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भांग के सेवन से होते हैं ये 9 औषधीय स्वास्थ्य लाभ – Medical Uses Of Marijuana In Hindi

भांग के सेवन से होते हैं ये 9 औषधीय स्वास्थ्य लाभ - Medical Uses Of Marijuana In Hindi

Medical Uses Of Marijuana In Hindi जैसे ही हम भांग (मारिजुआना) का नाम सुनते है तो हमारे मन में सबसे पहला ध्यान नशे का आता है क्योकि हम लोगो से इसके नशे के बारे में सुनते अ रहे है वहीं दूसरी ओर भांग शिवरात्री में भगवान शिव को चढ़ाने के लिये भी उपयोग किया जाता है क्‍योंकि हमारा मानना है कि इससे शिव जी तुरंत प्रसन्‍न हो जाएंगे। भांग या गांजा ((Cannabis या marijuana)) की लत शरीर के लिए नुकसानदायक होती है यह बात तो लगभग हम सभी जानते हैं। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि अगर भांग की सही खुराक ली जाये तो वह सेहत के लिए लाभकारी हो सकती है। मादा भांग के पौधे के फूल, आसपास की पत्तियों एवं तनों को सुखाकर बनने वाला गांजा सबसे सामान्य प्रकार का होता है।

भांग का पौधा औषधीय गुणों से भरा पड़ा है।  भांग के पौधों में केनाबिनोल नामक रसायन पाया जाता है। भांग कफशामक एवं पित्तकोपक होता है।

डॉक्टर भी इलाज के लिए मेडिकल मारिजुआना लिख ​​सकते हैं:

  • मल्टीपल स्केलेरोसिस के कारण मांसपेशियों में ऐंठन
  • कैंसर कीमोथेरेपी से मतली
  • पुरानी बीमारी, जैसे एचआईवी या तंत्रिका दर्द के कारण भूख में कमी और वजन में कमी
  • जब्ती विकार (Seizure disorders)
  • क्रोहन रोग (Crohn’s disease)
  • भांग सेहत के लिए होता है लाभदायक
  • सही मात्रा में भांग की सही खुराक होती है फायदेमंद
  • ब्रेनस्ट्रोक और कैंसर से भी करता है रक्षा

भांग, चरस या गांजे की लत शरीर को नुकसान पहुंचाती है। लेकिन इसकी सही डोज कई बीमारियों से बचा सकती है. इसकी पुष्टि विज्ञान भी कर चुका है. एक नजर इसके फायदों पर।

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भांग के फायदे – Bhang Ke Fayde

भांग के फ़ायदे – Bhang Ke Fayde

1.भांग के फायदे कान का दर्द दूर करे

  • भांग के 8-10 बूंद रस को कान में डालने से कीड़े मरते हैं और कान की पीड़ा दूर हो जाती है।
  • bhang को पीसकर मीठे तेल में अच्छी तरह से पका लें। फिर इसे छानकर कान में डालने से कान का किसी भी प्रकार का दर्द हो दूर हो जाता है।
  • भांग के पत्तों के रस में रूई भिगोकर इस रूई को कान में दबाकर लगाने से कान का दर्द ठीक हो जाता है।

2.भांग के फायदे योनि का ढीलापन दूर करने में

  • भांग को पोटली में डालकर योनि के अंदर 3 से 4 घंटों तक रखने से प्रसूता नारी की योनि काफी टाईट हो जाती है जैसे कन्या की योनि होती है।
  • उत्तम क्वालिटी की भांग को पीसकर छान लेते हैं। फिर कपड़े में इसकी पोटली बांधकर योनि में रखते हैं। इससे बढ़ी हुई योनि पहले जैसे हो जाती है।

3.मारिजुआना के फायदे चक्कर आने से बचाव में

2013 में वर्जीनिया की कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी के रिसर्चरों ने यह साबित किया कि गांजे में मिलने वाले तत्व एपिलेप्सी अटैक को टाल सकते हैं। यह शोध साइंस पत्रिका में भी छपा. रिपोर्ट के मुताबिक कैनाबिनॉएड्स कंपाउंड इंसान को शांति का अहसास देने वाले मस्तिष्क के हिस्से की कोशिकाओं को जोड़ते हैं।

4.भांग खाने के फायदे ग्लूकोमा से दिलाये राहत

अमेरिका के नेशनल आई इंस्टीट्यूट के मुताबिक भांग ग्लूकोमा के लक्षण खत्म करती है. इस बीमारी में आंख का तारा बड़ा हो जाता है और दृष्टि से जुड़ी तंत्रिकाओं को दबाने लगता है. इससे नजर की समस्या आती है. गांजा ऑप्टिक नर्व से दबाव हटाता है।

5.मारिजुआना के लाभ अंडकोषों की सूजन

  • पानी में भांग को थोड़ी देर भिगोकर रखते हैं, फिर उस पानी से अंडकोषों को धोने से तथा फोम को अंडकोषों पर बांधने से अंडकोषों की सूजन मिट जाती है।
  • भांग के गीले पत्तों की पोटली बनाकर अंडकोषों की सूजन पर बांधना चाहिए और सूखी भांग को पानी में उबालकर बफारा देने से अंडकोषों की सूजन उतर जाती है।

6.भांग के फायदे अल्जाइमर भूलने की बीमारी से बचाव

अल्जाइमर से जुड़ी पत्रिका में छपे शोध के मुताबिक भांग के पौधे में मिलने वाले टेट्राहाइड्रोकैनाबिनॉल की छोटी खुराक एमिलॉयड के विकास को धीमा करती है. एमिलॉयड मस्तिष्क की कोशिकाओं को मारता है और अल्जाइमर के लिए जिम्मेदार होता है. रिसर्च के दौरान bhang का तेल इस्तेमाल किया गया।

7.भांग के फायदे संग्रहणी (पेचिश) में

  • 100 ग्राम भांग, 200 ग्राम शुंठी और 400 ग्राम जीरा को अच्छी तरह एक साथ पीसकर और छानकर रख लेते हैं। इस चूर्ण की 80 पुड़िया बना लेते हैं। भोजन से आधा घंटे पहले 1-2 चम्मच दही में मिलाकर चाट लें। यह प्रयोग 40 दिन तक सुबह-शाम करने से पुरानी से पुरानी संग्रहणी नष्ट हो जाती है।
  • 2 ग्राम धुली हुई bhang को भूनकर 3 ग्राम शहद के साथ चाटने से संग्रहणी अतिसार के रोगी का रोग दूर हो जाता है।

8.भांग के फायदे दर्द निवारक के रूप में

शुगर से पीड़ित ज्यादातर लोगों के हाथ या पैरों की तंत्रिकाएं नुकसान झेलती हैं. इससे बदन के कुछ हिस्से में जलन का अनुभव होता है। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की रिसर्च में पता चला कि इससे नर्व डैमेज होने से उठने वाले दर्द में bhang आराम देती है। हालांकि अमेरिका के एफडीए ने शुगर के रोगियों को अभी तक भांग थेरेपी की इजाजत नहीं दी है।

9.भांग के फायदे अर्थराइटिस का दर्द

भांग एक एंटी इंफ्लेमेटरी पौधा है जिसके पत्‍तों को लगाने से गठिया दृारा सूजन और दर्द को कम करने मे मदद मिलेगी।

भांग के दुष्प्रभाव – Bhang Ke Nuksan In Hindi

मारिजुआना के साइड इफेक्ट्स जो आमतौर पर लंबे समय तक नहीं होते हैं उनमें शामिल हो सकते हैं:

  • सिर चकराना
  • तंद्रा
  • अल्पकालिक स्मृति हानि
  • उत्साह

अधिक गंभीर दुष्प्रभावों में गंभीर चिंता और मनोविकार शामिल हैं।

लोगों में मारिजुआना और मानसिक बीमारी को देखने का एक द्वंद्व है। कुछ लोग सोचते हैं कि मारिजुआना मानसिक बीमारी को बढ़ा देता है और दूसरों को लगता है कि यह मानसिक बीमारी में मदद कर सकता है।

नोट: भांग के इन फायदों के बावजूद एक बात का ध्यान रखें कि इसको कभी भी खाली पेट न पीयें और नमकीन स्नैक्स के साथ खायें। अगर आपको इसे लेने के तरीके मे कोई शक हो तो डॉक्‍टर की सलाह जरुर लें। गर्भवती महिलाओं को इस का सेवन नहीं करना चाहिए।

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