर्भावस्था में बाद में इस आसन का अभ्यास किया जाता है, तो आपका सुचारू प्रसव भी होना तय है।

बद्ध कोणासन योग को करने के लिए आप सबसे पहले एक योगा मैट को साफ जगह में बिछा के दोनों पैरों को सीधा करके बैठ जाएं। इसके बाद दोनों पैर को अपनी ओर मोड़ लें और दोनों पैरों के पंजों से पंजे मिलाएं। अब दोनों हाथों से घुटनों को धीरे-धीरे दबाएँ जिससे दोनों घुटने फर्श पर रख जाएं। इस मुद्रा को आप 2 से 3 मिनिट के लिए करें।

(और पढ़े – बद्ध कोणासन करने का तरीका और फायदे…)

कंसीव करने में आ रही है द‍िक्‍कत तो करें भुजंगासन योग

कंसीव करने में आ रही है द‍िक्‍कत तो करें भुजंगासन योग

भुजंगासन योग (कोबरा पोज) श्रोणि क्षेत्र में रक्त और ऑक्सीजन परिसंचरण में सुधार करने में मदद करता है। यह पेट कि चर्बी को भी कम करता है और कंसीव करने में द‍िक्‍कत आ रही है को दूर करके प्रजनन क्षमता बढ़ाने बढ़ने में भी मदद करता है।

भुजंगासन योग को करने लिए आप एक योगा मैट को बिछा के उस पर पेट के बल लेट जाएं, जिसमें आपकी पीट ऊपर की ओर रहे। अपने दोनों हाथों को जमीन पर रखें। अब अपने दोनों हाथों पर वजन डालते हुयें धीरे-धीरे अपने सिर को पीछे के ओर करें और ठुड्डी को ऊपर की ओर करने का प्रयास करें। ध्यान रखें की आपके कमर से नीचे का शरीर जमीन से ऊपर ना उठे। आप इस आसन में 20 से 30 सेकंड तक रुकने का प्रयास करें।

(और पढ़ें – भुजंगासन के फायदे और करने का तरीका )

फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए पश्चिमोत्तानासन योग

फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए पश्चिमोत्तानासन योग

पश्चिमोत्तानासन योग हैमस्ट्रिंग, पीठ के निचले हिस्से और कूल्हों को एक अच्छा खिंचाव देता है। यह महिला प्रजनन अंगों, खासकर गर्भाशय और अंडाशय को भी उत्तेजित करता है। जिससे प्रजनन स्तर में सुधार होता है और तनाव दूर होता है।

पश्चिमोत्तानासन करने के लिए आप किसी साफ स्थान पर योगा मैट को बिछा के दोनों पैरों को सामने की ओर सीधा करके दण्डासन में बैठ जाएं। अपने दोनों हाथों को ऊपर उठा के सीधे कर लें। अब धीरे-धीरे आगे की ओर झुके और अपने दोनों हाथों से पैर के पंजे पकड़ लें। अपनी सिर को घुटनों पर रख दें। इस आसन को 20 से 60 सेकंड के लिए करें।

(और पढ़े – पश्चिमोत्तानासन करने का तरीका, फायदे और सावधानियां…)

प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए योग भ्रामरी प्राणायाम

प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए योग भ्रामरी प्राणायाम

भ्रामरी प्राणायाम तनाव और अवसाद को दूर कर आपकी प्रेगनेंसी की सम्‍भावना को बढ़ाता है। यह आपके दिमाग से किसी भी नकारात्मक भावनाओं को छोड़ने में मदद करता है और आपको शांत भी करता है। यदि आपको कंसीव करने में द‍िक्‍कत आ रही है तो आपको यह भ्रामरी योगासन को जरूर करना चाहिए।

इस आसन को करने के लिए आप किसी शांत जगह पर एक योगा मैट को जमीन पर बिछाकर पद्मासन या सुखासन में बैठ जाएं। अब अपने दोनों हाथों के अंगूठे से कान को बंद कर लें। अपनी दोनों तर्जनी उंगली को माथे पर रखें और शेष उँगलियों से अपनी आँखों को बंद करें। अब के गहरी साँस ले और साँस को बाहर छोड़ते हुए मधुमक्खी की आवाज़ निकालें। इस प्राणायाम को आप 2-3 मिनिट के लिए करें।

(और पढ़े – भस्त्रिका प्राणायाम करने की विधि और फायदे…)

हस्तपादासन योग फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए

हस्तपादासन योग फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए

नियमित रूप से हस्तपादासन योग करने से जननांग स्‍वस्‍थ रहते है और महिलाओं को इनफर्टिलिटी समस्या से छुटकारा मिल सकता है। यदि आपको कंसीव करने में द‍िक्‍कत आ रही है तो आप हस्तपादासन योग करें।

इस आसन को करने के लिए आप सबसे पहले एक योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। अपने दोनों पैरों को पास-पास रखें और अपने दोनों हाथों को ऊपर सीधा कर लें। अब धीरे-धीरे सामने को ओर कमर से नीचे झुकते जाएं और अपने दोनों हाथों से पैर के पंजों को छूने की कोशिश करें। इस आसन में आप 60 से 90 सेकंड के लिए रहें फिर आसन से बाहर आयें।

(और पढ़ें – उत्तानासन (हस्तपादासन) करने का तरीका और फायदे )

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